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गर्भवती होने पर महिलाओं को ऐसी सलाह दी जाती है कि शरीर का टेम्परेचर जरूरी स्तर पर बनाकर रखा जाए। इसका मतलब यह है कि डिलीवरी तक हॉट शॉवर्स या टब बाथ से दूर रहना। इसीलिए, बच्चे को जन्म देने के बाद, ज्यादातर महिलाएं लंबे समय के बाद अच्छी तरह से नहाना चाहती हैं। नार्मल डिलीवरी के दौरान और बाद में काफी फ्लूड और खून निकलता है, जिसके बाद नहाने से काफी मदद मिलती है। हालांकि, डिलीवरी के तुरंत बाद नहाने का विचार बहुत अच्छी बात है लेकिन खुद से नहाने का डिसीजन न लें।
जन्म की प्रक्रिया से वजाइना पर जोर पड़ सकता है या खिंचाव आ सकता है, जिससे यह फट भी सकती है। दूसरी तरह की डिलीवरी में घाव या चीरे लग सकते हैं जो पूरी तरह से ठीक होना जरूरी है। यह कहा जा रहा है, ज्यादातर डॉक्टर डिलीवरी पूरी होने के बाद नहाने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह शरीर को ठीक होने की तैयारी के लिए ट्रिगर करता है जिससे हीलिंग की प्रक्रिया शुरू हो सके। रेगुलर नहाने से शायद ही कोई नुकसान हो, लेकिन बैक्टीरिया के संपर्क में आने के जोखिम से बचने के लिए बेहतर है कि टब बाथ से दूर ही रहें।
जिन महिलाओं की वजाइनल डिलीवरी हुई होती है, वह जब जा सकें तो ज्यादातर डॉक्टर उन्हें नहाने के लिए जाने को कहते हैं। चूंकि हॉट टब बाथ में सफाई कम हो सकती है इसलिए इससे अभी भी दूर ही रहा जाता है। हालांकि, यदि आपकी डिलीवरी पूरी होने के बाद आपके पेरिनियम में टांके लगाए गए हों तो ऐसा नहीं होता। यह वैसा ही है जैसा सीजेरियन डिलीवरी का अनुभव होता है। चूंकि शरीर पर टांके और चीरे का घाव होता है और यह पूरी तरह से ठीक होना है, इसलिए डॉक्टर इन्फेक्शन होने का कोई भी चांस नहीं लेना चाहते। इससे आपको लगभग चार से छह सप्ताह तक नहाने से दूर रहना पड़ सकता है।
डिलीवरी के बाद नहाने से नई माँ को भावनात्मक और शारीरिक दोनों ही तरह के कई प्रकार के फायदे होते हैं।
वजाइनल डिलीवरी से बच्चे को जन्म देना कोई आसान बात नहीं होती। यदि भाग्यवश डिलीवरी में कम ब्लड लॉस हुआ है या वजाइना को कोई नुकसान नहीं पहुँचा है, तो आप डिलीवरी के कुछ घंटों के बाद सामान्य रूप से घूम सकती हैं। इससे आप जल्द ही नहाने और ताजगी भरा महसूस कर सकती हैं।
कुछ मामलों में, यदि डिलीवरी के दौरान वजाइना खिंचती है और बच्चे के जन्म को सुविधाजनक बनाने के लिए डॉक्टर को कट लगाना पड़े तो महिला के पेरिनियम में एपीसीओटमी की जा सकती है। इससे डिलीवरी के बाद दर्द हो सकता है और एक दो दिन तक चलना मुश्किल हो जाता है। जब आप बिना सहारे के टॉयलेट तक जाने लगें, तो अपने डॉक्टर को नहाने के बारे में पूछ सकती हैं। अधिकांश डॉक्टर भी नहाने की सलाह देंगे क्योंकि इससे वजाइना के हिस्से में टांके साफ हो जाएंगे और इन्फेक्शन की संभावना कम हो जाएगी। वजाइना के आसपास जोर से न रगड़ें रहें और यह ध्यान रखें कि नहाने के बाद इसे अच्छी तरह सुखाएं।
सीजेरियन डिलीवरी से बच्चे को जन्म देना एक पूरी तरह से अलग ही कहानी होती है। यह किसी भी बड़ी सर्जरी से अलग नहीं होती और डिलीवरी के बाद पूरा ध्यान हीलिंग और रिकवरी पर होता है। शुरुआती दिनों के लिए, आपको पूर्ण बेड रेस्ट लेने की सलाह दी जा सकती है, जिसके बाद डॉक्टर आपको धीरे-धीरे घूमना शुरू करने के लिए कह सकते हैं। इस मामले में नहाने के बारे में पूरी तरह डॉक्टर तय करते हैं। कुछ डॉक्टर आपकी रिकवरी पर ध्यान रखते हुए और आपके चीरे के घाव को सावधानी से साफ और सूखा रखते हुए आपको नहाने के लिए कह सकते हैं। इसमें भी, केवल शॉवर लेने के लिए कहा जाएगा, टब बाथ के लिए नहीं।
डिलीवरी के बाद पहली बार नहाने के लिए जाते समय, किसी भी चोट और इन्फेक्शन से खुद को बचाने के लिए जितना संभव हो उतना सावधान रहें। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि आपका बच्चा पूरी तरह से आप पर निर्भर है, और आपकी कोई भी तकलीफ इंडायरेक्टली बच्चे को प्रभावित करेगी।
हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि नहाने की जगह या टब को डिसइंफेक्टेंट से साफ किया गया हो। पानी भी किसी भी तरह के माइक्रोब्स से मुक्त होना चाहिए, और बहुत ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए। इस बात की भी सलाह दी जाती है कि कम साफ पानी से नहाने की स्थिति में ब्रा पहनने या निपल्स को ढंक लेना चाहिए। किसी भी बाथ सड्स या सुगंधित तेलों का उपयोग न करें, क्योंकि वे आपकी स्किन या घावों के साथ रिएक्शन कर सकते हैं। एक बार जब आपका नहाना पूरा हो जाए, तो अपने शरीर को अच्छी तरह सुखाएं और घावों के चारों ओर ज्यादा सावधानी बरतें, ध्यान रहे कि उनमें कतई मॉइस्चर न रहे।
नहाते समय समस्याओं से बचने के लिए कुछ सावधानियों को ध्यान में रखें।
सिट्ज बाथ डिलीवरी के बाद होने वाले दर्द को दूर करने में अद्भुत काम करता है। सिट्ज बाथ के दौरान, पानी में इस तरह बैठा जाता है कि केवल हिप्स और बॉटम पानी में डूब सके। यह दर्द से राहत देता है, सूजन को कम करता है, जलन को दूर करता है, खुजली को कम करता है, और किसी भी इन्फेक्शन को रोकने के लिए धीरे-धीरे उस जगह को साफ करता है। सिट्ज बाथ लेने के लिए, आपको एक साफ, डिसइंफेक्टेंट बाथटब या किसी बड़े टब / बाल्टी को दो से तीन इंच गर्म पानी से भरना होगा। आप चाहें तो ठंडे पानी का उपयोग भी कर सकती हैं, लेकिन बहुत ज्यादा ठंडा पानी न लें। पाँच मिनट के लिए टब में बैठिए, खड़ी होइए और टॉवल से थपथपाकर सुखाइए। आप इसे दिन में तीन से चार बार कर सकती हैं। किसी भी साबुन या बाथ सॉल्ट को पानी में मिलाने से बचें। सुनिश्चित करें कि टब हर उपयोग से पहले और बाद में अच्छी तरह से साफ और डिसइंफेक्टेंट किया जाए। यदि आपको टांके के आसपास कोई रेडनेस या सूजन दिखाई देती है, तो डॉक्टर से बात करें। सिटज़ बाथ लेने से रिकवरी जल्दी हो सकती है, लेकिन सावधानियों का अवश्य ध्यान रखें।
डिलीवरी के बाद गुनगुने पानी से नहाने से जितनी राहत और ताजगी मिल सकती है, वह शरीर के लिए बेहद सुखद होती है और बहुत रिलैक्स करती है। लेकिन अपनी और अपने बच्चे की हेल्थ को प्रायोरिटी देना जरूरी है इसलिए डॉक्टर द्वारा हरी झंडी देने के बाद ही नहाने का ऑप्शन चुनें।
संसाधन और संदर्भ:
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