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जीवन जीने के लिए हमारा साँस लेना जरूरी है उसके लिए वायु का शुद्ध होना जरूरी है लेकिन समस्या की बात है कि जिस जीवन की ओर आगे बढ़ने के लिए हम जिस हवा में साँस ले रहे हैं वो हमें धीरे-धीरे जीवन से दूर कर रही है। यह बात सुनने में जितनी चिंताजनक लग रही है वास्तव में यह समस्या उससे कहीं ज्यादा बड़ी है। दुनिया भर में अलग अलग प्रकार के प्रदूषण की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, चाहे वो जल प्रदूषण हो, वायु प्रदूषण हो या वायु प्रदूषण हो सभी के प्रभाव से मानव जाती के साथ-साथ हर जीवित पर चीज पर बुरा असर पड़ रहा है। इन दिनों वायु प्रदूषण एक ऐसी समस्या है जो हमारे देश और दुनिया के लिए एक गहरी समस्या का विषय है। यह एक ऐसी गंभीर समस्या है जो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती है और अपने साथ इससे जुड़ी और भी कई परेशानियां साथ लेकर आती है। वायु प्रदूषण के मुख्य कारण है जैसे गाड़ियां और उद्योगों से निकलने वाले धुएं, बाजारों में बिकने वाले प्लास्टिक के बैग्स, दूषित पानी और वायु प्रबंधक आदि है। इन सभी कारणों के चलते वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है, क्योंकि ये इंसानों के फेफड़ों से जुड़ी कई बीमारियां उत्पन्न करता है। इस निबंध में वायु प्रदूषण के प्रभाव और उसको रोकने के तरीके भी बताए गए हैं।
अगर आप काम शब्दों में वायु प्रदूषण पर निबंध या पैराग्राफ लिखना चाहते हैं तो नीचे दिए गए वायु प्रदूषण पर 10 लाइन जरूर पढ़ें।
वायु प्रदूषण एक मुख्य समस्या है और यदि आपके बच्चे को इस विषय पर 200 से 300 शब्दों में निबंध लिखने को मिला है, तो उन्हें नीचे दिए गए शॉर्ट एस्से का सुझाव दे सकते हैं।
जैसा कि आप जानते हैं, वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या है जो दुनिया भर में स्थायी नहीं है। देश के कई शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति खराब होती जा रही है। इस प्रदूषण के कारण अस्थमा और फेफड़ों के रोगों जैसी बिमारियों के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि इन दिनों कई शहरों की वायु गुणवत्ता इतनी खराब होती जा रही है कि शहर के निवासियों की औसत आयु कम होती जा रही है। वायु प्रदूषण का मुख्य कारण वाहन और कारखानों से आने वाले टॉक्सिन होते हैं। इसके अलावा कचरे के ढेर, प्लास्टिक का उपयोग, जीवाश्म ईंधन का अधिक दोहन और जंगल की आग भी वायु प्रदूषण का मुख्य कारण हो सकते हैं। वायु प्रदूषण आज पूरी दुनिया भर में एक अहम मुद्दा बन चुका है इसके कारण प्रत्येक देश इसके हानिकारक प्रभावों को झेल रहा है। लोग सिर्फ अपने उद्योग कामों की तरफ ध्यान दे रहे हैं उनको पर्यावरण की बिलकुल भी चिंता नहीं है।
अगर आप अपने बच्चे को किसी निबंध प्रतियोगिता में भाग दिला रही हैं जिसमें उसे 400 से 500 शब्दों के बीच हिंदी में वायु प्रदूषण पर निबंध लिखना है तो आप उन्हें इस लॉन्ग एस्से का सुझाव दे सकती हैं। इससे वो लिखने के तरीके और सही शब्दों का इस्तेमाल करना सीखेगा।
वायु प्रदूषण एक ऐसी गंभीर समस्या है जिसमें हवा में कई प्रकार के धुएं, धूल और धुओं में मौजूद जहरीले पदार्थ मिल जाते हैं। इस जहरीले धुएं के कारण हवा की गुणवत्ता बिगड़ती है और साथ ही सांस लेने की वजह से हानिकारक हवा हमारे शरीर में भी प्रवेश कर जाती है। वायु प्रदूषण की समस्या शहरों में अधिक होती है क्योंकि यहाँ गाड़ियां, कारखाने, औधोगिक गतिविधियां अधिक होती हैं। वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण हमारी अनुचित वातावरण व्यवस्था है। इसके कारण लोगों के श्वसन तंत्र पर बुरा असर पड़ रहा है। इसके बढ़ते प्रकोप के कारण कई तरह की बिमारियों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जैसे अस्थमा, फेफड़ों में खराबी, सांस लेने में तकलीफ आदि। इस समस्या को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाना जरूरी है ताकि आने वाली पीढ़ी को इससे बचाया जा सके।
वायु प्रदूषण को बढ़ावा देने के वैसे तो कई कारण हैं लेकिन कुछ अहम कारण हैं जिनकी वजह से देश में इसका खतरा बढ़ता जा रहा है। ये रहे वो कारण –
वैसे तो वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर होती जा रही है। लेकिन, अभी भी कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे हवा से वायु प्रदूषकों की संख्या कम की जा सकती है।
हम कह सकते हैं कि जिस हवा में हम सांस ले रहे हैं वह दिन-प्रतिदिन अधिक प्रदूषित होती जा रही है। वायु प्रदूषण को बढ़ाने में सबसे बड़ा योगदान पुराने ईंधन का है जो नाइट्रिक और सल्फ्यूरिक ऑक्साइड का उत्पादन करते हैं। लेकिन, अब लोगों ने इस बढ़ती समस्या को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है और अपने द्वारा उत्पादित की गई समस्या को खत्म करने के लिए कई उपायों और योजनाओं पर काम करना शुरू कर दिया है।
बच्चे हमारे समाज का भविष्य हैं और उन्हें वायु प्रदूषण से होनी वाली समस्या के बारे में ज्ञात होना चाहिए ताकि वे इस समस्या को गंभीरता से लें। इस निबंध का मुख्य उद्देश्य बच्चों को वायु प्रदूषण के प्रभावों के बारें में बताना है और साथ ही उन्हें इसे रोकने के उपायों को भी समझाना है। ताकि भविष्य में वह पर्यावरण को बचाने के लिए खुद भी सही कदम उठाए और वह इस विषय पर अच्छे शब्दों का इस्तेमाल कर के निबंध का रूप भी दे सकते हैं।
यहाँ वायु प्रदूषण से जुड़े ऐसे कई सवालों के जवाब दिए गए, जो आपका बच्चा जानना चाहेगा।
भारत में बेगूसराय, बिहार सर्वाधिक वायु प्रदूषित शहर है।
इंफाल, मणिपुर भारत में सबसे कम वायु प्रदूषित शहर है।
ओसोर्नो, चिली विश्व का सबसे अधिक प्रदूषित शहर है।
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