पिता दिवस पर निबंध (Essay on Father’s Day in Hindi)

पिता दिवस पर निबंध

इस संसार में जितनी अहमियत माँ की है उतनी ही अहमियत एक पिता की भी होती है। एक बच्चे के इस दुनिया में आने के बाद पिता ही होते हैं, जो उसे समझते हैं और उसे जीना, संघर्ष करना और आत्मनिर्भर बनना सिखाते हैं। एक पिता अपनी पूरी जिंदगी मेहनत और संघर्ष करता है, ताकि उसके बच्चे को वो सारी खुशियां मिले जो उसे नहीं मिल सकी थी। पिता पूरे परिवार को संभालते हैं और सब की छोटी सी छोटी बातों का ध्यान रखते हैं। ऐसे में उनके लिए कुछ खास करना बनता है। इसलिए दुनिया भर में पिता दिवस मनाया जाता है ताकि इस दिन सब अपने पिता को यह अहसास दिला सकें कि वह कितने खास हैं और उनके बच्चे उन्हें कितना प्यार करते हैं। फादर्स डे एक ऐसा खास दिन है जिसमें बच्चे अपने पिता को अपने-अपने तरीके से स्पेशल महसूस करवाते हैं। कुछ बच्चे उनके लिए गिफ्ट्स लाते हैं, कुछ उनको लॉन्ग ड्राइव पर ले जाते हैं या फिर कुछ बस उनके साथ एक अच्छा समय बिताना पसंद करते हैं। बच्चों को पता होता है कि पिता की कभी भी कोई डिमांड नहीं होती है, वो हमेशा नि:स्वार्थ भाव से सब करते हैं। ऐसे में यदि आपका बच्चा छोटा है और वो अपने पापा को कोई गिफ्ट नहीं दे सकता तो वो इस फादर्स डे के निबंध की मदद से उनके लिए कुछ लिखकर खुश कर सकता है।

पिता दिवस पर 10 लाइन (10 Lines On Father’s Day In Hindi)

पिता दिवस पर हिंदी में 100 शब्दों का अनुच्छेद लिखने के लिए नीचे दी गई आसान 10 वाक्यों का प्रयोग कर के एक अच्छा लेख तैयार करें। 

  1. एक बच्चे के लिए उसके पिता ही सबसे पहले आदर्श होते हैं। 
  2. पिता दिवस हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। 
  3. इस साल फादर्स डे 18 जून को मनाया जाएगा। 
  4. पहली बार फादर्स डे को 19 जून, 1910 को अमेरिका में मनाया गया था। 
  5. अमेरिकी राष्ट्रपति ने 1916 को फादर्स डे मनाने की इजाजत दी थी। 
  6. वॉशिंगटन के स्पोकेन शहर में रहने वाले सोनोरा डॉड ने अपने पिता की याद में इस दिन की शुरुआत की।  
  7. इसे पश्चिम वर्जीनिया में हुई खान दुर्घटना में मारे गए 210 पिताओं के सम्मान में भी शुरू किया गया। 
  8. पिता को सम्मान देने के लिए पिता दिवस मनाया जाता है।
  9. पिता दिवस पर बच्चे अपने पिता को प्यारे प्यारे गिफ्ट देते हैं। 
  10. पिता हमेशा अपने बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

पिता दिवस पर निबंध

भारत में माता-पिता को भगवान का दर्जा दिया जाता है। माँ का लाड-प्यार सबको नजर आता है लेकिन पिता की भावनाएं जल्दी कोई नहीं समझ पाता। बच्चे के जन्म लेने के बाद से एक पिता के लिए उसका बच्चा उसकी जान बन जाता है। बच्चे की सभी जरूरतों से लेकर उसकी बेतुकी मांगों को पूरा करना एक पिता की जिम्मेदारी बन जाती है। अपने परिवार के लिए पिता सालों मेहनत करता है ताकि उनका बच्चा और परिवार एक आरामदायक जिंदगी जी सके। माँ से हर कोई प्यार जताता है लेकिन पिता के सामने बच्चे इतनी जल्दी अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर पाते हैं। इसलिए पिता को उसकी अहमियत बताने और यह जताने के लिए कि सब उनसे कितना प्यार करते हैं, एक खास दिन मनाया जाता है। जिसे ‘फादर्स डे’ यानी कि ‘पिता दिवस’ कहते हैं। वैसे तो कोई भी दिन काफी नहीं है हमें अपने पापा के लिए अपना प्यार दिखाने को पर यह दिन दुनिया भर में पिता के लिए मनाया जाता है। इसलिए हर साल की तरह इस साल भी यह जून महीने के तीसरे हफ्ते के रविवार 18 जून को मनाया जाएगा। इस दिन एक बच्चे का उसके पिता से कितना जुड़ाव है वह सामने आता है। बच्चे अक्सर अपने पिता से अपनी मन की बाते नहीं कर पाते हैं और वो ऐसे ही दिन का इंतजार करते हैं जिसमे वो उनके लिए कुछ खास कर सकें। इस दिन बच्चे अपने पिता को विश करते हैं, गिफ्ट देते हैं, उनके साथ समय बिताते हैं। 

पिता दिवस का इतिहास (History Of Father’s Day)

इन दिनों फादर्स डे हर देश में मनाया जाने लगा है। लेकिन इसकी शुरुआत अमेरिका से हुई थी और इसके बाद ये दुनिया भर में मनाया जाने लगा। बता दें कि फादर्स डे पहली बार साल 1908 में 5 जुलाई को वेस्ट वर्जीनिया में रॉबर्ट वेब द्वारा चर्च वेब में फेयरमोंट में सेंट्रल मेथोडिस्ट के नाम से मनाया गया था। साल 1909 में फादर्स डे के उपदेश को सुनते हुए, सोनोरा स्मार्ट डोड ने, पिता दिवस मनाने का निर्णय लिया, क्योंकि उनके पिता ने उनकी माँ की मृत्यु के बाद सभी बच्चों को अकेले पाला था। उनके इस प्यार और संघर्ष को देखते हुए वह उनके लिए सम्मानित कार्य करना चाहती थी। इसलिए उन्होंने 1910 में 19 जून को फादर्स डे के रूप में मनाया। उसके बाद से यह दिन अमेरिका के कई शहरों में मनाया जाने लगा। साल 1916 में विल्सन ने इस दिन को ऑफिशियल बना दिया। साल 1966 में, राष्ट्रपति लिंडन बी. जॉनसन ने पहली बार राष्ट्रपति के तौर पर पिताओं के सम्मान के लिए हर साल जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाने का फैसला लिया। भारत में भी इस दिन को बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है और पिता को खुशी और सम्मान दिया जाता है। 

पिता दिवस का महत्व क्या है? (Importance Of Father’s Day)

फादर्स डे हमारे पिता के साथ उनके संघर्षों और सफलताओं को याद करने का एक खास दिन है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारे पिता हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण होते हैं और हमें उनकी खुशियों का ख्याल रखना चाहिए। इस दिन हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हमारे पिता हमेशा हमारी मदद करते हैं और हमें सही राह दिखाते हैं। इसलिए हमें उनका सम्मान करना चाहिए और उनकी मेहनत की कमाई का ख्याल रखना चाहिए। पिता दिवस के इस मौके पर बच्चों को अपने पिता के साथ अधिक समय बिताना चाहिए और उनके किए गए कार्यों की तारीफ करनी चाहिए। इस दिन आप अपने पिता के करीब आते हैं और आपको उन्हें और बेहतर तरीके से जानने का मौका मिलता है। पिता साल भर मेहनत करते हैं इसलिए एक ऐसा दिन जरूर होना चाहिए जहाँ सिर्फ उनको आराम करने को मिले और वह अपनी पसंद का कोई काम कर सकें। फादर्स डे का मकसद सिर्फ अपने पिता को यह जताना होता है कि आप उनको कितना मानते और सम्मान देते हैं। भले ही आप रोज प्यार जाहिर नहीं कर पाते लेकिन आपके मन में उनके लिए बेहद प्यार है। 

पिता दिवस कैसे मनाया जाता है? (How to Celebrate Father’s Day)

पिता अपने बारे में छोड़कर बाकी पूरे परिवार का ख्याल रखता है। इसलिए ही फादर्स डे मनाया जाता है ताकि बच्चे भी पिता को यह बता सकें कि जितना ख्याल वो उनका रखते हैं, बच्चे भी उनसे उतना ही प्यार और उनकी कदर करते हैं। पिता कभी नहीं चाहता कि उनका बच्चा उनको महंगे तोहफे दे या फिर कही महंगी जगह खाना खिलाने ले जाए। उनका सिर्फ इतना मकसद होता है कि वह उनको इज्जत और प्यार दे। लेकिन पिता दिवस के इस मौके पर ऐसी बहुत चीजें हैं जो आप अपने पिता के लिए कर सकते हैं जिनसे उन्हें स्पेशल फील होगा। इस दिन अपने पिता के साथ समय बिताने के लिए कुछ खास गतिविधियों का आयोजन कर सकते हैं। उन्हें खुश करने के लिए उनके पसंदीदा रेस्टोरेंट में खाना खिला सकते हैं या उनका पसंदीदा खेल उनके साथ खेल सकते हैं। आप उन्हें उनकी पसंद का गाना सुनाकर खुश कर सकते हैं। उनके साथ बैठकर टीवी पर उनका पसंदीदा शो देख सकते हैं। उन्हें महंगे गिफ्ट न देकर अपनी और उनकी फोटो का फ्रेम बनवाकर ला सकते हैं, जिसे देखकर वो खुश हो जाएंगे। अगर आप अपने पिता से दूर हैं तो उन्हें वीडियो कॉल कर के विश करें या फिर कोई ऑनलाइन गिफ्ट भेज सकते हैं। इसके साथ यदि आप छोटे हैं अभी तो आप बीएस उनके साथ समय बिताए या फिर उनकी तारीफ में कुछ लाइन लिखें और उन्हें सुनाएं।

पिता दिवस के इस निबंध से हमें क्या सीख मिलती है? (What Will Your Child Learn from a Father’s Day Essay?)

इस निबंध से आपके बच्चे को अपने पिता से जुड़ने का मौका मिलेगा, वह अपने पिता के लिए इस दिन को कैसे खास बनाए ये सीखने को मिलेगा साथ ही वो अपने पिता के करीब होगा जिससे उनका रिश्ता और गहरा होगा। बच्चे को समझ में आएगा कि सिर्फ पिता से मांग नहीं करनी चाहिए बल्कि उनके लिए भी कुछ स्पेशल करना चाहिए, जिससे उन्हें लगे कि उनका बच्चा भी उन्हें बहुत प्यार करता है। उन्हें कीमती तोहफे नहीं चाहिए, बीएस वो आपका साथ और समय चाहते हैं।