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निबंध लिखना बच्चों के लिए बहुत मजेदार और सीखने वाला काम होता है। इससे बच्चे अपने विचारों को शब्दों में ढालना सीखते हैं और उनकी कल्पना शक्ति बढ़ती है। साथ ही, निबंध लेखन से उनकी लिखने की आदत, व्याकरण और भाषा पर पकड़ भी मजबूत होती है। यह लेख छोटी कक्षा के बच्चों के लिए ‘मेरा पसंदीदा जानवर’ विषय पर निबंध लिखने में मदद करेगा। बच्चे जानवरों को बहुत पसंद करते हैं क्योंकि वे प्यारे और खेलने के अच्छे साथी होते हैं। जानवर भी बच्चों से अपने अलग-अलग तरीकों से प्यार जताते हैं, जिससे बच्चे उन्हें और करीब महसूस करते हैं। इस निबंध में बच्चे अपने पसंदीदा जानवर, उसकी खासियतों और उसके साथ बिताए पलों के बारे में लिख सकते हैं।
मेरे पसंदीदा जानवर पर निबंध लिखते समय बच्चों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
मेरे पसंदीदा जानवर पर निबंध लिखने के लिए नीचे दी गई दस पंक्तियां बच्चों के लिए मददगार होंगी। इनसे बच्चों को निबंध में क्या लिखना है और अपने पसंदीदा जानवर की खासियतों को आसानी से बता सकते हैं।
मेरा पसंदीदा जानवर बिल्ली है, क्योंकि वह बहुत प्यारी और सुंदर होती है। मेरी पालतू बिल्ली का नाम बेला है। उसके सफेद और काले रंग के बाल, छोटे-छोटे पंजे और उसकी प्यारी सी पूंछ मुझे बहुत पसंद है। हमने बेला को तब अपनाया था जब वह सिर्फ तीन महीने की थी। वह बहुत शरारती है लेकिन बहुत समझदार भी है। बेला को अपनी ओर ज्यादा ध्यान नहीं खींचना होता है, पर उसे हमारे आसपास रहना अच्छा लगता है। उसे मछली खाना बहुत पसंद है, खासकर ट्यूना मछली।
ज्यादातर समय वह सोफे पर लेटी रहती है या मेरे बिस्तर पर सो जाती है। जब वह खुश होती है, तो धीरे-धीरे मेरे पास आकर म्याऊं करती है। उसकी ये बातें मुझे बहुत अच्छी लगती हैं। मुझे अपनी बेला बहुत प्यारी लगती है और मैं उसका खूब ख्याल रखती हूं।
यह छोटा सा निबंध मेरे पसंदीदा जानवर पालतू कुत्ते के बारे में है। इसमें कुत्तों की खासियतें, आदतें और हमारी जिंदगी में उनकी भूमिका को सरल तरीके से बताया गया है। इस निबंध से बच्चे अपने पालतू कुत्ते के बारे में सोचकर आसानी से निबंध लिख सकते हैं और अपनी कक्षा या प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
मेरा पसंदीदा जानवर कुत्ता है। कुत्ते अपनी दोस्ती और वफादारी के लिए जाने जाते हैं। उनका प्यार और भरोसा अपने मालिक के प्रति किसी भी जानवर से ज्यादा होता है। कुत्ते कई तरह की नस्लों में मिलते हैं, जैसे जर्मन शेफर्ड, पोमेरेनियन, लैब्राडोर आदि। मेरा भी एक कुत्ता है, उसका नाम रॉकी है। वह जर्मन शेफर्ड है और उसके बाल काले और सुनहरे भूरे रंग के हैं। रॉकी हमारे आसपास रहना बहुत पसंद करता है और बहुत मिलनसार है। जब मैं उसे टहलाने ले जाता हूं, तो वह बहुत खुश होता है। उसे नए लोगों से मिलना पसंद है और पार्क में दूसरे कुत्तों को देखकर भौंकता है।
हमने उसे तब अपनाया था जब वह सिर्फ पांच महीने का था और अब वह चार साल का हो गया है। रॉकी हमेशा हमें सुरक्षित रखने की कोशिश करता है और कभी हमें नुकसान नहीं पहुंचाता है।
अपने पसंदीदा जानवर शेर के बारे में एक बड़ा निबंध लिखना बच्चों के लिए बहुत मजेदार हो सकता है। यह आपको एक शानदार निबंध बनाने में मदद करेगा, जिसमें रोचक तथ्य और अच्छे-से-समझाने वाले विचार होंगे। इससे आपका निबंध पढ़ने में मजेदार और जानकारियों से भरपूर लगेगा।
शेर बहुत ही शानदार जानवर हैं, जिन्होंने दुनियाभर के लोगों के दिलों और कल्पनाओं को जीत लिया है। इसे जंगल का राजा कहा जाता है। शेर खूबसूरत और रोचक जानवर है और उनका अपने पर्यावरण में बहुत महत्व है। इस निबंध में मैं शेर की कुछ खास विशेषताओं और उनके व्यवहार के बारे में बताऊंगा, जिसकी वजह से यह मेरा पसंदीदा जानवर है।
शारीरिक बनावट: शेर को उनकी खूबसूरत बनावट के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है। सबसे खास उनकी गहरी और घनी शेर की खाल है। नर शेरों की खाल का रंग हल्का सुनहरा से लेकर गहरा भूरा तक हो सकता है। यह खाल उन्हें खूबसूरत बनाने के साथ-साथ लड़ाई में गर्दन की सुरक्षा भी देती है और मादा शेरों को उनकी ताकत और स्वास्थ्य दिखाती है।
आकार और ताकत: शेर दुनिया के सबसे बड़े जानवरों में से एक है। नर शेर आमतौर पर 150 से 250 किलो तक के होते हैं, जबकि मादा थोड़ी छोटी होती हैं, लगभग 120 से 182 किलो। उनकी ताकतवर काया उन्हें तेज दौड़ने और शिकार करने में मदद करती है। शेर के तेज पंजे और मजबूत दांत शिकार पकड़ने और खाने में बहुत काम आते हैं।
सामाजिक जीवन: अधिकतर बड़ी बिल्लियां अकेली रहती हैं, लेकिन शेर समूह में रहते हैं, जिसे ‘प्राइड’ कहते हैं। प्राइड में कुछ मादा, उनके बच्चे और कुछ प्रमुख नर होते हैं। इस तरह का समूह उन्हें शिकार करने और बच्चों की रक्षा करने में मदद करता है।
शेर बहुत ही रोचक और समझदार जानवर होता है। उसका व्यवहार उसके सामाजिक स्वभाव को दिखाता है। शेरों का सबसे खास व्यवहार उनका शिकार करने का तरीका है। शेर हमेशा मिलजुलकर शिकार करते हैं। वे समूह में रहना पसंद करते हैं, जिसे प्राइड कहा जाता है। शिकार करते समय ज्यादातर मादा शेरनियां आगे रहती हैं। वे मिलकर हिरण, जेब्रा या दूसरे बड़े जानवरों को चारों तरफ से घेर लेती हैं और फिर पकड़ लेती हैं। इससे उनकी एकजुटता और समझदारी साफ झलकती है।
जब शिकार पूरा हो जाता है, तो शेरों के खाने का एक खास तरीका होता है। पहले मुख्य नर शेर खाते हैं, फिर शेरनियां और उसके बाद बच्चे। इस नियम से समूह में अनुशासन बना रहता है और सभी को खाना मिल जाता है। शेर अपनी दहाड़ के लिए भी जाने जाते हैं। उनकी दहाड़ बहुत दूर तक सुनी जा सकती है। इससे वे अपने इलाके की पहचान कराते हैं और दूसरे शेरों को चेतावनी देते हैं कि यह उनका क्षेत्र है।
शेर के बच्चे बहुत चंचल होते हैं। वे एक-दूसरे के साथ खेलते हैं, कूदते-फांदते हैं और इसी खेल के माध्यम से शिकार करना सीखते हैं। इससे वे बड़े होकर मजबूत और तेज बनते हैं। शेर वास्तव में एक शानदार और साहसी जानवर है। उसकी ताकत, समझदारी और सामाजिक जीवन उसे जानवरों का राजा बनाती है। इसलिए वह हमेशा हमारे दिलों में एक खास जगह रखता है।
बिल्ली एक छोटा और प्यारा जानवर है, जिसे आजकल लोग बहुत पसंद करते हैं। बिल्लियां अलग-अलग रंगों जैसे सफेद, काली, भूरी आदि में पाई जाती हैं। उनकी छोटी-छोटी चमकती आंखें उन्हें और भी प्यारा बनाती हैं। लोग कहते हैं कि बिल्लियां इंसानों से ज्यादा घुलती-मिलती नहीं हैं, लेकिन वे अपने प्यार को अलग तरीके से दिखाती हैं। मेरी पालतू बिल्ली का नाम लूसी है। उसे मछली, मांस और उबले अंडे बहुत पसंद हैं।
जब मैं स्कूल से घर आती हूं, तो वह दौड़कर मेरे पास आती है और मेरे हाथ चाटने लगती है। जब मैं उदास होती हूं, तो वह मेरे पास बैठ जाती है, जैसे मुझे दिलासा दे रही हो। छुट्टियों और रविवार को हम साथ में खूब खेलते हैं और बहुत मजा करते हैं। लूसी मेरे परिवार का हिस्सा बन गई है और मैं उसे बहुत प्यार करती हूं।
हाथी बहुत बड़ा जानवर होता है, लेकिन वह बिल्कुल भी खतरनाक नहीं होता है। वह शांत और समझदार स्वभाव का होता है। हाथियों का स्वभाव बहुत खेलने वाला और प्यारा होता है। मैंने फिल्मों और वीडियो में उन्हें अपनी सूंड से पानी उड़ाते हुए देखा है, जो बहुत मजेदार लगता है।
इंसान और हाथी का रिश्ता बहुत पुराना है। फिल्में भी उन पर बनी हैं, जैसे ‘हाथी मेरे साथी’। जब मैं चिड़ियाघर जाता हूं, तो छोटे-छोटे हाथी के बच्चे भागते और खेलते हुए बहुत अच्छे लगते हैं। हाथी पौधे, पत्ते, फल और घास खाते हैं। वे बहुत होशियार और समझदार जानवर होते हैं। कहा जाता है कि हाथी कभी कुछ नहीं भूलता है। मुझे हाथी इसलिए पसंद है क्योंकि वह बड़ा, प्यारा और बहुत ही बुद्धिमान जानवर है।
घोड़ा बहुत तेज और ताकतवर जानवर होता है। उसके पैर पतले होते हैं, लेकिन फिर भी वह बहुत तेज दौड़ सकता है। घोड़ों का इस्तेमाल अक्सर दौड़ में किया जाता है क्योंकि वे बहुत फुर्तीले और तेज होते हैं। घोड़े बहुत आज्ञाकारी और दोस्ताना स्वभाव के होते हैं। पहाड़ी इलाकों में घोड़े लोगों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने का काम करते हैं। पुराने समय में सैनिक भी युद्धों में घोड़ों का इस्तेमाल करते थे।
घोड़े शाकाहारी जानवर होते हैं और घास, अनाज और पौधे खाते हैं। अगर उन्हें प्यार और सही तरीके से प्रशिक्षित किया जाए, तो वे अपने मालिक के प्रति बहुत वफादार हो जाते हैं। एक घोड़े की औसत उम्र 25 से 30 साल तक होती है, लेकिन यह उनके रहने के माहौल पर भी निर्भर करती है। मैं एक बार घोड़ों की दौड़ देखने गया था, जहां घोड़े पूरी ताकत से दौड़ रहे थे, वह नजारा बहुत शानदार था। उनकी मुलायम त्वचा, रेशमी बाल और लंबी पूंछ उन्हें और भी सुंदर बनाते हैं। मुझे घोड़े बहुत पसंद हैं क्योंकि वे ताकत, सुंदरता और वफादारी के प्रतीक हैं।
भारत में गाय का बहुत महत्व है। हमारे देश में गाय को ‘गौ माता’ कहा जाता है और उसे माँ का दर्जा दिया गया है। गांवों में लगभग हर घर में गाय पाली जाती है और बहुत से लोग अपने जीवनयापन के लिए गाय पर निर्भर रहते हैं। गाय दूध देती है, जो कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होता है। गाय के दूध से दही, पनीर, मक्खन और घी जैसी चीजें बनाई जाती हैं। गाय घास, भूसा, सब्जियां और अनाज खाती है।
गाय का गोबर भी बहुत उपयोगी होता है। इसमें जीवाणुरोधी (एंटीबैक्टीरियल) गुण होते हैं और इसे खेतों में खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। मेरे दादा-दादी के घर पर चार गायें हैं। जब मैं छुट्टियों में वहां जाता/ जाती हूं, तो मैं उन्हें खिलाता/खिलाती और उनके साथ खेलता/खेलती हूं। वे बहुत शांत और प्यारी होती हैं। मुझे उनके साथ समय बिताना बहुत अच्छा लगता है।
भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ है। बाघ एक बहुत शक्तिशाली और सुंदर जानवर होता है। इसका शरीर नारंगी रंग का होता है जिस पर काली धारियां होती हैं, जो इसे और भी आकर्षक बनाती हैं। बाघ माँ दुर्गा का वाहन भी माना जाता है, इसलिए हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है। बाघ मांसाहारी जानवर होता है और हिरण, नीलगाय, और दूसरे छोटे जानवरों का शिकार करता है। हालांकि उसे मनुष्य भक्षी (मैन-ईटर) कहा जाता है, लेकिन वह बेवजह इंसानों को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
कई बार लोग बाघ की खाल, नाखून और हड्डियों के लिए उसका शिकार करते हैं, जिससे उनकी संख्या बहुत कम हो गई है। पिछली गर्मियों में मैं अपने परिवार के साथ सुंदरबन गया था, जहां रॉयल बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर बाघ पाए जाते हैं। साथ ही वहां सफेद बाघ भी होते हैं। वहां का सुंदरबन नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व बाघों की रक्षा के लिए बनाया गया है ताकि वे विलुप्त न हों।
भारत सरकार बाघों को बचाने के लिए कई बेहतर कदम उठा रही है, जैसे ‘प्रोजेक्ट टाइगर’। इस वजह से पिछले कुछ सालों में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। बाघ हमारी शक्ति, साहस और गर्व का प्रतीक है, इसलिए हमें हमेशा उनकी रक्षा करनी चाहिए। बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु भी है।
जानवर हमारे आसपास के वातावरण का एक जरूरी हिस्सा हैं। इस निबंध के जरिए बच्चे जानवरों के बारे में आसानी से सीख सकते हैं। जानवर भोले और मासूम प्राणी होते हैं, जिन्हें हमारी प्यार और देखभाल की जरूरत होती है। ऐसे निबंध पढ़ने और लिखने से बच्चों के दिल में जानवरों के प्रति दया और संवेदना बढ़ती है। इसके साथ ही वे विभिन्न जानवरों और उनकी विशेषताओं के बारे में भी जानकारी हासिल करते हैं।
सबसे आम पालतू जानवर कुत्ता, बिल्ली, तोता जैसा पक्षी और मछली हैं। बहुत से लोग इन्हें अपने घरों में पालते हैं और परिवार के सदस्य की तरह प्यार करते हैं।
धरती पर सबसे तेज दौड़ने वाला जानवर चीता है। वह थोड़ी दूरी में लगभग 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकता है।
सभी जानवर आपस में अपनी-अपनी आवाजों (जैसे भौंकना या चहचहाना), शरीर की हरकतों (जैसे पूंछ हिलाना) और गंध के निशान के जरिए एक-दूसरे से बात करते हैं।
सभी जानवरों की खाने की आदतें अलग-अलग होती हैं, जैसे शाकाहारी जानवर पेड़-पौधे खाते हैं, मांसाहारी जानवर दूसरे जानवरों को खाते हैं और सर्वाहारी जानवर पौधे और मांस दोनों खाते हैं।
अपने पसंदीदा जानवरों के बारे में लिखना बच्चों के लिए बहुत ही रोचक और सीखने वाला अनुभव होता है। इससे न सिर्फ हम उनके आदतों, रहने की जगह और व्यवहार के बारे में सीखते हैं, बल्कि हमें जानवरों और प्रकृति के प्रति सहानुभूति और सम्मान भी विकसित होता है। इस तरह के निबंध लिखने से बच्चों की लेखन क्षमता बढ़ती है और वो प्रकृति और जीव-जंतुओं के संरक्षण को समझने लगते हैं।
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