In this Article
इस समय प्रदूषण विश्व स्तर पर एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ रहा है, जिसके कारण सभी जीव-जंतु और मनुष्यों पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है। प्रदूषण न सिर्फ वातावरण को प्रभावित करता है, बल्कि इससे जीवनकाल भी प्रभावित हो रहा है। कई प्रकार के प्रदूषण हैं जो हमारे वातावरण पर बुरा असर डाल रहे हैं जिनमें से एक प्लास्टिक से होने वाला प्रदूषण भी है। प्लास्टिक प्रदूषण से पैदा होने वाली समस्या दिन पर दिन तेजी से बढ़ती जा रही। यह प्रदूषण हमारे पर्यावरण को काफी तेजी से नुकसान पहुंचा रहा है। हम सभी जानते हैं कि प्लास्टिक को आसानी से नष्ट नहीं किया जा सकता है, जिसके कारण धरती को इसके बुरे परिणामों का प्रभाव झेलना पड़ता है। प्रदूषण में इस समस्या का अहम योगदान रहा है और अब यह समस्या दुनिया भर के लिए एक चिंता का विषय बन चुकी है। प्लास्टिक का इस्तेमाल बढ़ने की वजह से इसके कचरे की मात्रा भी अधिक हो गई, जो की प्लास्टिक प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या के उत्पन्न होने क मुख्य कारण है। दुनिया भर के लोगों को इस गंभीर समस्या को लेकर जागरूक हो जाना चाहिए और इसे रोकना और इसका समाधान निकालने का प्रयास मिलकर करना चाहिए।
अगर आप कम शब्दों में प्लास्टिक प्रदूषण पर अनुच्छेद लिखना चाहते हैं तो नीचे इस प्रदूषण के बारे में दी गई 10 लाइन को ध्यान से जरूर पढ़ें।
यहाँ आपको प्लास्टिक प्रदूषण पर बेहतरीन और आसान शब्दों में शॉर्ट पैराग्राफ या हिंदी में छोटा निबंध कैसे लिखना चाहिए उसका सैंपल दिया गया। आपका बच्चा इसकी मदद से खुद भी एक अच्छा लेख लिख सकता है।
आज के समय में लोगों के अंदर बिमारियों से लड़ने की क्षमता पहले से कम हो गई है जिसकी एक अहम वजह बढ़ता प्रदूषण है। प्लास्टिक एक ऐसी ही वस्तु है जो जीव-जंतु के साथ इंसानों पर भी बुरा प्रभाव डालती है। इन दिनों प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या बड़ी चिंता का विषय है। यह एक नॉन-बायोडिग्रेडेबल सिंथेटिक चीज है जो विषैला होता है। प्लास्टिक प्रदूषण से जीव-जन्तु और इंसानों का जीवन प्रभावित रो रहा है। जिससे उन्हें गंभीर रूप से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि प्लास्टिक को कभी खत्म नहीं किया जा सकता है उसके लिए आप एक मात्र रीसायकल करके इसका दोबारा उपयोग कर सकते हैं लेकिन इसे पूरी तरह नष्ट नहीं कर सकते हैं। अगर आप प्लास्टिक को जलाने का प्रयास करते हैं तो इससे अधिक प्रदूषण होगा। प्लास्टिक को जलाने पर वो कार्बन डाइऑक्साइड जैसी हानिकारक गैस छोड़ता है। जिससे हमारे इकोसिस्टम बुरी तरह से प्रभावित होता है। प्लास्टिक का इस्तेमाल बड़ी संख्या में हर जगह होता है और इससे निकलने वाला कचरा तालाब, नदियों और जमीन पर फेंका जाता है, जो प्रदूषण को विभिन्न प्रकार से पर्यावरण को हानि पहुंचा रहा है। इसके आलावा हम जो पानी पीने के लिए प्लास्टिक की बोतल का लंबे समय तक इस्तेमाल करते हैं वो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है। इसलिए प्लास्टिक की बोतल का उपयोग करने से हमें बचना चाहिए और यदि किसी कारण से प्लास्टिक की बोतल का उपयोग करना पड़ता है तो इसे लंबे समय तक उपयोग करने से बचें। सरकार के साथ साथ हम सब को प्लास्टिक के उपयोग का बहिष्कार करना चाहिए और या फिर जितना संभव हो सके इसका कम से कम उपयोग करना चाहिए ताकि हम सब के प्रयास से हमारा वातावरण स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त हो सके।
क्या आपके बच्चे को निबंध प्रतियोगिता में भाग लेने या स्कूल असाइनमेंट के लिए प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण पर निबंध लिखना है वो भी हिंदी और आप सैंपल के तौर पर हिंदी निबंध के ज्यादा विकल्प नहीं है तो हम यहां आपकी ही मदद के लिए हाजिर हैं। यहां आपको प्लास्टिक प्रदूषण पर हिंदी में लॉन्ग एस्से दिया गया है आप इस निबंध की मदद से बच्चे को स्वयं एक बेहतरीन निबंध तैयार करने में मदद कर सकते हैं।
प्लास्टिक प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, जिसमें प्लास्टिक के अधिक उपयोग से धरती पर प्रदूषण बढ़ता है। यह प्रदूषण न सिर्फ पर्यावरण पर बल्कि जानवरों और इंसानों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालता है। प्लास्टिक की बोतल, पन्नी आदि अन्य चीजों को सड़कों और पानी में फेंकने से इसके प्रदूषण का खतरा अधिक बढ़ता है। पानी में रहने वाले जीव भी इसका शिकार हो रहे हैं। जमीन पर प्लास्टिक फेंकने से भूमि प्रदूषण का खतरा भी बढ़ता है क्योंकि प्लास्टिक को नष्ट नहीं किया जाता है जिसकी वजह से यह सालों जमीन के अंदर मौजूद रहता है। प्लास्टिक पानी, हवा और भूमि में विभिन्न प्रकार के प्रदूषकों का कारण बनता है और हमारे वातावरण, जानवरों और इंसानों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसलिए हमें प्लास्टिक का उपयोग बेहद कम कर देना चाहिए और उसकी जगह अन्य हानि रहित चीजों का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए।
प्लास्टिक एक ऐसी चीज है जो बाजार में बड़ी आसानी से उपलब्ध हो जाती है और यह सस्ती भी होती है। लेकिन बाकी चीजों की तरह आसानी से नष्ट नहीं होती है। सालों जमीन पर पड़े रहने के बावजूद प्लास्टिक बहुत सस्ता होता है। आज कल के लोग इतने बेफिक्र हो गए हैं कि प्लास्टिक की बोतल, पॉलिथीन आदि का इस्तेमाल कर के कहीं भी इधर-उधर फेंक देते हैं। जिसके कारण पर्यावरण के अहम हिस्से पानी और जमीन दोनों ही प्रदूषित होते हैं। कई बार नालों और नदियों में मौजूद प्लास्टिक की चीजें उनके निकासी का रास्ता बंद कर देती हैं, जिसकी वजह से आस-पास मौजूद लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विकसित देशों में प्लास्टिक प्रदूषण एक गंभीर समस्या के रूप में सामने आ रहा है। प्लास्टिक की वजह से बेजुबान जानवरों को भी इसका प्रभाव झेलना पड़ रहा है, चाहे वो जमीन पर रहने वाले जानवर हों या फिर पानी में बसने वाले, सभी की मौत का कारण यही है। सड़कों पर पन्नी और प्लास्टिक की बोतल फेंकना गलत है क्योंकि जानवर उसे चलते-फिरते खा लेते हैं, जिससे उनकी मौत हो जाती है। साथ ही गंदगी भी फैलती है और इसके कारण कई बीमारियां जन्म लेती हैं।
इंसानों को हमेशा से ही प्लास्टिक की चीजों की आदत हो जाती है। बचपन से लेकर बड़े होने तक कई ऐसी प्लास्टिक की चीजें हमसे जुडी होती हैं। बच्चे की दूध की बोतल से लेकर उसके खिलौने तक प्लास्टिक के होते हैं और बड़े भी अपनी उम्र के अनुरूप प्लास्टिक की चीजों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में हमें इस समस्या को जल्द से जल्द सुलझाने का प्रयास करना चाहिए ताकि आगे आने वाले समय में किसी बड़ी मुसीबत का सामना नहीं करना पड़े। व्यक्ति अपने खाने की चीजें प्लास्टिक के डिब्बों में रखता है, दुसरे विकल्प होने के बावजूद भी वह इन्हें किचन के सामानों को रखने के लिए उपयोग करता है। वह प्लास्टिक की कुर्सी से लेकर प्लास्टिक की बाल्टी तक का उपयोग करता है। पानी पीने के लिए ज्यादातर लोग प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल करते हैं। यह कितना हानिकारक हो सकता है, व्यक्ति को अब उसका अंदाजा हो रहा है। यह मनुष्य के स्वास्थ्य को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है।
घास चरने वाले जानवर जैसे गाय, भैंस आदि कभी-कभी खाने की तलाश में ऐसी जगह पर पहुंच जाते हैं, जहाँ कूड़े में प्लास्टिक का ढेर हो। वहां पर जाकर वह अनजाने में प्लास्टिक भी खा सकते है। अनजाने में हुए प्लास्टिक के सेवन से उनकी मौत भी हो सकती है। पानी में रहने वाले जीव भी प्लास्टिक की समस्या से मौत का शिकार हो रहे है। समुन्दर, तालाब में फेंके जाने वाले कूड़े में कई तरह की प्लास्टिक की चीजें मौजूद होती है, जिनको खाने से पानी में रहने वाले जानवरों की मौत हो रही है क्योंकि वह खाने की जगह प्लास्टिक खा लेते हैं, जो कि उनके गले में अटक जाता है।
प्लास्टिक प्रदूषण काफी गंभीर समस्या है और दुनिया भर में यह बढ़ती जा रही है, इसलिए इस निबंध की मदद से आपके बच्चे को इस समस्या के बारे में जानकारी होगी और वो इसको गंभीरता के साथ समझेगा। इतना ही नहीं वो आगे भी लोगों को इसके इस्तेमाल को कम करने लिए प्रेरित कर सकता है। सिर्फ यही नहीं विद्यालय में प्लास्टिक प्रदूषण पर पूछे गए सवालों का भी सही जवाब देने में सक्षम हो सकता है।
भारत में प्लास्टिक फ्री इंडिया अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर 2019 को की गई थी।
चीन, दुनिया में सबसे अधिक प्लास्टिक का उत्पादन करता है।
यह भी पढ़ें:
जल प्रदूषण पर निबंध
वायु प्रदूषण पर निबंध
ध्वनि प्रदूषण पर निबंध
यह कहानी बेताल की पच्चीस कहानियों से एक है, जिसमें कनकपुर के राजा यशोधन के…
बेताल पच्चीसी की कहानियों में ये पंद्रहवीं कहानी है। यह कहानी एक राजा वीरकेतु, धनवान…
विक्रम बेताल की दगड़ू के सपने की इस कहानी में दगड़ू नाम के व्यक्ति के…
यह कहानी बेताल पचीसी की कहानियों में से आखिरी कहानी है। इसमें बताया गया है…
ये कहानी सच्चे मन, साफ दिल और नेक इरादों वाले मोची रामदास की है। जो…
अलिफ लैला की कहानियों में सिंदबाद जहाजी की पांचवीं समुद्री यात्रा एक अद्भुत साहसिक और…