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बच्चों की गर्मियों की छुट्टियां एक से डेढ़ महीने की लंबी छुट्टियां होती हैं, जिसे अंग्रेजी में समर वेकेशन कहा जाता है। बच्चे इन छुट्टियों का बेसब्री से इंतजार करते हैं क्योंकि इस दौरान वे खूब मस्ती करते हैं। गर्मी की छुट्टियों में बच्चे थोड़ा हॉलिडे होमवर्क करने के साथ ढेर सारे खेलकूद और अपनी हॉबी को भी समय देते हैं। हर बच्चा अपने तरह से इन छुट्टियों को एन्जॉय करता है। इस दौरान पेरेंट्स को भी बच्चे के साथ समय बिताने का मौका मिलता है इसलिए कुछ परिवार बाहर घूमने जाने का भी प्लान करते हैं। जो परिवार शहरों में बसते हैं उनके बच्चे इस दौरान नानी या दादी के घर भी जाते हैं। यदि बच्चे को गर्मी की छुट्टी पर निबंध लिखने के लिए कहा जाए तो आप उसे यह निबंध लिखने में किस प्रकार मदद कर सकते हैं यह जानने के लिए लेख को पढ़ना जारी रखें।
यदि आपके बच्चे को 10 लाइन समर वेकेशन पर हिंदी में लिखना है, तो नीचे एक सैंपल दिया गया है। ज्यादातर इस तरह का निबंध छोटी क्लास के बच्चों को लिखना होता है। निबंध का प्रारूप अलग भी हो सकता है, यानी चाहे 100 शब्दों में समर वेकेशन पर हिंदी में एस्से लिखना हो या गर्मी की छुट्टी पर 10 लाइन लिखनी हों, इससे आपको मदद मिल सकती है।
बच्चे गर्मियों की छुट्टी के लिए बहुत उत्साहित रहते हैं। हो भी क्यों न, इस दौरान उन्हें कितनी सारी एक्टिविटीज करने को मिलती हैं। लेकिन साथ साथ स्कूल से होमवर्क भी मिलता है! अगर आपका बच्चा क्लास 1, 2, 3, 4 और 5 में पढ़ता है और उसे हिंदी में समर वेकेशन पर पैराग्राफ या हिंदी में गर्मी की छुट्टी पर शार्ट एस्से लिखना है तो आप नीचे दिया गया निबंध जरूर पढ़ें।
गर्मी की छुट्टियां बच्चों के मन में एक अलग ही खुशी का अहसास लेकर आती हैं। बच्चे पहले से ही प्लानिंग कर लेते हैं कि आखिर वे इन छुट्टियां में क्या करने वाले हैं और इसका पूरी तरह से उपयोग कैसे करेंगे। ये छुट्टियां बच्चों को इसलिए भी पसंद होती हैं क्योंकि लगातर स्कूल जाने से थोड़ा आराम मिल जाता है और माता-पिता भी उन पर पढ़ाई करने के लिए ज्यादा जोर नहीं डालते हैं। गर्मी की छुट्टियां लगभग 45 दिनों की होती हैं जो मई महीने के बीच से शुरू होती हैं और पूरे जून तक रहती हैं। स्कूल ये छुट्टियां इसलिए भी देते हैं ताकि बच्चों को तेज गर्मी और लू के थपेड़ों को झेलना न पड़े और बच्चों को भी परीक्षा के बाद थोड़ा आराम मिल जाता है। इन छुट्टियां का बच्चे पूरी तरह से लाभ उठाते हैं। कुछ बच्चे अपने माता-पिता के साथ किसी हिल स्टेशन पर घूमने जाते हैं जबकि कुछ घर पर ही रहकर नई-नई चीजें सीखते हैं और अपने ज्ञान को बढ़ाते हैं। इन छुट्टियों में स्विमिंग सीखना भी एक बहुत अच्छी आदत की शुरुआत होती है। इसके अलावा आजकल पेरेंट्स बच्चों को कुछ नई एक्टिविटीज करने और स्वावलंबी बनने के लिए घर से दूर किसी समर कैंप में भी भेजते हैं। ये छुट्टियां बच्चों को खाने-पीने की ढेर सारी चीजें उपलब्ध कराती हैं। गर्मियों में आम, तरबूज, आइसक्रीम, बर्फ का गोला खाने और मिल्कशेक, लस्सी आदि पीने का मजा ही अलग होता है। इस दौरान शहरों में रहने वाले कुछ बच्चे अपने नाना-नानी या दादा-दादी के घर, अपने गाँव भी जाते हैं। दिन में खेतों और पेड़ों की हरियाली में खेलना और रात में छत पर खुले आसमान के नीचे सोते हुए टिमटिमाते तारों को देखने का सुख भी गर्मी की छुट्टियों में ही मिलता है।
हिंदी में समर हॉलिडे पर एस्से लिखना बहुत मुश्किल काम नहीं हैं। यदि गर्मी की छुट्टियां बिताने के लिए आपका बच्चा और आपका पूरा परिवार बाहर किसी हिल स्टेशन घूमने गए या घर पर ही रहकर कुछ अलग और नया किया और उसी अनुभव को आपके बच्चे को एक निबंध के रूप में लिखना है तो उसके लिए हमने 400-500 शब्दों में निबंध का एक सैंपल तैयार किया है, इसकी सहायता आप जरूर ले सकते हैं।
गर्मी की छुट्टियों को ग्रीष्मकालीन अवकाश भी कहा जाता है। भारत में सभी स्कूलों में ये छुट्टियां होती हैं। अंग्रेजी में समर वेकेशन कहलाने वाली ये छुट्टियां लगभग डेढ़ महीने तक होती हैं। बच्चे ये छुट्टियां पाकर बहुत खुश हो जाते हैं क्योंकि उन्हें कुछ समय तक सुबह जल्दी उठकर स्कूल नहीं जाना होता या फिर टीचर द्वारा दिया गया होमवर्क रोज नहीं करना होता। छुट्टियों में बच्चे अक्सर अपने पेरेंट्स के साथ किसी हिल स्टेशन, रिसोर्ट या धार्मिक स्थलों पर घूमने जाते हैं या फिर किसी समर कैंप का हिस्सा बनते हैं। कई माता-पिता इन छुट्टियों का फायदा उठाकर अपने बच्चों को उन विषयों की तैयारी भी कराते हैं जिनमे वो थोड़ा कमजोर होते हैं। गर्मी की छुट्टियों में पेरेंट्स को भी अपने बच्चों के साथ यादगार समय बिताने और अपने रिश्ते को मजबूत करने का मौका मिलता है।
समर कैंप के बारे में हर बच्चा जानता है। गर्मी की छुट्टियां बेकार न जाएं इसलिए कई स्कूल अपने छात्रों के लिए स्कूल में ही समर कैंप का प्रबंध करते हैं। ताकि बच्चे वहाँ कई तरह की गतिविधियों का हिस्सा बन सकें और उन्हें नए स्किल और ज्ञान को समझने का मौका भी मिले। कई माता-पिता अपने बच्चे को बाहर भी समर कैंप में भेजते हैं। इन कैंप में बच्चों के एंटरटेनमेंट, गेम्स के अलावा पढ़ाई से जुड़ी गतिविधियां होती हैं। यहाँ बच्चा खेलते-खेलते कई ज्ञान की बातें भी सीखता है और कई तरह के खेलों का भी मजा लेता है जैसे तैराकी, स्केटिंग, बास्केटबॉल, क्रिकेट आदि। इन कैंप में आर्ट और क्राफ्ट एक्टिविटीज भी शामिल होती हैं और जिन बच्चों को कला में दिलचस्पी है उनके लिए सिंगिंग और डांसिंग का भी प्रबंध किया जाता है। पेरेंट्स बच्चे को कैंप इसलिए भेजते हैं ताकि वह दूसरी एक्टिविटीज सीखे और घर पर बैठे-बैठे आलसी न हो जाए।
गर्मी की छुट्टियां हर बच्चे के लिए नए तरह के अवसर की तैयारी करने का एक जरिया होती हैं। बच्चों को नई बातें सीखने और अपनी स्किल को बेहतर करने का मौका मिलता है। कई बच्चे अपने होमटाउन जाते हैं और वहाँ अपने पुराने और बचपन के दोस्तों से मिलते हैं, अपने दादा-दादी या नाना-नानी से मिलते हैं या फिर कुछ छुट्टियों का मजा लेने के लिए हिल स्टेशन या विदेश घूमने जाते हैं। इस दौरान बच्चे क्रिकेट, स्विमिंग, स्केटिंग, बैडमिंटन जैसे खेल सीखते हैं। जिन बच्चों को कला में दिलचस्पी होती है वो डांस और सिंगिंग क्लास में एडमिशन ले लेते हैं। माता-पिता भी इन छुट्टियों को यादगार बनाने के लिए बच्चों के साथ घर पर ही मिलकर कई दिलचस्प चीजें कर सकते हैं जैसे बच्चों के साथ सुबह की चाय, टेस्टी नाश्ता, शाम को आइसक्रीम, देर रात मूवी देखना आदि। तो अब अगर कोई पूछे कि गर्मी की छुट्टियां कैसे बिताएं तो आपके पास ढेर सारे विकल्प हैं।
वैसे तो आपका बच्चा अपने अनुभव से इस निबंध को बेहतर तरीके से लिख सकता है लेकिन इसकी शुरुआत कैसे करनी है इसमें ये आर्टिकल मदद जरूर करेगा। बच्चों के लिए गर्मी की छुट्टियां किसी जैकपॉट से कम नहीं होती हैं और वे इस दौरान काफी सारी चीजें सीखते और समझते हैं। हो सकता है कि स्कूल शुरू होने के बाद उन्हें असाइनमेंट भी मिल जाए – ‘मैंने अपना समर वेकेशन कैसे बिताया’। तो इस आर्टिकल की मदद से बच्चा अपने अनुभवों को सही तरह से लिखने में सक्षम हो सकेगा। आप भी कमेंट में हमें बताएं कि आपके बच्चे ने गर्मियों की छुट्टी में क्या किया और कैसे उसे यादगार बनाया।
गर्मी से राहत दिलाने के लिए बच्चों को हिल स्टेशन जैसे शिमला, मनाली, नैनीताल, ऋषिकेश, हिमाचल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश आदि ले जाना चाहिए।
बच्चों को फाइनल परीक्षा के बाद पढ़ाई और स्ट्रेस से थोड़ा ब्रेक मिलता है ताकि बाद में वो तरोताजा होकर नई क्लास की पढ़ाई शुरू कर सकें।
गर्मी की छुट्टियां, सर्दी की छुट्टियों के मुकाबले ज्यादा दिनों की होती हैं। बच्चों को गर्मी की छुट्टी में एंजॉय करने और नई चीजें सीखने का ज्यादा मौका मिलता है।
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