In this Article
गुरु ही माँ-बाप का दूसरा रूप है। हमारे जीवन में ऐसे कम ही लोग होते हैं जो निःस्वार्थ भाव से हमें कुछ दे और बदले में आपसे कोई अपेक्षा न रखे – हमारे शिक्षक उसी श्रेणी में आते हैं। ज्ञान जो किसी भी व्यक्ति के विकास और उसकी प्रगति के लिए जरूरी है उसे देने के लिए शिक्षक अपना सारा जीवन समर्पित कर देता है और जब उनका पढ़ाया हुआ कोई बच्चा नाम रोशन करता है तो वो इसमें अपनी जीत समझते हैं। एक शिक्षक ही होते हैं, जो आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। गुरु-शिष्य का रिश्ता भारत की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण रिश्ता रहा है। माता-पिता हमेंं इस दुनिया में लाते हैं और शिक्षक हमें जीने का सलीका सिखाते हैं। शिक्षक वो होते जिनकी जरूरत हमेंं जीवन के हर मोड़ पर पड़ती है और यह हमेशा ही अपने छात्रों का भला चाहते और हर कठिन परिस्थितियों में उनका मार्गदर्शन करते हैं। ऐसे में शिक्षक जैसे महान व्यक्तित्व का सम्मान और उनका आभार जितना व्यक्त किया जाए उतना कम है।
शिक्षकों के सम्मान के लिए 5 सितंबर को पूरे भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जिसका इतिहास यह है कि भारत के पहले उपराष्ट्रपति व दूसरे राष्ट्रपति जिन्हे एक बेहतरीन शिक्षक के रूप में जाना जाता है, उन्हीं के जन्मदिवस पर पूरे भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जी हाँ! हम बात कर कर रहे हैं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जिन्होंने अपने 40 वर्ष शिक्षक के रूप में दिए और शिक्षा के क्षेत्र में उनका यह योगदान देखते हुए उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। यह दिन उन हर एक शिक्षकों को समर्पित है, जिन्होंने पूरी ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाया।
शिक्षक दिवस पर 10 लाइन के छोटे और आसान वाक्य का निबंध लिखने के लिए लेख को पढ़ना जारी रखें।
शिक्षक दिन पर निबंध 200-300 शब्दों में अगर एक शार्ट पैराग्राफ तैयार करना हो या हिंदी में शार्ट एस्से लिखना हो तो नीचे दिए निबंध की मदद ले सकते हैं। आइए देखते हैं:
शिक्षकों के सम्मान और उनकी महत्वता बताते के लिए और उनके प्रति आभार व्यक्त करने के लिए भारत में हर साल 5 सितंबर वाले दिन शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस दिन देश के सर्वप्रिय शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था, जो देश के पूर्व राष्ट्रपति भी रहे हैं। पूरा देश उनकी याद में और अन्य शिक्षकों के सम्मान के लिए शिक्षक दिवस मनाता है। यह एक ऐसा दिन है जिसमे छात्र अपने शिक्षक द्वारा किए गए संघर्षों, मेहनत और लगन का सम्मान करते हुए अपना आभार व्यक्त करता है। यह बात हर कोई जानता है जीवन के किसी भी पड़ाव या फिर क्षेत्र में शिक्षक का होना महत्वपूर्ण होता है और बिना उनके किसी भी चीज को सीखना और समझना आसान नहीं है। शिक्षक हमारे जीवन का वो अहम हिस्सा है, जिसको हम भले ही अनदेखा कर दें लेकिन वो कभी भी अपने विद्याथियों को अनदेखा नहीं करते हैं। शिक्षक दिवस के दिन स्कूल और कॉलेज में बड़ी धूम मचती है और इस दिन शिक्षक सिर्फ आराम करते हैं। बच्चे अपने प्रिय शिक्षकों के लिए तोहफे लाते हैं, कुछ हाथ से बनाते हैं तो कुछ उनके सम्मान में फूल देते हैं। शिक्षक दिवस का तात्पर्य सिर्फ इतना है कि वह हमेंं अहसास दिलाता है की जिंदगी में आप जितने भी आगे चले जाओ या फिर कामयाब हो लेकिन अपनी शिक्षक द्वारा की गई आप मेहनत को कभी भी भुलाना नहीं चाहिए। भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के अलग-अलग देश अपना शिक्षक दिवस मनाता है।
हमने शिक्षक दिवस को लिखते समय बहुत की आसान भाषा का इस्तेमाल किया है, जिससे कि छात्रों को इस निबंध को पढ़ने या याद करने में मुश्किल न हो। यदि शिक्षक दिवस पर आपको एक लॉन्ग एस्से लिखना है तो नीचे हमारे द्वारा लिखे गए 400-600 शब्दों वाले निबंध को पढ़ें और अपने रचनात्मक तरीके से बेहतरीन निबंध लिखें।
भारत में साल 1962 से 5 सितंबर को शिक्षक दिन मनाया जाता है। यह हर साल हमरे देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के मौके पर मनाया जाता है। इस दिन राधाकृष्णन जी ने अपने राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी और उसके बाद से हर साल उनके सम्मान में उनकी जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। साथ ही देश भर के तमाम शिक्षकों द्वारा समाज में किए गए अमूल्य योगदान के लिए उन्हें सम्मान देने के लिए भी मनाया जाता है।
प्रत्येक साल शिक्षक दिवस स्कूलों में बड़े ही जोश और धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिन शिक्षकों के दिन इसलिए खास होता है क्योंकि वह पूरा साल छात्रों पर मेहनत करते हैं और उन्हें एक दिन आराम दिया जाता है, साथ ही उनके मनोरंजन का पूरा आयोजन होता है। वैसे तो हर विद्यालय का शिक्षक दिवस मानाने का अपना-अपना तरीका होता है। इस दिन बच्चे अपने शिक्षक के लिए कक्षा को सजाते हैं और अपने पसंदीदा टीचर के लिए उपहार भी लाते हैं। सबसे पहले डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पूजा की जाती है और उसके बाद आयोजित कार्यक्रम शुरू किए जाते हैं। छोटी कक्षा के छात्रों के साथ शिक्षक क्लास में ही गेम, अंताक्षरी आदि खेलते हैं और छोटे बच्चे अपने टीचर के लिए फूल, चॉकलेट उपहार में लेकर जाते हैं। वहीँ बड़ी क्लास के बच्चे शिक्षकों के लिए बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करते हैं। कुछ बच्चे अपनी टीचर की एक्टिंग करते हैं तो कुछ उनके लिए डांस और नाटक का आयोजन करते हैं, शिक्षक इन नाटकों को देखने के लिए उत्सुक होते हैं। बाद में विद्यालय के सभी शिक्षकों को प्रधानाचार्य द्वारा सम्मानित अवार्ड दिया जाता है। आखिर में छात्र अपनी कक्षा में शिक्षक के लिए केक काटते हैं और स्वादिष्ट नाश्ते का आनंद उठाते हैं। इस दिन एक शिक्षक और छात्र के बीच असीम प्रेम होता है।
शिक्षक दिवस भारत में हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिन देश भर के सभी शिक्षकों का सम्मान किया जाता है और उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। इस दिन का शिक्षकों के साथ-साथ छात्रों के लिए भी महत्व अधिक होता है। शिक्षक दिवस छात्रों के लिए अपने शिक्षक के प्रति एक सम्मानित भाव पैदा कराता है। शिक्षक अपने छात्रों को काबिल बनाते हैं और उनके चरित्र का बेहतर तरीके से निर्माण भी करता है। विद्यार्थियों को एक कामयाब और अच्छा इंसान बनाने में शिक्षक अहम भूमिका निभाते हैं। एक शिक्षक ही बच्चे को सही दिशा दिखाते हैं। शिक्षकों से आगे बढ़ने की प्रेरणा कभी प्यार से मिलती है तो कभी डांट भी खानी पड़ती है। विद्यार्थी के गलत होने पर शिक्षक उसे उसकी गलती का अहसास दिलाने का प्रयास करते हैं। बच्चे इनकी देख-रेख में एक अच्छे छात्र और नेक इंसान बनते हैं। शिक्षक के बिना जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफलता पाना नामुमकिन है। छात्र के उज्जवल भविष्य के पीछे हमेशा से एक अच्छे शिक्षक का हाथ रहा है और बच्चा पढ़ाई में अच्छा हो या कमजोर दोनों का ही आत्मविश्वास बढ़ाते हैं।
भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है।
विश्व स्तर पर शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।
हर साल 5 सितंबर को भारत के राष्ट्रपति शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार देकर सम्मानित करते हैं।
भारत में पहला शिक्षक दिवस 5 सितंबर 1962 में मनाया गया था।
भारत के पहले उपराष्ट्रपति व दूसरे राष्ट्रपति थे जो एक बहुत अच्छे शिक्षक थे और बच्चों में बहुत प्रिय थे।
इस निबंध से आपके बच्चे को अपने शिक्षकों का महत्व समझ आएगा। वो जानेगा कि न केवल शिक्षक दिवस पर बल्कि आम दिनों में भी उन्हें अपने टीचर का आभार व्यक्त करना चाहिए। यह निबंध आपके बच्चे को शिक्षक दिवस के बारे में अच्छी जानकारी देता है और अलग-अलग शब्द सीमा के अनुसार कैसे एक अच्छा लेख लिख सकते हैं यह भी सीखने को मिलता है।
यह भी पढ़ें:
शिक्षक दिवस पर कविता
शिक्षक दिवस पर टॉप गीत: लिरिक्स के साथ
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…