बच्चे को फॉर्मूला मिल्क देने का निर्णय, एक व्यक्तिगत मामला है। चाहे अपनी इच्छा हो या कोई मेडिकल कंडीशन या वातावरण की परिस्थितियां, पेरेंट्स अपने बच्चे को फॉर्मूला देने का चुनाव कर सकते हैं और यह बिल्कुल सामान्य है। चाहे आपने शुरू से ही बच्चे को फॉर्मूला देने का निर्णय लिया हो या ब्रेस्टमिल्क के साथ फॉर्मूला देने का निर्णय लिया हो या ब्रेस्टमिल्क को छोड़कर फॉर्मूला का चुनाव किया हो, स्थिति चाहे जो भी हो, फॉर्मूला मिल्क को लेकर आपके मन में कुछ सवाल उठने वाजिब है। एक सवाल, जिसका आपको खयाल आएगा वह है, फॉर्मूला मिल्क का स्टोरेज। फॉर्मूला मिल्क को खराब और दूषित होने से बचाने का और उसे स्वस्थ रखने का एकमात्र तरीका है, उसे सही तरह से स्टोर करना।
अपने बच्चे के लिए फॉर्मूला मिल्क कैसे स्टोर करें?
फॉर्मूला मिल्क का इस्तेमाल करते समय आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
1. जरूरी उपकरण
फॉर्मूला मिल्क को स्टोर करने के लिए एक अच्छा कंटेनर बहुत जरूरी है। इसे खरीदते समय आपको इन बातों पर विचार करना चाहिए:
- अच्छी ब्रांड के फीडिंग बॉटल और निप्पल खरीदें। सस्ते प्लास्टिक से बने बॉटल और निप्पल के इस्तेमाल से खतरनाक केमिकल खाने में पहुँच सकते हैं और ये उपकरण आसानी से टूट सकते हैं।
- माइक्रोवेव सेफ बोतल खरीदें। फीडिंग के लिए जरूरी सभी सामग्रियों को बार-बार स्टेरलाइज करने की जरूरत पड़ेगी, इसलिए उनका हीट रेजिस्टेंट होना बहुत जरूरी है।
- बच्चों के बोतल को साफ करने के लिए खास सामग्री और उपकरण अच्छे होते हैं। इन सामग्रियों के स्टरलाइजेशन को आसान बनाने के लिए, विशेष रूप से बने हुए इलेक्ट्रिक स्ट्रीमर भी उपलब्ध होते हैं।
- कई बोतल खरीदना सबसे अच्छा होता है, जो इतनी बड़ी हो, कि एक बार की फीडिंग में इस्तेमाल की जा सके।
2. स्टरलाइजेशन
स्टरलाइजेशन एक प्रक्रिया है, जिससे किसी भी तरह के माइक्रोबॉयल लाइफ (बैक्टीरिया और वायरस) से छुटकारा पाया जा सकता है, जो कि बोतल की सतह पर मौजूद हो सकते हैं।
- स्टरलाइजेशन दो बेसिक तरीकों से किया जा सकता है – गर्मी और केमिकल।
- स्टेरलाइज करने से पहले हमेशा अपने उपकरणों को गुनगुने पानी और साबुन से अच्छी तरह से धोएं।
- बोतल और निप्पल दोनों को ही स्टरलाइज करने की जरूरत होती है, क्योंकि बच्चा इनके सीधे संपर्क में आता है।
- गर्माहट से स्टेरलाइज करने के लिए उपकरण को 5 मिनट के लिए पानी में उबाला जा सकता है या उसे भाप दी जा सकती है। चूंकि गर्माहट मिलने से प्लास्टिक गलने लगता है, इसलिए बच्चों के बोतल बनाने के लिए खास हीट रेजिस्टेंट प्लास्टिक की जरूरत होती है।
- आप बच्चे की फीडिंग के लिए जिन उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं, अगर वे हीट रेजिस्टेंट नहीं हैं, तो आपको केमिकल स्टरलाइजिंग उपकरण का चुनाव करना चाहिए। स्टरलाइजेशन की यह प्रक्रिया घर से दूर सफर करने के दौरान भी अच्छा ऑप्शन होता है।
3. तैयारी
चाहे आप घर पर फॉर्मूला तैयार कर रहे हों या उसे रेडीमेड खरीद रहे हों, उसे साफ और सुरक्षित रखने के लिए बहुत देखभाल की जरूरत होती है। इसके लिए इन बातों पर ध्यान देना चाहिए:
- सबसे पहले पानी को उबालें और फिर उसमें फॉर्मूला मिलाएं।
- जब यह जरूरत के अनुसार ठंडा हो जाए, तब इसमें फॉर्मूला मिलाएं।
- बच्चे के दूध का सही तापमान गुनगुना होना चाहिए (रूम टेंपरेचर से थोड़ा अधिक) ताकि फॉर्मूला जब ठंडा हो जाए, तो उसे बच्चे को दिया जा सके। इस तरह आप इसे बेवजह दोबारा गर्म करने से बच जाएंगे।
- फॉर्मूला और इसके लिए जरूरी पानी की मात्रा पैक पर दी गई होती है। इस अनुपात का इस्तेमाल करके बच्चे के लिए परफेक्ट कंसिस्टेंसी (न ज्यादा गाढ़ा न ज्यादा पतला) का दूध तैयार किया जा सकता है।
- फॉर्मूला को पानी में अच्छी तरह से मिलाना चाहिए, ताकि उसमें गुठलियाँ ना बनें। फॉर्मूला मिक्स को बोतल में डालने के बाद उसके ढक्कन को बंद करें और पिलाने से पहले अच्छी तरह हिलाएं।
- फॉर्मूला को जितनी अधिक देर तक मिलाकर रखा जाता है, उसमें बैक्टीरिया और दूसरे माइक्रोब्स बनने की संभावना उतनी ही ज्यादा होती है। इसलिए जरूरत के समय और जरूरत की मात्रा में ही फॉर्मूला तैयार किया जाना चाहिए। सफर के दौरान या लंबे समय तक बाहर होने के दौरान फॉर्मूला तैयार करने के लिए एक थर्मस में थोड़ा गर्म पानी साथ रखना चाहिए।
- रेडीमेड फॉर्मूला में पाश्चुरीकृत दूध मौजूद होता है और इसलिए उसमें घर पर तैयार किए गए फॉर्मूला की तुलना में माइक्रोब्स पनपने की संभावना कम होती है। इसलिए आमतौर पर बाद के इस्तेमाल के लिए स्टोर करने के लिए रेडीमेड फॉर्मूला सुरक्षित होता है।
4. सफाई
मुख्य रूप से जिससे बचने की कोशिश करनी है, वह है बच्चे की बोतल या दूसरे उपकरणों और फॉर्मूला में माइक्रोब्स का पनपना। इन उपकरणों को कितनी बार स्टरलाइज करना चाहिए, इसे लेकर विभिन्न मत हैं। कुछ कहते हैं, कि इसे हर बार दूध पिलाने के पहले स्टरलाइज करना चाहिए, वहीं अन्य कहते हैं, कि इसे सप्ताह में एक बार स्टरलाइज करना काफी होता है। इसके लिए जरूरी जानकारी नीचे दी गई है:
- आमतौर पर बच्चा जितना छोटा होता है, फीडिंग उपकरणों को उतनी ही अधिक बार स्टरलाइज करने की जरूरत होती है।
- दूसरा तथ्य होता है, आपके घर पर आने वाले पानी की क्वालिटी – पानी जितना साफ होता है, स्टरलाइज उतनी ही कम बार करने की जरूरत होती है।
- यह फॉर्मूला जब पाउडर के रूप में होता है, तब उसमें बैक्टीरिया के जीवित रहने के लिए जरूरी नमी की कमी होती है। वहीं, जब एक बार उसमें पानी मिल जाता है, तो उसमें बैक्टीरिया आसानी से पनप सकते हैं। यही कारण है, कि एक्सपर्ट्स यह सलाह देते हैं, कि तैयार फॉर्मूला को 1 घंटे से अधिक समय के लिए नहीं रखना चाहिए।
- इस्तेमाल के बाद उपकरणों को साबुन और गर्म पानी से धो देना चाहिए।
- इस्तेमाल से पहले इन्हें स्टरलाइज किया जाना चाहिए, क्योंकि अधिक समय तक हवा के संपर्क में रहने से इनकी स्टेरलिटी खत्म हो जाती है।
5. स्टोरेज
चूंकि बच्चों को बार-बार दूध पिलाने की जरूरत होती है, इसलिए हर बार फ्रेश फॉर्मूला बनाने से आपकी नींद खराब हो सकती है और आपके मूड पर असर पड़ सकता है। रात के समय दूध पिलाने के लिए फॉर्मूला को स्टोर करने के बारे में यहाँ पर कुछ जानकारी दी गई है, जो आपको पता होनी चाहिए:
- तैयार फॉर्मूला को 1 घंटे से अधिक समय तक बाहर रखने से उसमें बैक्टीरिया पनपने की भारी संभावना होती है, इसलिए 1 घंटे के बाद इसका इस्तेमाल न करें।
- अगर फॉर्मूला बोतल 24 घंटों से अधिक समय तक फ्रिज में रखी हुई है, तो दूध फेंक दें।
- बच्चे के फीडिंग पूरी करने के बाद बचे हुए फॉर्मूला का इस्तेमाल न करें।
- स्टरलाइज किए हुए बोतल को स्टोर करने का सबसे बेहतर तरीका है, कि उन्हें एक एयरटाइट कंटेनर में रखा जाए और फिर उसे फ्रिज में रख दिया जाए। फॉर्मूला मिक्स को स्टोर करने के लिए भी यह तरीका सबसे बेहतर है।
6. दोबारा गर्म करना
क्या आप फॉर्मूला को दोबारा गर्म करके बच्चे को देने के बारे में दुविधा महसूस कर रहे हैं, तो यहाँ पर इसके लिए जरूरी जानकारी दी गई है:
- फ्रिज से निकालने के बाद फॉर्मूला को दोबारा गर्म करने के लिए पैन में पानी गर्म करें और जब यह गर्म हो जाए, तो आंच को बंद कर दें। इसमें बोतल को रखें और इसे गर्म होने दें।
- बच्चे को देने के लिए सबसे सही तापमान केवल गुनगुना ही होता है, फॉर्मूला दूध को दूध की तरह दोबारा उबलने तक गर्म नहीं करना चाहिए।
- दोबारा गर्म करने की प्रक्रिया को लगभग 10 मिनट में किया जाना चाहिए।
- फ्रिज में रखे हुए फॉर्मूला को माइक्रोवेव में गर्म न करें, क्योंकि इससे वह समान रूप से गर्म नहीं होगा।
- इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर सुविधाजनक होते हैं, लेकिन ये महंगे हो सकते हैं।
फॉर्मूला दूध को रूम टेंपरेचर पर कितने लंबे समय तक रखा जा सकता है?
ऐसी सलाह दी जाती है, कि फॉर्मूला दूध को रूम टेंपरेचर पर 15 मिनट से अधिक समय तक न रखें। अगर ऐसा संभव नहीं है, तो बेहतर यही है, कि या तो इसे फ्रिज में रख देना चाहिए या फिर इसे तैयार करने के बाद 1 घंटे के अंदर खत्म कर देना चाहिए। अब हो सकता है आप अपने आप से यह सवाल पूछें, कि ‘फॉर्मूला दूध को फ्रिज में कितने समय तक रखना चाहिए?’ तो इसका जवाब है, कि फॉर्मूला दूध को फ्रिज में 24 घंटे से अधिक समय के लिए नहीं रखना चाहिए।
अब आप यह जान चुकी हैं, कि फॉर्मूला दूध को कैसे इस्तेमाल करना है। अब आप बेफिक्र होकर इसका इस्तेमाल कर सकती हैं, लेकिन फॉर्मूला दूध शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें।
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