होली पर कविता | Holi Poems In Hindi

Holi Poems in Hindi

होली जिसे हम रंगों का त्योहार कहते हैं यह हमारी भारतीय सभ्यता और संस्कृति की पहचान भी है। होली का पर्व हिन्दू धर्म के बड़े त्योहारों में से एक है। पुराणों के अनुसार दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप का बेटा प्रह्लाद भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था। यह बात हिरण्यकश्यप से सहन नहीं हुई और उसने अपने पुत्र को बहुत अलग-अलग तरीकों से समझाने के बाद अंततः अपनी बहन होलिका, जिसे अग्नि में न जलने का वरदान था, उसे प्रह्लाद को लेकर अग्नि में बैठने को कहा। इस अग्नि में होलिका जल गई और प्रह्लाद सुरक्षित रह गया। इस प्रकार यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का एक बड़ा प्रतीक बन गया। यह त्योहार सिर्फ रंगों का नहीं, बल्कि यह सामाजिक सौहार्द, भाईचारे और प्यार को बढ़ावा देता है। इस लेख में आपको बच्चों के लिए होली पोएम हिंदी में दी गई है, जिन्हें वे अपने स्कूल में या होली के कार्यकम में पढ़ सकते हैं।

बच्चों के लिए होली पर 6 कविताएं

1- होली आई रंगों की बहार है छाई

होली आई रंगों की बहार है छाई,
हर दिल रंगे हुए हैं खुशियों के रंगों में,
रंग बिरंगे गुलाल की थाल सजी है हर घर में,
मस्ती में डूबे हैं हर यार नए पुराने आज के दिन।

साथ सब खेले होली हर गिले शिकवे मिटा कर,
रौनक लगी है हर घर में मानों खुशियों की बौछार हो होली।
लाल, पीला, हरा और नीला रंग बिखरे हुए हैं चारों ओर,
सब रंग मचा रहे हैं हर आंगन में रौनक अपने संग।

जो दुःख के पल थे बीत गए अब आए सुख के सुहाने दिन,
सब लगा के रंग एक दूजे को अपनी खुशियों को बांट रहे।
जब सभी के दिल मिल जाते हैं तो त्योहार की रौनक बढ़ जाती है,
होली के त्योहार में हर बिछड़े अपने भी मिल जाते हैं।

2- रंग से रंग जब मिलते हैं

रंग से रंग जब मिलते हैं, खुशियों से चेहरे खिलते हैं,
मन भी खिल जाता है प्यार से, जब दिल मिलता है यार से,

हर रंग में कुछ तो बात है, लाता अपनों के पास है,
जहां दिल से दिल मिलते हैं होली के रंग खिलते हैं,

बच्चों के हाथों में पिचकारी, बड़ी धूम मची गलियारों में,
आओ रंग उड़ाएं होली मनाएं, यह खुशियां बिखेरे चारों ओर,

हर रंग की अपनी कहानी है जैसे लाल है रंग प्यार का,
नीला रंग है आसमान का जो सपनों को उड़ान देता है,

पीला रंग है सूरज का जो रोज उजाला भरता है,
हरा रंग है हरियाली का जो जीवन को उजागर करता है,

जब यह रंग एक दूजे से मिलते हैं,  हर शोक सुकून में बदलते हैं,
रंग से रंग जब मिलते हैं, खुशियों से चेहरे खिलते हैं।

3- होली का रंग जीवन में भरते हैं हम

रंगों की छांव में खिलते हैं हम सब,
होली का रंग जीवन में भरते हैं हम सब,

गुलाल की बौछार से जीवन हो जाता है रंगीन,
हर दिल में उठ रहे हैं खुशियों के राग हर दम,

गुलाल की मस्ती में, रंगों का जश्न मना रहे हैं,
बसे थे जो शहरों में वो अपने गांव को आ रहे हैं,

त्योहार की रौनक तो घरों में बसती है,
जो हैं अपने घरों से दूर उन्हें उनके घर बुला रहे हैं।

4- होली पर बच्चों की मस्ती

रंगों की जब राहगीर पर बरसात हुई,
शोर उठा किसने आखिर रंगों की बौछार करी,
हंसते हुए बच्चों की जब आवाजें गूंजी,

यह बच्चों की शैतानी है यह बात सभी ने जानी,
सबकी अपनी पिचकारी है सब खेल रहे आपस में,
यह बचपन भी मासूम है न जाने भेद भाव किसी में,

सबको गले मिलकर रंग लगाकर होली खेल रहे आपस में,
बाजारों की रौनक भी बढ़ाई हुई हैं इन बच्चों ने,
त्योहार की खुशियां तो बस्ती हैं असली बचपन में,

जो त्योहार बड़ों के भीतर छुपे बच्चे को बाहर ले आए,
वो कोई और नहीं होली का त्योहार कहलाएं,
खूब खिलौने कपड़े और मिठाई खरीद के घर में आते हैं,
त्योहार की असली रौनक तो बच्चे ही बढ़ाते हैं।

5- होली आई होली आई!

होली आई, बच्चों की टोली ने धूम मचाई,
रंगों को पानी में घोल के पिचकारी भर रखी है,

सबने मुठ्ठी में अपने-अपने गुलाल छिपा रखा है,
छिप कर रंग लगाने का एक अलग मजा होता है,

रंगों से सजा हुआ हर एक यहां चेहरा है,
होली की मस्ती में है हर गली-मोहल्ला मेरा,

मिठाइयों की खुशबू फैल रही है चारों ओर,
बच्चों की आवाजों से रौनक लगी हुई है,

ऐसे ही हसी और खुशियों से जीवन भरा रहे,
हर एक के अपनों के दिल से दिल मिल रहे,

हर रिश्ता खिला रहे होली के रंगों के जैसा,
हर त्योहार मने हमारा होली के ही जैसा।

6- होली सिर्फ त्योहार नहीं

होली एक मात्र रंगों का त्योहार नहीं है,
इसमें छुपी हुई है एकता की अनमोल कथा,

यह त्योहार प्रतीक है प्रेम और भाईचारे का,
इसमें हर दिल में प्यार भरने का हुनर है,

इस दिन हर व्यक्ति पुरानी बातें भूल कर,
एक नई शुरूआत को आगे बड़ता है,

रंगों में रंग कर, हम सब प्रेम का संदेश देते हैं,
सभी दुखों को भुलाकर, खुशी में डूब जाते हैं,

बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है यह होली,
बदलाव और नवीनीकरण का आगाज है यह होली,

इन रंगों से ही जाना जीवन में रंगों का होना बहुत जरूरी है,
बीती बात को छोड़ कर खुशियों को जीना जरूरी है।

उम्मीद है आपको होली पर विशेष बच्चों के लिए लिखी गई कविताओं का यह संग्रह पसंद आया होगा। बच्चे इन कविताओं को स्कूल, घर या किसी खास मौके पर प्रस्तुत कर सकते हैं। हैप्पी होली!

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