शिशु

क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नेप्रोक्सेन लेना सही है?

डिलीवरी के बाद महिलाओं को स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्याएं होती हैं, जैसे यूटरीन इंफेक्शन, ब्लैडर में इंफेक्शन, पीठ में दर्द और पोस्टपार्टम डिप्रेशन जिसमें मेडिकल उपचार की जरूरत पड़ती है। स्तनपान कराने वाली ज्यादातर मांएं एंटी इंफ्लेमेटरी दवा लेना पसंद करती हैं, जैसे नेप्रोक्सेन क्योंकि यह थेरेपी के प्रभावों के लिए जानी जाती है। हालांकि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दवा लेते समय इसके साइड इफेक्ट्स होने का खतरा ज्यादा है। कुछ रिसर्च के अनुसार ब्रेस्ट मिल्क में नेप्रोक्सेन का स्तर कम रहता है और इससे बच्चे में नकारात्मक प्रभाव भी नहीं होते हैं। फिर भी बेहतर यही है कि आप ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नेप्रोक्सेन से ज्यादा सुरक्षित दवा ही लें। 

नेप्रोक्सेन क्या है?

नेप्रोक्सेन एक एंटी इंफ्लेमटरी दवा है जिसका उपयोग आर्थराइटिस (रह्युमेटोइड आर्थराइटिस, ऐन्कीलॉजिंग स्पोंडिलाइट्स, ऑस्टियोआर्थराइटिस, जुवेनाइल आर्थराइटिस), सूजन, जकड़न और बुखार को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह एंटीपायरेटिक और एनाल्जेसिक गुणों के साथ एनएसएआईडी (नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग) दवा है। यह दवा थोड़े बहुत दर्द, जैसे पीरियड के दौरान क्रैंप्स, टेंडनाइटीस और बर्साइटिस को ठीक करने में मदद करती है। नेप्रोक्सेन कई प्रकार में उपलब्ध है, जैसे टेबलेट (एंटेरिक कोटेड), टेबलेट (एक्सटेंडेड रिलीज), सस्पेंशन और कैप्सूल। हालांकि कुछ प्रकार की नेप्रोक्सेन प्रिस्क्रिप्शन के अनुसार ही लेनी चाहिए। 

क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आप नेप्रोक्सेन ले सकती हैं?

नर्सिंग मांएं अक्सर यह सवाल करती हैं कि क्या वे ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नेप्रोक्सेन ले सकती हैं। थोड़े समय के लिए यह दवा लेना सुरक्षित है पर इसे आप डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही लें। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान यह दवा लेने से पहले आपको इसके फायदे और संभावित जोखिम भी जान लेने चाहिए। सबसे अच्छा यही होगा कि बाद में किसी भी संभावित जटिलता से बचने के लिए डॉक्टर से परामर्श कर लें।

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नेप्रोक्सेन लेने के साइड इफेक्ट्स

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नेप्रोक्सेन लेने से महिलाओं में निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, आइए जानें;

  • नींद आना
  • चक्कर आना
  • ध्यान भटकना
  • हार्ट बर्न
  • शरीर में पानी ठहरना
  • कब्ज
  • डायरिया
  • हाइव्स
  • भूख न लगना
  • सिर में दर्द
  • नजर कमजोर होना
  • पाचन तंत्र खराब होना
  • सुनने में दिक्कत होना

क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नेप्रोक्सेन लेने से बेबी को साइड इफेक्ट्स होते हैं?

ऐसा माना जाता है कि नेप्रोक्सेन ब्रेस्ट मिल्क में कम दर पर जाता है। इसलिए इस दवा का थोड़ा बहुत उपयोग करने से बच्चे को कोई भी हानि नहीं होती है। हालांकि पहले की गई स्टडी के अनुसार कुछ बच्चों को इससे नींद या उल्टी आ सकती  है। अच्छी बात यह है कि इसके लिए बार-बार ट्रीटमेंट कराने की जरूरत नहीं पड़ती है। 

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नेप्रोक्सेन लेने से संबंधित सावधानियां

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नेप्रोक्सेन नहीं लेना चाहिए। पर फिर भी यदि आप इसे लेती हैं तो नर्सिंग के दौरान इसे लेते समय कुछ सावधानियां बरतें, जैसे;

  • ब्रेस्टफीडिंग के दौरान नेप्रोक्सेन लेने से पहले आप डॉक्टर को अपनी एलर्जी या किसी भी दवा से अजीब रिएक्शन के बारे में जरूर बताएं। दवा में मौजूद लेबल को एक बार जरूर चेक करें।
  • कुछ विशेष दवा के साथ नेप्रोक्सेन का उपयोग करना नहीं चाहिए क्योंकि यह आपके लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए यदि आप पहले से ही कोई दवा ले रही हैं तो इसके बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। डॉक्टर आपको इससे संबंधित इंस्ट्रक्शंस दे सकते हैं, आपकी दवा बदल सकते हैं या स्थिति के अनुसार डोज को कम ज्यादा कर सकते हैं।
  • स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याओं में नेप्रोक्सेन का प्रभाव पड़ सकता है, जैसे दिल की बीमारी, किडनी का रोग, लिवर की समस्या, हाइपरटेंशन, एनीमिया, पेट में अल्सर, पहले हुए स्ट्रोक की हिस्ट्री, ब्लीडिंग से संबंधित समस्याएं। पहले हुई कोई भी समस्या के बारे में डॉक्टर से जरूर चर्चा करें।
  • आप लगातार डॉक्टर से मिलें ताकि वे आपमें दवा के प्रभावों को चेक कर सकें। डॉक्टर इस अनचाहे प्रभावों को जांचने के लिए खून और यूरिन की जांच कर सकते हैं।

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दवा लेते समय कुछ सावधानियां बरतने से बच्चे को कोई भी समस्या नहीं होती है। नेप्रोक्सेन का उपयोग करने से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। नेप्रोक्सेन लेने से पहले या यदि आपको कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो आप डॉक्टर से जरूर मिलें। 

यह भी पढ़ें:

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एंटीबायोटिक लेना
क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान गर्भनिरोधक लेना सुरक्षित है?
क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एंटीडिप्रेसेंट दवा लेना सही है?

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

4 days ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

4 days ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

4 days ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

6 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

6 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

6 days ago