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कुछ भी अजीब सा महसूस करने पर हम कभी-कभी अपनी आंखें रोल करते हैं। पर यदि एक बच्चा यह करता है तो आपको चिंता हो सकती है। जाहिर है न्यूबॉर्न बेबी अपना गुस्सा दिखाने के लिए आंखें रोल नहीं करेगा। तो फिर बच्चा अपनी आंखें क्यों घुमाता है? क्या उसका आंखें घुमाना नॉर्मल है? खैर, इसका जवाब ना है। ज्यादातर बच्चे सोते समय आंखें घुमाते हैं पर कभी-कभी यह बहुत सारे कारणों से भी होता है। बच्चा आंखें क्यों घुमाता है और इसमें आपको चिंता करनी चाहिए या नहीं, आइए जानें।
जन्म के बाद बच्चे के शरीर को बाहरी वातावरण में एडजस्ट करने में थोड़ा समय लगता है। शरीर में अन्य अंगों की तरह ही उसकी आंखों का भी विकास हो रहा होता है। इसका यह मतलब है कि बच्चे की दृष्टी व उसकी मांसपेशियां कमजोर होंगी। यदि बच्चा नींद में आंखें घुमाता है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ यह कम हो जाएगा। छोटे बच्चों का आंखें घुमाना आम विकास है। यदि न्यू बॉर्न बेबी ऊपर की ओर आंखें घुमाता है तो यह एक आम विकास है। जब बच्चे को नींद आती है तो उसकी आंखें सिर में पीछे की ओर घूमती हैं। नींद आने या सोते से जागने पर भी न्यू बॉर्न बेबी आंखें रोल कर सकता है। कभी-कभी बच्चा जागते समय भी आंखें रोल कर सकता है। यदि बच्चा बार-बार आंखें रोल करता है तो यह गंभीर समस्या, जैसे दौरे पड़ना, सिर से संबंधित समस्या, ब्लड शुगर कम होना, हाइपोक्लेमिया भी हो सकता है।
पेरेंट्स होने के नाते आपको न्यूबॉर्न बेबी की आंखों की मूवमेंट, आंखें घुमाने या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लक्षणों को समझना चाहिए। बच्चे की आंखों के मूवमेंट को मॉनिटर करने के लिए आप एक डायरी या लॉग बनाएं। लॉग की मदद से बच्चे का आंखें घुमाने के कारणों का पता चल सकता है। इससे यह भी समझने में मदद मिलती है कि बच्चा लगातार किस समय पर ज्यादा आंखें रोल करता है। यदि बच्चे में अजीब या चिंताजनक लक्षण दिखाई देते हैं तो आप तुरंत पीडीयाट्रिशन से संपर्क करें।
यदि आपको लगता है कि न्यू बॉर्न बेबी दौरे पड़ने के लक्षणों के साथ आंखें घुमाता है जिसमें हाथ-पैरों में जकड़न हो सकती है, बच्चा कांप सकता है और लगातार रो सकता है तो आप उसकी सुरक्षा पर पूरा ध्यान दें। सीजर के कारण न्यू बॉर्न को गंभीर समस्याएं हो सकती हैं और यदि उसे बुखार, एपिलेप्सी, गंभीर रूप से इन्फेक्शन आदि है तो दौरे पड़ सकते हैं। यदि बच्चे को दौरे पड़ने का अनुभव होता है तो आप उसे जमीन पर करवट से लिटा दें, उसके टाइट कपड़े हटाएं और दौरे पड़ने का कारण जानने के लिए डॉक्टर से जांच कराएं।
यदि बच्चा मांसपेशियों में नियंत्रण न होने की वजह से आंखें रोल करता या घुमाता है तो आपको अन्य संकेत व लक्षण भी दिखाई देंगे। पर यदि न्यू बॉर्न बेबी किसी अन्य मेडिकल समस्या की वजह से यह करता है तो इसमें अन्य लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं, जैसे कन्वल्जन (दौरे पड़ना), कंपकंपी, स्पंदन, सांस लेने में दिक्कत, त्वचा की रंगत का बदलना, शारीरिक मूवमेंट्स में जर्क आना, लगातार रोना, बहुत ज्यादा इरिटेट होना आदि।
यदि आप पहली बार पेरेंट्स बने हैं और आपका न्यू बॉर्न बेबी आंखें रोल करता है तो आपको चिंता हो सकती है पर घबराएं नहीं। यह न्यू बॉर्न बेबी में बहुत आम समस्या है और अक्सर आंखों की कमजोर मांसपेशियों में नियंत्रण न होने की वजह से होता है। हालांकि यदि आपको इसमें कुछ अजीब लगता है तो आप प्रोफेशनल की मदद ले सकती हैं और पीडियाट्रिशन डायग्नोसिस व टेस्ट के लिए न्यूरोलॉजिस्ट से चेक अप कराने की सलाह दे सकते हैं।
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