टॉडलर (1-3 वर्ष)

क्या छोटे बच्चे को नेल पॉलिश लगाना सुरक्षित है?

अपनी बच्ची के हाथ और पैरों के नाखूनों को पेंट करना या नेल पॉलिश लगाना एक फन एक्टिविटी होता है और बच्ची के छोटे छोटे हाथों में नेल पेंट बहुत क्यूट लगता है। लेकिन इससे पहले कि आप अपनी बच्ची के नाखूनों को पेंट करें, क्या आपको नहीं लगता कि आपको यह पता लगाना चाहिए कि क्या यह आपकी बच्ची के लिए सुरक्षित है या नहीं? अगर आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा है कि कहीं बच्चे के नाखूनों पर नेल पेंट लगाना हानिकारक है या नहीं यह जानने के लिए लेख पढ़ना जारी रखें! 

क्या छोटी बच्ची के नाखूनों को नेल पॉलिश से पेंट करना चाहिए?

ऐसी कई नेल पॉलिश की ब्रांड हैं जो सेफ इंग्रीडिएंट यूज करते हैं, भले ही बच्ची के हाथों पर यह नेल पेंट बहुत क्यूट लगे, लेकिन एक माँ होने के नाते, आप यह जानना चाहती होंगी कि क्या यह आपकी बच्ची के लिए सुरक्षित हैं। इसका जवाब हाँ और न दोनों ही है जो इस बात पर निर्भर करता है कि इसमें किसी प्रकार के इंग्रीडिएंट मौजूद हैं। नेल पॉलिश में मौजूद केमिकल बच्ची को नुकसान पहुँचा सकती है जो पैरेंट के बीच एक चिंता का विषय है। हालांकि ऐसी कोई रिसर्च नहीं हैं जो नेल पॉलिश और हेल्थ इशू जैसे कि रेस्पिरेटरी डिजीज या कैंसर होने का के संकेत देते हों, लेकिन बच्चों की यह आदत होती है कि वो बार-बार अपने हाथ की अंगुलियों को मुँह में डालते हैं। क्योंकि जानकारी अभी तक ठीक से प्राप्त नहीं हुई है कि यह बच्चे को किस हद तक नुकसान पहुँचा सकता है, इसलिए बेहतर यही है कि आप अपने बच्चे के लिए नेल पॉलिश का उपयोग करने से बचें, क्योंकि यह बात तो साफ है कि नेल पॉलिश में केमिकल मौजूद होते हैं और बच्चे बहुत नाजुक होते हैं, नहीं पता होता है कि उन्हें कब क्या चीज रिएक्ट कर जाए इसलिए बचाव करना ही अच्छा होगा। हालांकि, कुछ मैन्युफैक्चरर ऐसे हैं जो हानिकारक केमिकल फ्री वाटर बेस्ड नेल पॉलिश बनाते हैं। इन्हें कभी-कभी आपकी बच्ची के नाखूनों पर नेल पेंट लगाने के लिए यूज किया जा सकता है।

नेल पॉलिश के वे केमिकल जो आपकी बच्ची के लिए हानिकारक हो सकते हैं

नेल पॉलिश मेकर ने तीन कॉमन इंग्रीडिएंट पर बैन लगा दिया है जो कभी कॉमन हुआ करते हैं। यहाँ तीन केमिकल और दो अन्य केमिकल के बारे में बताया गया है जिन पर आपको ध्यान देने की जरूरत है:

1. टाल्यूईन

टाल्यूईन का पेंट थिनर, क्लीनिंग सॉल्यूशन, हाउस होल्ड प्रोडक्ट और कुछ फ्रेग्नेंस में आमतौर पर इसका इस्तेमाल सॉल्वेंट किया जाता है। इसका उपयोग कुछ नेल पॉलिश ब्रांडों में सॉल्वेंट और स्टेबलाइजर के रूप में किया जाता है। इसके कारण स्किन इर्रिटेशन की समस्या पैदा होती है और टाल्यूईन वैपर को इन्हेल कर लिया जाए, तो यह रेस्पिरेटरी या नर्वस सिस्टम के लिए खतरनाक होता है। टाल्यूईन के थोड़ा बहुत संपर्क में आने से चक्कर और सिरदर्द जैसे लक्षणों दिखाई दे सकते हैं। यह अजन्मे बच्चों के लिए भी हानिकारक माना जाता है और कंजेनिटल डिसेबिलिटी से जुड़ा हुआ है।

2. डाईब्यूटाइल थैलेट (डीबीपी)

डीबीपी एक क्लियर लिक्विड है जिसमें कोई गंध नहीं होती है, इसे नेल पॉलिश में इस्तेमाल किया जाता लिक्विड है जिसे एक एमल्सिफाइंग एजेंट के रूप में ऐड किया जाता है। इससे नेल पॉलिश में एक स्मूथ कंसिस्टेंसी मिलती है जिससे ये चिपकती और जल्दी नाखूनों से निकलती नहीं है। इसे रिप्रोडक्टिव टॉक्सिन कहा जाता है क्योंकि यह बच्चों में कंजेनियल डिसेबिलिटी पैदा करने के लिए जाना जाता है। डीबीपी यूरोप और दुनिया के अन्य हिस्सों में बैन है, क्योंकि यह कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को बढ़ावा देता है। यह बच्चों के खिलौनों में भी बैन है। हालांकि, कुछ सस्ते कॉस्मेटिक ब्रांड अभी भी हैं, जो इस पदार्थ का उपयोग करते हैं।

3. फॉर्मलडिहाइड

फॉर्मलडिहाइड का उपयोग प्रिजर्वेटिव के रूप में और कई इंडस्ट्रियल एप्लीकेशन में किया जाता है। नेल पॉलिश में, यह एक हार्डनिंग एजेंट के रूप में प्रयोग किया जाता है जो नेल पेंट को बिना परतदार बनाएं हुए इसे सुखाने की प्रक्रिया में मदद करता है। फॉर्मलडिहाइड एक ह्यूमन कार्सिनोजेन के रूप में जाना जाता है, लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसे इन्हेल करने से आँखों और रेस्पिरेटरी सिस्टम में इर्रिटेशन होने लगती है। जब तक आप नेल पॉलिश लगाती हैं और इसे सूखने के लिए छोड़ती हैं, तब तक आपका बच्चा फॉर्मलाडेहाइड को इन्हेल कर लेता है।

4. फॉर्मलडिहाइड रेजिन

फॉर्मलडिहाइड रेजिन का उपयोग नेल पॉलिश को सुखाने और हार्ड करने वाले एजेंट के रूप में किया जाता है। यह सबटेंस फॉर्मलडिहाइड जितना ही खतरनाक होता है और कैंसर पैदा करने के लिए जाना जाता है।

5. कपूर

कपूर एक केमिकल है जिसका उपयोग नेल पॉलिश को बनाए रखने और इसे निकलने से रोकने में मदद करता है। शरीर पर कपूर का प्रभाव पड़ने का पहला संकेत नाखूनों का पीला पड़ना है। बहुत ज्यादा इसके एक्सपोजर में आने से यह नर्वस सिस्टम को इफेक्ट करता है, इससे डिसऑरिएंटेशन और दौरे पड़ने जैसी समस्या भी पैदा हो सकती है।

छोटे बच्चे के नाखूनों को पेंट करते समय क्या करें और क्या न करें

यदि आप अपनी बच्ची के नेल पेंट करना चाहती हैं, तो यहाँ आपको कुछ बातें बताई गई हैं जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए:

क्या करें:

  • अगर आपको नेल पेंट लगाते हुए देखकर वो भी इसे लगाने की जिद करती है तो आप फेक नेल पॉलिश लगाएं और उनकी हाथों की अंगुलियां पकड़ कर इस फेक नेल पेंट को सुखाने की एक्टिंग करें।
  • शुरुआत में हल्के रंग या ट्रांसपेरेंट कलर चुनें।
  • अपने बच्चे के हाथ के नाखूनों के बजाय उसके पैर के नाखूनों को पेंट करें क्योंकि पैर की उंगलियों तक पहुँचना और उन्हें दांत से कुतरना उनके लिए थोड़ा मुश्किल होगा।
  • इसे बाहर लगाएं, ताकि सॉल्वेंट ज्यादा देर तक उसके आसपास न रहे और वो इसे इन्हेल न कर सके।
  • उन कपड़ों को आप हटा दें, जिन्हे आप क्लीन रखना चाहती हैं। आप उनके कपड़े को भी उतार दें क्योंकि यह तय है कि वो अनजाने में अपने कपड़ों पर इसे लगा सकती है।
  • कोशिश करें वो ज्यादा हिले नहीं।

क्या न करें

  • किसी भी नेल पॉलिश को अपने बच्चे की पहुँच से दूर रखें।
  • पूरे नाखून को पेंट न करें, केवल किनारों को पेंट करें, ताकि यह त्वचा के संपर्क में न आए।
  • उसे यह न बताएं कि आप नेल पेंट को कहां रखती हैं।

यदि आपको अपने बच्ची के नाखूनों को पेंट करना है, तो बच्चे के लिए सेफ कलर ढूढें। बेहतर यही है कि आप अपने फैमिली डॉक्टर से बात करें कि क्या आपको अपनी बच्ची  नाखूनों पर नेल पेंट लगाना चाहिए या नहीं। अगर वे हाँ कहते हैं, तो आप लगा सकती हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं आप रेगुलर बेसिस पर बच्चे के नाखूनों पर नेल पॉलिश लगाएं!

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समर नक़वी

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