गर्भावस्था

क्या गर्भावस्था के दौरान बागवानी की जा सकती है?

जब आपको अपनी प्रेगनेंसी का पता चलता है, तो आप भावनाओं के महासागर में गोते लगाने लगती हैं। जिसमें  चिंता, उत्सुकता और डर, इन सब का मिला जुला भाव होता है। आपकी प्रेगनेंसी के दौरान क्या अच्छा है और क्या असुरक्षित है, इसे लेकर आपके मन में सैकड़ों सवाल उठते रहते हैं। अगर आपको बागवानी करना पसंद है, तो आपको यह सोच-सोच कर दुविधा होती होगी, कि आपको ऐसे समय में प्रकृति की सेवा जारी रखनी चाहिए या नहीं। तो ऐसे में, आपके लिए अच्छी खबर है, जी हाँ, आप अपनी गर्भावस्था के दौरान बागवानी के शौक को जारी रख सकती हैं। बागवानी आपको रिलैक्स करने में और आपके दिमाग को शांत रखने में मदद करता है। सुरक्षा का ध्यान रखें और मिट्टी में मौजूद हानिकारक केमिकल्स के संपर्क में आने से बचें। 

क्या गर्भावस्था के दौरान आप बागवानी कर सकती हैं?

हॉबी की मदद से आपका मन शांत तो रहता ही है, साथ ही, यह आपको बेहतर महसूस कराता है, जो कि निश्चित ही आपकी प्रेगनेंसी के लिए फायदेमंद साबित होगा। बागवानी इनमें से एक है और यह एक्सरसाइज का एक तरीका भी है, जो आपको हेल्दी रखता है। आपको इस बात की जानकारी भी होनी चाहिए, कि इसमें कुछ खतरे भी हो सकते हैं, जैसे कि – खतरनाक केमिकल से संपर्क होना। प्रेगनेंसी के दौरान, बागवानी करते समय आपको अपनी और अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए पूरी सावधानी बरतनी चाहिए। 

गर्भावस्था के दौरान बागवानी से जुड़े खतरे

इससे पहले कि आप पूरी तैयारी करके बागवानी करने में जुट जाएं, यह जरूरी है कि आपको इसके खतरों के बारे में जानकारी हो। बागवानी में उपयोग की जाने वाली मिट्टी में पैरासाइट और कुछ स्ट्रॉन्ग केमिकल पेस्टिसाइड्स हो सकते हैं। नीचे दिए गए जोखिमों पर विचार करें और बागवानी करते समय जरूरी सावधानी बरतें। 

  • टॉक्सोप्लास्मोसिस एक ऐसी अवस्था है, जो कि टॉक्सोप्लाजमा गोंडी पैरासाइट के कारण होती है और इसके बारे में मुख्य रूप से आपको पता होना चाहिए। जब आप मिट्टी को हाथ लगाती हैं, तो आपके इसके संपर्क में आने का खतरा बहुत ज्यादा होता है, क्योंकि वह मिट्टी एक इन्फेक्टेड बिल्ली के मल से संक्रमित हो सकती है। इससे माँ में फ्लू जैसे लक्षण दिख सकते हैं और गर्भ में पल रहे बच्चे में अंधापन या मेंटल डिसएबिलिटी आ सकती है।
  • इसके अलावा हरबीसाइड्स और इंसेक्टिसाइड्स जैसे केमिकल भी प्रेग्नेंट महिला के लिए असुरक्षित माने जाते हैं। इनके संपर्क में आने से बच्चे के दिमागी विकास और नर्वस सिस्टम पर असर पड़ सकता है।

गर्भावस्था के दौरान बागवानी करते समय ध्यान रखने वाली बातें

प्रेगनेंसी के दौरान आपको अपनी रोजमर्रा की एक्टिविटीज और शौक को पूरा करते समय बेहद सावधान रहने की जरूरत होती है और अगर इनमें कुछ ऐसा है, जिससे आपको या बच्चे को खतरा हो सकता है, तो आपको उचित सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इन्फेक्टेड मिट्टी के द्वारा यह संभव है, कि आपके शरीर में टॉक्सोप्लाजमा पैरासाइट प्रवेश कर जाए। यह आपके और आपके गर्भस्थ शिशु के लिए असुरक्षित होता है और इससे स्टिलबर्थ और मिसकैरेज के कारक के रूप में जाना जाता है। इन्फेक्टेड मिट्टी को छूने के बाद अगर आप अपने मुँह या चेहरे को हाथ लगाती हैं, तो अनजाने में इंफेक्शन का शिकार हो सकती हैं। ऐसी घटनाओं से बचने और एक सुरक्षित प्रेगनेंसी सुनिश्चित करने के लिए बागवानी करते समय नीचे दिए गए टिप्स याद रखें। 

1. केमिकल से दूर रहें

अपने बगीचे में रासायनिक केमिकल ट्रीटमेंट करते समय अपने परिवार और दोस्तों की मदद लें। जब केमिकल का छिड़काव किया जा रहा हो, तब आप घर के अंदर बंद रहें। अक्सर ऐसे स्प्रे कुछ समय के लिए हवा के साथ तैरते रहते हैं। इसलिए बगीचे में वापस लौटने से पहले केमिकल्स के सूखने तक इंतजार करें, ताकि यह सांस के द्वारा आपके शरीर में न जाए। 

2. संपूर्ण पेस्ट मैनेजमेंट

प्रेगनेंसी के दौरान संपूर्ण पेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम का चुनाव करना सबसे बेहतर है। इसमें आपके बगीचे को कीड़े-मकोड़ों से बचाने के लिए नुकसानरहित केमिकल्स और तरीकों के इस्तेमाल के लिए एनकरेज किया जाता है। 

3. सही कपड़े पहनें

दोपहर के समय बागवानी करने से बचें और अगर आप ऐसा नहीं कर सकती हैं, तो एक अच्छे सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें और धूप से बचने के लिए हैट पहनें। अपने आराम का ध्यान रखते हुए ढीले कपड़े पहनें। इसके अलावा पूरी आस्तीन और लंबे पैंट का चुनाव करें, जिससे इन्फेक्टेड मिट्टी और केमिकल्स से बचाव हो सके। 

4. हाइड्रेटेड रहें

जब आप सीधी धूप में काम कर रही होती हैं, तो इससे अक्सर डिहाइड्रेशन हो जाता है। ऐसे में यह जरूरी है, कि थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीती रहें, इससे आप खुद को पूरे दिन हाइड्रेटेड रख सकेंगी। 

5. बागवानी के उपकरणों का इस्तेमाल

प्रेगनेंसी के दौरान आपको टेनिस एल्बो या कार्पल टनेल जैसी समस्या होने का ज्यादा खतरा होता है। इसलिए अपनी कलाई पर अधिक दबाव डालने से बचें। ऐसे कुछ खास काम के लिए उचित गार्डनिंग टूल्स का इस्तेमाल करें।

6. सही पोस्चर बनाए रखें

लंबे समय तक झुकी रहने के बजाए घुटनों पर बैठ कर काम करें, यह आपकी पीठ और रीढ़ पर ज्यादा दबाव पड़ने से बचाएगा। आपको प्रेगनेंसी के दौरान, भारी वजन उठाने या खिसकाने से बचना चाहिए और यह काम किसी और से करा लेना चाहिए। 

7. बीच-बीच में ब्रेक लें

थकावट से बचने के लिए, लंबे समय तक बैठे रहने के बजाय, आपको बीच-बीच में उठकर पौधों के इर्द-गिर्द थोड़ा टहल लेना चाहिए। इसके अलावा खरपतवार को साफ करते समय बैठने के लिए एक बेंच या छोटे स्टूल का सहारा लेना चाहिए।

8. बिल्लियों को दूर रखें

जिन पैरासाइट से इंफेक्शन होता है, वे बिल्ली के मल द्वारा मिट्टी को इन्फेक्टेड कर देते हैं। अगर आपके पास कोई बिल्ली नहीं है, तो यह संभव है कि आस-पड़ोस की बिल्लियों के माध्यम से आपके बगीचे में इन्फेक्शन फैला हो। इस पर नजर रखें और बिल्लियों को अपने बगीचे में आने न दें। 

9. दस्तानों का इस्तेमाल करें

दस्तानों का इस्तेमाल करें, जिससे कि मिट्टी के साथ आपका सीधा संपर्क ना हो सके। इसके अलावा आपको बागवानी खत्म करने से पहले, मिट्टी वाले हाथों को धोए बिना, अपनी आँखों को और चेहरे को हाथ लगाने से बचना चाहिए। 

10. खाने से पहले धोएं

अपने बगीचे से फल या सब्जी उठाकर कच्चा खाने का लालच न करें, उन्हें खाने से पहले अच्छी तरह पानी से धो लें।

आप प्रेगनेंसी के दौरान, बागवानी के प्रति अपने प्यार को जिंदा रख सकती हैं, लेकिन इसके लिए आपको अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। इस बात का ध्यान रखें, कि बागवानी करते समय आप किसी भी तरह के टॉक्सिन या मिट्टी से होने वाले इन्फेक्शन के प्रति सावधान रहें। अगर यह किसी माध्यम से आपके अंदर प्रवेश कर जाता है, तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है और आपके बढ़ते बच्चे के विकास पर भी असर डाल सकता है। इसलिए जिम्मेदार बनें और बागवानी के दौरान सही दस्तानों और बागवानी के उपकरणों का इस्तेमाल करें। साथ ही, अपने शरीर पर अनचाहे शारीरिक तनाव से बचने के लिए काम करने के दौरान सही पोस्चर बनाए रखें। 

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पूजा ठाकुर

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