गर्भावस्था

क्या गर्भावस्था के दौरान इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग करना सही है?

वैसे तो आम ब्लैंकेट या रजाई आपके शरीर को गर्माहट प्रदान करती है पर इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट में बिजली की मदद से आपके बिस्तर पर जाने से पहले ही रजाई में मौजूद एक पतले कॉपर के तार को गर्म कर देता है। यदि बहुत ज्यादा ठंड के दिनों में आपका फोन दूसरे कमरे में बज रहा है तो आप अपनी रजाई को छोड़कर जाना नहीं चाहेंगी क्योंकि इससे आपकी रजाई फिर ठंडी हो जाएगी और उसमें गर्माहट होने तक आपको इंतजार करना पड़ेगा। फिर तो आपको पता ही होगा कि इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट को क्यों बनाया गया है! पर आप सोचती होंगी कि क्या गर्भावस्था में इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग करना सही है। इस बारे में जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें।

गर्भवती महिलाओं के लिए इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट क्यों ठीक नहीं है?

जहाँ पर बिजली या इलेक्ट्रिसिटी होती है वहाँ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड भी होता है। इससे इंसान के शरीर में पड़ने वाले उल्टे प्रभावों के बारे में अब भी रिसर्च चल रही है। मोबाइल में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड मौजूद होने की वजह से ही ज्यादा देर तक इसे जेब में रखने से खतरे भी हो सकते हैं। यही चीज इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट के मामले में भी है। ऐसा कहा जाता है कि ब्लैंकेट में ओवरहीटिंग होने की वजह से बच्चे में प्रभाव पड़ सकते हैं।

गर्भावस्था के दौरान इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग करने के जोखिम

गर्भावस्था के दौरान इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग करने से निम्नलिखित खतरे भी हो सकते हैं, आइए जानें;

  • स्टडीज के अनुसार यदि कोई भी व्यक्ति इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड के संपर्क में बहुत कम समय के लिए है तो इससे उसके शरीर में कोई भी उल्टा प्रभाव नहीं पड़ेगा। लंबे समय तक शरीर में संपर्क बनाए रखने के बारे में इससे संबंधित कोई भी रिसर्च नहीं हुई है। (शरीर में अत्यधिक इएमएफ के संपर्क से जरूर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं) हालांकि गर्भावस्था के दौरान इसका उपयोग करने से बच्चे पर प्रभाव पड़ सकते हैं इसलिए जोखिम क्यों उठाएं?
  • इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट की सेटिंग्स जितनी ज्यादा होंगी, इससे उतनी ही प्रभावी इएमऍफ उत्पन्न होगा। कम सेटिंग से अत्यधिक सेटिंग के बीच इसके प्रभाव में तीन परतों का अंतर हो सकता है। इससे महिला में मिसकैरेज का खतरा बढ़ सकता है।
  • हाई सेटिंग्स में इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग करने से मिसकैरेज हो सकता है। गर्भावस्था के सातवें सप्ताह में इसका खतरा बहुत ज्यादा होता है।
  • गर्भावस्था के दौरान यदि आप अक्सर इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग हाई सेटिंग्स में करती हैं तो इससे जन्म के दौरान बच्चे का वजन कम हो सकता है।
  • इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट में ओवरहीटिंग की वजह से इसके खतरे अधिक बढ़ जाते हैं। गर्भावस्था के शुरूआती चरण में अत्यधिक हीट होने से बच्चे के न्यूरल ट्यूब का विकास रुक जाता है। इससे कई गंभीर कॉम्प्लीकेशंस हो सकती हैं, जैसे स्पिना बिफिडा।
  • ओवरहीटिंग की वजह से आपको पसीना आ सकता है जिसके परिणामस्वरूप डिहाइड्रेशन होता है।

गर्भावस्था में इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग करने के बचाव के टिप्स

यदि आप गर्भावस्था में इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग करती हैं तो यह सलाह दी जाती है कि आप इसका उपयोग करते समय कुछ सावधानी बरतें, आइए जानते हैं;

  • गर्भावस्था के दौरान आप कम वोल्टेज के इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग करें।
  • आप उस ब्लैंकेट का उपयोग करें जिसमें तापमान नियंत्रित होता है इससे ब्लैंकेट का तापमान सही रहेगा और बहुत ज्यादा गर्म नहीं होगा।
  • यदि बहुत ज्यादा ठंडा मौसम नहीं है तो ब्लैंकेट एक बार गर्म होने के बाद बेहतर होगा कि आप इसका पॉवर बंद कर दें। चूंकि ब्लैंकेट ओढ़ने से आपके शरीर में गर्माहट आ चुकी है तो अब यह देर तक ठंडा नहीं होगा।
  • यदि आप पूरी गर्भावस्था में इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग कम सेटिंग्स में करती हैं तो इससे आपके शरीर में उल्टे प्रभाव भी पड़ सकते हैं जिसके कोई भी संकेत नहीं होंगे।
  • गर्भावस्था के पहले सात महीनों के बाद ओवरहीटिंग की वजह से बच्चे के विकास में जोखिम कम होते हैं। इसलिए इस समय तक इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग करने की सलाह नहीं दी जाती है।
  • गर्भावस्था के अंतिम हफ्तों में आप इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग बिलकुल भी न करें। अंतिम दिनों में पानी की थैली फटने से ब्लैंकेट इसके पानी को सोख सकता है जिससे करंट लगने या आग लगने की संभावना हो सकती है।

इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट के अन्य विकल्प

क्या गर्भावस्था के दौरान आप इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग कर सकती हैं? हाँ, आप बिलकुल कर सकती हैं! गर्भवस्था के पहले दो महीने व अंतिम महीने में इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट से खतरे होते हैं और ज्यादातर इसकी सेटिंग बहुत ज्यादा होने से भी यह गर्भावस्था को अधिक प्रभावित करता है। पर जोखिम क्यों उठाए जाएं? इसके कुछ विकल्प भी हैं जिनका उपयोग आप कर सकती हैं, आइए जानें;

  • वैसे तो इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट बनने से पहले महिलाएं अक्सर बिस्तर पर ही अपने ब्लैंकेट को अंदर से गर्म करने के लिए हॉट वॉटर बोतल या गर्म पानी की बोतल का उपयोग करती थीं। गर्भावस्था के दौरान भी आप ऐसा ही करें।
  • आज कल कई महिलाएं सिकाई के लिए गर्म पानी की बोतल के बजाय हीटिंग पैड का उपयोग करती हैं। यह लंबी, सॉफ्ट और फ्लेक्सिबल होती है जिसकी मदद से आप इसे अपनी गर्दन या शरीर में लपेट सकती हैं। आप सिर्फ इसे बिजली की मदद से थोड़ा गर्म करें और इसका उपयोग करें।
  • इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट को लेयर में ओढ़ना इसे उपयोग करने का एक अलग तरीका है। आप चाहें तो नाईट कैप लगाएं, मोजे और थर्मल इनर वियर पहनें और और फिर खुद को कोजी रखने व गर्माहट पहुँचाने के लिए ऊपर से यह ब्लैंकेट ओढ़ें।
  • इसे इलेक्ट्रिसिटी या बिजली से हटा देने से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड का प्रभाव तुरंत खत्म हो जाता है। इसका प्रभाव 10 सेंटीमीटर तक लगभग 90% रहता है। इसलिए इसके इएमऍफ के प्रभावों को कम करने के लिए आप इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट के नीचे एक और मोटी रजाई ओढ़ें।

इन विकल्पों और बचाव का उपयोग करने के अलावा भी इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट को बनाने वाले को इसके इएमएफ के प्रभावों का ध्यान रख सकते हैं और वे ऐसी ब्लैंकेट बनाएं जिसमें थोड़ा बहुत या बिलकुल भी मैग्नेटिक प्रभाव न हो। इस प्रकार के विकास इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट को दुनिया में सभी लोगों के लिए सुरक्षित बनाते हैं। 

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