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चूंकि पुराने समय में इतने बिस्तर नहीं हुआ करते थे इसलिए पिछले कई वर्षों से गर्भवती महिलाएं जमीन पर ही सोती हैं। हालांकि, अब डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को जमीन पर सोने की सलाह नहीं देते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि रीढ़ की हड्डी प्राकृतिक रूप से कर्व शेप में होती है और गर्भावस्था के दौरान इसमें बहुत जल्दी दर्द हो सकता है, क्योंकि इस समय बच्चे का वजन व आपका वजन बढ़ने के कारण रीढ़ की हड्डी में सबसे ज्यादा दबाव पड़ता है। परंतु जब तक आप जमीन पर सोना सुविधाजनक महसूस कर रही हैं तब तक गर्भावस्था में भी आप जमीन पर सो सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान जमीन पर सोने से वैसे तो कोई परेशानी नहीं है पर फिर भी कुछ कारणों की वजह से डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को जमीन पर सोने की सलाह नहीं देते हैं। वे क्या कारण हैं, आइए जानें;
गर्भावस्था के दौरान तकिया आपको सबसे ज्यादा सुविधा प्रदान करती है। यह आपके आकार को संभालने और बढ़ते पेट के साथ सुविधाजनक महसूस करने में मदद करती है। आप जमीन पर एक सॉफ्ट ब्लैंकेट बिछाकर या तकिए का सपोर्ट लेकर सो सकती हैं। मार्केट में खास गर्भवती महिलाओं के लिए प्रेगनेंसी पिलो और कुशंस उपलब्ध हैं जिनमें से आप अपने लिए सुविधा के अनुसार कोई एक चुन सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान सुविधाजनक महसूस न करने के कारण आपकी रात की नींद भी खराब हो सकती है। इसलिए यदि आपको जमीन पर सोने से आराम मिलता है तो आप एक बार इसे ट्राई जरूर करें।
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