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कोविड-19 महामारी के प्रकोप को फैले, एक साल से भी अधिक समय बीत चुका है। वर्ष 2020 ने सोशल डिस्टेंसिंग, पैन्डेमिक, लॉकडाउन और न्यू नॉर्मल जैसे कई शब्दों का परिचय हमसे कराया। नोवेल कोरोना वायरस के डर के साथ जीते हुए, हम सभी इस बात का इंतजार कर रहे थे, कि वैज्ञानिक, वैक्सीन तैयार होने की खबर कब देंगे।
अब, जबकि कोविड-19 वैक्सीन तैयार हो चुकी है, तो हमें एक उम्मीद मिली है। हालांकि, आए दिन कोविड-19 वैक्सीन के बारे में कुछ नया सुनने को मिलता रहता है, पर यह सुरक्षित और असरदार है। हाँ, किसी भी दूसरी वैक्सीन की तरह ही, इस वैक्सीन के भी कुछ साइड इफेक्ट्स हैं, पर फिर भी यह काफी असरदार है, और यह साबित भी हो चुका है ।
बावजूद इसके, यह सभी के लिए नहीं है, कम से कम अभी तक तो नहीं। अगर आप गर्भवती हैं (या गर्भधारण की कोशिश कर रही हैं) या बेबी को ब्रेस्टफीडिंग करवा रही हैं, तो आपको वैक्सीन के प्रभाव के बारे में जानना चाहिए। साथ ही आपको यह भी समझना चाहिए, कि आपको यह वैक्सीन लगानी चाहिए या नहीं। वैसे जानकारी के लिए बता दें, कि भारत सरकार ने अभी देश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों के लिए 2 वैक्सीन को मान्यता दी है जिनमें से एक ChAdOx1 nCoV- 19 वैक्सीन है और दूसरी SARS-CoV-2 वैक्सीन है।
गर्भावस्था या ब्रेस्टफीडिंग के कारण, आपको कोविड-19 वैक्सीन लेनी चाहिए या नहीं इसके बार में अभी कुछ निश्चित नहीं कहा जा सकता। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे यहाँ दी जाने वाली दोनों कोविड वैक्सीन के लिए गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर अभी कोई प्रमाणित तथ्य उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए इस विषय पर स्टडीज और रिसर्च के अभाव में यह नहीं बताया जा सकता कि गर्भवती या ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को ये वैक्सीन दी जा सकती है या नहीं। हालांकि यदि आप वैक्सीन लेना चाहती हैं तो पहले आपको अपने डॉक्टर से इसके बारे में बात करनी चाहिए।
भारत में, साल 2021 की शुरुआत के साथ सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है और 45 से 59 वर्ष के बीच के जो भी लोग को मॉर्बिड हैं, उन्हें 1 मार्च से वैक्सीन लगाने का निर्णय हुआ। 1 अप्रैल से देश में 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का निर्णय सरकार ने लिया, चाहे उन्हें स्वास्थ्य की कोई समस्या हो या न हो। इसके बाद हाल ही में 1 मई से 18 साल से ऊपर के हर व्यक्ति को वैक्सीन मुहैया कराने के लिए निर्देश जारी किए गए।
कोविड-19 वैक्सीन को लेकर पूरी जानकारी अभी भी किसी स्रोत के पास नहीं है क्योंकि अभी इसपर क्लीनिकल ट्रायल जारी है, लेकिन हाँ इसपर जानकारी तेजी से विकसित हो रही है। इसे देखते हुए हम बार-बार यह दोहरा रहे हैं, कि प्रेगनेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान वैक्सीन के प्रभाव के बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श लेना बहुत जरूरी है।
अभी भारत में लगाई जाने वाली वैक्सीन को लेकर, गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु के अलावा माँ के दूध पर पड़ने वाले प्रभाव और खतरों की जानकारी उपलब्ध नहीं है, तो ऐसे में संभव है कि डॉक्टर आपको वैक्सीन लेने से मना कर सकते हैं।
अगर आप उम्र और अन्य क्राइटेरिया के आधार पर अपने देश में कोविड-19 वैक्सीन लेने के योग्य हैं, तो ऐसे कुछ खास सवाल हैं, जिन्हें आपको गर्भावस्था से पहले वैक्सीन लेने के संबंध में से पहले खुद से और अपने डॉक्टर से पूछने चाहिए।
अगर परिवार के सदस्यों या करीबी मित्रों से, कोविड-19 के संपर्क में आने का खतरा आपको ज्यादा है, तो जितनी जल्दी हो सके आपको वैक्सीन लेने की जरूरत पड़ सकती है। भविष्य में कॉम्प्लिकेटेड प्रेगनेंसी की स्थिति में, कोरोनावायरस पॉजिटिव होने पर आपको और गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है और ऐसे में गर्भधारण से पहले ही वैक्सीन लेने में ही समझदारी होगी।
अगर आपकी गर्भावस्था में समस्याएं नहीं हैं और अगर आप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, हाथ धोने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने, मास्क पहनने जैसे सुरक्षात्मक मापदंडों को फॉलो करके बाहरी दुनिया से अपना संपर्क सीमित कर सकती हैं, तो बच्चे के जन्म होने तक इंतजार करना एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है।
कुछ रिस्क फैक्टर और अनियंत्रित संपर्क की स्थिति में, अपने डॉक्टर से बात करें और पता करें, कि इस एक्स्पोजर को कम करने के लिए आप क्या कर सकती हैं। बच्चे के जन्म तक वैक्सीन लगाने से बचने के लिए, आपको कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए, इसके बारे में आप अपने डॉक्टर से बात कर सकती हैं।
अगर आप ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं और आप कोविड-19 वैक्सीन लेने के बारे में भी विचार कर रही हैं, तो भी हम आपको पुरजोर तरीके से यही सलाह देंगे कि इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। गर्भवती और ब्रेस्टफीड कराने वाली, दोनों ही तरह की महिलाओं पर ChAdOx1 nCoV- 19 वैक्सीन और SARS-CoV-2 वैक्सीन में से किसी भी वैक्सीन के प्रभाव के बारे में पर्याप्त स्टडी उपलब्ध नहीं है। इसलिए इस विषय पर डॉक्टर आपको बेहतर परामर्श दे सकते हैं।
हमारे देश में दी जाने वाली वैक्सीन 18 वर्ष या उससे ऊपर की आयु के लोगों के लिए मान्य है। शिशुओं और बच्चों के लिए वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल अभी जारी हैं, लेकिन उन्हें वैक्सीन मिलने में कुछ समय लग सकता है। वर्तमान में सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीसीएसओ) देश में 18 साल से कम उम्र के किसी व्यक्ति को कोविड वैक्सीन लगाने की अनुमति नहीं देता है।
कई महिलाएं गलत जानकारी के कारण कोविड-19 वैक्सीन से बचने के बारे में विचार कर रही हैं। इंटरनेट पर कुछ ऐसी खबरें चल रही हैं, कि इस वैक्सीन से इनफर्टिलिटी का खतरा हो सकता है। लेकिन, कोविड-19 वैक्सीन से बांझपन की समस्या होने की पुष्टि करने के लिए, कोई वैज्ञानिक प्रमाण अब तक उपलब्ध नहीं है।
कोविड-19 वैक्सीन हमें कोरोना वायरस से लड़ने में मदद कर सकती है और किसी को भी इसे लेकर गलत जानकारी नहीं फैलानी चाहिए। अगर फर्टिलिटी लेवल पर वैक्सीन के प्रभाव के बारे में आपके कोई भी सवाल हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें। एक मेडिकल प्रोफेशनल द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए सही होगी।
जहाँ इस विषय पर शोध अभी भी जारी हैं, वही हाल ही में अमेरिका में गर्भावस्था के दौरान वैक्सीन लगाने वाली एक माँ के बच्चे में जन्म के समय एंटीबॉडी होने की खबर ने उम्मीद की एक किरण दी है। हालांकि यहाँ यह समझना जरूरी है कि अमेरिका में दी जाने वाली कोविड वैक्सीन और भारत में दी जाने वाली कोविड वैक्सीन में अंतर है और दोनों अलग प्रकार की वैक्सीन हैं। इसलिए वह वैक्सीन कौन ले सकता है और उस पर इसके क्या प्रभाव हो सकते हैं, यह एक अलग चर्चा का विषय है।
फ्लोरिडा अटलांटिक यूनिवर्सिटी के पौल गिलबर्ट और चाड रुड्निक ने इस पर अपने नजरिए को एक आर्टिकल के माध्यम से प्रस्तुत किया। जिस पर दूसरे एक्सपर्ट्स के द्वारा आगे अध्ययन किया जाना अभी भी बाकी है। उनके अध्ययन के अनुसार, माँ को जेस्टेशन पीरियड के 36 सप्ताह और 3 दिन पर मॉडर्ना एमआरएनए वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी। उसने एक स्वस्थ फुल टर्म बच्चे को जन्म दिया, जिसके ब्लड सैंपल से यह पता चला, कि उसके शरीर में नोवेल कोरोना वायरस से लड़ने वाले एंटीबॉडीज मौजूद हैं। निश्चित रूप से यह उम्मीद का एक संकेत है, लेकिन केवल एक मामला यह कंफर्म करने के लिए पर्याप्त नहीं है, कि अगर गर्भावस्था के दौरान मां को वैक्सीन लगाई जाए, तो उनसे जन्म लेने वाले बच्चे एंटीबॉडी के साथ ही जन्म लेंगे। गर्भावस्था के दौरान, मां को वैक्सीन लगाने पर, उनसे जन्म लेने वाले बच्चों में कोरोना वायरस से लड़ने वाले एंटीबॉडीज होंगे या नहीं, इस बात को पक्का करने के लिए और भी शोध करने की जरूरत है और अगर ऐसा है, तो एंटीबॉडीज की प्रतिक्रिया को मापने के लिए भी शोध करने की जरूरत है।
अगर वैक्सीन की पहली खुराक लेने के बाद, आपको अपनी गर्भावस्था का पता चलता है, तो यदि आप फ्रंटलाइन हेल्थ केयर या सोशल वर्कर नहीं हैं, तो आपको दूसरी खुराक लेने के लिए बच्चे के जन्म तक इंतजार करना चाहिए। अगर अपनी प्रेगनेंसी का पता चलने से पहले, आपने वैक्सीन लगाई है, तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि आपके बच्चे को वैक्सीन से किसी तरह का खतरा होने की संभावना बहुत कम है।
अगर वैक्सीन की पहली खुराक लेने के बाद, गर्भ में पल रहे शिशु के बारे में पता चलता है, तो आपको इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
इसका जवाब आप जानती हैं, अगर प्रेगनेंसी के दौरान आप वैक्सीन लेना चाहती हैं, तो इसके लिए उचित समय के बारे में जानने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
हम आपको यह सलाह देंगे बेहतर और समझदार विकल्प यही होगा, कि कोविड-19 वैक्सीन लेने के बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक लेने के बाद, अगर आप प्रेग्नेंट हो जाती हैं, तो जब तक आपकी डिलीवरी नहीं हो जाती, तब तक आप दूसरी खुराक लेने के लिए इंतजार कर सकती हैं या फिर आप इसे प्रेगनेंसी के दौरान भी ले सकती हैं। आपके लिए क्या बेहतर है, यह जानने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
कोविड-19 वैक्सीन के बारे में इतनी सारी जानकारियों और गलतफहमियों के बीच, वैक्सीन लेने के बारे में सवाल और चिंताएं होना स्वाभाविक है, विशेषकर अगर आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्टफीडिंग करवा रही हैं और एक जीवन आपके ऊपर निर्भर कर रहा है, तो। चूंकि ट्रायल्स अभी भी चल रहे हैं, हम इस वैक्सीन के प्रभाव, साइड इफेक्ट और संभावित खतरों के बारे में हर दिन कुछ नया सीखेंगे।
अगर आप वैक्सीन लेने को लेकर कॉन्फिडेंट नहीं हैं, तो खुद को और अपने बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी सावधानियां बरतें। अगर आप वैक्सीन लगाना चाहती हैं, तो इसके लिए हम फिर से आपको अपने डॉक्टर से बात करने की सलाह देंगे। हम आपको, अपने और अपने बढ़ते बच्चे की भलाई के लिए सोच-समझ कर सही निर्णय लेने की सलाह देंगे।
स्रोत 1: Seruminstitute
स्रोत 2: Bharatbiotech
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