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दाँतों की सेंसिटिविटी से होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू उपचार

हम में से बहुत से ऐसे लोग है जो दाँतों के दर्द से पीड़ित हैं। हमारे दाँत बहुत ज्यादा सेंसिटिव होते हैं, यह सेंसिटिविटी किसी भी कारण से हो सकती है जैसे कि दाँतों को अच्छी तरह से ब्रश न करने पर, बहुत लंबे समय तक या कई बार दाँतों को ब्रश करने से, एसिडिक और खट्टा भोजन खाने से, मीठा भोजन खाने से या फिर दाँत पीसने से, दाँतों में सड़न होने से, कैविटी होने के कारण, आदि। इस प्रकार, दाँतों में हो रही सनसनाहट को रोकना बहुत मुश्किल है। हालांकि, कुछ घरेलू उपचार हैं जो आपको दाँतों के दर्द से निपटने में मदद कर सकते हैं।

घर पर सेंसिटिव दाँतों का इलाज कैसे करें

दाँतों में तेज दर्द का अनुभव आप तब करते है जब आप किसी बहुत ठंडी जैसे आइसक्रीम या बहुत गर्म जैसे चाय, कॉफी या कुछ खट्टा जैसे इमली या नींबू का सेवन करते है। हालांकि, इसे ठीक किया जा सकता है। यहाँ कुछ घरेलू नुस्खें बताए गए हैं  जिन्हें अपना कर आप इस दर्द से राहत पा सकते हैं।  

  1. तेल से गरारे (ऑयल पुलिंग)

आप नारियल के तेल या तिल के तेल को ट्राई कर सकते हैं। यह उपाय आपके मुँह  से स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटेन बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है जो दाँतों की सनसनाहट को ठीक करने में मदद करता है। दोनों तेलों में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं और इस तरह यह दाँतों की सनसनाहट को कम करता है और साथ ही सड़न को रोकता है। यह उपाय आपके ओरल हाइजीन को बेहतर करता है और दाँतों की तमाम समस्याओं को दूर करता है।

कैसे उपयोग करे

  • एक बड़ा चम्मच नारियल तेल मुँह में डालें।
  • कुछ देर मुंह में रखकर गरारे करें, फिर थूककर गर्म पानी से कुल्ला कर लें।
  • अब टूथपेस्ट से अपने दाँतों को ब्रश करें।
  • हर सुबह अपने दाँतों को ब्रश करने से पहले इस विधि का पालन करें।
  1. नमक के पानी से कुल्ला

नमक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं और इसलिए गुनगुने पानी में नमक मिलाकर कुल्ला करने से मुँह के बैक्टीरिया जो दाँतों को सेंसिटिव बनाते है वो नष्ट हो जाते है और दाँतों के दर्द व मसूड़ों को भी ठीक करते हैं।

इसे कैसे उपयोग करे

  • अपने मुँह को गुनगुने नमकीन पानी से कुल्ला करें।
  • इसे अपने मुँह के चारों ओर घुमाएं, और अगर आपको गंभीर रूप से दर्द हो रहा है, तो इसे कुछ समय के लिए अपने मुँह में रख सकते हैं।
  • इसे बाहर थूक दें और कप में बाकी पानी के साथ यही प्रक्रिया दोहराएं।
  • फिर इसे खत्म करने के बाद, सादे पानी से दो बार अच्छी तरह से कुल्ला करें।
  • जब तक आपको इसका रिजल्ट न मिल जाए, तब तक रोजाना दो बार कुल्ला करें।
  1. ऑलिव ऑयल के साथ लौंग

लौंग में एंटी-इंफ्लेमेटरी के साथ-साथ एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं। यह एक दर्दनाशक के रूप में भी काम करता है और इसलिए यह संवेदनशील दाँतों के लिए अच्छा है।

कैसे उपयोग करे

  • पिसे हुए लौंग और ऑलिव ऑयल या तिल के तेल का पेस्ट बनाएं।
  • इस पेस्ट को एक घंटे के लिए प्रभावित दाँतों पर लगाएं।
  • फिर इसे पानी से धो लें।
  • यदि आपके पास लौंग का तेल है, तो बस थोड़ा सा तेल रूई में लेकर इसे दाँत के ऊपर लगाएं या आप अपने मुँह को गुनगुने पानी में 5-6 बूंद लौंग के तेल के साथ मिला कर कुल्ला कर सकते हैं।
  • जब तक सनसनाहट ठीक नहीं हो जाती तब तक रोजाना आप दोनों में से किसी भी उपाय का उपयोग कर सकते हैं।
  1. अमरूद की पत्तियां

अमरूद के पत्तों में फ्लेवोनॉइड्स होते हैं, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्दनाशक गुण होते हैं जो दाँतों की सनसनाहट और दाँतो के दर्द में राहत देते हैं।

 कैसे उपयोग करे

  • अमरूद के पत्तों को चबाने की कोशिश करें और फिर उन्हें बाहर थूक दें।
  • आप कुछ अमरूद के पत्तों को थोड़े से पानी में उबाल लें फिर ठंडा होने के बाद इससे कुल्ला कर सकते हैं।
  • दर्द में पूरी तरह से राहत पाने के लिए  दिन में दो या तीन बार अमरूद के पत्तों से उपचार करें।
  1. लहसुन

एंटी-बैक्टीरियल और एक प्राकृतिक दर्दनाशक भी  होने के नाते, लहसुन दाँतों की सनसनाहट को कम करता है, यह दाँतों में किसी भी प्रकार के संक्रमण और दर्द को कम करता है।

कैसे उपयोग करे

  • एक लहसुन को कूचकर उसमे पानी और नमक मिलाएं।
  • इसे लगाने के बाद कुछ समय के लिए छोड़ दें।
  • अंत में, नमकीन गुनगुने पानी के साथ कुल्ला करें ।
  • आप चाहे तो 10-15 मिनट के लिए प्रभावित दाँतों पर लहसुन भी रगड़ सकते हैं।
  • इसे लगाने के बाद अपने मुँह को गुनगुने पानी से धो लें।
  • जब तक सनसनाहट या दर्द खत्म नहीं होती, तब तक दिन में 2-3 बार इसका पालन करें।
  1. ऑरेगैनो ऑयल

इस तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह दाँतों से संबंधित समस्याओं के कारण होने वाले दर्द या सनसनाहट को कम करने में मदद करता है।

कैसे उपयोग करे

  • रुई में ऑरेगैनो ऑयल डालें और इसे प्रभावित दाँतों पर लगाएं। इसे 10-15 मिनट के लिए रखें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।
  • आप एक कप गुनगुने पानी में तेल की कुछ बूँदें भी मिला सकते हैं। फिर इसे अपने मुँह में चारों ओर घुमाएं और थूक दें।
  • इस उपाय को दिन में 2-3 बार दोहराएं।
  1. हाइड्रोजन पेरोक्साइड

हाइड्रोजन पेरोक्साइड में एंटी-बैक्टीरियल गुण कीटाणुओं को मारने में मदद करते हैं जो मौखिक समस्याओं का कारण बनते हैं। यह एक बेहतरीन टूथ व्हाइटनर भी है।

 

 कैसे उपयोग करे

  • 3 प्रतिशत हाइड्रोजन पेरोक्साइड और पानी को समान मात्रा में मिलाएं।
  • कुल्ला करने के लिए इस घोल का प्रयोग करें।
  • सप्ताह में 2 या 3 बार से ज्यादा न करें और न ही इसको निगलें, इसे पूरी तरह से बाहर थूक दें।
  1. नमक और काली मिर्च का पेस्ट

ये दोनों तत्व एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्दनाशक होते हैं। इसलिए, इन दोनों सामग्रियों के मिश्रण का इस्तेमाल करें। यह दाँतों की सनसनाहट को कम करने में आपकी मदद करता है।

कैसे उपयोग करे

  • पानी की कुछ बूंदों का उपयोग करके नमक और काली मिर्च का पेस्ट बनाएं।
  • फिर इसे प्रभावित दाँतों पर लगाएं।
  • लगभग 15-20 मिनट के बाद, अपने मुँह को गुनगुने पानी से धो लें।
  • इस उपाय को हर दिन दोहराएं जब तक कि आपके दाँतों में सनसनाहट खत्म न हो जाए।

आप दाँतों की सनसनाहट को कैसे रोक सकते हैं?

  • दाँतों की सनसनाहट काफी दर्दनाक हो सकती है और यह आपके दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकती है। इसलिए इसे रोकने के लिए यहाँ कुछ उपाय दिए गए हैं जिनके द्वारा आप अपने दाँतों में सनसनाहट होने से रोक सकते हैं।
  • टूथपेस्ट जो सेंसिटिव दाँतों के लिए होता है उसमें पोटेशियम नाइट्रेट होता है। यह दाँतों में नलिकाओं को अवरुद्ध करने में मदद करता है जो दंतवल्क बंद होने के कारण उजागर हो गए होते हैं। हालांकि, इसके रोजाना इस्तेमाल करने से ही यह मददगार साबित होगा।
  • अपने दाँतों को सही तरीके से ब्रश करने से आपके दाँतों में सनसनाहट दूर हो सकती है। अपने दाँतों को मुलायम ब्रश से दो मिनट तक साफ़ करें। हालांकि, बहुत लंबे समय तक ब्रश करने से दंतवल्क ख़त्म हो सकते हैं और दाँतों में सनसनाहट पैदा कर सकते है।
  • सनसनाहट से हो रहे दर्द को रोकने के लिए दाँत के डॉक्टर के पास जाए। फ्लोराइड वार्निश या प्लास्टिक रेजिन कुछ समय के लिए राहत पहुंचा सकते है लेकिन इसको कुछ महीने या एक साल के बाद आपको नया लेकर प्रयोग करना होगा।
  • रात में माउथ गार्ड लगाएं और रात को अपने सोने का तरीका बदल दें अगर आपको दाँत पीसने की आदत है। और यदि आपको तनाव या गुस्सा होने पर दाँत पीसने की आदत है, तो ऐसा करने से खुद को रोके।
  • अपने मुंह को सूखने न दें, खासकर तब जब आपको सर्दी हो और आपकी नाक बंद हो। शुष्क मुंह होने से मौखिक संक्रमण होता है, जिसके परिणामस्वरूप दाँतों की समस्याएं होती हैं। ढेर सारा पानी पिएं और कॉफी के अधिक सेवन से बचें।
  • कुछ खाने या पीने के बाद अपने मुँह को सादे पानी से अच्छी तरह से धोएं। मौखिक स्वच्छता के लिए आप, दिन में दो बार घर पर बने माउथ वॉश का उपयोग कर सकते हैं।
  • अपनी जीवन शैली में बदलाव लाए और अम्लीय भोजन और कैफीनयुक्त तरल से बचें, इसे खाने से दाँतों की सड़न और अन्य दंत समस्याएं हो सकती हैं।

यदि आप एसिड रिफ्लक्स पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें और जल्द से जल्द इसका इलाज करवाएं क्योंकि एसिडिटी आपके दाँतों से इनेमल को खत्म कर देती है और सनसनाहट का कारण बनती है। 

अगर आपको फूड सेंसिटिविटी है तो क्या खाना चाहिए?

खाद्य पदार्थ जो खट्टे, गर्म और ठंडे होते हैं, वह सनसनाहट के मूल कारण होते हैं। हालांकि, नीचे बताए गए खाद्य पदार्थों को न खाने से आपके दाँतों को सनसनाहट से राहत मिलेगी। 

खाद्य पदार्थ जो दाँतों में सनसनाहट का कारण बनते हैं

  • फ़िज़ी, काली और कार्बोनेटेड पेय
  • आईसक्रीम
  • चाय और कॉफी जैसे गर्म कैफीन युक्त पेय
  • लॉलीपॉप जैसे कठोर कैंडीज
  • खट्टे फल जैसे कि अनानास, नींबू, संतरा, अंगूर
  • एसिडिक भोजन
  • शराब
  • तम्बाकू से बने उत्पाद आदि।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हम नीचे उन लोगों के अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर देंगे जिनके दाँत में ठंडे और गर्म पेय, खट्टे और एसिडिक भोजन के कारण सनसनाहट पैदा होती है।

  1. दाँत में होने वाली सनसनाहट के बारे में डॉक्टर से कब बात करें?

यदि आपको अपने दाँतों में या फिर किसी विशेष दाँत या मसूड़े में अधिक सनसनाहट महसूस हो रही है तो दाँत के डॉक्टर के पास तुरंत जाए।

  1. क्या फ्लॉस करने से दाँतों से सनसनाहट कम होती है?

फ्लॉस करने से दाँतों की सड़न साफ हो जाती है। अगर इसकी सफाई ठीक से न करी जाए तो यह दाँतों के सड़ने का कारण बन सकती है और जिसके परिणामस्वरूप सनसनाहट पैदा हो सकती है। ओरल हेल्थ को बनाए रखने के लिए व सेंसिटिविटी को रोकने के लिए दाँतों की सफाई बहुत जरूरी है। 

3. क्या बहुत जोर से दाँतों को ब्रश करने से सेंसिटिविटी होती है?

लंबे समय तक हार्ड ब्रश से दाँतों को साफ करने से इनेमल पर प्रभाव पड़ता है। यह डेंटाइन तक पहुँचता है जिससे दाँतों की नर्व जुड़ी होती है, जब यह बहुत ठंडे या गर्म चीज के संपर्क में आता है है तो आपको दर्द का अहसास होता है।  

हालांकि सेंसेटिव दाँतों की प्रॉब्लम होना कॉमन डेंटल प्रॉब्लम में से एक है, यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, इससे बस कुछ समय के लिए आपको दर्द का अनुभव होता है। इसलिए हार्ड ब्रश का इस्तेमाल करने से बचें अपने दाँतों को दो बार जेंटली फ्लॉस करें और साल में कम से कम एक बार अपने डेंटिस्ट के पास जाएं। 

समर नक़वी

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