गर्भधारण

फैमिली प्लानिंग 101: इन 7 चीजों में इन्वेस्ट जरूर करें

तो आखिरकार आप और आपके साथी जीवन के अगले पड़ाव पर जाने के लिए तैयार हैं। बहुत बहुत बधाई हो! जाहिर है इस समय आपको घबराहट हो रही होगी, पर आप उत्साहित भी होंगी और अगर हम सही हैं तो आप कन्फ्यूज भी होंगी। बच्चा प्लान करने के लिए बहुत कुछ करना पड़ता है और इसके लिए मानसिक, शारीरिक व फायनेंशियली तैयार रहने की भी जरूरत है। आप यह बड़ा कदम उठाने से पहले तैयारी के लिए निम्नलिखित कुछ चीजों पर इन्वेस्ट कर सकती हैं, जानने के लिए यह आर्टिकल पूरा पढ़ें। 

प्रेगनेंसी प्लान करते समय इन 7 चीजों पर ध्यान दें

फैमिली प्लानिंग (परिवार नियोजन) करते समय निम्नलिखित चीजों पर जरूर ध्यान दें, आइए जानें;

1. शुरुआत अपने स्वास्थ्य से करें

स्विमिंग, वॉकिंग और अन्य प्रकार की एक्सरसाइज करने के लिए यह समय बिलकुल सही है। आप पहले से अपना शेप बनाएं, गर्भावस्था के दौरान सही वजन रखें और कम्फर्टेबल प्रेगनेंसी व लेबर की संभावनाओं को बढ़ाएं। आप ऐसा वर्कआउट करें जिसमें एन्जॉय कर सकें और आपको फिट व एनर्जी महसूस हो सके। आप योगा या फिटनेस क्लास भी ज्वाइन कर सकती हैं। यदि आपके पति का साथ मदद करता है तो आप उन्हें भी क्लास ज्वाइन करने के लिए कहें। साथ में वर्कआउट करने आप अपने पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम भी बिता सकती हैं।

हेल्दी डायट के लिए क्या आप अक्सर इंटरनेट पर पर ब्राउज करके आर्टिकल पढ़ती हैं या वीडियो देखती हैं? इस बार आप वास्तव में इसे खरीदें और भरोसा रखिए खरीदने का आपको इससे बेहतर समय नहीं मिलेगा। इस दौरान आप हरी सब्जियां, होल ग्रेन, नट्स और फल खरीदें व आप इन सब चीजों को पानी डायट में कैसे शामिल कर सकती हैं, यह जानने के लिए इंटरनेट की मदद लें ताकि आपको इस डायट से बोरियत महसूस न हो। इसके अलावा आप कैफीन, पैक्ड फूड व ऑयली चीजों का भी सेवन न करें। 

2. रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर ध्यान दें

गर्भधारण करने से पहले आप डॉक्टर या गायनोक्लोजिस्ट से जांच कराएं। समय से जांच कराने से डॉक्टर को संभावित समस्याओं या कॉम्प्लीकेशंस के बारे में पता लग सकता है। डॉक्टर आपको व आपके पति को अन्य टेस्ट कराने के लिए कह सकते हैं व साथ ही प्रीनेटल विटामिन भी प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। 

यदि आप जन्म नियंत्रण गोलियां ले रही हैं तो इसे कब व कैसे बंद करना है, यह जानने के लिए डॉक्टर से बात करें। विशेषकर यदि आप कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स ले रही हैं तो गर्भधारण करने से कुछ महीने पहले ही डॉक्टर आपको यह दवा लेने से मना कर सकते हैं। गर्भधारण की संभावनाएं बढ़ाने के लिए आप पार्टनर के साथ समय के अनुसार सेक्स कर सकती हैं।

3. सही प्रेगनेंसी किट खरीदें

गर्भधारण का प्रयास के दौरान पीरियड्स मिस्ड होने का मतलब हो सकता है कि आप गर्भवती हो गई हैं। यद्यपि अभी गायनोक्लोजिस्ट से मिलने का सही समय नहीं है पर इंतजार करना आपके लिए एंग्जायटी का कारण बन सकता है। आप घर में प्रेगनेंसी टेस्ट किट का इस्तेमाल कर अपनी चिंताओं को कम कर सकती हैं। आपको इसके परिणाम 5 मिनट में दिखने लगेंगे। यह किट पेशाब के सैंपल में एचसीजी, प्रेगनेंसी हॉर्मोन्स का पता करके परिणाम दिखाता है। इन टेस्ट किट के लगभग परिणाम सही होते हैं और इसका उपयोग करना भी बहुत आसान है। यदि आपको पॉजिटिव रिजल्ट दिखाई देता है तो आप इसे कन्फर्म करने के लिए डॉक्टर से सलाह लें। 

4. सेविंग्स शुरू करें

गर्भावस्था और बच्चों की देखभाल में बहुत ज्यादा खर्च होता है। यदि आप बच्चा प्लान कर रही हैं या पहले से ही गर्भवती हैं तो सेविंग करने के लिए कभी भी देर नहीं होती है। बच्चे के डायपर, स्किनकेयर से लेकर उसकी वैक्सीनेशन तक में बहुत सारी चीजों का योगदान होता है जिनके बारे में आप सोच भी नहीं सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान जांच, दवा और अल्ट्रासाउंड स्कैन में बहुत ज्यादा खर्च होता है इसलिए आप पहले से ही फाइनेंशियल प्लानिंग जरूर करें। यदि आपके लिए फाइनेंशियल को मैनेज करना कठिन है तो आप किसी प्रोफेशनल की मदद भी ले सकती हैं। आप अकाउंटेंट की मदद से बजट पर ध्यान दे सकती हैं और साथ ही आप मैटरनिटी हेल्थ इन्स्योरेन्स और मैटरनिटी बेनिफिट प्रोग्राम पर भी ध्यान दें जिससे आपको काफी मदद मिलेगी। 

5. अच्छी स्किनकेयर और रिलैक्सेशन प्रोडक्ट्स खरीदें

गर्भावस्था के दौरान आमतौर पर स्ट्रेच मार्क्स होते हैं और इन सब चीजों से महिलाओं को अक्सर असुविधाएं होती हैं। ये स्ट्रेच मार्क्स पेट, हिप्स या ब्रेस्ट पर वजन व पेट बढ़ने की वजह से दिखाई देते हैं। इलास्टिसिटी कम होने से ऐसी जगहों पर खुजली व इरिटेशन होती है और त्वचा लाल भी हो जाती है। इन्हें ठीक करने के लिए आप पहली तिमाही से ही एक अच्छी स्ट्रेच मार्क्स क्रीम पर इन्वेस्ट करें और प्रभावी जगहों पर लगाएं। इन क्रीम्स में ऐसे इंग्रेडिएंट्स होते हैं तो स्ट्रेच मार्क को कम करते हैं, त्वचा की फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार लाते हैं और त्वचा को सुरक्षित व सौम्य बनाए रखते हैं। 

गर्भावस्था के दौरान शरीर का बढ़ता हुआ वजन पैरों पर पड़ता है जिससे महिलाओं के पैरों में अक्सर दर्द होता है। आप ऐसे में कोई रिलैक्सिंग जेल लगाएं जिससे पैरों में ब्लड सर्कुलेशन होता रहेगा। आप प्रोफेशनल की मदद से कुछ सुरक्षित एक्सरसाइज भी कर सकती हैं ताकि पैरों व पीठ का दर्द कम हो सके। 

6. हाइजीन का ध्यान रखना न भूलें

कोविड के चलते हमने एक चीज जरूर सीखी है और वह है हाइजीन का ध्यान रखना। वजायनल हाइजीव रखने से इन्फेक्शन होने की संभावना कम हो सकती हैं और कंसीव करने की संभावना बढ़ती है। जैसा कि गर्भावस्था के दौरान आपको कभी भी इन्फेक्शन हो सकता है इसलिए इस समय आपको माइल्ड व सुरक्षित चीजों का ही उपयोग करना चाहिए। अंदरूनी अंगों को साफ करने के लिए आप एक अच्छा इंटिमेट वाश का उपयोग करें। यह सुरक्षित, सौम्य होता है और इससे खुजली व दुर्गंध निजात मिलता है। 

7. आने वाले बच्चे के लिए आवश्यक चीजें खरीदें

पहले साल में बच्चे को बहुत सारी चीजों की जरूरत होती है और उसके लिए एक बार में सभी चीजें खरीदना संभव नहीं है। तो आप अपने बच्चे के लिए एक अकाउंट बनाएं, उसकी सभी चीजों की लिस्ट बनाएं और गर्भावस्था के 9 महीनों के अंतराल में सभी चीजें खरीदना शुरू कर दें। 

बच्चा प्लान करना थोड़ा कठिन सुनने में लगता है पर हर चीज को उचित तरीके से करने से सारी मुश्किलें दूर हो जाती हैं। विश्वास करें, बच्चे के जन्म के बाद अच्छी हेल्थ के लिए इन्वेस्ट करना, लाइफस्टाइल में बदलाव लाना और बजट बनाना बहुत जरूरी है।

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Essay On The Importance Of Education In Hindi)

शिक्षा यानी ज्ञान अर्जित करने और दिमाग को सोचने व तर्क लगाकर समस्याओं को हल…

6 hours ago

अच्छी आदतों पर निबंध (Essay On Good Habits in Hindi)

छोटे बच्चों के लिए निबंध लिखना एक बहुत उपयोगी काम है। इससे बच्चों में सोचने…

2 days ago

कक्षा 1 के बच्चों के लिए मेरा प्रिय मित्र पर निबंध (My Best Friend Essay For Class 1 in Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत उपयोगी होता है क्योंकि इससे वे अपने विचारों को…

2 days ago

मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay On My Favourite Game In Hindi)

खेल हमारे जीवन में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। ये न सिर्फ मनोरंजन का साधन…

4 days ago

पुस्तकों के महत्व पर निबंध (Essay On Importance Of Books In Hindi)

पुस्तकें सीखने, जानने, समझने और आत्मविश्वास बढ़ाने का सबसे आदर्श पर्याय मानी जाती हैं। ये…

5 days ago

कक्षा 2 के बच्चों के लिए मेरी माँ पर निबंध (My Mother Essay For Class 2 in Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना एक बहुत ही मजेदार और सीखने वाली गतिविधि होती है।…

5 days ago