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त्वचा पर मुँहासे होना एक कॉमन प्रॉब्लम है। चाहे आपकी त्वचा पर हमेशा मुँहासे रहते हों या ये कभी कभार होते हों, हम जानते हैं कि अगर आप अपने चेहरे पर एक छोटे से लाल धब्बे को भी देखती हैं तो चिंतित हो जाती हैं। यदि आप ऐसी महिला हैं जो मुँहासे से मुक्त त्वचा पाना चाहती हैं, तो आपको इस लेख को जरूर पढ़ने की आवश्यकता है। गर्मियों के समय में ब्रेकआउट होने की समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। हालांकि, हमारे पास कुछ सुझाव हैं, जिनका यदि आप पालन करती हैं, तो आपको इसके बेहतर रिजल्ट मिल सकते हैं। हाँ, अगर आप कुछ सावधानियां बरतेंगी, तो स्किन भी ग्लोइंग दिखेगी। इस गर्मी के मौसम में चेहरे और त्वचा पर होने वाले पिंपल्स से कैसे छुटकारा पाया जाए, इसके लिए इस लेख में दी गई गाइडलाइन को पढ़ें।
गर्मियों के मौसम में ह्यूमिडिटी और गर्म वातावरण होने की वजह से आपको बहुत ज्यादा पसीना आता है। इससे स्किन सेल्स नॉर्मल से बहुत ज्यादा चिपचिपी हो जाती हैं। डेड स्किन बाहरी सतह पर लेयर के रूप में जमा हो जाती है और चिपचिपी सीबम के साथ मिक्स होकर यह हमारी त्वचा के नीचे ऑक्सीजन-नेगेटिव एनवायरमेंट बनाती है जहाँ बैक्टीरिया की तादाद नेचुरली बढ़ सकती है। यह त्वचा में सूजन का कारण बनता है जिससे पिंपल्स होते हैं।
यहाँ बताया गया है कि कैसे आप गर्मियों में और जब सूरज के संपर्क में आती हैं तो इन दर्दनाक दानों को दूर रख सकती हैं और पिंपल्स को ठीक कर सकती हैं।
चिलचिलाती गर्मी में हम कोल्ड ड्रिंक का सेवन बहुत ज्यादा करते हैं जिसमें शुगर का इस्तेमाल होता है। गर्मियों में हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हाई शुगर वाली ड्रिंक्स से खुद को हाइड्रेट करें। शुगर ड्रिंक और अनहेल्दी स्नैक्स का सेवन करने से आपके चेहरे पर ब्रेकआउट की संभावना बढ़ सकती है। हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकते हैं जो ब्लड में इंसुलिन की जरूरत को बढ़ा सकता है। इंसुलिन के बहुत ज्यादा प्रोडूस होने से सीबम का प्रोडक्शन भी बढ़ सकता है, जो बाद में पोर्स को ब्लॉक कर सकता है। आपको आड़ू और चेरी और शुगर ड्रिंक, कार्बोनेटेड ड्रिंक, अल्कोहल और फ्राई फूड का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अलावा, ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जो मल त्याग की प्रक्रिया को स्पोर्ट करें और आपके शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने के लिए लिवर को उत्तेजित करें।
गर्मियों के महीनों में, महिलाएं अपने चेहरे पर सनस्क्रीन लगाना शुरू कर देती हैं, जो त्वचा को तेज धूप से बचाने के लिए प्रोटेक्शन का काम करती है। लेकिन आमतौर पर सनस्क्रीन बहुत अधिक ऑयली होती है और आपके चेहरे पर ऑयली सनस्क्रीन की लेयर पर लेयर लगाने से त्वचा को सांस लेने की जगह नहीं मिलती है। नतीजतन, आपके पोर्स क्लॉग हो जाएंगे। तो सनस्क्रीन खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें और हमेशा मिनरल बेस्ड सनस्क्रीन खरीदें जिसमें, टाइटेनियम ऑक्साइड या जिंक ऑक्साइड जैसे इंग्रीडिएंट मौजूद हो। ये सनस्क्रीन बहुत लाइट होती हैं और इनके उपयोग से मुँहासों को कम करने में मदद मिलती है।
यदि आप अपने चेहरे पर मुँहासे से छुटकारा पाने के लिए सैलिसिलिक एसिड और बेंजोइल पेरोक्साइड युक्त प्रोडक्ट इस्तेमाल कर रही हैं, तो ऐसा न करें। केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट सभी प्रकार की त्वचा के अनुरूप नहीं होते हैं। इसलिए, भले ही आप अपने चेहरे पर केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट को आजमाना चाहती हों, लेकिन उससे पहले एक छोटा सा पैच टेस्ट करें और देखें कि क्या यह आपको सूट कर रहा है। अल्फा-हाइड्रॉक्सी-एसिड या सैलिसिलिक एसिड के साथ फोमिंग क्लीन्जर यूज करें। ऑयल प्रोडक्शन को धीमा करने के लिए महीने में एक या दो बार केमिकल पील ट्रीटमेंट लें।
हालांकि यह बात थोड़ी आजीब साउंड कर सकती है लेकिन ऑयली स्किन को भी मॉइस्चर और हाइड्रेशन की जरूरत पड़ती है। स्किन मॉइस्चर बरकरार न होने से भी त्वचा की सॉफ्टनेस कम होने लगती है। ऐसे मॉइस्चराइजर का उपयोग करने की कोशिश करें जिसमें हाइलूरोनिक एसिड हो और जो लाइट और नॉन ऑयली हो।
पिंपल्स को रोकने के लिए अपनी त्वचा को नियमित रूप से एक्सफोलिएट करें। आपके छिद्रों में मौजूद टॉक्सिन और अशुद्धियों को खत्म करने से त्वचा के घावों को ठीक किया जा सकता है। कोशिश करें कि ग्लाइकोलिक एसिड युक्त एक एक्सफॉलिएटिंग क्लींजर का उपयोग करें।
यदि आपकी त्वचा ऑयली है और हर बार आप चेहरा धोने के लिए साबुन का उपयोग करती हैं, तो ऐसा न करें। बहुत ज्यादा साबुन का इस्तेमाल आपकी त्वचा के लिए हार्श हो सकता है और आपकी त्वचा के एल्कलाइन एसिड बैलेंस को खराब कर सकता है। चेहरे पर स्क्रब करने से मुँहासे हो सकते हैं। दिन में जितनी बार भी मुँह धोएं तो सादे पानी का ही प्रयोग करें। सुबह और शाम एक बार क्लींजर और एक्सफोलिएटर का उपयोग करें।
क्लींजिंग के बाद एस्ट्रिंजेंट बेस्ड टोनर का इस्तेमाल करें। यह बढ़े हुए छिद्रों को कम करने में मदद करेगा। कॉटन पैड का इस्तेमाल करते हुए अपने चेहरे पर खीरे का जूस या गुलाब जल जैसे नेचुरल एस्ट्रिंजेंट का उपयोग करें।
नीम मुँहासे के लिए एक बेहतरीन एंटी बैक्टीरियल रेमेडी के तौर पर जानी जाती है। नीम के पत्तों का एक गुच्छा पानी में उबालें और दिन में अपना चेहरा धोने के लिए इस पानी का उपयोग करें। बाहर जाते समय अपने चेहरे को तरोताजा करने के लिए एक छोटी स्प्रे बोतल में रोजवॉटर और खीरे के पानी का घोल रखें।
एक ऑयली स्किन के कारण आपकी ब्यूटी कम होती है और साथ ही गर्मियों के दिनों में आप बीच जैसी जगहों पर एन्जॉय भी नहीं कर पाती हैं। यहाँ बताए गए गर्मियों में मुँहासों से छुटकारा पाने के इन नुस्खों का पालन करें। अपने खाने की आदतों को बदलें, रूटीन से अपने चेहरे की क्लींजिंग करें और अपनी स्किन के लिए अच्छे फेशियल प्रोडक्ट चुनें, ताकि आपकी त्वचा ग्लोइंग और पिंपल फ्री दिखे।
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