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होली DIY: जानें कैसे बनाएं घर बैठे होली के लिए नेचुरल कलर

एक समय में, होली खेलने के लिए जिन रंगों का इस्तेमाल किया जाता था उनमें फूलों के रंग का उपयोग किया जाता था लेकिन अब केमिकल आधारित रंग इस्तेमाल किए जाते हैं। बाजार में आसानी से उपलब्ध कलर और डाई में क्रोमियम, सिलिका, लेड और एल्कलाइन होते हैं। ये खुले में बिकने वाले असुरक्षित रंग होते हैं और यहाँ तक कि इसमें कांच के पार्टिकल भी पाए गए हैं। इनका इस्तेमाल शरीर पर करने से सेहत को नुकसान होने का खतरा होता है। ये रंग त्वचा, आँख और बालों के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी हानिकारक होते हैं।

तो क्यों न इस बार एक नई पहल करते हुए आप अपने बच्चों के साथ इको फ्रेंडली तरीके से होली का त्यौहार मनाएं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि होली में खेलने के लिए घर पर रंग कैसे बना सकते हैं ताकि आप और आपके बच्चे ढेर सारा रंग खेलकर भी सुरक्षित रहें।

इको फ्रेंडली होली नेचुरल रंग के साथ

इस होली में नेचुरल और सेफ कलर यूज करें। अपने घर पर 100% ऑर्गेनिक कलर तैयार करें, जो पूरी तरह से हानिरहित होते हैं:

1. सैफरन कलर के लिए

‘पलाश’ या ‘टेसू’ के फूलों को रातभर भिगोकर रख दें या होली के ट्रेडिशनल केसरी रंग को पाने के लिए इसे उबालें। इसके अलावा केसर, जो हालांकि महंगा होता है, यह भी त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है और इससे आपको केसरी शेड भी मिल जाएगा।

2. पिंक कलर के लिए

चुकंदर को स्लाइस में काट लें या कद्दूकस करें और गुलाबी रंग पाने के लिए पानी में भिगो दें। आप गहरा गुलाबी रंग पाने के लिए इसे रात भर भिगोकर रख सकते हैं।

3. ब्राउन कलर के लिए

जब होली सेलिब्रेशन की बात आती है तो भूरा एक बहुत ही अनकॉमन कलर है। चाय या कॉफी की पत्तियों को पानी में उबालें। इसे ठंडा करें और इस ब्राउन कलर को यूज करके लोगों को सरप्राइज करें।

4. ग्रीन कलर के लिए

हरा रंग बनाने के लिए आटे में मेंहदी पाउडर या आंवला पाउडर मिलाएं। ये ग्रीन कलर का परफेक्ट शेड देता है और यह आपके बालों में लगने से इसे कंडीशन करने में मदद करता है।

5. येलो कलर के लिए

पीला रंग बनाने के लिए हल्दी पाउडर और इससे दोगुनी मात्रा में बेसन लेकर दोनों को मिलाएं। इस मिश्रण का त्वचा पर एक जादुई  असर होता है। बेसन की जगह आप गेहूँ का आटा, चावल का आटा और मैदा भी इस्तेमाल कर सकती हैं ।

6. रेड कलर के लिए

लाल चंदन, जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है, उसका उपयोग लाल रंग तैयार करने के लिए किया जा सकता है। लाल रंग बनाने के लिए गुड़हल के फूलों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

7. ब्लैक कलर के लिए

सिंथेटिक काला कलर बहुत हानिकारक होता है क्योंकि वह उपयोग की गई बैटरी से तैयार किया जाता है। इस कलर का सेफ वर्जन पाने के लिए आप सूखे आंवलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। आंवलों को लोहे के बर्तन में उबालकर रात भर के लिए छोड़ दें। अगले दिन पानी डालकर इसे पतला कर दें।

अपने बच्चे को घर पर इन नेचुरल रंगों को बनाने में मदद करने के लिए कहें। उन्हें बताएं कि टॉक्सिक कलर स्किन और बालों को कितना ज्यादा नुकसान पहुँचाते हैं और इनके साइड इफेक्ट्स क्या होते हैं। इसके बाजय उन्हें नेचुरल कलर से खेलने के लिए कहें। जिन्हें फूल, पत्तियों और फलों के साथ एक्सपेरिमेंट करके आप तैयार कर सकते हैं। आपको यह देखकर खुशी होगी कि आपके छोटे से एफर्ट से आपके बच्चे को इको फ्रेंडली होली खेलने के लिए प्रेरणा मिलेगी।

यह भी पढ़ें: होली पार्टी के लिए टॉप 10 डांस सॉन्ग्स

समर नक़वी

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