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हममें से अधिकांश लोग दोपहर के खाने के बाद आराम करना पसंद करते हैं या फिर हम रात को सोने से पहले स्नैक्स खाना पसंद करते हैं। आप कभी-कभी इस बारे में सोचते भी होंगे कि खाने के बाद झपकी लेना ठीक है या नहीं। इसमें कोई शक नहीं है कि खाना खाने के बाद आप अक्सर नींद महसूस करते हैं, लेकिन क्या इसका मतलब यह है कि हमें सो जाना चाहिए या फिर कुछ देर रुकना चाहिए? खाने के तुरंत बाद सो जाने का विचार बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। यह हमारे शरीर के लिए हानिकारक है।
जैसे ही आप अपना खाना खत्म करते हैं, आपका दिमाग आपके अंगों को भोजन पचाने का संकेत देने लगता है। ब्लड सर्कुलेशन आपके डाइजेस्टिव सिस्टम के आसपास अधिक केंद्रित हो जाता है। ब्लड सर्कुलेशन की बदलती तीव्रता आपके मस्तिष्क को भी प्रभावित करती है। मस्तिष्क में खून की कमी के कारण आपको सुस्ती या नींद का अहसास होने लगता है।
आपके शरीर को खाना पचाने के लिए एनर्जी की जरूरत होती है और यह तभी हो सकता है जब आप सीधे बैठे रहें। हालांकि, जब आप खाने के बाद झपकी लेते हैं, तो यह आपके शरीर को खाना पचाने के काम से रोकता है। जिसकी वजह से आपको नीचे बताई गई कंडीशन का सामना करना पड़ता है:
खाने के तुरंत बाद सोने से वजन बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके शरीर को खाने से मिलने वाली कैलोरी को जलाना आवश्यक होता है, लेकिन आप इस दौरान सीधे बैठने के बजाय सोना पसंद करते हैं, जिसका अर्थ है कि आपके शरीर में यह कैलोरी जमा हो जाती है। कैलोरी की मात्रा का शरीर में ज्यादा होना वजन को बढ़ाता है। कम शब्दों में कहा जाए तो खाने के बाद सोना आपको मोटा बनाता है।
एसिड रिफ्लक्स एक ऐसी कंडीशन है जब आपके पेट में मौजूदा सामग्री आपकी इसोफेगस (भोजन नलिका) के रास्ते बाहर आ जाती है। एसिड रिफ्लक्स से आपको सीने में जलन होने लगती है। यह तब होता है जब आप खाना खा कर जल्दी सो जाते है।
अगर आप लंच या डिनर खाने के तुरंत बाद सोते हैं, तो आपका खाना ठीक से नहीं पचता है। खाना न पचने के कारण आपको गैस, जलन, एसिडिटी, पेट फूलने आदि संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
भोजन करने के तुरंत बाद सोने से आपको स्ट्रोक होने की संभावना बढ़ सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बिना पचा हुआ भोजन आपके ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर के लेवल में असंतुलन पैदा कर सकता है, जिसके अत्यधिक बढ़ने से स्ट्रोक भी हो सकता है।
आपको यह सलाह दी जाती है कि सोने से पहले खाए हुए भोजन को पचा लें। हालांकि अलग-अलग खाद्य पदार्थों को पचने में अलग-अलग समय लगता है, लेकिन भोजन करने के बाद कम से कम 2 से 4 घंटे तक झपकी न लेना ही बेहतर होगा।
सोने से पहले कुछ भी खाना वैसे तो अच्छा नहीं होता है, लेकिन कभी-कभी अचानक भूख लगने से हमें कुछ खाने की चाह होने लगती है। हम आपको पौष्टिक और हेल्दी चीजों को खाने का सुझाव देंगे बजाय इसके कि आप बेकार की कैलोरी को बढाएं। यहाँ आपको कुछ हेल्दी टिप्स दिए गए हैं जिनके माध्यम से आप लेट नाइट स्नैकिंग से अपनी भूख को शांत कर सकते हैं:
अगर भूख अजीब समय पर लगे तो ये कुछ स्नैक्स हैं जिन्हें आप बिना ज्यादा सोचे ले सकते हैं। फैटी, तले हुए या कैलोरी युक्त खाने की चीजों से बचें, क्योंकि ये न केवल आपके डाइजेस्टिव सिस्टम पर भारी पड़ सकते हैं, बल्कि सोने में भी परेशानी पैदा कर सकते हैं।
भोजन और नींद का एक बहुत ही कॉम्प्लेक्स और दिलचस्प रिश्ता है। कुछ फूड आइटम्स को खाने से बहुत तेज नींद आती है जैसे किसी बच्चे की तरह। फिर आते हैं चॉकलेट, एनर्जी ड्रिंक, सोडा आदि खाद्य पदार्थ जिनका सोने से पहले सेवन करने से ये आपको जगा सकते हैं या आपकी नींद खराब कर सकते हैं। इसलिए, हमें सतर्क रहना होगा कि हम सोने के समय क्या खाते हैं। इसके अलावा, यदि आप सोने से ठीक पहले अपने भोजन का सेवन करते हैं, तो इस बात की संभावना हो सकती है कि आपको एसिडिटी या हार्टबर्न से जूझना पड़े, जो आपकी नींद पर असर करेगी।
कुछ ऐसे भी लोग हैं जो सोते समय कुछ भी खाएं लेकिन उससे उनकी नींद पर कुछ फर्क नहीं पड़ता है, इसका मतलब यह नहीं है कि वे जो कुछ भी खाना चाहें वो खा सकते हैं, क्योंकि उनकी नींद खराब नहीं होती। सवाल नींद का नहीं है उस भोजन का है जो हम पचा नहीं पाते हैं। इसलिए, हर भोजन के बाद सोना या आराम करना आपके लिए अच्छा नहीं है।
यह महत्वपूर्ण है कि आप भोजन के समय से लेकर अपने सोने तक के समय के बीच में काफी अंतर रखें। रात को सोने से पहले हेल्दी और पौष्टिक भोजन लें। अनहेल्दी चीजों से परहेज करें और अगर आपको देर रात में भूख लग जाए तो सही स्नैक्स का सेवन करें जो आपकी नींद और हेल्थ दोनों के लिए बेहतर हो। हालांकि, यदि आप किसी भी हार्टबर्न, एसिड रिफ्लक्स या नींद से जुड़ी समस्या का अनुभव करते हैं, तो हम यह एडवाइस देते हैं कि अपने डॉक्टर के पास जाकर तुरंत जांच कराएं।
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