मैगज़ीन

सर्दियों में 7 इन्फेक्शन से बच कर रहें

लोग अक्सर दिसम्बर का इंतजार पूरे उत्साह से करते हैं क्योंकि इस समय छुट्टियां, क्रिसमस और न्यू ईयर के बहुत सारे प्लान बनाए जाते हैं। पर इस दौरान जो नहीं आना चाहिए वह है सर्दी-जुकाम और कई अन्य समस्याएं। यद्यपि सामान्य जुकाम होने से भी आपको काफी परेशानी हो सकती है पर यह एक ही समस्या नहीं है। कई अनेक इन्फेक्शन और रोग हैं जो सर्दियों के महीने में आपकी सभी बुकिंग और प्लान लास्ट मिनट में कैंसिल करवा सकते हैं। वे कौन से इन्फेक्शन हैं आइए जानें और उन्हें समय से पहले ठीक करने का प्रयास करें। 

सर्दियों में होने वाले 7 इन्फेक्शन

सर्दियां यानी चारों तरफ ठंड और बहुत सारे इन्फेक्शन। इसलिए आपको पहले से ही इन इन्फेक्शन से बचने के तरीके खोज लेने चाहिए। सर्दियों में आप किसी भी इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए क्या कर सकती हैं, आइए जानें;

ADVERTISEMENTS

1. जुकाम होना

इन्फेक्शन की लिस्ट में सबसे पहला नाम जुकाम का होता है तो इसके बारे में चर्चा किए बगैर हम आगे कैसे बढ़ सकते हैं? इस मौसम में सर्दी-जुकाम होना आम है। यह इन्फेक्शन रेस्पिरेटरी के ऊपरी ट्रैक्ट में विभिन्न वायरस के कारण होता है। सर्दी के रूखे मौसम में ये वायरस तेजी से बढ़ते हैं। इसलिए माना जाता है कि हमें सर्दी या घटते तापमान की वजह से नहीं बल्कि सर्दी के मौसम में बाहर फैले वायरस की वजह से यह इन्फेक्शन हो जाता है। 

इसमें खांसी, नाक बहना या नेजल कंजेशन, छींक, गला खराब और सिर में दर्द होने जैसी समस्याएं होती हैं व बच्चों को बुखार भी आ सकता है। यह इन्फेक्शन कुछ दिनों से कुछ सप्ताह तक भी रह सकता है। इसे आप खुद ही ठीक कर सकती हैं और इसके लिए किसी भी दवा की जरूरत नहीं है। आप कुछ बचाव के टिप्स, जैसे बार-बार हाथ धोने, हाइड्रेटेड रहने व आराम करने और होम रेमेडीज की मदद से भी इसे ठीक कर सकती हैं। 

ADVERTISEMENTS

2. गला खराब होना

गला खराब और गले में खराश होना दो तरह के अलग-अलग इन्फेक्शन हैं। गले में खराश होने से उतना दर्द व जलन नहीं होता है जितना गला खराब होने से होता है। गले में इन्फेक्शन और टॉन्सिल्स के कारण भी गला खराब हो सकता है, यह इन्फेक्शन स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया की वजह से होता है जो हमारी नाक व गले में पैदा होता है। किसी भी आयु में गला खराब हो सकता है पर यह रोग ज्यादातर बच्चों व युवाओं में ही पाया गया है। यह इन्फेक्शन सिर्फ बैक्टीरिया या वायरस की वजह से ही नहीं बल्कि जुकाम की वजह से भी हो सकता है और यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से भी फैलता है। जुकाम से संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खांसने की वजह से वायरस हवा में फैल जाते है और सांस लेने से यही वायरस शरीर में पहुँच जाता है। 

इस इन्फेक्शन के लक्षण हैं, टॉन्सिल्स में सूजन, सिर में दर्द, पेट में दर्द आदि। इस इन्फेक्शन को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए आप डॉक्टर को दिखाएं, दवा लें और जितना ज्यादा हो सके उतना गुनगुना पानी पिएं। 

ADVERTISEMENTS

3. साइनसाइटिस होना

साइनस के टिश्यू की परत में सूजन होने को साइनसाइटिस कहते हैं। चेहरे पर एक दूसरे से जुड़ी हुई जगहों के ग्रुप को साइनस कहते हैं जो आँख, गाल के पीछे, नाक और सिर में होता है। यदि आपको जुकाम हुआ है तो जुकाम के वायरस से साइनस में इन्फेक्शन हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप सूजन आ जाती है। साइनस इन्फेक्शन अक्सर सर्दियों में बाहर की रूखी हवा की वजह से होता है जिससे म्यूकस परत में सूख जाता है व यह मोटा हो जाता है जिसके परिणामस्वरूप कंजेशन व इन्फेक्शन होता है। घर में उचित वेंटिलेशन न होने की वजह से साइनसाइटिस होता है। आपको इन्फेक्शन न हो इसलिए आप धुल से दूर रहें और ठंड से बचने के लिए आवश्यक स्टेप्स लें। इस दौरान आप खूब सारा पानी पिएं, हेल्दी खाएं और बहुत सारा आराम करें। 

4. ब्रोन्कियोलाइटिस होना

इस वायरल इन्फेक्शन से शायद आपको कोई भी प्रभाव न पड़े पर यदि आपका बच्चा बहुत छोटा है तो यह उसे प्रभावित कर सकता है इसलिए हम सलाह देंगे कि आप इसे अच्छी तरह से जान लें। ब्रोन्कियोलाइटिस अक्सर 2 साल से कम के बच्चों को होता है। यह रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है जो अक्सर सर्दियों में होता है। बहुत सारे इन्फेक्शन हैं जिसकी वजह से यह इन्फेक्शन हो सकता है और इसका मुख्य कारण सिनसिटिकल वायरस (आरएसवी) है। ब्रोन्कियोलाइटिस रेस्पिरेटरी के निचले हिस्से – लंग्स और रेस्पिरेटरी के ऊपरी क्षेत्र – नाक, मुँह और गले को प्रभावित करता है। चूंकि म्यूकस सांस की नलिका को ब्लॉक कर देता है जिसकी वजह से सांस लेने में समस्या होती है। इसके अन्य लक्षण हैं, गले में खराश होना, खांसी आना, बुखार होना और डिहाइड्रेशन होना। इसे घर पर ही ठीक किया जा सकता है पर बच्चे को सांस लेने समस्या होती है या वह डिहाइड्रेटेड है तो आप उसे अस्पताल ले जाएं। 

ADVERTISEMENTS

5. कान में इन्फेक्शन होना

यदि आपको जुकाम है तो सर्दियों में कान में इन्फेक्शन होना भी बहुत आम है। दोनों कान के बीच में युस्टेशियन ट्यूब होता है जो गले से जुड़ा रहता है ताकि फ्लूइड का बहाव हो सके। यदि यह ट्यूब ब्लॉक हो जाए तो फ्लूइड जम जाता है जिसकी वजह से इन्फेक्शन होता है। अक्सर बड़ों से ज्यादा बच्चों को कान में इन्फेक्शन होता है। जुकाम व साइनस के इन्फेक्शन के परिणामस्वरूप कान में इन्फेक्शन होता है। इसे खत्म करने के लिए जुकाम और इसके लक्षण को ठीक करना होगा। हालंकि यदि आपको कान में बहुत ज्यादा दर्द होता है इसमें वॉर्म कंप्रेस का उपयोग कर सकती हैं या डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयां ले सकती हैं। 

6. इन्फ्लुएंजा

इन्फ्लुएंजा को आमतौर पर फ्लू भी कहते हैं। सर्दियों में फ्लू होना बहुत आम है और अक्सर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं क्योंकि इसके प्रभाव उतने प्रभावी नहीं है जिसकी वजह से विशेषकर बड़ों को अस्पताल जाना पड़े। इसमें खांसी, सिर में दर्द, तेज बुखार, गला खराब और मांसपेशियों में दर्द होता है और यह समस्या लगभग 3 से 5 दिनों तक रहती है। फ्लू को ठीक करने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ पिएं जैसे, पानी, गर्म सूप और आराम करें। बहुत ज्यादा जुकाम होने से पहले आप फ्लू से बचने के लिए इसका इंजेक्शन जरूर लें। 

ADVERTISEMENTS

7. निमोनिया

निमोनिया में एक या दोनों लंग्स में सूजन हो जाती है। सर्दियों में यह समस्या होना आम है और यह बैक्टीरिया, फंगस या वायरस की वजह से होती है। यदि आपको जुकाम या फ्लू है तो निमोनिया भी हो सकता है। यदि आपको गंभीर समस्याएं हैं, जैसे दिल के रोग, कैंसर या अस्थमा तो आपको निमोनिया होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। इसके लक्षण हैं, जुकाम, बुखार, सांस लेने में समस्याएं, भूख की कमी, थकान, मतली, डायरिया आदि और इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि आपको सांस लेने में समस्या होती है तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसे हल्के में न लें क्योंकि निमोनिया का ट्रीटमेंट जरूरी है। 

सर्दियों से बचने के लिए कुछ टिप्स

यदि आप शुरुआत में ही जुकाम या अन्य रोगों को खत्म न कर पाएं तो कोई बात नहीं आप अब भी नीचे बताए हुए टिप्स की मदद से सर्दी में होने वाले इन्फेक्शन को खत्म कर सकती हैं। सर्दियों से बचने के कुछ टिप्स यहाँ दिए हुए हैं, आइए जानें; 

ADVERTISEMENTS

  • इन्फेक्शन से बचने के लिए आप साबुन अपने हाथों को 10 सेकंड तक साफ करें और पानी से धो लें। इसे आप दिनभर में कई बार करें। बार-बार हाथ धोने से आपके शरीर में वायरस नहीं फैलेंगे। सर्दियों में जुकाम करने वाले वायरस अक्सर आपके हाथों पर हर 3 घंटे में होते हैं। यदि आप अपने चेहरे, नाक या मुँह को बार-बार छूती हैं तो आपको इन्फेक्शन हो सकता है। इसलिए आप सामान्य से ज्यादा और बार-बार हाथ धोएं।
  • यदि आपको जुकाम या अन्य कोई इन्फेक्शन हुआ है तो रोजाना रात को अच्छी नींद लें और अपना एक रूटीन बनाएं। 8 से 9 घंटे की नींद लें क्योंकि जब आपके शरीर को आराम मिलेगा तो आप जल्दी ठीक हो सकेंगी। इसलिए सोने से पहले इंस्टाग्राम देखना बंद करें क्योंकि इससे आपको फिट रहने में मदद नहीं मिलेगी। आप सिर्फ आराम करें जिसकी आपको आवश्यकता है।
  • इस दौरान आप उन लोगों से दूर रहें जिन्हें जुकाम या अन्य इन्फेक्शन है। आप सबसे मिलना बिलकुल भी बंद न करें पर पूरी तरह से ठीक होने के बाद ही उनसे मिलें। यदि परिवार में किसी को जुकाम है तो उससे बचना संभव नहीं है पर यदि आप उनकी चीजों का उपयोग न करें या उनसे कोई भी चीज शेयर न करें तो आपको इन्फेक्शन नहीं होगा।
  • इस समय आपको फ्लू के लिए इंजेक्शन लेना चाहिए। फ्लू से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और इंजेक्शन लगवाने से आपकी समस्या काफी हद तक ठीक हो सकती है। इसलिए इसे नजरअंदाज न करें और इम्युनाइज्ड रहें।
  • सर्दी-जुकाम से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और हाइजीन बनाए रखें।

ये सभी इन्फेक्शन आपकी सर्दियां खराब कर सकते हैं और इनकी वजह से आप अपनी छुट्टियों में बीमार रह सकती हैं इसलिए अभी से बचाव करना शुरू कर दें। ऊपर बताए हुए इन्फेक्शन को जानें व इसके उपचारों को अपनाएं और खुश रहें। 

यह भी पढ़ें:

ADVERTISEMENTS

सर्दियों में होने वाली सात कॉमन प्रॉब्लम का हर्बल उपचार
सर्दियों के मौसम में 5 इको-फ्रेंडली आदतें जरूर डालें

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

प्रिय शिक्षक पर निबंध (Essay On Favourite Teacher In Hindi)

शिक्षक हमारे जीवन में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वह केवल किताबों से ज्ञान नहीं…

3 weeks ago

मेरा देश पर निबंध (Essay On My Country For Classes 1, 2 And 3 In Hindi)

मेरा देश भारत बहुत सुंदर और प्यारा है। मेरे देश का इतिहास बहुत पुराना है…

3 weeks ago

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Essay On The Importance Of Education In Hindi)

शिक्षा यानी ज्ञान अर्जित करने और दिमाग को सोचने व तर्क लगाकर समस्याओं को हल…

3 weeks ago

अच्छी आदतों पर निबंध (Essay On Good Habits in Hindi)

छोटे बच्चों के लिए निबंध लिखना एक बहुत उपयोगी काम है। इससे बच्चों में सोचने…

3 weeks ago

कक्षा 1 के बच्चों के लिए मेरा प्रिय मित्र पर निबंध (My Best Friend Essay For Class 1 in Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत उपयोगी होता है क्योंकि इससे वे अपने विचारों को…

3 weeks ago

मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay On My Favourite Game In Hindi)

खेल हमारे जीवन में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। ये न सिर्फ मनोरंजन का साधन…

4 weeks ago