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सर्दियों में अक्सर लोगों थकान और अन्य दर्द के साथ जोड़ों में भी बहुत ज्यादा दर्द होता है। पर यह सर्दियों में ही सबसे ज्यादा क्यों होता है? ठंड के दिनों में जोड़ों का दर्द क्यों होता है और इसे कैसे कम करें? यह जानने के लिए आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
जोड़ों में दर्द अक्सर जॉइंट के आसपास के लिगामेंट्स या मसल्स में चोट लगने या किसी बीमारी की वजह से होता है। यह जोड़ों भाग में सूजन होने की वजह से भी हो सकता है, जैसे कार्टिलेज, हड्डियां, मसल्स या लिगामेंट्स। यह दर्द माइल्ड से गंभीर भी हो सकता है और साथ ही कई दिनों, सप्ताह व महीनों तक भी रहता है। जॉइंट दर्द के लक्षणों में जोड़ों में सूजन, अकड़न, कमजोरी, जोड़ों में संवेदनशीलता आदि शामिल हैं।
मौसम बदलने की वजह से भी जोड़ों में दर्द होता है। सर्दियों में बैरोमेट्रिक प्रेशर कम हो जाता है जिसकी वजह से शरीर में जोड़ों के आसपास की मसल्स, टेंडन्स और टिश्यू फैलते हैं। इससे जोड़ों पर दबाव पड़ता है जिसके परिणामस्वरूप दर्द होता है।
ठंड के दिनों में जोड़ों के दर्द को ठीक करने के लिए कुछ टिप्स निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
वैसे तो ठंड के दिनों में खुद को रोकना जरूरी नहीं है पर इस मौसम में सावधानी बरतने में कोई हानि भी नहीं होगी, है न? यदि भारत में आप ठंडक वाली जगह पर रहते हैं तो इस मौसम में आप गर्म कपड़े जरूर पहनें। इस दौरान आप दो या इससे अधिक स्वेटर, दस्ताने, स्कार्फ और कोई भी ऐसी चीज जरूर पहनें जिससे आपको गर्माहट मिलती रहे। जोड़ों के दर्द से बचने के लिए आप अपने पैरों, घुटनों और हाथों को पूरी तरह से ढक लें।
सर्दियों के कारण आप एक्सरसाइज करना न छोड़ें। एक्टिव रहने के लिए और ठंड में जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए एक्सरसाइज ही सबसे बेस्ट तरीका है। हालांकि घर से बाहर एक्सरसाइज करना थोड़ा सा कठिन हो सकता है इसलिए आप इंडोर एक्सरसाइज करें। इनडोर एक्सरसाइज में आप जॉगिंग, ट्रेडमिल, स्टेशनरी बाइक चलाने जैसी एक्सरसाइज कर सकते हैं। यदि आपके जोड़ों में दर्द है तो आप आसान एक्सरसाइज ज्यादा करें – बहुत कठिन एक्सरसाइज करने के बजाय धीरे-धीरे और सरल एक्सरसाइज ही करें।
ठंड के दौरान अनजाने में आपकी लाइफस्टाइल इनएक्टिव होने लगती है। सुबह देर तक सोने, ज्यादा खाने और शारीरिक एक्सरसाइज न करने से दर्द बढ़ता ही है। हाँ, इन दिनों आप अंदर ही रहना चाहते होंगे पर खुद को कोजी या आलस में न रहने दें। आप उठे एक्सरसाइज करें और कुछ काम करते रहें। चलते रहने से जोड़ों में दर्द नहीं होता है और मसल्स भी मजबूत रहती हैं।
जॉइंट पेन को ठीक करने के लिए आप गुनगुने पानी से नहाएं। गुनगुने पानी से खून का बहाव बढ़ता है और मसल्स व जोड़ों की अकड़न कम होती है जिसकी वजह से दर्द में आराम मिलता है। आप दर्द में आराम के लिए हीटिंग पैड्स या वॉर्म कंप्रेस का उपयोग भी कर सकते हैं। आप ब्लड फ्लो को बढ़ाने के लिए हीटिंग पैड को प्रभावी क्षेत्र में रखें इससे तुरंत आराम मिलने में मदद मिलेगी।
मछली के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो जोड़ों के दर्द को ठीक करने में मदद करता है। आप स्टोर से या ऑनलाइन फिश ऑयल खरीद सकते हैं। हालांकि इसका डोज कितना और कैसे लेना है यह जानने के लिए आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें। फिश ऑयल से कुछ साइडइफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे मतली, रैशेज, पाचन की समस्या इसलिए इसे लेते समय आप पूरी सावधानी बरतें। यदि आपको कोई भी साइडइफेक्ट्स नजर आते हैं तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
विटामिन डी की कमी से भी जोड़ों में दर्द होता है। इस कमी को पूरा करने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा धूप में बैठें। हालांकि ठंड के दिनों में तेज धूप नहीं आती है इसलिए आप विटामिन डी के सप्लीमेंट्स भी लें। आप मेडिकल से विटामिन डी की टेबलेट्स भी ले सकते हैं। हालांकि स्वस्थ रहने के लिए आप सप्लीमेंट्स लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
टोपिकल दवाइयां अक्सर जेल, क्रीम और पैचेज के रूप में मिलती हैं। इन दवाओं में दर्द को कम करने का पदार्थ होता है जिससे जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। हाथ और घुटनों के दर्द के लिए टोपिकल दवाइयां सबसे बेस्ट होती हैं क्योंकि यह जल्दी अब्सॉर्ब हो जाती हैं। इसे प्रभावी जगह पर ऊपर से लगाने के बाद अपने हाथों को धोना न भूलें और मुंह व आंखों पर हाथ न लगाएं।
ठंड आते ही आप पानी पीना कम कर देंगे और आपको यह पता भी नहीं चलेगा। पर आपको इसका पूरा खयाल रखना चाहिए क्योंकि डिहाइड्रेशन की वजह से भी दर्द हो सकता है। हाइड्रेटेड रहने से आपको एक्टिव रहने में भी मदद मिलेगी इसलिए आप रोजाना 2 से 3 लीटर पानी पिएं। पानी पीने से शरीर फ्लेक्सिबल रहता है और अकड़न होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। इसके अलावा पानी पीने से आपको ओवर इटिंग की आदत भी नहीं होगी।
ओबेसिटी से आपको स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं जिसकी वजह से शरीर का हेल्दी वजन रखना बहुत जरूरी है। ज्यादा वजन होने से पैरों और घुटनों में दबाव पड़ता है जिसकी वजह से दर्द होता है। इसलिए आप अपना वजन चेक करते हैं ताकि आपको कम से कम दर्द हो।
विशेषकर शरीर में दर्द होने पर मालिश करने से बहुत राहत मिलती है। मालिश कराते समय पता लगता है कि यह आपके लिए कितनी जरूरी है और कितनी आसानी से आप इसे बंद भी कर सकते हैं। ठंड के मौसम में शरीर को ज्यादा केयर की जरूरत होती है इसलिए आप अपना पूरा खयाल रखें। जोड़ों के दर्द को ठीक करने के लिए मालिश करवाने से बहुत आराम मिल सकता है। आप दर्द को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सप्ताह में एक बार प्रोफेशनल से मालिश जरूर करवाएं।
यदि आपके जोड़ों में दर्द या कोई असुविधा होती है जो सर्दियों के छोटे दिन भी बड़े लगने लगते हैं इसलिए इस दौरान आपको अपनी ज्यादा केयर करनी चाहिए। ठंड में जोड़ों के दर्द से आराम पाने के लिए आप ऊपर बताए गए टिप्स को फॉलो जरूर करें। सर्दियों में आप एक्टिव लाइफ रखें और ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
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