In this Article
हममें से बहुत सारे लोग वजन कम करने के लिए सिर्फ एक्सरसाइज पर ही ध्यान देते हैं जबकि इसके लिए हेल्दी डाइट भी अनिवार्य है। वजन कम करने के लिए बैलेंस्ड डाइट का योगदान सबसे महत्वपूर्ण होता है, बहुत से ऐसे फूड सोर्स हैं जो वजन कम करने में हमारी मदद करते हैं और ओट्स उनमें से एक है। यह एक प्रकार का सेहतमंद अनाज है जो वेट लॉस के लिए सबसे ज्यादा असरदार और महत्वपूर्ण होता है। वेट लॉस एक धीमी प्रक्रिया है जिसके लिए धैर्य और डेडिकेशन जरूरी है किन्तु ओट्स का सेवन इस प्रक्रिया में काफी असरदार है।आइए जानते हैं, हम ओट्स को किस प्रकार अपनी डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं और इससे सेहत को होने वाले फायदे क्या हैं।
वजन कम करने के लिए ओट्स एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, आइए जानते हैं कैसे;
ओट्स को पकाने के विभिन्न तरीकों को जानना आवश्यक है ताकि उसके पोषण को बरकरार रखा जा सके जिससे एक हेल्दी और बैलेंस डाइट हमें मिले।
एक सॉस-पैन में, एक कप रोल्ड ओट्स और दो कप पानी मिलाएं और उसे उबाल लें। फिर उसे धीमी आंच में 5 मिनट तक ढककर हल्का-हल्का उबालें। अंत में सॉस-पैन को स्टोव से हटाएं और सर्व करने से पहले 2 मिनट तक उसे ऐसे ही रहने दें।
एक बड़े सॉस-पैन में एक कप ओट्स और 3 कप पानी मिलाएं और उबाल लें। फिर धीमी आंच में लगभग 20-25 मिनट उसे तब तक उबालें जब तक वह नरम न हो जाए और उसका पानी पूरी तरह सूख न जाए। सॉस-पैन को स्टोव से हटाएं और सर्व करने से पहले, लगभग 5 मिनट तक उसे ढका हुआ रखा रहने दें।
एक बड़े सॉस-पैन में 2 कप पानी और एक कप इंस्टेंट ओट्स मिलाएं और उबालते समय उसे एक बड़े चम्मच से चलाते रहें। धीमी आंच में एक मिनट तक उसे बिना ढके चम्मच से चलाएं और अंत में सॉस-पैन को स्टोव से हटा दें, सर्व करने से पहले लगभग 20 मिनट तक उसे ऐसे ही रहने दें।
अगर आपको वेट लॉस के लिए कम कैलोरी के ओट्स रेसिपीज जाननी हैं, तो यहाँ ओट्स की बनी कुछ डिशेज हैं जिनका सेवन आप नाश्ते या खाने में कभी भी कर सकते हैं।
यह एक टेस्टी, हेल्दी और पॉपुलर भारतीय रेसिपी है।
सामग्री
विधि
कुकर में तेल को गर्म करें और उसमें जीरा मिलाएं, पकने के बाद उसमें कटा हुआ प्याज डालें और तलें। फिर उसमें अदरक, हरी मिर्च डालें और बड़े चम्मच से चलाते हुए अच्छी तरह तलें। थोड़ी देर बाद उसमें हल्दी, लाल मिर्च पाउडर और टमाटर डालें और तब तक पकाएं जब तक वह मुलायम न हो जाए, उसके बाद उसमें सब्जियां, दाल और ओट्स डालें और बड़े चम्मच से अच्छी तरह मिलाएं। उसमें पानी और स्वाद अनुसार नमक डालें व अंत में ओट्स को कुकर में 8 मिनट तक पकाएं। पकने के बाद ठंडा होने दें और हरा धनिया व दही से गार्निश करें।
यह एक सेहतमंद, जल्दी से बनने वाला और स्वादिष्ट व्यंजन है और इसे बनने में आपके सिर्फ 20 मिनट लगेंगे।
सामग्री
विधि
ओट्स को ब्लेंडर में पीसकर एक बाउल में निकाल लें और तेल छोड़ कर बाकी सारी सामग्री उसमें मिला दें। उसमें पानी मिलाएं और फेंटकर बैटर की तरह बना दें। सॉस-पैन को गर्म करें, उसमें हल्का तेल लगाएं और एक करछुल भरकर बैटर गर्म पैन में डालें। बैटर को पैन के चारों तरफ फैला दें और किनारे-किनारे तेल लगाकर दोनों तरफ से तब तक पकाएं जब तक वह हल्का भूरा न हो जाए। अंत में हरे धनिये से सजाकर उसे परोसें।
ओट्स की बनी पौष्टिक स्मूदी जो आपको दे पोषण भी और संतुष्टि भी।
सामग्री
विधि
सारी सामग्री को एक कटोरे में अच्छी तरह मिला लें और उसे कुछ घंटों के लिए फ्रिज में ठंडा होने रख दें। कुछ समय बाद उसे बाहर निकालें और ब्लेंडर में तब तक ब्लेंड करें जब तक स्मूदी न बन जाए। बनने के बाद ऊपर से चॉकलेट पाउडर छिड़ककर उसे परोसें।
यह स्वादिष्ट व क्रीमी रेसिपी हल्के नाश्ते या खाने में बनाई जाती है।
सामग्री
विधि
गर्म पैन में मक्खन डालें और उसमें लहसुन डालकर तल लें, फिर उसमें ओट्स डालकर 1-2 मिनट तक पकाएं। ओट्स पकने के बाद उसमें सब्जियां डालें और फिर 2 मिनट तक पकाएं और तब तक पकने दें जब तक वह मुलायम न हो जाए। जरूरत पड़ने पर थोड़ा पानी डालें और ऊपर से काली मिर्च पाउडर और धनिया डाल दें। अंत में नमक मिलाएं और पैन को आंच से हटा दें। नींबू के रस की कुछ बूंदें छिड़ककर, गर्मागर्म ओट्स सूप सर्व करें और गार्निशिंग के लिए आप सूखी लाल मिर्च का उपयोग भी कर सकती हैं।
भारतीयों के लिए इसे बनाना बहुत आसान है, यह डिश रात को खाने के लिए हेल्दी है और यह बहुत कम समय में बनाई जा सकती है।
सामग्री
सामग्री
ओट्स को हल्का भूरा होने तक भून लें, फिर एक पैन में तेल गर्म करें और जीरा डाल कर तल लें। पैन में लहसुन और अदरक के पेस्ट को अच्छी तरह तल लें जिससे उसकी महक चली जाए साथ ही साथ प्याज को तलें फिर उसमें सब्जियां मिला दें। 2-3 मिनट तक तलने के बाद उसमें टमाटर, नमक और हल्दी डालें, टमाटर को तब तक पकाएं जब तक वह मुलायम न हो जाए, इसके बाद मिर्ची पाउडर और गर्म मसाला पाउडर डालें और 2-3 मिनट तक मसाले को पकाएं और फिर उसमें पानी डालकर उबाल लें। अंत में ओट्स मिलाएं और उसे ढककर कुछ समय तक पकने दें, जरूरत पड़ने पर और पानी डाल सकते हैं। हरा धनिये से गार्निश करें और चटनी व रायता के साथ सर्व करें।
हेल्थ कॉन्शस लोगों के लिए ओट्स से बनी इडली का नाश्ता बहुत टेस्टी और पौष्टिक है।
सामग्री
विधि
किसी भी डाइट के साथ, कुछ साइड इफेक्ट होते हैं जो ओट्स के साथ भी हैं, जैसे;
ओट्स डाइट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवाल और उनके जवाब, आप भी जानें;
ब्रोकोली, चिकन ब्रेस्ट, कम फैट-वाला दही, पालक, मछली, टर्की, चाय, सलाद, जामुन, चुकंदर, गाजर, मूली, अजवाइन, शकरकंद, सेम, मसूर, मशरूम, शहद, मेपल सिरप, नींबू जैसी चीजें और फल ओट्स के साथ सेवन करने से फायदे देते हैं। आर्टिफिशल स्वीटनर्स, एयरेटेड ड्रिंक्स, शराब, फ्लेवर्ड दही, सोडियम के खाद्य पदार्थ, डिब्बाबंद जूस, कॉर्न-ब्रेड और डोनट्स, जैसी चीजें ओट्स के साथ सेवन करने से सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है और साथ ही यह वजन कम करने में भी मदद नहीं करेंगे।
जी हाँ, आप ओट्स को किसी और डाइट प्लान के साथ भी ले सकते हैं। ओटमील में सबसे ज्यादा फाइबर होता है जो हमारे शरीर में जमे हुए फैट को खत्म करता है और कब्ज की समस्या को भी दूर करता है।
अगर आप गर्भावस्था के बाद बच्चे को दूध पिलाती हैं तो वजन कम करने के लिए ओटमील डाइट में जाने के लिए थोड़ी प्रतीक्षा करें। कोई भी डाइट शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
अगर आप डिटरमिनेशन के साथ ओटमील डाइट का पालन कर रहे हैं और ओट्स की रेसिपी में मीठे का प्रयोग नहीं कर रहे हैं तो आप 6 हफ्तों में लगभग 10 किलोग्राम वजन कम कर सकते हैं। अगर आप ओटमील डाइट के साथ-साथ एक्सरसाइज भी करते हैं तो आपका वजन और भी जल्दी कम हो सकता है ।
वेट लॉस के साथ-साथ ओटमील सेहत के लिए भी बहुत लाभदायक है। यह एक पौष्टिक आहार है जो हमारे शरीर में मेटाबोलिज्म बढ़ाता है, खून में ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखता है और बार-बार खाने की आदत को भी खत्म करने में मदद करता है। तो जितना जल्दी हो सके अपने रोजमर्रा के खाने में ओट्स की डाइट को भी शामिल करें।
यह भी पढ़ें:
वजन घटाने के लिए वॉटर थेरेपी – पानी पीने से वजन कम करने में कैसे मदद मिलती है?
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…