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आपने सुना होगा कि मोटापे को खत्म करने के लिए वॉटर थेरेपी भी की जाती है और इस प्रक्रिया से शरीर को ऊर्जा मिलती है। पानी एक मुख्य सॉल्वेंट है जो शरीर में मेटाबॉलिज्म, विटामिन और मिनरल को सुरक्षित रखता है। पानी खून में जमे, टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालता है और बॉडी को ठीक से काम करने में भी मदद करता है। वॉटर थेरेपी की यह प्रक्रिया मोटापा कम करती है और साथ ही इससे अन्य समस्याएं भी कम हो जाती हैं, जैसे गले के रोग, ब्रोंकाइटिस, मिर्गी, घबराहट और कब्ज।
पानी हमारे शरीर में सभी काम ठीक से करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अन्य शारीरिक फायदों के लिए पानी का लगातार उपयोग जरूरी है और साथ ही यह भी जानना आवश्यक है कि शरीर में पानी की मात्रा एक व्यक्ति के वजन से आधी होनी चाहिए। वॉटर थेरेपी में सुबह उठते ही लगभग डेढ़ लीटर पानी पिया जाता है और और इसके लिए कुछ नियमों का पालन करना भी जरूरी है, जैसे दाँत साफ करने से पहले और नाश्ता करने के लगभग 45 मिनट के बाद पानी जरूर पिएं। इस बात का भी ध्यान रखें कि आप हर बार खाने के बाद 2 घंटे तक कुछ भी न लें।
कुछ नियमों के पालन से वॉटर थेरेपी से कई समस्याएं ठीक होती हैं। सुबह सबसे पहले पानी पीना वॉटर थेरेपी का सबसे पहला नियम है, जो पीएच के स्तर को संतुलित रखता है और शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है। यह चेहरे के धब्बों व मुहासों को खत्म करता है और त्वचा में चमक आती है। वॉटर थेरेपी सूजन व कब्ज को खत्म करने के साथ-साथ पाचन शक्ति बढ़ाती है और भूख को कंट्रोल रखती है। यह चिकित्सा टॉक्सिक-पदार्थों को बाहर निकालती है और शारीरिक अंगों के फंक्शन को ठीक करती है जिससे भी वजन कम होता है।
पानी शरीर की नई सेल्स को बनाने में मदद करता है और अनेक प्रकार के रोगों से निजात दिलाता है, जैसे अस्थमा, स्टोन्स, साइनसाइटिस, हाई ब्लड प्रेशर, माइग्रेन और आर्थराइटिस। शरीर में उपयुक्त रूप से पानी की मात्रा मसल्स, स्किन व जोड़ों की सेहत को ठीक रखती है। यह आपको एक बार फिर एनर्जेटिक और जवां बनाने में मदद करती है और आपकी पूरी हेल्थ का खयाल रखती है।
वजन कम करने के लिए वॉटर थेरेपी सबसे सरल तरीका है, इसके लिए आप निम्नलिखित बातों को अपनाएं:
वजन कम करने के लिए वॉटर थेरेपी अनेक पॉजिटिव और सफल परिणाम देती है, कई लोगों को इसके रिजल्ट्स पर विश्वास करने में मुश्किल होती है और वे अब भी आश्चर्यचकित रह जाते हैं: क्या सच में वॉटर थेरेपी वजन कम करने में मदद करती है? यह सरप्राइज करने देने वाली बात है पर सच है कि वॉटर थेरेपी से कई समस्याएं कम हो जाती हैं। वजन कम करने के लिए वॉटर थेरेपी से संबंधित यहाँ अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवाल दिए गए हैं, आइए जानें;
वजन कम करने के लिए ठंडे पानी को ज्यादा प्रभावी माना जाता है क्योंकि अधिक गर्माहट के लिए शरीर ज्यादा एक्सरसाइज करता है। लेकिन आमतौर पर पानी शरीर को 50 और 70 डिग्री के बीच बहुत जल्द फिर से हाइड्रेट कर देता है क्योंकि पानी सोखने की प्रक्रिया बहुत तेजी से काम करती है। हालांकि निश्चित रूप से यह कहना मुश्किल है कि ठंडा पानी ठीक है या सादा पानी किन्तु अंतिम सलाह यही है कि शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पानी पीना जरूरी है इसलिए आपको जैसा अच्छा लगे आप वैसा ही पानी पिएं।
वजन कम करने के लिए वॉटर थेरेपी अनिवार्य है और इसमें जल को एक घूंट में पीने के बजाय धीरे-धीरे पानी पीने का स्पष्ट कारण यह है कि हमारा शरीर पानी को एक साथ सोखने में सक्षम नहीं है। एक घूंट में पानी पीने से ज्यादातर पानी बिना रुके सीधे शरीर के अंदर जाता है जबकि रिसर्च के अनुसार पानी सबसे पहले मुँह में जाना चाहिए और धीरे-धीरे पानी पीने से पाचन की प्रक्रिया में भी मदद मिलती है। वजन घटाने के साइड इफेक्ट्स के लिए वॉटर थेरेपी तब बंद कर दी जाती है जब शरीर में पानी की मात्रा बहुत ज्यादा हो क्योंकि जरूरत से अधिक मात्रा में पानी पीना शरीर के लिए हानिकारक है और यह जानलेवा भी हो सकता है।
मोटापा कम करना कठिन है और एक हाइड्रेटेड शरीर कैलोरी को इफेक्टिव तरीके से कम नहीं कर सकता है। यह एक ऐसा उपाय है जिसमें पानी पिया जाता है और वजन घटाने व शरीर को एनर्जी देने के लिए यह प्रोसेस सुबह से ही शुरू हो जाती है। अगर आप सुबह जागने के बाद सादा पानी पीने की आदत डाल लें तो आपका शरीर रोग-मुक्त और संतुष्ट रहेगा क्योंकि यह शरीर को अंदर से साफ करने और टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
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