गर्भावस्था

मैटरनिटी लीव के बाद काम पर वापस जाने के लिए कैसे तैयार हों

हर महिला बच्चे के जन्म के बाद काम पर वापस जाना पसंद करती है पर उसे इस बारे में कई चिंताएं भी रहती हैं। बच्चे की उचित देखभाल करने और पूरी तरह से ऑफिस का काम करने का मतलब यह नहीं है कि आने वाले समय में आपका यह कर्तव्य है। बच्चे के लिए सही अरेंजमेंट्स करके काम पर वापस जाने का विचार सबसे सही है और आप इसके लिए तैयार भी हैं। 

यह इतना आसान नहीं है जितना लगता है – मैटरनिटी लीव के बाद काम पर जाते समय आपको हमेशा चिंताएं लगी रहेंगी और स्ट्रेस में रहेंगी। हालांकि यदि आप अपनी इस स्थिति को संभाल लें तो आपको शांति मिल सकती है और जल्दी ही आप पहले से ज्यादा एन्जॉय करेंगी। हालांकि यह ध्यान रखना जरूरी है कि आपने अपने बच्चे के लिए बेस्ट अरेंजमेंट की हुई हैं और आप ऑफिस जाने के लिए शारीरिक व मानसिक तरीके से तैयार हैं। मैटरनिटी लीव के बाद वापस ऑफिस जाना शुरू करने के लिए यहाँ कुछ टिप्स दिए हुए हैं, जानने के लिए यह आर्टिकल पूरा पढ़ें। 

बच्चे के जन्म के बाद ऑफिस जाने के लिए टिप्स

मैटरनिटी लीव के बाद दोबारा से ऑफिस जाना शुरू करने के कुछ टिप्स यहाँ बताए गए हैं, आइए जानें;

1. बच्चे की विश्वसनीय देखभाल

आप अपने बच्चे की देखभाल के लिए किसी को जरूर खोज लें। इसके लिए आप उसी व्यक्ति को चुनें जिस पर आपको पूरा भरोसा हो ताकि बच्चे को कोई भी हानि न हो। यदि आपके परिवार के लोग साथ में रहते हैं तो आप भाग्यशाली हैं – वरना आप भी बच्चे के लिए डे केयर की सुविधा खोजना शुरू कर दें। यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि डे केयर फैसिलिटी का उपयोग करने की कोई जल्दी नहीं है और आप इसे अपनी वेटिंग लिस्ट में रखें। आप बच्चे का जन्म होने से पहले ही कोई अच्छी जगह खोजने का प्रयास करें – इससे आपकी मानसिक स्थिति ठीक रहेगी।

2. ब्रेस्टफीडिंग प्लान करें

इस बात का ध्यान रखें कि ब्रेस्ट पम्पिंग के लिए आपके ऑफिस में एक साफ व सुरक्षित जगह हो। आप अपनी समस्याओं के बारे में ऑफिस के लोगों से बता सकती हैं और इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके ऑफिस में आवश्यक सुविधाएं हों ताकि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आपको पूरी सुविधा मिल सके।आप ब्रेस्टफीडिंग के शेड्यूल के लिए अभ्यास करना पहले से ही शुरू कर दें ताकि काम पर जाना शुरू करने से पहले तक आपको इसकी आदत पड़ जाए। 

3. चीजों को एक साथ रखें

मैटरनिटी लीव के बाद जब आप काम पर वापस जाएंगी तो अपनी सभी आवश्यक चीजों को अपने पास रखें। इसमें ब्रेस्ट पंप, नर्सिंग पैड्स और भूख लगने पर खाने के लिए हेल्दी स्नैक्स भी रखें। एक अच्छा ब्रेस्ट पंप आपका आधा काम आसान बना देता है। नर्सिंग पैड्स भी बहुत जरूरी हैं क्योंकि आपकी ड्रेस में ब्रेस्ट मिल्क का दाग लग सकता है जो दिखने में अच्छा नहीं लगेगा। आपके लिए स्नैक्स भी बहुत जरूरी हैं क्योंकि आपको पता है कि घर पर रहकर बच्चे की देखभाल के लिए आपको कितनी बार स्नैकिंग करनी पड़ती है – ये सभी चीजें साथ रखना बहुत आसान है। 

4. बच्चे की फोटो रखें

काम के दौरान भले ही थोड़ी देर के लिए ही आपको निश्चित रूप से अपने बच्चे की चिंता रहेगी। इतनी देर तक बच्चे से दूर रहने के बाद अक्सर महिलाओं को एंग्जायटी हो सकती हैं। इसलिए ध्यान रहे कि आप पास में अपने बच्चे की एक फोटो जरूर रखें ताकि आप उसे देखकर अपनी एंग्जायटी और सभी चिंताएं भूल जाएं। स्मार्टफोन्स ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है और आप इसका उपयोग भी कर सकती हैं। 

5. फ्लेक्सिबिलिटी रखें

आप ऑफिस में काम करने के समय को फ्लेक्सिबल करने के लिए भी पूछ सकती हैं। इस बारे में जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी यहाँ तक कि जन्म देने से पहले ही पूछ लें। इससे आपको तैयार होने के लिए भी समय मिल सकता है और आपको फ्लेक्सिबल टाइम ता यहाँ तक कि घर से काम करने का भी समय मिल सकता है ताकि आप अपने बच्चे की देखभाल कर सकें। 

6. तारीख सेट करें

वापस काम शुरू करने के लिए आप सप्ताह के बीच के किसी दिन की तारीख सेट कर सकती हैं। इससे आपको दोनों स्थितियां संभालने में मदद मिलेगी और आप अपने काम को भी सरलता से कर सकती हैं। 

7. बच्चे की देखभाल में कोई बदलाव न करें

आपको अपने दोस्त के चाइल्ड केयर प्लान कितना भी ज्यादा आकर्षित क्यों न कर रहे हों पर आप अपने बच्चे के प्लान्स को न बदलें। ऐसा इसलिए है क्योंकि बच्चों को एक व्यक्ति के साथ कम्फर्टेबल होने में समय लगता है और इसे बार-बार बदलने से बच्चे को स्ट्रेस हो सकता है और वह अस्थिर भी हो सकता है। माँ और बच्चे के देखभाल के बीच का संबंध भी बहुत ज्यादा जरूरी है इसलिए इस बारे में बात कर सकती हैं कि आपका बच्चा क्या कर रहा है और उसका विकास कैसा हो रहा है। 

8. क्वालिटी समय निकालें

बच्चे के जन्म के बाद काम शुरू करते समय बच्चे के साथ रहकर काम करने से ज्यादा प्रभाव पड़ता है। इससे प्रोडक्टिविटी कम हो सकती है, न तो आप ही काम पर ध्यान दे पाएंगी और न आपके बच्चे की पूरी देखभाल हो पाएगी। इसलिए आप अपना पूरा समय देकर काम पूरा करें और फिर घर आने के बाद बच्चे के साथ क्वालिटी समय बिताएं। 

9. एक विकल्प हमेशा साथ रखें

इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपने बच्चे के लिए कितनी अच्छी प्लानिंग की हुई हैं। ये योजनाएं कभी भी बदल सकती हैं, इस दौरान आपके बच्चे की तबियत खराब हो सकती है या बेबीसिटर बीमार पड़ सकते हैं – ये सभी चीजें आपके प्लान्स को खराब कर सकती हैं। इसलिए आप हमेशा प्लान बी तैयार रखें जिसका उपयोग आप कभी भी कर सकती हैं। यह आपका दोस्त, परिवार या अन्य कोई बेबी सिटर भी हो सकता है। 

10. खाना पकाने का प्लान बनाएं

जब आप काम करना शुरू कर देती हैं तो इसके बाद खाना पकाना आपके लिए कठिन हो सकता है क्योंकि थोड़ा सा समय आप अपने बच्चे को भी देना चाहती होंगी। इसलिए आप खाना पकाने का एक प्लान बनाएं और यह प्लान पूरे सप्ताह के लिए होना चाहिए। वीकेंड में ज्यादा खाना पकाएं और अच्छे प्रभावों के लिए काम के बाद के समय उपयोग करें। आप खाना पकाने के काम को अपने पार्टनर के साथ बांट भी सकती हैं ताकि आप दोनों अपने बच्चे के साथ समय बिता सकें। 

11. अच्छी नींद लें

भले महिला ऑफिस न जाए तो भी एक माँ का उचित नींद लेना बहुत जरूरी है। जल्दी ही आप यह भी महसूस करेंगी कि काम और बच्चे को एक साथ संभालना कठिन है इसलिए जितना संभव हो उतना ज्यादा सोएं – इसकी आपको जरूरत होगी। 

12. बड़े निर्णय न लें

मैटरनिटी लीव के बाद दोबारा से ऑफिस जाना शुरू करना आपके लिए बहुत ज्यादा स्ट्रेसफुल हो सकता है – इस स्थिति में आप अनियंत्रित महसूस कर सकती हैं और आपको हर चीज तेजी से चलती हुई लगेगी। इस समय आपको लगेगा कि सब आपकी गलती है और सब बेकार है और यहाँ तक कि आप हार मानने के बारे में भी सोच सकती हैं। इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले आपको अफसोस हो सकता है इसलिए कुछ दिनों के लिए अपना माहौल बदलें।

13. प्रयास करें

आपको लगेगा कि नए कपड़े पहनना या मेक अप करना बड़ी बात नहीं है पर दरअसल यह आपको बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है। यह प्रमाणित है कि एक महिला ये छोटे-छोटे काम करके खुद में बहुत सारा कॉन्फिडेंस ला सकती है। 

गर्भावस्था के बाद काम पर जाना आपको बहुत ज्यादा लग सकता है और इस शुरूआती चरण में बच्चे की चिंता होना जाहिर है। ऑफिस जाने वाली महिलाओं में इस बात का अफसोस जरूर रहता है पर आपको इस बात को सोचने की आवश्यकता नहीं है – आपका बच्चा एक ब्लेसिंग की तरह है और वह आप पर बोझ बिलकुल भी नहीं है। आपका काम आगे तक काम आएगा और यदि आपने बच्चे के लिए बेस्ट अरेंजमेंट्स किए हुए हैं तो अफसोस करने की जरूरत नहीं है।

यह भी पढ़ें: 

प्रसव के बाद वजन कैसे कम करें
डिलीवरी के बाद नई माँ के लिए मील आइडियाज
डिलीवरी के बाद त्वचा की देखभाल करने के आसान तरीके

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

23 hours ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

23 hours ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

23 hours ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

3 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

3 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

3 days ago