डॉटर्स डे जिसे हम बेटी दिवस के रूप में जानते हैं यह दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य बेटियों को शशक्त बनाना है और उनको उनके हक का सम्मान दिलाना है। आज बेटियां आगे बढ़ रही हैं और अपनी मेहनत से हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल कर रही हैं। बेटी दिवस मनाने के पीछे एक कारण यह भी है की कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सके। बेटिया बोझ नहीं है बल्कि बेटों के समान आपको सहारा दे सकती और आपकी ताकत बन सकती हैं। इसलिए लड़कियों को बोझ समझकर उन्हें इस दुनिया में आने से पहले उनको गर्भ में ना मारे। बेटी ईश्वर का दिया हुआ एक अनमोल तोहफा है जिसके साथ हमें बड़े प्यार से पेश आना चाहिए। हमारे देश में ज्यादा से ज्यादा बेटियां पढ़ें और देश का नाम रौशन करें इसके लिए सरकार ने बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं की मुहीम जारी की है, जिसके तहत हर घर में बेटियों को पढ़ाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा लड़कियों के लिए कई अलग-अलग स्किल बढ़ाने की स्कीम भी सरकार द्वारा चलाई गई जिसमें सिलाई, कढ़ाई आदि हुनर सीखने के साथ-साथ आर्थिक रूप शशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा हैं। हर साल सितंबर के चौथे रविवार को अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस मनाया जाता है जो यह संदेश देता है कि बेटी होना कलंक नहीं बल्कि सम्मान की बात है।
तो आइए हम सब मिलकर देश दुनिया की हर बेटी को डॉटर्स डे विश करते हैं और उनको बताते हैं कि उन्हों होना कितना खास है। नीचे आपको बेटी दिवस पर हिंदी कविताएं दी गई और आप उन्हें पढ़ें और हमे बताएं आपको कौन सी कविता ज्यादा पसंद आई!
यहां आपको बेटी दिवस के उपलक्ष में बेहतरीन और नई स्वरचित कविताओं का संग्रह दिया गया है, यदि आप अपनी बेटी को स्पेशल महसूस करना चाहते हैं तो उन्हें यह प्यारी कविताओं में कोई अपनी पसंदीदा कविता डेडिकेट कर सकते हैं।
बेटी के रूप में लक्ष्मी आई,
घर में है सुख की बहार छाई,
बेटी के होने से है सब कुछ,
बेटी के होने से छाई खुशियां।
मेरी लाडो तुम हो मेरी शान,
तेरे होने से मेरा सम्मान,
तुम हो हम सबकी प्यारी जान,
तुमसे मेरा बढ़ता है अभिमान।
मधुरस घोले तेरे बोल मन में
तुम हो हम सब का वैभव
निस्वार्थ तेरा प्रेम है लाड़ो
जो मन मोह लेता है सबका
घर का आंगन खिल जाता है,
तेरे संस्कारों की छाप से,
जब से जीवन में आई हो,
भाग्य खुल गए हैं हमारे।
बेटी है ज्योति, बेटी है आभा,
बेटी है दीप्ति, बेटी है प्रभा।
चंदन की खुशबू, गुलाब की सुगंध,
बेटी है शांति, बेटी है संसार।
पिता की गोद, माँ का आंचल,
बेटी है दुर्गा, बेटी है शक्ति।
बेटी है स्वप्न, बेटी है आशा,
बेटी है प्रेम, बेटी है विश्वास।
बेटी है चांदनी, बेटी है बहार।
बेटी है प्रकाश, बेटी है उमंग।
बेटी है देवी, बेटी है संस्कार,
बेटी है बंधन, बेटी है प्यार।
बेटी है शक्ति, बेटी है आदर,
बेटी है संसार, बेटी है अनमोल।
मेरी लाड़ली तू है अनमोल रत्न,
मेरी जान, मेरी प्यारी सी संतान।
तुझे देखकर जगमगाता है गुलशन मेरा,
मेरी खुशियों का राज हो तुम।
तेरा हंसना, तेरा खिलना देखकर,
मेरी उम्र हर दिन और बढ़ जाती है।
तू गगन की ऊँचाई को छू जाए,
तेरे हर सपने साकार हों।
मेरे जीवन का सार है तू,
मेरे बचपन की तस्वीर है तू।
तू है शक्ति का प्रतीक है,
तू मेरा जग संसार है।
उड़ान भरती है ख्वाहिशों के पंखों पर,
सपनों को पूरा करती है जीवन के रंगों पर।
बेटी है वो मधुर गीत, जो घर को खुशनुमा बनाती है,
प्यार की अनूठी भाषा से मोह लेती है हर एक का दिल।
समाज की मुश्किल राहों से कदम नहीं पीछे हटाती,
सर गर्व से ऊंचा कर के हर बंधन को पार किया।
भाग्य खुलेंगे उस घर के जिस घर की तुम लक्ष्मी बनोगी,
अपने जिगर के टुकड़े को खुद से दूर करना मुश्किल है।
मेरी लाड़ली तुम हो हजार बेटो से बढ़ कर,
मांगू हर जन्म में मैं तुझ सी बेटी।
जिसके घर जन्म ले बेटी के रूप में देवी
उसका सफल हो जाता संसार है।
न जाने तुम कैसे बिन कहे सब समझ जाती हो,
मेरे कष्टों को तुम क्यों अपने कष्ट बतलाती हो।
हे प्रभु तू मेरी लाड़ली पर हमेशा कृपा करना,
हर सुख दुख में उसका हमेशा साथ देना।
बेटी है रौशन सितारा, बेटी है संसार हमारा।
बेटी है चांदनी की चमक सी, बेटी है मेरी आँखों का तारा।
प्यारी बेटी तुम मेरे आँगन की फुलकारी हो।
तुमसे है गौरव मेरा तुम जान हमारी हो।
बेटी मानों नई उमंगों की बहार,
बेटी है माँ दुर्गा, लक्ष्मी, काली का अवतार।
बेटी है तो होता है धूप में भी साया,
बेटी है तो होता नहीं महसूस पराया।
बेटी होती है परिवार की शान,
बेटी से होता है उसके घर का मान।
चलती है वो बनाकर घर की छांव,
बेटी होती है हर एक दिल की जान।
बेटी है मेरी जीवन की रेखा,
बेटी है जीवन का सार मेरा।
बेटी है, तो मेरा भी है अस्तित्व
बेटी के जन्म से है माता-पिता की भी पहचान
बेटी होती है माँ के संस्कार,
बेटी होती है पिता का सम्मान।
बेटी में बसता है परिवार का आधार
बेटी से है मेरा जग खुशहाल।
चाँद सी बेटी तू राज दुलारी है,
नयनों की चमक, तेरे हंसी की गूंज।
मनमोहक पलकों से तेरे सपनों की ऊंची उड़ान,
तू सपनों की रानी, मेरे ख्वाबों की मल्लिका।
मासूम सी सूरत और तेज है तेरे चेहरे पर,
प्यार और स्नेह से भरी हुई हैं तेरी बड़ी बड़ी सी आँखें।
परिवार के आँगन में तुम प्यारी धूप बनकर आई हो,
आशा की किरणों से सजी हुई कितने बदलाव लाई हो।
चाँद सी बेटी तुम आगे बढ़ना, खूब ऊँचाईयों को छूना तुम,
खुद को साबित करने में, हर सपना पूरा करना तुम।
उज्ज्वल भविष्य की आशा जगाए,
समाज को उजागर करे, खुशहाली लाए।
चाँद सी बेटी हमेशा बनी रहे सबके लिए प्रेरणा,
मान, सम्मान, और स्वतंत्रता की आदर्श अवतार रहें।
चाँद सी बेटी तुम अमर रहो, सदैव रौशनी बिखेरो,
हमेशा यह बात याद रखो, तुम हो हमारी गर्व की पहचान रहें।
भगवान का दिया हुआ वरदान हो तुम,
जीवन का उजाला, हर घर की शोभा हो तुम।
तुमको लाड़ करे, करे ढ़ेर सारा प्यार,
तुमझे बस्ती है हमारी दुनिया।
अपने ख्वाबों की पंख बड़े देना तुम,
परवाज करना आकाश की ऊँचाई में तुम।
माता-पिता की आँखों का तारा हो तुम,
इस घर रौशन चिराग हो तुम।
स्नेह की प्रतिमा, प्रेम की आभा हो तुम,
अपने परिवार की शक्ति हो तुम।
तुम हो हम सबके दिलों की धड़कन,
अपने इरादों पर सदैव डटी रहना तुम।
बेटी दिवस के अवसर पर आपके लिए प्रस्तुत ऊपर दी गई कविताएं हमें बेटी होने पर गर्व कराती हैं। बेटी का जन्म बेटे के जन्म से कम नहीं है यह हमें इन कविताओं से सीखने को मिलता है। आशा करते हैं आपको डॉटर्स डे पर हिंदी कविताओं का यह संग्रह पसंद आया होगा। यदि आप किस अन्य विषय पर भी फ्रेश और यूनिक हिंदी कविताओं को पढ़ना चाहते हैं तो हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
यह भी पढ़ें:
बेटी दिवस की शुभकामनाएं, कोट्स, विशेस, मैसेज और स्टेटस
राष्ट्रीय बेटी दिवस – तारीख, महत्व और इस दिन को खास कैसे बनाएं
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…