गर्भावस्था

गर्भावस्था: 14वां सप्ताह

गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में एक नए चरण की शुरुआत होती है । पहली तिमाही पूरा करने के बाद अब आप अपनी दूसरी तिमाही में कदम रखेंगी। इस निश्चिंतता के साथ कि आपकी गर्भवस्था बिलकुल ठीक चल रही है, अब आपका हुआ पेट हर किसी को नज़र आने लगेगा।

हालांकि अगर फिर भी आपको देखकर यह पता नहीं लग रहा कि आप गर्भवती हैं, तो परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है। आने वाले सप्ताह उतने ही रोमांचक होंगे जब आपका बच्चा विकास के तेज़ सफ़र पर होगा। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आपका शरीर काफी बदलावों से गुज़रेगा और उन सभी शारीरिक बदलावों में सबसे महत्वपूर्ण आपका बढ़ा हुआ पेट (बेबी बम्प) है !

गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में आपके शिशु का विकास

14वें सप्ताह तक शिशु उस चरण में सफलतापूर्वक पहुँच जाता है जहाँ वह आपके पेट के अंदर चेहरे को हिला सकता है। वह आपकी बंद मुट्ठी का बराबर ही बड़ा होगा और आपके गर्भ में हर समय घूमता रहेगा।

हालांकि आप उसे बहुत अधिक देख या महसूस नहीं कर सकती हैं, आपका शिशु मुँह बनाएगा, आँखे घुमाएगा और भौहें भी सिकोड़ सकता है। शिशु के गुर्दे, एमिनियोटिक द्रव के कारण मूत्र का उत्पादन शुरू कर देते हैं जिसे भ्रूण अनिवार्य रूप से पियेगा। शिशु की गर्दन भी लंबी हो जाएगी और वह वास्तव में बिना किसी रोक-टोक के खड़ा रहेगा। इन परिवर्तनों के अलावा, शिशु के दिल की धड़कन स्पष्ट हो जाएगी, हालांकि इसे केवल एक विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा सुना या महसूस किया जा सकता है।

शिशु का आकार क्या है?

अब तक आप शिशु के आकार की किसी तुलना कीवी, आड़ू या नींबू से कर सकती हैं। आड़ू समान आपके शिशु का वज़न लगभग 50 से 60 ग्राम और लंबाई 3 से 4 इंच के आसपास होती है। हालांकि, 14वें सप्ताह की गर्भावस्था में शिशु का छोटा आकार शायद आपको इतना उत्साहित ना करे, लेकिन यह आड़ू के आकार का भ्रूण भी आपके शरीर में परिवर्तन लाकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराएगा, जो आपके गर्भावस्था के लक्षणों में योगदान देंगे।

सामान्य शारीरिक परिवर्तन

जैसा कि ऊपर संकेत दिया गया है, जब आप गर्भवती होती हैं तो आपको कई परिवर्तनों का अनुभव करने पड़ते हैं। और यह सामान्य है कि आपके गर्भ में तेज़ी से बढ़ता शिशु गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में परिवर्तन में योगदान देगा।

दूसरी तिमाही निश्चित रूप से आपकी पहली तिमाही से अधिक सुगम रहेगी। ज़्यादातर महिलाएं कम थकावट अनुभव करती हैं, मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण कम होते हैं और आप सामान्य रूप से बेहतर और ऊर्जावान अनुभव करती हैं। आपके वज़न बढ़ने या घटने पर आपको ध्यान देना अनिवार्य है, हालांकि एक या दो किलो वज़न बढ़ाने की सलाह दी जाती है।सुनिश्चित करें कि आपका वज़न कम नहीं हो होना चाहिए क्योंकि यह चिंताजनक हो सकता है।

बेशक, गर्भावस्था के 14वें सप्ताह का सबसे रोमांचक हिस्सा यह है कि आपका बढ़ता पेट निश्चित रूप से थोड़ा सा दिखने लगेगा। इसके अलावा, गर्भपात की संभावना भी काफी कम हो चुकी होगी इसलिए आपको इस खबर की घोषणा कर देनी चाहिए।

गर्भावस्था के 14वें सप्ताह के लक्षण

गर्भावस्था का हर सप्ताह एक नया लक्षण लेकर आता है, पिछले सप्ताहों से हमेशा कुछ ऐसे आवर्ती लक्षण होंगे जो आपके 14वें सप्ताह और आने वाले हफ्तों में जारी रहेंगे, इन लक्षणों में से कुछ इस प्रकार है;

  • लिगामेंट का दर्द
  • मोटे और चमकदार बाल
  • ऊर्जा में वृद्धि
  • भूख में वृद्धि
  • स्वाभाव में बार-बार बदलाव
  • स्तन की कोमलता में कमी
  • जी मिचलाना
  • वज़न का काफी बढ़ना
  • पेट में दर्द होना
  • पैरों और पाँव में वैरिकाज़ नसे या बढ़ी हुई नसे
  • बंद नाक

गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में पेट

आपको अपने गर्भाशय को श्रोणि से बाहर निकलता हुआ और अपने पेट की ओर दिखता हुआ महसूस होगा । जैसा कि उल्लेख किया गया है, आप में से अधिकांश महिलाओं के पेट का आकार बढ़ जाता है । इस समय आपको दर्द ज़रूर होगा और ख़ासकर पेट में दर्द होगा क्योंकि आपका शरीर आपके तेज़ी से बढ़ते पेट को समायोजित करने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है।

चूंकि अब थोड़ा वज़न बढ़ाने का सुझाव दिया जाता है, लेकिन फिर भी किसी भी दर्द या पीड़ा का सामना करने के लिए और तंदुरुस्त रहने के लिए यह सुनिश्चित करें कि आप नियमित रूप से हल्का व्यायाम कर रही हैं।

14वें सप्ताह का अल्ट्रासाउंड

आपकी गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में हालांकि अल्ट्रासाउंड करवाना शायद ही होता है। फिर भी, अगर आप करवाती हैं, तो आपके सामने कुछ अद्धभुत और प्यारी बातें सामने आने वाली हैं। गर्भ में पल रहा आपका शिशु अपने नए कौशल को दिखाते हुए अपने छोटे से अंगूठे को चूस कर आपको उससे फिर से प्यार करने पर मजबूर कर देगा!

ग़ौर से देखने पर यह भी पता लगेगा कि शिशु अब अपने पैर की उंगलियों को हिला सकता है। प्लीहा और यकृत ठीक से कार्य करने लगेंगे और निश्चित रूप से आपके बच्चे के गुर्दे, मूत्र भी बनाने लगे हैं। आपके नन्हे से आड़ू के आकार के शिशु में रूएं जैसा मुलायम बाल का निर्माण भी नज़र आएगा, यह शिशु पर मुलायम बालों से बनी एक सुरक्षात्मक परत होती है जो उसे गर्माहट प्रदान करने में मदद करती है।

क्या खाना चाहिए?

गर्भावस्था के 14वें सप्ताह में आपका आहार उन विविध विकल्पों और पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए जिसकी आपको और आपके शिशु दोनों को ज़रूरत है। वास्तव में, आपकी गर्भावस्था की पूरी अवधि के दौरान, अलग-अलग रंग के खाद्य पदार्थों को खाना महत्वपूर्ण है, जिसका अर्थ है कि इंद्रधनुष के हर रंग का भोजन। इनमें चुकंदर, हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, प्रोटीन, कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ आदि शामिल हैं।

गर्भावस्था के दौरान एक आम गलतफहमी यह भी है कि आपको ज़्यादा खाने की ज़रूरत है क्योंकि आपके शिशु को आपसे पोषण मिल रहा है, इस बात पर भरोसा न करें क्योंकि आपको वास्तव में दो लोगों के लिए खाने की ज़रूरत है! यह भ्रामक लग सकता है लेकिन डॉक्टर निश्चित रूप से आपके लिए एक आहार का चार्ट तैयार करेगा जो आपके और आपके बच्चे दोनों के लिए पूरक हो सकता है।

इस बीच, अगर आपको अक्सर नाश्ता खाने की इच्छा हो, तो कुछ फल खाएं। सुनिश्चित करें कि आप नट्स और दही पर्याप्त मात्रा में रखते हैं क्योंकि नाश्ते के लिए स्वस्थ विकल्प चुनना बुद्धिमानी है। जन्मजात कमियों की रोकथाम के लिए ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जो फॉलिक एसिड से भरपूर हो और अलग-अलग प्रकार की तैलीय मछली को न भूलें, जिनमें आवश्यक मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। हड्ड़ियों की मज़बूती महत्वपूर्ण है इसलिए दूध और दूध से बने उत्पाद आपके आहार का हिस्सा होना अनिवार्य है।

सुझाव और देखभाल

कम शब्दों में कहें तो, गर्भावस्था की पूरी प्रक्रिया आपको और आपके गर्भ में पल रहे शिशु को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए है। हालांकि आपने पहली तिमाही को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और इतना आगे तक आ चुकी हैं, लेकिन फिर भी आप अपनी स्वस्थ आदतों को अपनाना सुनिश्चित करें।

नीचे दी गई करने या न करने वाली चीजों की सूची को देखें, यह आपकी गर्भावस्था के 14वें सप्ताह के दौरान ही नहीं बल्कि आने वाले हफ्तों के लिए भी काम आएगी।

क्या करें?

  • भरपूर आराम और नियमित नींद लें।
  • शरीर के लिए एक तकिया लें जो आपको कुछ आराम प्रदान करें।
  • सकारात्मक सोचें और हंसमुख रहें।
  • मातृत्व पर कुछ अच्छी किताबें पढ़ें।
  • अपने साथी के साथ शारीरिक संबंध बनाएं।
  • मौखिक स्वच्छता का ध्यान रखें।
  • खुद की स्वच्छता का ध्यान रखें।
  • सुनिश्चित करें कि आप अच्छा खाना खाएं जो ठीक से पकाया गया हो।
  • हल्का व्यायाम और कुछ योग करें।

क्या न करें?

  • धूम्रपान या मदिरापान न करें।
  • उन स्थितियों में न रहें जो आपको तनाव देती हैं।
  • बहुत ज़्यादा चिंता न करें।
  • बहुत ज़्यादा व्यायाम न करें।
  • अपने आप को विकिरण में न जाने दें ।
  • अपने आप को संदिग्ध स्वच्छता स्थितियों वाले स्थानों पर न जाने दें।
  • खुद को या शिशु को भूखा रखना न रखें ।
  • चिकित्सक द्वारा दी गई सलाह के अनुसार अपनी दवा लेना न भूलें।

आप के लिए आवश्यक ख़रीददारी

गर्भावस्था के इस पड़ाव में, जहाँ तक हो सके ख़ुद को आरामदेह रखना आवश्यक है इसलिए पहनने के लिए ढीले और आरामदायक सूती कपड़े खरीदें और अत्यधिक आराम करें। यह देखते हुए कि आपको बाद में इसकी आवश्यकता हो सकती है, मातृत्व के स्टाइलिश कपड़ों में निवेश करना एक अच्छा निर्णय होगा। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस समय आप आरामदायक बिना हील के चप्पलों का उपयोग करें, हो सके तो पैडिंग वाली और अपने स्टिलिटोस और फैंन्सी जूतों का उपयोग न करें। इस समय आपकी त्वचा रूखी हो सकती है इसलिए अधिक से अधिक लोशन का उपयोग करें, आपके बढ़ते स्तनों के लिए अच्छी व लचीली ब्रा खरीदें, आप नर्सिंग ब्रा भी खरीद सकती हैं, जो जल्द ही आपके काम आएगी।

निष्कर्ष:

गर्भावस्था के बारे में वह सारी किताबें पढ़ें जो आप पढ़ सकती हैं और अपने नवजात शिशु के स्वागत के लिए अच्छी तरह से तैयारी करें। आप इस दौरान अधिक तनाव को कम करने में सक्षम हो सकती हैं ।

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जया कुमारी

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