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यदि आप अपने लेबर की समस्याओं को कम करने के लिए प्रभावी एक्सरसाइज के बारे में सोच रही हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इस समय गर्भवती महिलाएं बर्थिंग बॉल का उपयोग बहुत ज्यादा करती हैं। आपने ऐसे बड़े-बड़े बॉल्स अक्सर जिम, योगा क्लास या डॉक्टर के क्लीनिक में एंटीनेटल विजिट में देखा होगा। जन्म की प्रक्रिया के लिए बर्थिंग बॉल सिर्फ प्रभावी ही नहीं है बल्कि यह बॉल्स आपको गर्भावस्था के दौरान भी काफी आराम प्रदान करती हैं। इस आर्टिकल में हमने यह चर्चा कि है कि आप बर्थिंग बॉल का उपयोग सही तरीके से कैसे कर सकती हैं ताकि आपको इसके ज्यादा से ज्यादा फायदे मिल सकें। बर्थिंग बॉल का उपयोग कैसे किया जाता है और इसके क्या फायदे हैं, आइए जानें;
बर्थिंग बॉल या बर्थ बॉल का उपयोग गर्भावस्था, लेबर और यहाँ तक कि जन्म के दौरान किया जाता है। यह रबर की बॉल प्रेगनेंसी में और बाद में भी कई तरीकों से उपयोग की जा सकती है।
बर्थिंग बॉल के कई फायदे हैं और यह गर्भावस्था में बहुत मदद करती है। यहाँ कुछ फायदे बताए गए हैं, आइए जानें;
कई महिलाओं को बर्थिंग बॉल का उपयोग करते समय चक्कर आते हैं। यदि आपको इसका उपयोग करते समय चक्कर आए तो इसका उपयोग न करें।
आइए, बर्थिंग बॉल के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करें।
बर्थिंग बॉल और जिम बॉल लगभग एक जैसी ही होती है। यह दोनों बॉल एंटी-बर्स्ट मटेरियल से बनी होती हैं जिसका मतलब है कि यह बॉल पंक्चर होने के बाद भी अचानक से नहीं फटेगी बल्कि इसका आकार धीरे-धीरे कम होता जाएगा। इन दोनों बॉल को किसी नुकीली चीज, हीट या रफ सरफेस से दूर रखना चाहिए। इन दोनों बॉल में सिर्फ निम्नलिखित अंतर है, आइए जानें;
आपको अपनी हाइट के अनुसार ही बर्थ बॉल खरीदनी चाहिए ताकि जब भी आप बॉल पर बैठें आपके पैर आराम से जमीन तक पहुँच सकें। आप अपने लिए बर्थिंग बॉल चुनते समय इस बात का खयाल रखें कि आपको ऐसी बॉल चुननी चाहिए जिसमें एंटी-स्लिप और एंटी-बर्स्ट फीचर हो। यह भी ध्यान रखें कि बॉल ऐसी होनी चाहिए जो आपका वजन उठा सके। इस प्रकार की बॉल खरीदने से गर्भावस्था, लेबर और बच्चे के जन्म के दौरान आपको बहुत आराम मिल सकता है।
बर्थिंग बॉल कवर्स भी मार्केट में उपलब्ध हैं। यदि स्टोर का मालिक आपको यह भी ऑफर करता है तो आपको नीचे बताए गए कारणों से इसे भी खरीदना चाहिए।
आपको निम्नलिखित कारणों से बर्थिंग बॉल खरीदने की जरूरत है, आइए जानें;
जैसा कि पहले भी बताया गया है कि बॉल का साइज आपकी हाइट के अनुसार ही होना चाहिए। नीचे दी हुई टेबल में बताया गया है कि आप अपने लिए सही साइज की बॉल कैसे चुन सकती हैं, आइए जानें;
आपकी हाइट | बॉल का साइज |
5 फीट 4 इंच से कम | 55 सेंटीमीटर |
5 फीट 4 इंच से 5 फीट 10 इंच | 65 सेंटीमीटर |
5 फीट 10 इंच या इससे अधिक | 75 सेंटीमीटर |
यह सलाह दी जाती है कि आप सिर्फ अच्छी क्वालिटी की या जाने-माने ब्रांड की बॉल ही खरीदें। ज्यादातर बॉल का प्रेशर टेस्ट होता है और वे 300 किलो से ज्यादा वजन उठा सकती हैं। आपको बॉल के साथ एक पंप भी खरीदना चाहिए क्योंकि ज्यादातर बॉल पंप के साथ नहीं आती हैं। यदि आप बॉल का उपयोग नियमित रूप से करती हैं तो जाहिर है उसकी हवा कम हो सकती है। पंप की मदद से आप अपनी बॉल में कभी भी हवा भर सकती हैं।
इसके बाद अक्सर गर्भवती महिलाएं पूछती हैं कि बर्थिंग बॉल का उपयोग कैसे किया जाता है। कई बार आप बर्थिंग बॉल एक्सपर्ट की सलाह के बाद ही खरीदती हैं। यदि एक्सपर्ट ही आपको इसका उपयोग करना सिखाएंगे तो यह आपके लिए सबसे ज्यादा बेहतर और सुरक्षित होगा। हालांकि यहाँ पर बॉल का पहली बार उपयोग करने के कुछ तरीके बताए गए हैं।
यदि आप बर्थिंग बॉल का उपयोग पहली बार कर रही हैं तो निम्नलिखित टिप्स आपके लिए बहुत उपयोगी हो सकते हैं, आइए जानें;
आप गर्भावस्था के दौरान, लेबर के समय पर और बच्चे के जन्म के बाद भी बर्थिंग बॉल का उपयोग कर सकती हैं। इसका उपयोग कैसे करना है, आइए जानते हैं;
गर्भावस्था के दौरान बर्थिंग बॉल का उपयोग करने से पेल्विस, कमर और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिलती है। यदि आपके लिए हमेशा एक्सरसाइज करना मुमकिन नहीं है तो आप सोफे, कुर्सी या काउच के बजाय बॉल पर आराम से बैठ सकती हैं। इस पर रॉकिंग एक्सरसाइज करने से आपको बच्चे के जन्म के दौरान काफी मदद मिल सकती है। आप बॉल पर बैठे-बैठे आगे, पीछे और साइड में मूव भी कर सकती हैं। गर्भावस्था के बाद के दिनों में बर्थिंग बॉल का उपयोग करने से बच्चे की पोजीशन भी बदल सकती है। यदि आपका बच्चा पोस्टिरियर पोजीशन में है तो फॉरवर्ड लेनिंग और अपराइट पोजीशन आपके बच्चे की पोजीशन को बदलने में मदद कर सकती हैं।
इसी प्रकार से बर्थिंग बॉल लेबर में भी बहुत मदद करती है। जैसे ही आपको संकुचन का अनुभव होता है तो आप सपोर्ट के लिए बॉल पर लेट जाएं या बैठ जाएं और इसे आगे या साइड में धीरे-धीरे मूव करें। लेबर के दौरान बर्थिंग बॉल का कर्व शरीर को अच्छा सपोर्ट देता है और वजायना पर धीरे से दबाव डालता है। यह बॉल विशेषकर शरीर के ऊपरी भाग को सपोर्ट देती है। जैसा कि पहले भी कहा गया है कि लेबर के दौरान इस बॉल का उपयोग करने से पहले आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए।
बच्चे के जन्म के बाद बर्थिंग बॉल का उपयोग बैठने के लिए किया जा सकता है क्योंकि डिलीवरी के बाद भी महिलाओं को दर्द व तकलीफ होती है और कुर्सी या अन्य चीजों पर बैठने से यह तकलीफ बढ़ भी सकती है। अन्य की तुलना में बर्थिंग बॉल पर बैठना ज्यादा सुविधाजनक होता है। एक बार जब आपको बॉल का उपयोग करने की आदत हो जाए और आप अपना वजन इस पर बैलेंस करने में सक्षम हो जाएं तो यह ब्रेस्टफीडिंग के लिए भी बहुत ज्यादा सुविधाजनक हो सकता है। यदि आपका बच्चा रो रहा हो तो आप इस पर बैठकर उसे चुप करा सकती हैं। यह बॉल एक्सरसाइज करने के लिए बेहतरीन है और यह गर्भावस्था के बाद आपका मोटापा कम करने में मदद करती है। यहाँ तक कि आप ऑफिस में भी इस बॉल पर बैठ सकती हैं। आप इस बॉल की मदद से अपने बढ़ते बच्चे को खड़ा होना और चलना भी सिखा सकती हैं।
हमने पूरे आर्टिकल में बर्थिंग बॉल की मदद से एक्सरसाइज करने के बारे में कई बार कहा है। पर बॉल के साथ स्वेयिंग और रॉकिंग ही सिर्फ एक्सरसाइज नहीं है। बर्थिंग बॉल की मदद से आप कौन-कौन सी एक्सरसाइज कर सकती हैं, आइए जानें।
गर्भावस्था के दौरान एक्सरसाइज के लिए बर्थिंग बॉल का उपयोग करना बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। आप लेबर को प्रेरित करने के लिए भी इसका उपयोग कर सकती हैं। यहाँ कुछ एक्सरसाइज बताई गई हैं जो आप बर्थिंग बॉल की मदद से कर सकती हैं, आइए जानें;
बर्थिंग बॉल को आराम से बाउंस या उछालने से आपके पैरों को ताकत मिलती है और आप बैलेंस कर पाती हैं। लेबर के दौरान यह एक्सरसाइज ऊपर की ओर दबाव देने में मदद करती है।
आप बर्थ बॉल को दीवार के सहारे रखें और इसे पकड़ कर बैठ जाएं। अब अपने पेट को हल्का सा अंदर की ओर खींचें, पीठ के निचले हिस्से को आराम से हल्का मोड़ें और बॉल की तरफ दबाव डालें। इससे आपकी पीठ के निचले हिस्से और गर्भाशय को ताकत मिलने में मदद मिलेगी।
आप बॉल अपने हिप्स के नीचे हाथ रखते हुए बॉल पर स्थिरता से बैठ जाएं। अब आप अपने हिप्स से सर्कुलर मूवमेंट करें जैसे हूला हुप्स में किया जाता है। यह आपके पेल्विक और जांघों के लिए बेहतरीन एक्सरसाइज है।
इसके लिए आप जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं और बॉल को आगे की ओर करके दोनों तरफ हाथों से पकड़ लें। फिर आप बॉल के सहारे आगे की तरफ झुकें। इस पोज से आपकी कमर, हाथ, शिंस और काफ को मजबूती मिलती है।
यह एक्सरसाइज हाथों को टोन और रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेच करने में मदद करती है। आप अपने पैरों को थोड़ी दूर करके खड़ी हो जाएं और बॉल को दोनों हाथों से पकड़ें। अब अपने हाथों को स्ट्रेच करते हुए बॉल को धीरे-धीरे अपने सिर के ऊपर की ओर ले जाएं। फिर हाथों को धीरे-धीरे करके अपने सामने लाएं। आप इस एक्सरसाइज को कई बार कर सकती हैं। इससे आपकी पीठ सीधी होती है और पैरों को दृढ़ रखने में मदद मिलती है।
यदि आप बर्थिंग बॉल का उपयोग करने के लिए चिंतित हैं तो आप पहले इस बारे में डॉक्टर से सलाह लें। यहाँ पर बर्थिंग बॉल का उपयोग करने के कुछ टिप्स बताए गए हैं।
प्रेगनेंसी या लेबर बॉल का उपयोग करते समय निम्नलिखित टिप्स का उपयोग करें;
गर्भावस्था के दौरान फिट रहने के लिए बर्थिंग बॉल का उपयोग करना सबसे सही तरीका है। यह आपकी लेबर की समस्याओं को कम कर सकता है और बच्चे के जन्म के बाद आपको इसके बहुत सारे फायदे मिलते हैं। हालांकि यह सलाह दी जाती है कि लेबर के लिए बर्थिंग बॉल का उपयोग करने से पहले आप इसकी टेक्निक्स सीख लें। साथ ही यह भी कहा जाता है कि बर्थिंग बॉल का उपयोग करते समय किसी भी एक्सीडेंट से बचने के लिए आप पूरी सावधानी बरतें। इसका उपयोग करने का सबसे सही तरीका है कि जब भी आप बर्थिंग बॉल का उपयोग करें तो सपोर्ट के लिए आपके साथ कोई न कोई होना चाहिए।
स्रोत और संदर्भ:
स्रोत १
स्रोत २
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