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जैसे-जैसे गर्भावस्था के दिन बढ़ते हैं आपके गर्भाशय में शिशु की गतिविधियां और तीव्र हो जाती हैं। इस दौरान शिशु के आकार के साथ-साथ उसके वजन में वृद्धि और अन्य विकास भी होते हैं। गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में गर्भस्थ शिशु लगभग एक हथेली के बराबर होता है, उसका वजन 113 से 140 ग्राम होता है और लंबाई 11 से 14 से.मी. हो सकती है। इस अवधि में शिशु की वृद्धि अधिक स्वस्थ व मजबूत होती है और होने माँ अपने गर्भ में शिशु की गतिविधियां अधिक स्पष्टता से महसूस कर सकती है और साथ ही वह शिशु के पैर मारने की क्रिया भी स्पष्ट रूप से महसूस करती है। शिशु के विकास, वृद्धि व असामान्यताओं की जांच करने के लिए 17वें सप्ताह में डॉक्टर आपको अल्ट्रासाउंड की सलाह दे सकते हैं।
गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए आपका मूत्राशय पूरी तरह से भरा हुआ होना चाहिए ताकि डॉक्टर को आपके गर्भस्थ शिशु की पिक्चर लेने में कोई भी समस्या न हो। हालांकि आपका मूत्राशय इतना भी भरा न हो कि आपको अधिक असुविधा होने लगे। आप अल्ट्रासाउंड जांच से लगभग 30 मिनट पहले 3 गिलास पानी पी सकती हैं। इस जांच के समय आरामदायक कपड़े पहनें ताकि डॉक्टर सरलता से आपके पेट की जांच कर सके।
अल्ट्रासाउंड करते समय डॉक्टर कई तरह से माप लेते हैं इसलिए इसमें लगभग 40 मिनट से 1 घंटे का समय लग सकता है। हालंकि जुड़वां शिशुओं की जांच के लिए 17वें सप्ताह के अल्ट्रासाउंड में अधिक समय लग सकता है। यदि इस अवधि में आपका गर्भस्थ शिशु गर्भाशय के ऐसे स्थान पर है जहाँ उसके आंतरिक अंग स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं दे रहे हैं तो अल्ट्रासाउंड में अधिक समय लग सकता है।
गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में पेट का अल्ट्रासाउंड करने के लिए डॉक्टर आपको सीधा लेटने के लिए कहेंगे। फिर डॉक्टर आपके पेट पर जेल लगाकर, उस पूरे हिस्से में हल्के दबाव के साथ ट्रांसड्यूसर घुमाएंगे। इस प्रक्रिया से स्क्रीन पर आपके गर्भ में पल रहे शिशु की स्पष्ट छवि दिखाई देगी। अल्ट्रासाउंड के बाद आप इस जेल को पानी से या कपड़े से पोंछ कर साफ कर सकती हैं। यदि इस स्कैन में भ्रूण के कुछ हिस्से स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते हैं तो डॉक्टर आपको योनि के माध्यम से अल्ट्रासाउंड करने की सलाह दे सकते हैं। इस जांच के दौरान अल्ट्रासाउंड करने के लिए एक उपकरण को योनि में डाला जाता है और इस प्रक्रिया से गर्भस्थ शिशु की छवि स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।
गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड करने पर निम्नलिखित बदलाव दिखाई दे सकते हैं;
यदि 17वें सप्ताह के अल्ट्रासाउंड के दौरान गर्भस्थ शिशु में किसी भी प्रकार की असामान्यता का पता लगता है तो डॉक्टर इस समस्या की प्रकृति के बारे में जांच करेंगे। फिर इस स्थिति में आगे क्या करना है डॉक्टर यह आपको बताएंगे। इस समस्या की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर दूसरी बार अल्ट्रासाउंड करवाने, सी.वी.एस. और एम्नियोसेंटेसिस जैसी जांच करवाने की सलाह दे सकते हैं। इन जांचों से शिशु में असामान्यताओं की सही प्रकृति का पता करने में मदद मिलती है। अंत में डॉक्टर आपसे इसके उपचार व अन्य विकल्पों के बारे में चर्चा करेंगे।
कई महिलाएं 17वें सप्ताह के दौरान अपने गर्भ में पल रहे शिशु की गतिविधियां, जैसे शिशु द्वारा तेज लात मारना, गोल घूमना या हल्की गुदगुदी पहली बार महसूस करती हैं और इसे स्पंदन कहा जाता है। अल्ट्रासाउंड स्कैन में गर्भस्थ शिशु की आवाज सुनना, उसकी गतिविधियों और उसके चेहरे के भावों को देखना माता-पिता के लिए एक सकारात्मक व सुखदायक अनुभव होता है।
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