गर्भावस्था के दौरान अलसी के बीज खाना – क्या यह सही है?

स्थानीय सुपरबाजार में घूमते समय, हमेशा अलसी के बीज का एक आकर्षक पैकेट आपका मन मोह लेता होगा। और, जाहिर है आपने अलसी से होने वाले फायदों के बारे में भी पढ़ा होगा, क्योंकि आप अपने अंदर पल रहे शिशु को संपूर्ण पोषण देना चाहते हैं। लेकिन आप यह सोचने पर मजबूर हो सकते हैं कि “क्या अलसी के बीज गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित हैं?” गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में शामिल करने से पहले इससे जुड़े जोखिम, लाभ और सेवन की अनुशंसित मात्रा के बारे में पूरी जानकारी होना निश्चित रूप से जरुरी है।

अलसी के बीज (फ्लैक्स सीड्स) क्या हैं?

अलसी के बीज अलसी के पौधे से उत्पन्न होते हैं और एक प्रभावी रेचक के रूप में जाने जाते हैं, इसके कई अन्य लाभ भी हैं जो हाल ही में पता चला है। अलसी को अंग्रेजी में ‘फ्लैक्स सीड्स’ के नाम से जाना जाता है। यह ठंडे क्षेत्रों में उगाया जाता है और इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम, प्रोटीन, जिंक, विटामिन ई और बी6 होते हैं। अलसी के बीजों में अल्फा-लिनोलेनिक अम्ल के रूप में जाना जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो सूजन और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें फाइबर की मात्रा के कारण, अलसी के बीज ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को काफी हद तक नियंत्रित करने में भी सहायक है।

क्या गर्भावस्था के दौरान अलसी के बीज खाना सुरक्षित है?

गर्भावस्था एक नाजुक समय है और इस समय आपको अपने आहार को सावधानी से चुनना चाहिए। अपने और अपने शिशु के स्वास्थय के लिए भी संभावित सबसे सुरक्षित आहार विकल्पों को अपनाना चाहिए। हालांकि, गर्भावस्था में अलसी के बीजों के सेवन के बारे में चिकित्सा समुदाय में विभाजित मत हैं। कुछ सूत्रों के अनुसार, अलसी के बीजों के पोषक तत्व कैंसर, मधुमेह और ह्रदय रोगों के जोखिम को कम करने में सहायक है।

यदि आप इस सवाल से त्रस्त हैं, “क्या मैं गर्भवती होने पर अलसी के बीज खा सकती हूँ?” आपको पता होना चाहिए कि इस विषय में मनुष्यों पर कोई अध्ययन नहीं किया गया है। हालांकि, पशुओं पर किए गए परीक्षणों से पता चला है कि इस बीज की ज्यादा खुराक भ्रूण के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। ऐसे मामलों में, अलसी के बीजों को अपने आहार में शामिल करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेना जरुरी है।

अलसी के बीजों का पोषण मान

यहाँ अलसी के बीजों के कुछ पोषण तथ्य दिए गए हैं। प्रत्येक 100 ग्राम अलसी के बीजों में 534 कैलोरी होती है। इसका अर्थ यह है कि जब आप एक बड़ा चम्मच अलसी (लगभग 10 ग्राम) का सेवन करते हैं, तो आप 55 कैलोरी का सेवन कर रहे होते हैं। अलसी के बीजों में 42% वसा, 29% कार्बोहाइड्रेट और 18% प्रोटीन होता है। अलसी के बीजों में कार्बोहाइड्रेट का लगभग 95% फाइबर होता है, जिसमें से 20% से 40% घुलनशील फाइबर और 60% से 80% अघुलनशील फाइबर होता है। फाइबर का यह संयोजन इसे एक प्राकृतिक रेचक बनाता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए अलसी के बीज के फायदे

गर्भावस्था में अलसी के बीज के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं लेकिन गर्भवती महिलाएं अपने आहार में इसे शामिल करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श कर सकती हैं।

  1. महत्वपूर्ण पोषक तत्व शामिल हैं: अलसी के बीजों में लिनोलिक अम्ल, अल्फा-लिनोलिक अम्ल या ओमेगा-3 बहुअसंतृप्त वसा होता है। क्योंकि वे गर्भावस्था के प्रारंभिक महीनों में भ्रूण के मस्तिष्क के विकास में सहायता करते हैं, इसलिए ये गर्भावस्था के दौरान आवश्यक होते हैं।
  2. कब्ज दूर करने में मदद करते हैं: गर्भवती महिलाओं को अक्सर कब्ज की शिकायत होती है और अलसी के बीज प्राकृतिक रेचक होने के कारण इस स्थिति में राहत दे सकते हैं। चूंकि मल त्याग नियमित हो जाता है, इसलिए यह बवासीर को भी रोकने में मदद करता है।
  3. रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है: गर्भावस्था के दौरान रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और अलसी के बीज उसे नियंत्रित स्तर पर बनाए रखने में मदद करते हैं। इस कारण जन्म के समय अधिक वजन और सिजेरियन डिलीवरी की संभावना को कम किया जा सकता है।
  4. हॉट फ्लैशएस को कम करते हैं: अलसी के बीज गर्भावस्था में होने वाले अत्यधिक गर्मी को कम करने के लिए भी जाना जाता है।
  5. खनिज पदार्थों की पूर्ति करते हैं: आपके शरीर को पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है क्योंकि उनका आपके और आपके शिशु द्वारा लगातार सेवन किया जा रहा होता है। जब आप अपने आहार में अलसी के बीजों को शामिल करते हैं तो खनिज पदार्थों जैसे मैग्नीशियम, सेलेनियम और पोटेशियम की पूर्ति हो जाती है ।
  6. प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार लाते हैं: अलसी के बीजों का सेवन कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है क्योंकि यह लिग्नैन्स (फाइटोन्यूट्रिएंट्स) से समृद्ध होते हैं।
  7. मधुमेह के नियंत्रण में मदद करते हैं: अलसी के बीज में मौजूद घुलनशील फाइबर मधुमेह के विरुद्ध काम करते है।
  8. हृदय रोगों के जोखिम को कम करते हैं: अध्ययनों से पता चला है कि हृदयवाहिका रोगों से बचा जा सकता है क्योंकि अलसी के बीज रक्त को पतला करने वाले गुणों के कारण जाने जाते हैं।

अपने आहार में अलसी के बीज कैसे शामिल करें

चिकित्सक कच्चे अलसी के बीज खाने की सलाह नहीं देते हैं क्योंकि इसमें बहुत थोड़ी सी साइनाइड की मात्रा होती है। अपने आहार में अलसी के बीजों को शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका उन्हें भून कर खाना है क्योंकि यह इसमें मौजूद साइनाइड यौगिकों को नष्ट कर देता है।

  • पूरी तरह से अवशोषित करने के लिए बीजों को पीसकर चूर्ण बनाना सर्वोत्तम है। अगर आप इसके सीधे सेवन से बचना चाहती हैं तो आप इस चूर्ण को अपने ताजे जूस या दही में मिला सकते हैं।

  • आप अपने सलाद, नास्ते या खाने को सजाने के लिए अलसी के चूर्ण का उपयोग कर सकते हैं।

अलसी के बीजों की ताजगी और इसे कुरकुरा बनाए रखने के लिए इसे एक हवाबंद डिब्बे में रखना जरुरी है।

गर्भवती होने पर मैं अलसी के बीजों की कितनी मात्रा का सेवन कर सकती हूँ

अल्फा-लिनोलेनिक अम्ल (एएलए) की आवश्यकता 1.4 ग्राम प्रतिदिन होती है इसे ध्यान में रखते हुए गर्भावस्था के दौरान अलसी के बीजों का सेवन सीमित मात्रा में करना महत्वपूर्ण है। इसका अर्थ है कि आप सुरक्षित रूप से बिना किसी चिंता के एक बड़ा चम्मच ताजे पिसे हुए अलसी के बीजों का सेवन कर सकती हैं। अलसी एक सामान्य खाद्य है जो हमारे दैनिक आहार में शामिल किया जा सकता है। फिर भी अपने चिकित्सक से जरूर सलाह लें।

अलसी के सेवन के दुष्प्रभाव

गर्भावस्था के दौरान अलसी के बीज खाने के कुछ ज्ञात दुष्प्रभाव यहाँ दिए गए हैं, क्योंकि अक्सर गर्भवती महिलाएं पूछती हैं कि क्या अलसी के बीज का सेवन हानिकारक है:

  1. चूंकि आप गर्भावस्था के दौरान अपने आहार के प्रति अत्यंत सतर्क रहती हैं, इसलिए कच्चे अलसी के बीज न खाएं, क्योंकि आप इससे अपने रक्तचाप के स्तर में वृद्धि का अनुभव कर सकते हैं।
  2. अधिक मात्रा में अलसी के बीज का सेवन करने पर गर्भवती महिलाओं को मतली और दस्त का अनुभव हो सकता है।
  3. यदि आपको नट्स से एलर्जी है, तो अलसी खाने पर आपको साँस लेने में कठिनाई या सीने के आसपास जकड़न जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
  4. गर्भावस्था के दौरान अलसी के बीज खाने से होंठों की सूजन भी एक सामान्य दुष्प्रभाव है।
  5. कच्चे अलसी के बीज में बहुत छोटी मात्रा में साइनाइड होता है जिसके परिणामस्वरूप विषाक्तता हो सकती है।

चूंकि गर्भावस्था के दौरान अलसी के बीज को अपने आहार में शामिल करना, उसकी मात्रा, फायदे और नुकसान के बारे में अभी भी विभाजित मतभेद है, इसलिए इस बारे में आपको अपने चिकित्सक से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। अपनी दुनिया में एक नए जीवन का स्वागत करते हुए, हम सलाह देंगे कि हमेशा सुरक्षित चीजों का चुनाव करें।

यह भी पढ़ें:

गर्भावस्था के दौरान शहद का सेवन
गर्भावस्था के दौरान तिल का सेवन

जया कुमारी

Recent Posts

भूकंप पर निबंध (Essay On Earthquake In Hindi)

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, जिसमें धरती अचानक से हिलने लगती है। यह तब होता…

3 days ago

Raising Left-Handed Child in Right-Handed World – दाएं हाथ वाली दुनिया में बाएं हाथ वाला बच्चा बड़ा करना

जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होने लगता है, उसके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलू उभरने लगते हैं। या…

3 days ago

माता पिता पर कविता l Poems For Parents In Hindi

भगवान के अलावा हमारे जीवन में किसी दूसरे वयक्ति को अगर सबसे ऊंचा दर्जा मिला…

4 days ago

पत्नी के लिए प्यार से बुलाने वाले नाम l Nicknames For Wife In Hindi

शादी के बाद प्यार बनाए रखना किसी भी रिश्ते की सबसे खूबसूरत बात होती है।…

4 days ago

पति के लिए प्यार से बुलाने वाले नाम l Nicknames For Husband In Hindi

शादी के बाद रिश्तों में प्यार और अपनापन बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। पति-पत्नी…

4 days ago

करण नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Karan Name Meaning In Hindi

ऐसे कई माता-पिता होते हैं जो अपने बच्चे का नाम इतिहास के वीर महापुरुषों के…

1 week ago