In this Article
समय से पहले होने वाली डिलीवरी में नवजात शिशुओं के हृदय, फेफड़े और मस्तिष्क पूर्ण रूप में मैच्योर नहीं होते हैं, जिस कारण इनमे समस्याएं पैदा हो सकती हैं। लेकिन आजकल, कुछ दवाएं उपलब्ध हैं जो बच्चे के अंगों के संपूर्ण विकास के लिए डिलीवरी को देरी करने में मदद कर सकते हैं। कई डॉक्टर बच्चे के लंग्स यानि फेफड़ों को जल्दी बनने ले लिए गर्भवती महिला को बेटनेसोल इंजेक्शन देने पर विचार करते हैं। हालांकि, बेटनेसोल इंजेक्शन केवल तभी दिया जाता है जब इसके लाभ जोखिम से ज्यादा होते हैं। यदि आप गर्भवती हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि गर्भावस्था के दौरान बेटनेसोल इंजेक्शन सुरक्षित है या नहीं।
बेटनेसोल (बीटामेथासोन सोडियम फॉस्फेट) एक कॉर्टिकोस्टेरॉइड है जिसका उपयोग हार्मोनल असंतुलन, सूजन की स्थिति और ऑटोइम्यून बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स की अपर्याप्तता, सामान्य रूप से, हमारे शरीर पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है। शरीर में उनके कई महत्वपूर्ण कार्य हैं जैसे, नमक को विनियमित करना, पानी को संतुलित करना, तनाव के स्तर को नियंत्रित करना, सूजन को कम करना और हृदय के कार्य को सुनिश्चित करना। यह इंजेक्शन लक्षणों को तुरंत नियंत्रित करने के लिए आपातकालीन स्थितियों में दिया जाता है।
गर्भावस्था के दौरान एक बेटनेसोल इंजेक्शन केवल तभी दिया जाता है, जब प्रसवपूर्व कॉम्प्लीकेशन्स के लिए कोई वैकल्पिक उपचार उपलब्ध न हो। एक गर्भवती महिला द्वारा बेटनेसोल इंजेक्शन लेना उसके बच्चे के लिए खतरा पैदा कर सकता है क्योंकि यह प्लेसेंटा को पार कर अंदर पल रहे बच्चे को प्रभावित कर सकता है। जब तक डॉक्टर की सलाह न हो यह किसी भी रूप (इंजेक्शन या क्रीम) में लेना ठीक नहीं है। जोखिमों के बारे में स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना और विकल्पों के बारे में पूछना सबसे अच्छा है।
नोट: बेटनेसोल इंजेक्शन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए।
यदि गर्भावस्था के दौरान निम्नलिखित कॉम्प्लीकेशन्स उत्पन्न होती हैं तो बेटनेसोल या बीटामेथासोन इंजेक्शन की सलाह दी जाती है।
गर्भवती महिला के मेडिकल हिस्ट्री की जाँच के बाद उसकी डोसेज निर्धारित की जाती है। आपका डॉक्टर आपके केस की हिस्ट्री समझने के बाद ही आगे की कार्रवाई करेगा। अगर आपके डॉक्टर को कोई समस्या होने की आशंका होती है, तो वह इंजेक्शन की सलाह दे सकता है। इसलिए, यह भी बेहद जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से इस इलाज के फायदे और नुकसान भी जान लें।
बेटनसोल निम्नलिखित तरीकों से दिया जा सकता है:
यह दवा कभी भी लंबे समय के लिए नहीं दी जाती है। यह कुछ दिनों के लिए या शायद 2-3 सप्ताह के लिए दी जा सकती है। लेकिन इसे अचानक नहीं रोका जाना चाहिए। किसी भी वापसी के लक्षणों की तीव्रता को कम करने के लिए इसे धीरे-धीरे कम किया जाना चाहिए।
नीचे कुछ साइड इफेक्ट्स दिए गए हैं जो आपको गर्भावस्था के दौरान बेटनेसोल का टीका लगने पर दिखाई दे सकते हैं।
इंजेक्शन के अलावा, यह आपके शरीर में अन्य माध्यमों से भी प्रवेश कर सकता है। यदि आप त्वचा के किसी क्रीम का उपयोग करते हैं, जिसमें बेट्नेसोल हो (भले ही कम मात्रा में हो), तो यह आपकी त्वचा द्वारा अवशोषित हो सकता है और बच्चे को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, यह सुझाव दिया जाता है कि आप किसी भी स्टेरॉयड क्रीम का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
इसे पढ़ने के बाद, हम आशा करते हैं कि बेटनेसोल इंजेक्शन के बारे में आप काफी कुछ समझ चुके हैं और गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद भी उन्हें लेने से बचेंगे। स्थिति की गंभीरता और इसमें शामिल जोखिमों को समझने के लिए अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से चर्चा करें और उन वैकल्पिक उपचारों के बारे में पूछें जो सुरक्षित हैं।
यह भी पढ़ें:
प्रेगनेंसी के दौरान टेटनस टॉक्साइड (टी.टी.) इंजेक्शन
प्रेगनेंसी के दौरान डोक्सिनेट ओरल टैबलेट
अनुशासन का मतलब है अपने जीवन को सही ढंग से व्यवस्थित जीना और नियमों का…
हमारे आसपास मौजूद हर चीज पर्यावरण है, जिसमें हवा, पानी, पेड़-पौधे व अन्य सभी सजीव…
जन्मदिन बच्चों के लिए साल का सबसे खास दिन होता है। इस दिन वह खुश…
कहते हैं कि बहनें भगवान के एक आशीर्वाद की तरह होती हैं। अगर आपके पास…
हमारी जिंदगी में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें हम दिल से मानते हैं और…
डॉक्टर का पेशा वह होता है जिसमें आमदनी से ज्यादा सेवा का भाव आवश्यक माना…