In this Article
एक गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान कई तरह की क्रेविंग्स हो सकती हैं। इस समय आपको कभी डेसर्ट खाने की इच्छा हो सकती तो कभी किसी विशेष फ्लेवर या फल को खाने का मन हो सकता है। ड्रैगन फ्रूट भी इन्ही में से एक है, इसकी बनावट को देख कर लोग इस फल की ओर आकर्षित होते है। लेकिन, जब बात आपके बच्चे की सुरक्षा की तो किसी भी चीज को खाने से पहले सावधानी बरतें, कई गर्भवती महिलाएं यह जानना चाहती हैं कि गर्भावस्था के दौरान उन्हें ड्रैगन फ्रूट खाना चाहिए या नहीं। आइए जानें कि क्या ड्रैगन फ्रूट खाना सेफ है और यह किस प्रकार आपकी गर्भावस्था पर प्रभाव डालता है।
ड्रैगन फ्रूट को ‘पिताया’ के नाम से भी जाना जाता है। यह फल दक्षिणी अमेरिका और मैक्सिको के साथ-साथ मध्य अमेरिका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है, लेकिन इसके अलावा यह इंडियन सबकॉन्टिनेंट (भारतीय उपमहाद्वीप) में भी पाया जाता है। यह फल देखने में बहुत आकर्षक लगते हैं, इसमें बाहर की ओर स्पाइक्स होते हैं और अंदर की तरफ सफेद होता है और काले रंग की बीज होते हैं। ड्रैगन फ्रूट को सुपरफ्रूट माना जाता है, क्योंकि इसके आपको कई हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं। यह आसानी से मार्किट में मिल जाते हैं, आप चाहें तो इसे ऑनलाइन भी मंगवा सकती हैं। यह फल खट्टे और मीठे स्वाद कॉम्बिनेशन है। यह अंदर से दिखने में काफी हद तक कीवी की तरह लगता है।
ड्रैगन फ्रूट पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो आपके स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके बच्चे के बेहतर विकास में मदद करता है। ड्रैगन फ्रूट में मौजूद कार्बोहाइड्रेट गर्भवती महिला को ऊर्जा प्रदान करता है। इसके अलावा, इसमें कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा बच्चे की हड्डियों के विकास में मदद करता है। यह इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करता है, इतना ही नहीं इसमें आयरन, पोटैशियम के अलावा और भी कई अन्य प्रोटीन मौजूद होते हैं जो गर्भावस्था के दौरान मिलना बहुत जरूरी होता हैं।
इन तत्वों के अलावा पिताया में फोलिक एसिड होता जो बच्चे के न्यूरोलॉजी को विकसित करने में मदद करता है। विटामिन सी, फाइबर और बीटा-कैरोटीन आदि गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद जरूरी होता है, जो इसमें मौजूद होता है। इसमें पाया जाने वाला लाइकोपिन इस फल का एक प्रमुख कॉम्पोनेन्ट माना जाता है, जो ड्रैगन फ्रूट को खास बनाता है। यह विभिन्न हृदय समस्याओं, ब्लड प्रेशर और कैंसर जैसे बीमारी के होने की संभावना को कम करता है।
तो, अगर आप अभी भी सोच रही हैं कि क्या गर्भवती महिलाएं ड्रैगन फ्रूट खा सकती हैं, तो इसका जवाब हाँ है। इस फल के सेवन से आप और आपके होने बच्चे को कई सारे लाभ मिलते हैं । रेड वाला ड्रैगन फ्रूट खाने से शुरुआत करें यह बहुत स्वादिष्ट होता है।
गर्भवती महिला को ड्रैगन फ्रूट खाने से बहुत सारे स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिलते हैं। ड्रैगन फ्रूट गर्भवती महिलाओं को अच्छी मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करता है जो बच्चे के बेहतर विकास के लिए बहुत जरूरी होता है और भी आवश्यक पोषक तत्व देता है।
एक गर्भवती महिला के शरीर में अच्छा फैट होना बहुत जरूरी होता है जो उन्हें दिनभर एनर्जी देने का काम करता है। मेटाबोलिज्म को बनाए रखने मदद करता है और साथ ही साथ भ्रूण (फीटस) के मस्तिष्क के फार्मेशन में मदद करता है। ड्रैगन फ्रूट में फैट एक अच्छे अनुपात में होता है, जिनमें से ज्यादातर मोनोअनसैचुरेटेड होते हैं। यह आपकी डाइट को और भी हेल्दी बनाता है।
फैट से भरपूर होने के साथ-साथ ड्रैगन फ्रूट काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट प्रदान करता है। यह ऊर्जा का एक बेहतरीन स्रोत है जो आसानी से एक्सेसिबल होता है और इसे सीधे फीटस में ट्रांसफर हो जाता है।
भ्रूण (फीटस) को माइक्रोब द्वारा संक्रमित होने का खतरा होता है, क्योंकि वो प्लेसेंटा के जरिए भ्रूण तक जा सकते हैं। ड्रैगन फ्रूट घाव का ट्रीटमेंट करते हुए सेलुलर रिजनरेशन करता है जो इन्फेक्शन को रोकता है और पहले से शरीर में मौजूद माइक्रोब को एंटी-फंगल व एंटी-बैक्टीरियल के जरिए उन्हें खत्म कर देता है।
ड्रैगन फ्रूट में फाइबर की मौजूदगी गर्भवती महिलाओं में कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करती है। नियमित रूप से ड्रैगन फ्रूट खाने से आपके पाचन तंत्र ठीक रहता है और आपको कब्ज की समस्या नहीं होती है।
ड्रैगन फ्रूट में मौजूद आयरन ब्लड सेल्स हीमोग्लोबिन के लेवल को बढ़ाकर शरीर में ऑक्सीजन पहुँचाने की क्षमता को बेहतर करता है। यह गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की संभावना को कम करता है।
केवल कैल्शियम ही बच्चे के हड्डियों के विकास में मदद नहीं करता है बल्कि इसमें फास्फोरस भी अहम भूमिका निभाता है और यह दोनों ही मिनरल ड्रैगन फ्रूट में अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा डेंटल हेल्थ को बनाए रखने में भी मदद करते हैं।
यह महत्वपूर्ण है कि बच्चे का न्यूरल विकास बिना किसी बाधा के जारी रहना चाहिए। विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स ग्रुप के साथ फोलेट, बच्चे के नर्वस सिस्टम और चाइल्ड न्यूरल ट्यूब के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं, यह बच्चे को किसी भी विकार से दूर रखता है।
गर्भवती महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर के कारण प्री-एक्लेमप्सिया का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। ड्रैगन फ्रूट ब्लड प्रेशर के लेवल को स्टेबल करता है और साथ साथ ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करता है, जिससे गर्भावस्था के दौरान आपको कम से कम कॉम्प्लीकेशन्स का सामना करना पड़ता है।
ड्रैगन फ्रूट को बाकि फलों की तरह कच्चा ही खाया जा सकता है। आप चाहें तो इसका जूस भी निकाल कर पी सकती हैं या इसे अपनी सलाद में भी शामिल कर सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में ड्रैगन फ्रूट को शामिल करना आपके स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा फैसला है। इस फल से मिलने वाले कई लाभ आपके बच्चे के विकास के लिए आवश्यक हैं और इससे बच्चे को कोई खतरा नहीं होता है, यह गर्भावस्था के दौरान खाए जाने वाले सुरक्षित फलों में से एक है इसलिए चिंता न करें। आपको यह कितनी मात्रा में खाना चाहिए इसके लिए आप एक बार अपने डॉक्टर से पूछ लें ।
यह भी पढ़ें:
प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रॉबेरी खाना
प्रेगनेंसी में नाशपाती का सेवन
जैसे हिंदी भाषा में बच्चों को सबसे पहले ‘वर्णमाला’ सिखाया जाता है वैसे ही गणित…
हिंदी की वर्णमाला में उ अक्षर का महत्वपूर्ण स्थान है। यह अक्षर बच्चों के लिए…
हिंदी की वर्णमाला में 'ई' अक्षर का बहुत महत्व है, जिसे 'बड़ी ई' या 'दीर्घ…
जैसे-जैसे डिलीवरी की तारीख नजदीक आती है, गर्भवती महिला की चिंता और उत्तेजना बढ़ती जाती…
आमतौर पर जोड़ों की बीमारियां बड़ों में देखने को मिलती हैं, लेकिन ये समस्याएं बच्चों…
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…