In this Article
यदि मच्छर आपको गर्भावस्था के दौरान परेशान कर रहे हैं, तो आपको यह जानकर खुशी होगी कि आप उनसे छुटकारा पा सकती हैं। मच्छर से बचाव के लिए लगाई जाने वाली क्रीम आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान उपयोग करने के लिए सुरक्षित मानी जाती है और मच्छर जनित बीमारियों को फैलने से रोकती है।
मच्छर के काटने से डेंगू, जिका और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा होता है जो माँ और उसके बच्चे को नुकसान पहुँचा सकती है। इससे बच्चे में माइक्रोसेफली जैसे बर्थ डिफेक्ट देखने को मिल सकते हैं, जिसमें बच्चे के सिर का साइज सामान्य आकार से छोटा होता है, ये मच्छर से जनित बीमारियों के फैलने से गंभीर समस्या का कारण बन सकता है।
मॉस्किटो रिपेलेंट एक स्प्रे हैं जो मच्छरों को भगाने के लिए उपयोग किया जाता है। गर्भवती महिलाओं के लिए दो प्रकार के मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे सुरक्षित माने जाते हैं – डीईईटी और पिकारिडिन। गर्भावस्था के दौरान लेमन युकलिप्टस मॉस्किटो स्प्रे असुरक्षित माना जाता है। हालांकि, आप इस विषय को लेकर अपने डॉक्टर से बात कर सकती हैं।
हाँ, गर्भावस्था के दौरान मच्छर भगाने वाले स्प्रे का इस्तेमाल करना सुरक्षित है। किसी भी प्रकार का स्प्रे जिसमें डीईईटी या पिकारिडिन होता है, वो मॉस्किटो रिपेलेंट के रूप में इस्तेमाल करने के लिए सुरक्षित माने जाते हैं। क्लिनिकल ट्रायल्स में यह देखा गया है कि इसका प्रेगनेंसी के इस्तेमाल करने से किसी भी तरह के न्यूरोलॉजिकल, फिजिकल या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं, यहाँ तक कि बच्चे के जन्म के एक साल बाद भी। सबसे अहम बात यह है कि हमेशा रजिस्टर मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें और डीईईटी की कम डोस वाले स्प्रे ही इस्तेमाल करें ताकि वो आपके लिए बहुत स्ट्रोंग न हो।
यहाँ कुछ पुराने लेकिन प्रैक्टिकल टिप्स दी गई हैं जिसे आप प्रेगनेंसी के दौरान मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करते समय ध्यान में रख सकती हैं:
आपको हर हाल में खुद को और बच्चे को प्रोटेक्ट करना है। इसलिए स्प्रे का इस्तेमाल करें और बाहर जाते समय ऊपर बताई गई टिप्स का पालन करें, आपको इस विषय को लेकर बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।
यह भी पढ़ें:
प्रेगनेंसी के दौरान लोपेरामाइड लेना
जैसे हिंदी भाषा में बच्चों को सबसे पहले ‘वर्णमाला’ सिखाया जाता है वैसे ही गणित…
हिंदी की वर्णमाला में उ अक्षर का महत्वपूर्ण स्थान है। यह अक्षर बच्चों के लिए…
हिंदी की वर्णमाला में 'ई' अक्षर का बहुत महत्व है, जिसे 'बड़ी ई' या 'दीर्घ…
जैसे-जैसे डिलीवरी की तारीख नजदीक आती है, गर्भवती महिला की चिंता और उत्तेजना बढ़ती जाती…
आमतौर पर जोड़ों की बीमारियां बड़ों में देखने को मिलती हैं, लेकिन ये समस्याएं बच्चों…
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…