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आज इस भाग दौड़ भरी दुनिया में जहाँ हर कोई आगे बढ़ने की रेस में है वहाँ महिलाएं भी किसी से पीछे नहीं हैं। गर्भावस्था के साथ काम को बैलेंस करना हर महिला के लिए एक बड़ा चैलेंज है। चूंकि काम के साथ-साथ परिवार भी बहुत जरूरी होता है और इसमें यह सवाल भी उठता है कि क्या गर्भावस्था के दौरान नाइट शिफ्ट में जॉब करना हानिकारक है? वैसे इसका जवाब यही है कि जब तक आप अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक और सतर्क हैं तब तक आपके लिए कोई भी चीज हानिकारक नहीं है।
गर्भवती होने पर काम को मैनेज करना एक बहुत बड़ा चैलेंज होता है और कभी-कभी आप ऑफिस में नाइट शिफ्ट करने को भी मना नहीं कर पाती हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए नाइट शिफ्ट में जॉब करना बहुत कठिन है और इसका सबसे बड़ा कारण नींद पूरी न हो पाना है। गर्भावस्था में शरीर को आराम की जरूरत होती है और इसलिए इस समय नाइट शिफ्ट करना हानिकारक हो सकता है।
क्या गर्भावस्था और नाइट शिफ्ट की जॉब एक दूसरे से संबधित हैं? यदि गर्भावस्था के दौरान आप नाइट शिफ्ट में जॉब करती हैं तो इसकी वजह से आपको निम्नलिखित स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, आइए जानें;
नाइट शिफ्ट में जॉब करने से आपकी नींद खराब होती है और आपकी नींद अपेक्षा से कम हो सकती है। इससे आपके इम्यून सिस्टम पर प्रभाव पड़ सकता है जो गर्भावस्था में पहले से ही कमजोर हो जाता है। स्टडीज के अनुसार अच्छी नींद न लेने से बच्चे को भी समस्याएं हो सकती हैं और जन्म के समय उसका वजन कम हो सकता है।
शरीर के सामान्य फंक्शन की तरह ही सोते समय किसी भी व्यक्ति के दिल की धड़कनें धीमी हो जाती हैं। नींद की कमी की वजह से शरीर का यह फंक्शन बिगड़ सकता है जिसे गर्भावस्था के दौरान बनाए रखना बहुत जरूरी है। इसलिए ऑफिस में नाइट शिफ्ट करने से शरीर के कार्डिएक रिदम में बदलाव आ सकता है।
नाइट शिफ्ट में लंबे समय तक काम करने से एक गर्भवती महिला को एंग्जायटी की समस्या हो सकती है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है और प्रीटर्म डिलीवरी की संभावनाएं भी बढ़ सकती हैं।
स्टडीज के अनुसार जो गर्भवती महिलाएं विशेषकर नाइट शिफ्ट में ज्यादा देर तक काम करती हैं उन्हें बच्चे की प्रीमैच्योर डिलीवरी और दुर्लभ मामलों में मिसकैरेज का खतरा भी होता है।
यदि आप गर्भावस्था के दौरान नाइट शिफ्ट करना बंद नहीं कर सकती हैं तो अपना और अपने बच्चे का पूरा खयाल रखें। अन्य लोगों को अपनी समस्या के बारे में बताएं और जरूरत पड़ने पर उनकी मदद लेने में बिलकुल भी न झिझकें। ध्यान रखें और सुरक्षित रहें।
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