गर्भावस्था के दौरान हर महिला एक ऐसे अटूट संबंध से जुड़ती है जो उसके ही अंश से बना होता है। जाहिर है अपनी नन्हीं सी जान को लेकर महिलाओं में बहुत उत्सुकता होती ही है परंतु इसके साथ-साथ ऐसे बहुत से लक्षण हैं जो अनेक असुविधाएं उत्पन्न कर सकते हैं। अब आपको बहुत सी बातों का ध्यान रखना होगा, थोड़ी बहुत सावधानियां बरतनी होंगी, कुछ आदतें और अपनी जीवनशैली में भी परिवर्तन लाना होगा। गर्भावस्था की यह अवधि आपके शारीरिक बदलावों और असुविधाओं को भी साथ लाती है, जिसमें एक समस्या पैरों में सूजन की भी है। गर्भवती महिलाओं के शरीर में सामान्य से अधिक तरल पदार्थ मौजूद होने के कारण अक्सर उनके पैरों में सूजन होने की समस्या होती है, जिसे ‘एडिमा’ भी कहा जाता है।
गर्भवती महिलाओं में एडिमा का प्रभाव ज्यादातर हाथ, पांव और एड़ी में होता है और कभी-कभी यह समस्या गले और चेहरे पर भी दिखाई दे सकती है।
निश्चिंत रहें ऐसे अनेक उपचार हैं जिससे इस सूजन को कम किया जा सकता है। इस लेख के माध्यम से हम आपको इन्हीं उपचारों के बारे में बताने वाले हैं जो आपकी सूजन को कम करने में काफी मदद कर सकते हैं।
अपने आहार व जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करके आप अपने पैरों की सूजन को कम करने का प्रयास कर सकती हैं। निम्नलिखित उपचारों को आजमा कर देखें:
आप अपने रोज के भोजन में पोटैशियम-युक्त आहार को शामिल करके अपनी इस समस्या को कम कर सकती हैं। अपने आहार में केला, एवोकाडो, अंजीर, पालक और पत्ता गोभी जैसी स्वास्थ्यवर्धक सब्जियों को शामिल करें, इनमें पोटैशियम प्रचुर मात्रा में होता है।
बाहर के भोजन या प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में अत्यधिक नमक होता है। यह नमक गर्भावस्था के दौरान शारीरिक सूजन की समस्या को और अधिक बढ़ा सकता है। इसलिए शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन रखने के लिए प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
मैग्नीशियम की कमी से आपके शरीर में पानी ठहर सकता है इसलिए अपने आहार में मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। गर्भावस्था के दौरान शरीर में मैग्नीशियम के संतुलन को बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में बादाम, काजू, टोफू, डार्क चॉकलेट, ब्रोकोली इत्यादि खाद्य पदार्थ खाएं।
क्या आप जानती हैं कि पत्ता गोभी आपके पैरों की सूजन को सोख लेती है? अपने शरीर पर सूजन से प्रभावित हिस्से में ताजे गोभी के पत्तों को रख लें और उसे एक सूती कपड़े से हल्का बांध लें। आप देखेंगी कि बहुत जल्द आपकी सूजन कम हो गई है।
2-3 चम्मच धनिया के दानों को एक गिलास पानी में भिगोएं और कुछ देर बाद पानी को उबालकर धनिया अलग कर दें। रोजाना दिन में एक बार इस उबले हुए पानी को पिएं, आपको फायदा होगा।
गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन होने पर पर्याप्त आराम करना महत्वपूर्ण है। क्योंकि काफी समय तक खड़े रहने या घूमने-फिरने से पैरों पर दबाव के कारण सूजन अधिक बढ़ सकती है। आराम करते समय सुनिश्चित करें की आप अपने पैरों को ऊँचा करके रखें।
सोते समय बाईं ओर करवट करके लेटें। लेटने की यह मुद्रा आपके शरीर के रक्त प्रवाह की वृद्धि में मदद करती है और पैरों की सूजन को भी कम करती है।
गर्भावस्था के दौरान अपने पहनावे में थोड़ा सा बदलाव करें। ऐसे जूते व कपड़े पहनें जो आरामदायक हों, जैसे स्नीकर्स, फ्लैट जूते इत्यादि। टाइट जूते पहनने से भी आपकी तकलीफ बढ़ सकती है। अपने कपड़ों में टाइट्स या स्टॉकिंग्स को भी शामिल करें, यह आपके पैरों को सहारा देने में मदद कर सकता है। ऐसे जूते पहनने से बचें जो एड़ियों पर अधिक टाइट होते हैं।
आप मरकरी के 12 से 15 मि.मी. या 15 से 20 मि.मी. के मोजे खरीद सकती हैं। ऐसे मोजे पहनना शुरू करें जो बहुत हल्के हों और आपके पैरों को आराम दे सकें।
अधिक समय तक आप स्थिर रहने से बचें क्योंकि इससे एडिमा हो सकता है। कुछ-कुछ समय में अपने पैरों को हिलाती रहें और खड़े होने या बैठने की मुद्रा को बदलती रहें। यदि आपका डेस्क जॉब है तो अधिक समय तक एक ही मुद्रा में बैठे रहने से आपके पैरों में अधिक सूजन आ सकती है इसलिए थोड़ी-थोड़ी देर में टहलती रहें। ऐसा करने से रक्त प्रवाह में वृद्धि होती है और साथ ही आपके पैरों की सूजन कम होने में मदद मिलती है।
गर्भावस्था के दौरान कैफीन आपके लिए बिलकुल भी स्वास्थ्यवर्धक नहीं है और जब भी आपको अपने पैरों में सूजन के लक्षण दिखें तभी आप कॉफी पीना बंद कर दें क्योंकि इससे डिहाईड्रेशन भी हो सकता है।
पानी पीने से आपके पैरों की सूजन बढ़ेगी नहीं। गर्भावस्था के दौरान अपने शरीर को भरपूर हाइड्रेटेड रखना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। जब आप ज्यादा से ज्यादा पानी पीती हैं तो यह पेशाब के माध्यम से सभी शारीरिक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
यदि आपको एडिमा के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आप रक्त प्रवाह में मदद करने के लिए स्किन ब्रश का उपयोग कर सकती हैं। अपने पैरों पर ऊपर की ओर ब्रश घुमाएं, यह शरीर में रक्त प्रवाह की वृद्धि में मदद कर सकता है।
नियमित रूप से व्यायाम करना पैरों की सूजन से छुटकारा पाने का एक अच्छा तरीका है क्योंकि यह रक्त प्रवाह में मदद करता है। हालांकि, ऐसे मामले भी देखने को मिले हैं जब व्यायाम करने से सूजन होती है इसलिए व्यायाम के बाद भी सूजन पर नजर रखें। इसके अलावा इसका भी ध्यान रखें कि आप जो भी व्यायाम करती हैं वह आपकी गर्भावस्था के अनुकूल ही हो, अधिक कठिन व्यायाम से बचें। आप गर्भावस्था के दौरान किए जाने वाले सुरक्षित व्यायामों के बारे में इंटरनेट पर सर्च कर सकती हैं।
वजन अत्यधिक होने से रक्त प्रवाह में कमी आ सकती है और यह आपके पैरों पर अधिक दबाव भी डालता है। मोटापे के कारण आपके पैरों में अतिरिक्त तरल पदार्थ की वृद्धि हो सकती है। सुरक्षित रूप से वजन कम करने के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
अपने शरीर के इलैक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखने में मदद करने के लिए लगभग दो गिलास पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर सिरका मिला कर पिएं। एप्पल साइडर में मौजूद उच्च मात्रा में पोटैशियम के गुण आपकी सूजन को कम करने में मदद करते हैं। आप गुनगुने पानी में एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर, मिश्रित पानी में तौलिया भिगोएं और उसे अपने प्रभावित पैर पर लपेट लें, इससे भी आपको फायदा मिल सकता है।
यह आपके रक्त प्रवाह को स्वस्थ रखने के लिए एक बेहतर उपाय है। स्विमिंग करते वक्त आप पानी में ग्रेविटी के विपरीत अपने शरीर में गतिविधि करती हैं जिससे शारीरिक स्वास्थ्य में मदद मिलती है। स्विमिंग स्वास्थ्य के लिए एक बेहतर व्यायाम है जिसे आप गर्भावस्था के दौरान भी कर सकती हैं।
आप गुनगुने पानी में थोड़ा सा सेंधा नमक डालकर अपने पैरों को भिगोएं। इससे आपके पैरों की सिकाई होती है और सूजन में आराम भी मिलता है।
गर्भावस्था के दौरान पेट में शिशु का वजन होने के कारण पैरों में अधिक पीड़ा व थकान महसूस होती है। इन दिनों आपको अत्यधिक थकान महसूस हो सकती है, नियमित रूप से मालिश करवाने से आपको काफी आराम मिल सकता है। साथ ही पैरों में सूजन को कम करने के लिए भी मालिश अधिक मददगार है। पैरों की अच्छी मालिश करने से रक्त प्रवाह में वृद्धि होती है और साथ ही शारीरिक विषाक्त पदार्थों को कम करने में भी मदद मिलती है।
गर्भावस्था के दौरान कई चीजों पर ध्यान देना आवश्यक है। पैरों में सूजन से आप असहज महसूस कर सकती हैं और इससे आपको असुविधा भी हो सकती है। हालांकि इसे कम करने के लिए कई तरीके हैं जिसमें आप अपने स्वस्थ आहार और सक्रिय जीवनशैली को भी शामिल कर सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन होने पर ऊपर दिए हुए घरेलू उपचारों का उपयोग करें क्योंकि इनके कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होते हैं।
यदि आपके पैरों में अत्यधिक सूजन और तकलीफ होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि पैरों में बहुत ज्यादा सूजन प्रीक्लैम्सिया का संकेत भी हो सकती है।
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