गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान पीठ की मालिश करना – फायदे और सावधानियां

एक महिला के जीवन में गर्भावस्था सबसे अच्छा समय होता है। यह समय खुद को पैंपर और खुद की देखभाल करने का सबसे बेहतरीन समय है। पर गर्भावस्था के साथ आपके लिए काफी सारी असुविधाएं भी आती हैं, जैसे मॉर्निंग सिकनेस, क्रैंप, सूजन और पीठ में दर्द। कई बार बहुत सारी गर्भवती महिलाओं को इस बात की शंका होती है कि क्या गर्भावस्था के दौरान मालिश करवाना सुरक्षित है और क्या इससे बच्चे पर कोई प्रभाव पड़ता है। यहाँ पर गर्भावस्था के दौरान पीठ की मालिश करवाने और इससे संबंधित सावधानियों के बारे में चर्चा की गई है, जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें। 

क्या गर्भावस्था के दौरान मालिश करवाना सुरक्षित है?

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अक्सर पीठ में दर्द बहुत ज्यादा होता है और वे इसमें आराम पाने के लिए मालिश करवानी चाहती हैं। पर गर्भवती महिलाओं को अक्सर यह शंका रहती है कि – क्या वह गर्भावस्था के दौरान पीठ में मालिश करवा सकती हैं? यद्यपि अब तक गर्भावस्था के दौरान पीठ में मालिश करवाने के बहुत सारे अस्पष्ट तथ्य थे पर जल्दी ही एक रिसर्च में यह प्रमाणित हुआ है कि गर्भावस्था के चरण में पीठ में मालिश करवाना सुरक्षित है और आप थेरेपिस्ट को बुलाने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें। अक्सर प्रोफेशनल मालिश वाली पहली तिमाही वाली महिलाओं की पीठ में मालिश नहीं करते हैं क्योंकि इस समय मिसकैरेज होने का खतरा ज्यादा है। 

गर्भावस्था के दौरान पीठ में मालिश करवाने के फायदे

गर्भावस्था के दौरान मालिश करवाने से महिला को शारीरिक व मानसिक आराम मिलता है। इससे महिलाओं की सभी चिंताएं कम हो सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान पीठ में मालिश करवाने के फायदे निम्नलिखित हैं, आइए जानें;

1. हॉर्मोन्स नियंत्रित रहते हैं

स्टडीज के अनुसार यदि एक गर्भवती महिला मालिश करवाती है तो उसका स्ट्रेस कम होता है और हॉर्मोन्स भी नियंत्रित हो जाते हैं। इसमें 5 सेरोटोनिन और डोपामाइन बढ़े हुए स्ट्रेस में आराम देते हैं और 5 सप्ताह में हर सप्ताह मालिश करवाने से नोरेपाइनफ्रिन स्ट्रेस के स्तर को कम करता है। इससे कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य ठीक होता है और मूड संयमित रहता है। 

2. सूजन कम होती है

मालिश करवाने से जोड़ों में भरे फ्लूइड को कम होने मदद मिलती है जिससे आपके शरीर की सूजन कम हो जाती है। पीठ में मालिश करवाने से शरीर के टॉक्सिक टिश्यू लिम्फ नोड से बाहर निकल जाते हैं। 

3. नसों में दर्द कम होता है

गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय का पूरा दबाव पीठ के निचले हिस्से और पेल्विक फ्लोर में होता है जिसकी वजह से वहाँ की नसों में सूजन भी आ जाती है। इसे आमतौर पर सायटिक नर्व का दर्द भी कहते हैं। इसमें गर्भवती महिलाओं को अत्यधिक असुविधाएं होती हैं और इसका दर्द जांघों से लेकर पैरों तक रहता है। मालिश करवाने से इन नसों का तनाव कम होता है और नसों की सूजन में आराम भी मिलता है।

4. मांसपेशियों और नरम टिश्यू के लिए बेहतर ऑक्सीजनेशन करता है

सॉफ्ट टिश्यू और मांसपेशियों में फायदा मिलने से खून सही होता है और पूरे शरीर को ऑक्सीजन मिलती है। इससे मस्कुलर एनर्जी मिलती है और थकान दूर होती है। 

5. इसके अन्य फायदे

गर्भावस्था के दौरान पीठ में मालिश करवाने से नींद में सुधार होता है, मांसपेशियों का तनाव कम होता है, सिर का दर्द कम हो जाता है, सर्कुलेशन में सुधार होता है, स्ट्रेस के साथ एंग्जायटी भी कम होती है, खुद की देखभाल होती है और आप अपने लिए समय निकाल पाती हैं। गर्भावस्था के दौरान पीठ की मालिश करवाने के साथ-साथ आपको देखभाल करने की भी जरूरत है। गर्भावस्था के दौरान पीठ की मालिश सुरक्षित तरीके से कैसे की जा सकती है।

गर्भावस्था के दौरान घर पर पीठ में मालिश कैसे करें

यद्यपि आप एक अच्छे थेरेपिस्ट से पीठ की मालिश के लिए एक अपॉइंटमेंट बुक कर सकती हैं पर इसे घर में भी पूरी सुविधाओं के साथ किया जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान प्रभावी मालिश करने के लिए गर्भवती महिलाएं अपने पति को घर में मालिश करने की सही पोजीशन और तरीके के टिप्स जानने व समझने के लिए कह सकती हैं। इससे बुकिंग अपॉइंटमेंट पर दिया हुआ आपका समय बचेगा और साथ ही प्रोफेशनल मालिश का खर्च भी बचेगा। नीचे बताई हुई जानकारी से आपको इस बारे में काफी मदद मिल सकती है, आइए जानें;

1. कुछ बातों पर ध्यान दें

गर्भावस्था के दौरान घर में मालिश करवाते समय सुविधाजनक पोजीशन, जैसे फ्लोर पर एक तरफ से लेटना या घुटनों के बल बैठने का तरीका को समझना बहुत जरूरी है। गर्भवती महिला को साइड में और पेट को सहारा देने के लिए एक तकिए की जरूरत होती है और दूसरा तकिया वे अपने सिर के नीचे रख सकती हैं। आप अपने पैरों की सुविधा के लिए भी एक तकिया ले सकती हैं। 

2. मालिश कैसे करें

मालिश हमेशा ऊपर से शुरू करते हुए गर्दन के पास और कंधों तक करनी चाहिए। पूरी पीठ में मालिश के लिए उंगलियों से गोलाई में हल्के दबाव के साथ मालिश करनी चाहिए। गर्भावस्था के दौरान पीठ के निचले हिस्से में मुट्ठी से आरामदायक और सॉफ्ट दबाव डालने से आराम मिलता है। सीधे रीढ़ की हड्डी में मालिश नहीं करनी चाहिए। गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर के दोनों तरफ मालिश की जा सकती है।

ध्यान रखने योग्य सावधानियां

गर्भावस्था के दौरान आपको किन आवश्यक बातों पर ध्यान देना चाहिए, आइए जानते हैं;

  • मालिश के दौरान लिगामेंट्स स्ट्रेच होते हैं जिसकी वजह से आपको असुविधा हो सकती है और यह बच्चे व माँ के लिए खतरे उत्पन्न कर सकता है।
  • मालिश करवाने के बाद आप लगभग 250 मिलीलीटर पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।
  • ध्यान दें कि मालिश के दौरान आपके पेट पर शारीरिक दबाव नहीं पड़ना चाहिए।
  • गर्भावस्था के दौरान आप बहुत तेज मोशन में मालिश न करवाएं।
  • यदि आपको असुविधा होती है या आपका सिर चकराता है तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  • मालिश के लिए एसेंशियल ऑयल्स का उपयोग न करें क्योंकि यह बहुत ज्यादा कंसन्ट्रेटेड होते हैं और इससे गर्भवती महिला में उल्टे प्रभाव भी पड़ सकते हैं।
  • मालिश के दौरान आप अपने शरीर की पोजीशन पर ध्यान जरूर दें क्योंकि टेबल में बहुत ज्यादा पैडिंग या बंप स्पॉट से भी आपके पेट पर दबाव पड़ सकता है और आपको असुविधाएं हो सकती हैं।
  • यदि आपकी पहले भी प्रीमैच्योर डिलीवरी हो चुकी है या आपकी गर्भावस्था में बहुत ज्यादा खतरे हैं तो आप मालिश न करवाएं।
  • आप अपने लिए एक सही थेरेपिस्ट चुनें और इस बात का ध्यान रखें कि यदि आप और आपके पति घर में मालिश करने के बारे में नहीं जानते हैं तो आप प्रोफेशनल की मदद ही लें।

यदि आप प्रोफेशनल से मालिश करवाना चाहती हैं तो नीचे कुछ टिप्स बताए गए हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं।

प्रोफेशनल मसाज पार्लर को खोजने व चुनने के लिए कुछ टिप्स

गर्भावस्था के दौरान आपको एक सही मसाज पार्लर और एक अच्छी थेरेपिस्ट की जरूरत है। गर्भावस्था के दौरान मालिश के लिए आपको कैसी थेरेपिस्ट बुलानी चाहिए और थेरेपिस्ट के तरीके, एक्सपीरियंस व योग्यता के बारे में भी पार्लर में पूछें। गर्भावस्था में मालिश करवाने के लिए आप कोई अच्छा पार्लर और थेरेपिस्ट कैसे खोजें, आइए जानते हैं;

  • इस बात का ध्यान रखें कि आप मालिश के लिए वहीं पर जाएं जहाँ पर सिर्फ गर्भवती महिलाओं की मालिश की जाती हो क्योंकि उनके पास गर्भवती महिलाओं के लिए स्पेशल डिजाइंड टेबल होती है और साथ ही सर्टिफाइड प्रोफेशनल रहते हैं।
  • मालिश करवाने से पहले आप थेरेपिस्ट से इसके तरीके जान लें और यह भी जान लें कि सेशन के दौरान आपको कैसे लेटना है।
  • आप पार्लर में चेक कर लें कि क्या वे ऑयल्स सैंस अरोमा का उपयोग करते हैं क्योंकि यह आपकी गर्भावस्था के लिए उत्तेजक हो सकता है। जिन महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान सुगंध से सेंस्टिविटी होती है उनके लिए सुगंध-रहित क्रीम भी सही विकल्प है।
  • मालिश के लिए जाने से पहले आप पार्लर के बारे में जान लें कि वे रेटिनॉइड्स-युक्त प्रोडक्ट्स का उपयोग नहीं करते हैं। इसमें विटामिन होते हैं जो सेल्स को विभाजित कर सकते हैं और यदि इसका उपयोग बहुत ज्यादा मात्रा में किया गया तो इससे बच्चे को हानि हो सकती है।

गर्भावस्था के दौरान पीठ की अच्छी मालिश करवाना महिलाओं के लिए अच्छा है। साइंस ने प्रमाणित किया है कि गर्भवती महिलाओं को इससे कई फायदे हुए हैं पर इससे संबंधित कुछ सावधानियां भी बताई गई हैं। इसलिए इसके बारे में जानें और करें क्योंकि आप जानती हैं कि आप इसके योग्य हैं। 

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सुरक्षा कटियार

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