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गर्भावस्था के दौरान स्टेरॉयड लेना थोड़ा डरवाना लग सकता है, लेकिन इसे लेना बिल्कुल सुरक्षित हैं। जिन गर्भवती महिलाओं को अस्थमा, ल्यूपस और स्किन प्रॉब्लम पहले से मौजूद हो, उन्हें इसे केवल प्रिस्क्रिप्शन पर ही इसे लेना चहिए। स्टेरॉयड ज्यादातर डॉक्टर द्वारा प्रे सक्राइब्ड की जाती है, जब उन्हें लगता है कि गर्भवती महिला प्रीटरम लेबर में जा सकती है। ऐसे केसेस में स्टेरॉयड के उपयोग से, बच्चे के फेफड़े, मस्तिष्क और आंतों को मैच्योर होने में मदद मिलती है। हालांकि, स्टेरॉयड का उपयोग ज्यादातर फेफड़ों ठीक से मैच्योर होने के लिए किया जाता है।
गर्भावस्था के शुरुआत में, स्टेरॉयड आमतौर पर बार बार होने वाली मिसकैरेज और फीटल अब्नोर्मलिटी
का इलाज करने के लिए दिया जाता है। डॉक्टर अक्सर स्टेरॉयड दवाओं को प्रीटर्म लेबर के लिए प्रिसक्राइब्ड करते हैं जिसे कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के रूप में जानते हैं। जो बच्चे समय से पहले पैदा हो जाते हैं (यानि 37वें सप्ताह से पहले) उनको रेस्पिरेटरी संबंधी समस्या हो सकती है या फेफड़ों के ठीक से विकसित न होने के कारण मृत्यु होने का भी खतरा होता है। स्टेरॉयड समय से पहले पैदा हुए बच्चे के फेफड़ों के विकास के लिए दिया जाता है, ताकि बच्चा जन्म के बाद सर्वाइव कर सके। स्टेरॉयड मस्तिष्क रक्तस्राव के खतरे को कम करता है और समय से पहले बच्चों में नेक्रोटाइजिंग एंट्रोकोलाइटिस (एनईसी) नामक एक गंभीर बाउल डिसऑर्डर को दूर करता है।
माना जाता है कि गर्भावस्था के दौरान स्टेरॉयड के कई फायदे होते हैं, जो आपको नीचे बताए गए हैं –
स्टेरॉयड को एक गर्भवती महिला के लिए सुरक्षित माना जाता है, यदि यह उनकी गाइनकॉलजिस्ट द्वारा प्रिसक्राइब्ड की गई हो। विभिन्न स्थितियों के अनुसार गर्भवती महिला के लिए स्टेरॉयड की डोस तय की जाती है, जो इस प्रकार है:
स्टेरॉयड निम्नलिखित मामलों में एक गर्भवती महिला को दिया जा सकता है –
उपरोक्त मामलों में, गर्भावस्था के 24वें और 36वें सप्ताह के बीच कभी भी स्टेरॉयड दिया जा सकता है।
जो महिलाएं डायबिटीज या कोरियोएमनीनाइटिस से पीड़ित हैं, उन्हें स्टेरॉयड नहीं लेनी चाहिए।
एक सिक्के के दो पहलू होते हैं। यदि स्टेरॉयड के कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं जो आपको यहाँ बताए गए हैं:
कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स की तरह एंटेनाएलेट स्टेरॉयड (एएनएस) के बहुत सारे फायदे हैं, इसके जरिए समय से पहले जन्मे कई बच्चों को मौत से बचाने में सफलता मिली है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान स्टेरॉयड लेने से माँ और बच्चे पर इसका गंभीर प्रभाव लंबे समय तक पड़ सकता है। इसलिए, इस दवा को बिना प्रिस्क्रिप्शन के कभी न लें।
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