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प्रेगनेंट होने का मतलब आपके फैशन सेंस का खत्म होना नहीं होता है, वह भी ऐसे युग में जहाँ न जाने कितने ही डिजाइनर ट्रेंडी प्रेगनेंसी वेयर और एक्सेसरीज ला रहे हैं, जिनमें से किसी एक का चुनाव कर पाना भी मुश्किल है। प्रेगनेंसी फैशन में आने वाली यह क्रांति फैलती हुई कॉस्मेटिक तक भी जा पहुँची है, जिसमें हेयर कलर भी शामिल है। इससे एक सवाल भी पैदा होता है, कि क्या गर्भावस्था के दौरान हेयर कलर करना सुरक्षित है?
गर्भावस्था के दौरान, हेयर कलर की सुरक्षा के लिए सैंपल साइज बहुत ही छोटा है, लेकिन यह प्रोत्साहित करने वाला भी है। अधिकतर डॉक्टरों के अनुसार, आपके लिए इसका खतरा बहुत ही कम और आपके बच्चे के लिए नहीं के बराबर है। लेकिन, वे आपको केमिकल हेयर डाई के बजाय प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। क्योंकि, जब आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, तो हेयर डाई में इस्तेमाल किए गए किसी खास केमिकल से आपको क्या नुकसान हो सकता है, इसे पहले से बता पाना संभव नहीं है, जो कि गर्भावस्था के दौरान अक्सर देखने को मिलता है।
एक्स्पर्ट्स क्या कहते हैं?
जैसा कि ऊपर बताया गया है, हेयर डाई के जिन सैंपल पर मेडिकल प्रोफेशनल्स ने अध्ययन किए हैं, उनका आकार अपर्याप्त है। अधिकतर हेयर डाई में अगर साइड इफेक्ट्स होते भी हैं, तो भी वह बहुत ही कम होता है। हेयर डाई के इस्तेमाल के पहले डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जाती है, ताकि गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित हेयर डाई के चुनाव में वे आपकी मदद कर सकें। कुछ विशेष नेचुरल डाई, त्वचा में एलर्जी के लक्षण पैदा कर सकते हैं। केमिकल डाई के साथ भी ऐसा ही है। डॉक्टर से सलाह लेने का एक दूसरा कारण यह भी है, कि आपकी गर्भावस्था के दौरान बालों को कलर करने के लिए सबसे सुरक्षित समय का पता लगाया जा सके।
अधिकतर डॉक्टर, आपको आपके बालों को डाई करने के लिए दूसरी तिमाही तक इंतजार करने की सलाह देते हैं। क्योंकि, गर्भावस्था के दौरान, जब आपके बच्चे के ऑर्गन बनने शुरू हो जाते हैं, तब बालों को डाई करने में खतरा कम होता है। एक बार जब अंगों का विकास पूरा हो जाता है, तब बच्चे की इम्युनिटी इतनी हो जाती है, कि वह कलरिंग एजेंट से अपनी सुरक्षा खुद कर सके। डॉक्टर्स केमिकल रंगों के अन्य विकल्पों को आजमाने की सलाह भी देते हैं।
अगर आप अपने बालों को कलर करना चाहती हैं, लेकिन, आपको या आपके बच्चे को केमिकल डाई से होने वाले नुकसान का डर है, या किस तरह के नेचुरल कलर का इस्तेमाल किया जाए, इसे लेकर आप दुविधा में हैं, तो आप इसके उपलब्ध ऑप्शंस के बारे में अपने डॉक्टर से बात कर सकती हैं। इसके कुछ विकल्प यहाँ दिए गए हैं:
वेजिटेबल हेयर डाई
ऑर्गेनिक वेजिटेबल हेयर डाई केमिकल वाले डाई का एक बेहतरीन प्राकृतिक विकल्प है। इस तरह के डाई में केमिकल भाप नहीं होते हैं, जिससे बालों को रंगने के दौरान नॉशिया के खतरे में कमी आती है और चूंकि यह बालों की जड़ों को कमजोर नहीं बनाता है, इसलिए इसे आपके बालों के लिए हेयर कलर का एक स्वस्थ रूप भी माना जाता है।
अगर आप वेजिटेबल डाई नहीं करना चाहती हैं, तो फिक्र न करें, आपके लिए और भी कई अनगिनत विकल्प मौजूद हैं, इनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
हिना
हिना, भारतीय उपमहाद्वीप में बालों को रंगने का एक पारंपरिक तरीका है। यह पूरी तरह से प्राकृतिक है और इसमें किसी तरह के वेजिटेबल या केमिकल नहीं होते हैं। इस तरह के डाई को बालों को रंगने का सबसे सुरक्षित तरीका माना जाता है। हिना की पत्तियों में एक कमी है और वह यह है, कि इसमें बहुत ही कम रंग उपलब्ध होते हैं। अगर आप केवल अपने सफेद बालों को छुपाना चाहती हैं या कलर का एक अलग शेड पाना चाहती हैं, तब आपको इसकी सलाह दी जाएगी। हिना या मेहंदी के पाउडर की जगह, इसकी पत्तियों की सलाह दी जाएगी, क्योंकि, मेहंदी के पाउडर को प्रिजर्व करने के लिए अगर किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया गया हो, तो आप उससे बच सकें। मेहंदी के पत्तों का इस्तेमाल करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
सौम्य रंगों का इस्तेमाल
अगर आप बाजार में उपलब्ध सौम्य डाई जैसे अन्य विकल्पों का इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो याद रखें कि अमोनिया रहित रंगों का इस्तेमाल करें, क्योंकि अमोनिया आपके बालों और त्वचा के लिए बहुत अधिक नुकसानदायक हो सकता है। सेमी परमानेंट सौम्य रंगों का इस्तेमाल करके भी कुछ टॉक्सिन से बचा जा सकता है।
ऐसी कई बातें हैं, जिन्हें आपको याद रखना चाहिए और ऐसी कई सावधानियां हैं, जिनका प्रेगनेंसी के दौरान, आपको ध्यान रखना चाहिए। हालांकि, प्रेगनेंसी के दौरान हेयर डाई का इस्तेमाल करने में खतरे ज्यादा नहीं होते हैं, फिर भी, यहाँ पर कुछ सावधानियां दी गई हैं, जिन्हें आपको बरतना चाहिए:
इस बात को याद रखना बहुत जरूरी है, कि हेयर डाई का अधिक इस्तेमाल नुकसानदायक हो सकता है, पर अधिकतर मामलों में हेयर डाई के इस्तेमाल से मृत्यु नहीं होती है। इस बात का ध्यान रखें, कि आपका शरीर कुछ विशेष डाई के प्रति एलर्जिक हो सकता है। हेयर डाई के इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। इस बात को समझना बहुत जरूरी है, कि आप किसके प्रति एलर्जिक हैं और आपके हेयर डाई में क्या मौजूद है। अपने पूरे सिर पर हेयर डाई लगाने से पहले, किसी एक स्थान पर थोड़ी सी मात्रा में इसे लगाकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें, और देखें कि इसके प्रति आपका शरीर कैसे रिएक्ट करता है। पूरे सिर को कलर करने के बजाए, अपने टिप्स को कलर करने की कोशिश करें, क्योंकि हाईलाइट करना भी एक सुरक्षित विकल्प है। याद रखें, कि अगर किसी भी तरह का साइड इफेक्ट होता है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। किसी भी तरह की इमरजेंसी होने पर हेयर डाई के पैक पर मौजूद कॉन्टैक्ट नंबर पर संपर्क करें और इमरजेंसी रूम में जाएं। हमेशा याद रखें, कि अपने सिर के बालों के अलावा किन्ही और बालों पर रंगों का इस्तेमाल न करें। विशेषकर अपनी आँखों के आसपास के बालों पर। अगर यह रंग आपकी आँखों में चला जाए, तो इससे इंफेक्शन हो सकता है। किसी भी तरह के इंफेक्शन की स्थिति में आपके बच्चे को अधिक खतरा हो सकता है, क्योंकि उसके इम्यून सिस्टम का विकास अभी अधूरा होता है, जो कि प्राकृतिक रूप से इंफेक्शन से लड़ने में सक्षम नहीं होता है।
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