गर्भावस्था

प्रेगनेंसी के दौरान बिस्तर से कैसे उठें

बधाई हो, आप मां बनने वाली हैं! यह एक औरत के जीवन के सबसे खूबसूरत चरणों में से एक है और हम जानते हैं, कि आप और आपका साथी जीवन के इस नए अध्याय के लिए बहुत उत्साहित हैं। आपको इस बात की बहुत उत्सुकता हो रही होगी, कि आपका नन्हा सा बच्चा कैसा होगा, है ना? इसमें कोई शक नहीं है, कि प्रेगनेंसी एक औरत के जीवन के सबसे बेहतरीन अनुभवों में से एक है, पर यह अपने साथ शरीर का दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन, जोड़ों का दर्द और कई अन्य साइड इफेक्ट लेकर आता है। 

जैसे-जैसे आपकी प्रेगनेंसी आगे बढ़ेगी, आपके पेट का आकार भी बढ़ेगा और आपको अपना बैलेंस बनाए रखने में कठिनाई होगी। धीरे-धीरे आपको रोज के घरेलू कामों को निपटाने में भी दिक्कत होने लगेगी और एक के बाद एक लगातार काम करने से आपकी मांसपेशियों में खिंचाव आने का खतरा भी बहुत ज्यादा होगा। जब आप की प्रेगनेंसी तीसरी तिमाही तक पहुँचेगी, तब तक खुद को चोट पहुँचाए बिना, बिस्तर से सुरक्षित रूप से उठने में भी परेशानी होने लगेगी। पर आपको यह सोच-सोच कर परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह बिल्कुल आम बात है और लगभग हर प्रेग्नेंट महिला प्रेगनेंसी के दौरान बिस्तर से उठने में कठिनाई महसूस करती है। यहां हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं, जो आपको बिस्तर पर लेटने और बिस्तर से उठने के लिए खुद को तैयार करने में मदद करेंगे। इन टिप्स को ध्यान से पढ़ें, क्योंकि आपको आने वाले दिनों में इनकी जरूरत पड़ेगी! 

प्रेगनेंसी में बिस्तर से उठने के स्टेप

बिस्तर से कैसे उठा जाए, यह सीखने से पहले आपको यह ठीक से जान लेना चाहिए, कि बिस्तर पर लेटने से पहले खुद को कैसे तैयार करें। बिस्तर पर जाने से पहले ढीले और आरामदायक नाइट वियर चुनें, जो आपको ठंडे या गर्म मौसम के अनुसार ठंडक या गर्माहट का अहसास दे। पहले बिस्तर के किनारे पर बैठ जाएं। फिर धीरे से अपने शरीर को सोने की पोजीशन में ले आएं। जब आप प्रेग्नेंट होती हैं, तो करवट से सोना सबसे बेहतर होता है, खासकर प्रेगनेंसी का आधा समय बीतने के बाद। 

नीचे हम आपसे शुरुआती प्रेगनेंसी के दौरान, खुद को चोट पहुँचाए बिना बिस्तर से उठने के कुछ हैंडी टिप्स शेयर कर रहे हैं: 

1. अगर आप अपनी पीठ या पेट के बल लेटी हैं, तो धीरे से करवट लें

घुटनों को अपने पेट के नजदीक लाएं और उन्हें बिस्तर के किनारे तक ले जाएं। अपनी बाँहों का सहारा लेते हुए खुद को धकेल कर बैठने की स्थिति में लाएं। अब अपने दोनों पैरों को जमीन की ओर लटका दें। आप चाहें, तो उठने के लिए अपने दोनों पैरों के बीच एक तकिए का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। 

2. सांस भरें और सांस छोड़ें

प्रेगनेंसी में कभी-कभी चक्कर आने की समस्या होती है, खासकर जब आप बिस्तर से उठने की कोशिश करती हैं।  डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से आपको इससे राहत मिलेगी और इससे बिस्तर से उठने के बाद महसूस होने वाला कमर का दर्द भी कम होगा। 

3. किसी की मदद लें

अगर आपको बिस्तर से खुद उठने में परेशानी हो रही है और खासकर अगर यह प्रेगनेंसी के आखिरी के महीनों में हो रहा है, तो ऐसे में हम आपको किसी की मदद लेने की सलाह देंगे। 

प्रेगनेंसी के दौरान बिस्तर से उठना एक मुश्किल काम हो सकता है, क्योंकि आपके बढ़ते हुए पेट से आपकी सेंटर ऑफ ग्रैविटी हट जाती है और आपको बैलेंस करने में परेशानी होती है। बिस्तर से उठने में जल्दबाजी ना करें। अपना समय लें और बिस्तर से धीरे-धीरे और सुरक्षित रूप से उठें। 

यह भी पढ़ें: 

क्या प्रेगनेंसी में पेट के बल सोना सही है?
क्या प्रेगनेंसी में जमीन पर सोना चाहिए?

पूजा ठाकुर

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