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सेहत के लिए फिश ऑयल को सप्लीमेंट के तौर पर लेने के कई फायदे होते हैं। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है, जिसे दिल की बीमारियों से लड़ने में काफी असरदार माना गया है। पर क्या प्रेगनेंसी के दौरान फिश ऑयल लेना आपके लिए सही है?
इस सवाल का एक छोटा सा जवाब है हाँ, प्रेगनेंसी के दौरान फिश ऑयल सुरक्षित है। न केवल यह सुरक्षित है, बल्कि यह आपके और आपके बच्चे दोनों के लिए बहुत फायदेमंद भी होता है। फिश ऑयल आमतौर पर या तो सप्लीमेंट के तौर पर लिया जा सकता है या फिर इसकी जगह सीधे-सीधे आहार में मछली को शामिल किया जा सकता है। फिश ऑयल सप्लीमेंट्स में विटामिन ‘ई’ होता है, ताकि यह अधिक दिनों तक टिक सके। रिसर्च बताते हैं, कि जो माएं फिश ऑयल के सप्लीमेंट लेती हैं, उनके बच्चों का दिमागी विकास बेहतर होता है।
प्रेगनेंसी के दौरान अपनी डाइट में मछली को शामिल करने या ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फिश ऑयल के सप्लीमेंट्स लेने के कई फायदे हैं। इनमें शामिल हैं:
अगर अभी भी आपको इन सप्लीमेंट के सेवन को लेकर किसी तरह की दुविधा है तो अपने डॉक्टर से बात करें। जहाँ एक और यह सच है, कि सभी प्रेग्नेंट महिलाएं यह सप्लीमेंट नहीं लेती हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ नई रिसर्च से ओमेगा-3 फैटी एसिड के फायदों का पता चला है, खासकर प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए।
अगर आप पहले से ही नियमित रूप से मछली का सेवन कर रही हैं, तो आपको इसके सप्लीमेंट्स लेने की जरूरत नहीं है। केवल इस बात का ध्यान रखें, कि आपको हर सप्ताह मछली की दो से तीन सर्विंग लेनी चाहिए। अगर आपको प्रेगनेंसी के दौरान मछली का सेवन करने में किसी तरह की परेशानी है, तो फिश ऑयल सप्लीमेंट की आपकी रोज की रेकमेंडेड खुराक लगभग 300 एमजी प्रतिदिन की होगी। आप फिश ऑयल सप्लीमेंट्स का सेवन करके इसे पूरा कर सकती हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान फिश ऑयल के कुछ खतरे इस प्रकार हैं:
ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए जिस स्रोत का चुनाव सबसे ज्यादा होता है, वह है ठंडे पानी की मछलियां। इनमें सालमन, एंकोवीस, ट्यूना और सार्डिन आदि शामिल हैं। हालांकि, मरकरी पॉइजनिंग की अवेयरनेस और महासागरों में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए अधिकतर लोग फिश ऑयल के लिए सप्लीमेंट्स को बेहतर मानते हैं। फिर भी इसे लेते समय इस बात का ध्यान रखें, कि यह फिश ऑयल मछली के लिवर से नहीं बल्कि मछली के शरीर से लिया गया हो।
आमतौर पर ऐसा माना जाता है, कि अलसी के बीज, चिया के बीज, अखरोट और ऐसी कई अन्य चीजों में भी ओमेगा-3 पाया जाता है। फिर भी ओमेगा-3 फैटी एसिड का सबसे फायदेमंद रूप फिश ऑयल में ही होता है।
आपके शरीर में ओमेगा-3 की आपूर्ति के लिए फिश ऑयल सबसे बेहतर तरीका है। ये बिल्कुल सुरक्षित होते हैं और अधिकतर डॉक्टर इसकी सलाह देते हैं, क्योंकि ताजा सीफूड हममें से कई लोगों की पहुँच से दूर होता है।
आज बाजार में दो तरह के फिश ऑयल मिलते हैं। आपको वह सप्लीमेंट चुनना चाहिए जो ओमेगा-3 सप्लीमेंट्स के नाम से जाना जाता है, क्योंकि वह मछली के शरीर से बना होता है और प्रेगनेंसी के दौरान लेने के लिए बिल्कुल सुरक्षित होता है।
प्रेगनेंसी के दौरान मछली के लिवर से बने कॉड लिवर ऑयल जैसे फिश ऑयल सप्लीमेंट्स से दूर रहना चाहिए। इनमें विटामिन ‘ए’ होता है और यह बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है।
अब आप जल्दी से बाहर जाकर ओमेगा-3 के सप्लीमेंट खरीदना चाहती होंगी, पर आपको नीचे बताई गई बातों का ध्यान रखना चाहिए:
फिश ऑयल के बहुत सारे फायदे होते हैं, जो कि ओमेगा-3 फैटी एसिड की लंबी कड़ी से लिए जाते हैं। जब आप प्रेग्नेंट होती हैं तो यह न्यूट्रिएंट भी आपके बच्चे की सेहत और विकास के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
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