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बीमार होना किसी को पसंद नहीं होता और वह भी तब, जब आप गर्भवती हों! प्रेगनेंसी में मां को जो कुछ भी होता है, उसका असर उसके अजन्मे शिशु पर भी पड़ता है। यह चिंता, गर्भावस्था में होने वाली हर बीमारी को मां के लिए चिंता का एक विषय बना देती है। यहां पर हम आपको बताएंगे, कि गर्भावस्था के दौरान फ्लू से प्रभावी रूप से कैसे निपटा जाए?
प्रेगनेंसी के दौरान, आपके अजन्मे शिशु को सपोर्ट करने के लिए आपका इम्यून सिस्टम दब जाता है और इससे आपको सर्दी-जुकाम, फ्लू और ऐसी ही अन्य परेशानियों की गिरफ्त में आने का खतरा बढ़ जाता है। फ्लू या इन्फ्लूएंजा केवल एक आम खांसी या सर्दी नहीं है, बल्कि यह इससे गंभीर समस्या है। आपको न केवल गले का दर्द, बहती और बंद नाक को झेलना पड़ता है, बल्कि आप बहुत ज्यादा बीमार भी महसूस कर सकती हैं। प्रेगनेंसी के दौरान, फ्लू के कारण कुछ गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
फ्लू एक संक्रामक बीमारी है और इसलिए यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलती है। अगर कोई संक्रमित व्यक्ति छींकता है, खांसता है या आपसे बात भी करता है, तो आप भी इस संक्रमण की गिरफ्त में आ सकती हैं। फ्लू का वायरस हवा से फैलता है और इसलिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचना इसके लिए आसान हो जाता है। आमतौर पर छुई जाने वाले वाली चीजों को हाथ लगा कर भी आप इस वायरस के संपर्क में आ सकती हैं, जैसे फोन, दरवाजे के हैंडल, कुर्सी के आर्मरेस्ट आदि, जिनमें फ्लू के वायरस हो सकते हैं। इसलिए, अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आती हैं, तो आप आसानी से फ्लू से प्रभावित हो सकती हैं।
अगर आपको प्रेगनेंसी के दौरान फ्लू है, तो आप निम्नलिखित लक्षण देख सकती हैं:
आमतौर पर फ्लू के लक्षण दो हफ्तों तक दिख सकते हैं और कुछ मामलों में ये इससे ज्यादा समय तक भी रह सकते हैं।
अगर आप गर्भावस्था के दौरान फ्लू की गिरफ्त में आ जाती हैं, तो इससे आपको और आपके बच्चे पर असर पड़ सकता है। हालांकि, सभी मांओं को दिक्कत आए, ऐसा जरूरी नहीं है, या वे इस वायरल इंफेक्शन से प्रतिकूल रूप से प्रभावित हो सकती हैं। मां और अजन्मे शिशु को होने वाले संभावित खतरों में से कुछ खतरे नीचे दिए गए हैं:
गर्भावस्था में कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण, आपके बीमार पड़ने का खतरा ज्यादा होता है। प्रेगनेंसी में फ्लू के कारण निमोनिया हो सकता है और साथ ही आपके फेफड़े और हृदय में भी इंफेक्शन हो सकता है।
अगर गर्भावस्था के दौरान आपको फ्लू हो जाता है, तो इससे न केवल आपके स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा, बल्कि, आपके अजन्मे शिशु को भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। अगर पहली तिमाही के दौरान आपको तेज बुखार होता है, तो इससे आपके बच्चे में विकास से संबंधित समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। गर्भावस्था में इन्फ्लूएंजा प्रीटर्म लेबर और कुछ मामलों में मिसकैरेज का कारण भी बन सकता है।
हम आपको सलाह देंगे, कि जैसे ही आपको फ्लू के लक्षण दिखने लगे, तो आप डॉक्टर की मदद लें। आपका डॉक्टर आप के लक्षणों को देखकर आपको दवाएं देगा। सबसे अच्छा यह है, कि फ्लू से हो सकने वाले परेशानियों से बचने के लिए समय पर दवा लें। जल्दी ठीक होने के लिए अपने शरीर की मदद करने के लिए, आप अपने फ्लूइड के सेवन को और बढ़ा सकती हैं और पर्याप्त आराम कर सकती हैं। कम मात्रा में बार-बार भोजन करें, ताकि आपके शरीर को ताकत मिलती रहे।
उपयुक्त इलाज में नीचे दी गई चीजें शामिल हो सकती हैं:
पेरासिटामोल एक बेहद सुरक्षित दवा है और आपका डॉक्टर बुखार को कम करने के लिए और शरीर को दर्द और तकलीफ से राहत दिलाने के लिए इसकी सलाह दे सकता है।
आइबूप्रोफेन को गर्भावस्था के दौरान नहीं लेना चाहिए, क्योंकि इससे समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए गर्भावस्था के दौरान इस दवा को लेने से बचें।
आपका डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक का कोर्स करवा सकते हैं। फ्लू के कारण होने वाली सेकेंडरी इन्फेक्शन को ठीक करने और इससे बचने के लिए एंटीबायोटिक बहुत कारगर होते हैं।
आप फ्लू के इलाज के लिए, होम्योपैथिक दवाओं का चुनाव भी कर सकती हैं। हालांकि, फ्लू का इलाज करने में होम्योपैथिक दवा के प्रभाव को दर्शाने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रूफ उपलब्ध नहीं है।
आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर ही किसी भी तरह की दवा का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना खुद दवा लेने से समस्याएं हो सकती हैं।
प्रेगनेंसी में फ्लू वैक्सीन सुरक्षित माना जाता है और इसे गलत साबित करने के लिए कोई वैज्ञानिक सबूत उपलब्ध नहीं हैं। गर्भावस्था के दौरान फ्लू वैक्सीन न केवल आपको गंभीर समस्याओं में फंसने से बचाता है, बल्कि यह जन्म के बाद कुछ महीनों तक बच्चे को भी फ्लू के खतरे से बचाता है।
हालांकि, दवाएं आप को ठीक करने के लिए अपना निर्धारित समय लेंगे, लेकिन बेहतर महसूस करने के लिए आप नीचे दिए गए कुछ टिप्स को आजमा सकती हैं:
हालांकि, इस इन्फेक्शन से बचने का कोई प्रभावी तरीका नहीं है, लेकिन नीचे दिए गए कुछ फ्लू रेमेडीज को अपनाकर आप गर्भावस्था के दौरान ऐसे इंफेक्शन की गिरफ्त में आने के खतरे को प्रभावी रूप से कम कर सकती है:
अगर आपको फ्लू है, तो आपके माध्यम से यह आपके आसपास के लोगों तक आसानी से फैल सकता है। यहां पर, कुछ मापदंड दिए गए हैं, जिनका ध्यान रखकर, आप इसे फैलने से रोक सकती हैं।
अगर आपको नीचे दिए गए लक्षणों में से किसी का भी अनुभव हो रहा है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर को बताना चाहिए:
ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण आपके और आपके बच्चे के लिए गंभीर समस्या खड़ी कर सकता है। इसलिए, हम आपको सलाह देंगे, कि इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देने पर जितनी जल्दी हो सके अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आपको लगता है, कि आपको फ्लू जैसे लक्षण दिख रहे हैं, तो आपको इसके लिए उचित कदम उठाने की जरूरत है। आप अपने डॉक्टर से बात करके, अपने लक्षणों के बारे में बात कर सकती हैं। प्रेगनेंसी के दौरान फ्लू का तुरंत और समय पर इलाज होने से गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।
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