गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान लोरैटैडाइन लेना

एक गर्भवती महिला के नाते आपका यह फर्ज है कि आप जो कुछ भी करती हैं उससे पहले यह जरूर चेक कर कर लें कि कहीं यह आपके बच्चे को इफेक्ट तो नहीं करेगा। यह अनुमान लगाया जाता है कि महिलाओं में 4% संभावना होती है कि वो बर्थ डिफेक्ट के साथ बच्चे को जन्म देंगी। इसलिए, आपको खासकर अपनी हर एक्टिविटी जैसे आप क्या खा रही हैं, कब खा रही हैं, इन सभी चीजों पर खास ध्यान देना होगा, इतना ही नहीं आपको दवाओं पर भी ध्यान देना होगा क्योंकि यह भी बच्चों के लिए खतरे का कारण बन सकती हैं।

लोरैटैडाइन एक कॉमन ओवर-द-काउंटर दवा है, जो एक एंटीहिस्टामाइन है। इस आर्टिकल में आपको बताया गया है कि क्या गर्भावस्था के दौरान लोरैटैडाइन का सेवन आपके बच्चे की हेल्थ के लिए बुरा हो सकता है।

लोरैटैडाइन क्या है?

लोरैटैडाइन एक मेडिसिन ग्रुप का हिस्सा है जिसे एंटीहिस्टामाइन कहा जाता है, जो ह्यूमन बॉडी में हिस्टामाइन के इफेक्ट को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। एलर्जी के पीछे हिस्टामाइन की एक अहम भूमिका है, इसलिए एंटीहिस्टामाइन का उपयोग इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के लिए किया जाता है और एलर्जी की दवा के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह एलर्जी से जुड़े लक्षणों को कम करता है, जैसे कि बहती नाक, आँखों से पानी आना, सर्दी होना और छींक आना। 

क्या गर्भावस्था के दौरान लोरैटैडाइन का सेवन करना सुरक्षित है?

गर्भावस्था के दौरान लोरैटैडाइन का सेवन करने से विभिन्न महिलाओं पर इसका अलग-अलग इफेक्ट पड़ सकता है। लोरैटैडाइन का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और वह आपको बताएगा कि यह हानिकारक है या नहीं। डॉक्टर को इस बात का बेहतर अंदाजा होगा कि आपकी गर्भावस्था कैसे आगे बढ़ रही है और आपकी हेल्थ कंडीशन कैसी है, इसलिए वो सारे चीजें देखते हुए ही कोई फैसला लेंगे। हालांकि, यहाँ कुछ चीजें बताई गई हैं जो आपको भी ठीक करने में मदद कर सकती हैं कि आपको लोरैटैडाइन लेना चाहिए या नहीं :

  • यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन एजेंसी के अनुसार, जब आप गर्भवती होती हैं तब भी लोरैटैडाइन के सेवन के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। लेकिन ये टेस्ट गर्भवती जानवरों पर किए गए हैं, न कि गर्भवती महिलाओं पर।
  • किसी भी मामले में, यह पूरी तरह से आपके डॉक्टर की राय पर आधारित होगी। वह आपको दवा तभी प्रेस्क्राइब करेंगे जब उन्हें लगेगा कि यह आपके लिए आवश्यक है और इससे आपको नुकसान से ज्यादा फायदा देगा।
  • डॉक्टर उन लक्षणों को समझ लेते हैं जिसमें आपको इस ड्रग को लेने की जरूरत पड़ सकती है, और फिर यह तय करें कि क्या लोरैटैडाइन आपके शरीर में किसी भी साइड इफेक्ट्स के बिना काम कर सकती है।
  • लोरैटैडाइन महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपको बेहतर नींद देने और आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद करती है। लेकिन इसे सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही लिया जाना चाहिए।
  • इसके अलावा, लोरैटैडाइन महिलाओं में अनिद्रा की समस्या को कम करती है।

गर्भावस्था के दौरान आपकी इम्यून स्ट्रेंथ कम हो जाती है, इसलिए सर्दी और खाँसी जैसी एलर्जी के लक्षणों को दूर करने के लिए लोरैटैडाइन लेने की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन हर हाल में आपको इसके सेवन से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

लोरैटैडाइन ड्रग के अन्य मेडिकल नाम

लोरैटैडाइन कई नामों से मेडिकल स्टोर में पाई जाती है जैसे, टैबलेट, कैप्सूल या घुलने वाली टेबलेट। यदि गर्भावस्था के दौरान लोरैटैडाइन लेने के संबंध में डॉक्टर आपको अनुमति देते हैं, तो यहाँ कुछ वैकल्पिक नाम दिए गए हैं, जिनकी मदद से आप इन्हें आसानी से खरीद सकते हैं।

  • क्लेरिटिन
  • अलावर्ट
  • बैक्टिमिसिना एलर्जी
  • हीव्स रिलीफ
  • एलर्जी रिलीफ

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

आइए कुछ सामान्य सवालों पर गौर करें, जो गर्भवती महिलाओं में आमतौर पर लोरैटैडाइन मेडिसिन लेने के संबंध में जुड़े हुए हैं।

1. क्या होगा यदि मैंने गर्भावस्था के दौरान पहले से ही लोरैटैडाइन ले ली है?

यदि आप पहले से ही अपनी एलर्जी की दवा ले चुकी हैं, जिसमें लोरैटैडाइन भी शामिल है, तो स्ट्रेस न लें! जितनी जल्दी हो सके अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं। डॉक्टर यह तय करेंगे कि आपके लिए इसका सेवन करना ठीक है या नहीं और दवा का इफेक्ट आपको कम डोज में ही प्राप्त हो जाएगा। वो आपको यह भी बताएंगे कि आपको कितने समय के लिए इसका सेवन करना है।

2. क्या गर्भावस्था में लोरैटैडाइन लेने से बच्चे में बर्थ डिफेक्ट हो सकता है?

बेबी के अंग आमतौर पर गर्भावस्था की पहली तिमाही में बनने लगते हैं, और इसी स्टेज पर ई दवाएं बच्चे में बर्थ डिफेक्ट का कारण बन सकती हैं। यह पता लगाने के लिए ऐसी तीन स्टडीज की गई, लेकिन तीनो में ही बच्चे ठीक निकले। हालांकि, सभी स्टडीज में 400 से कम मांओं को शामिल किया गया था, इसलिए रिजल्ट को पूरी तरह से निर्णायक नहीं बताया जा सकता है। गर्भावस्था की पहली तिमाही में केवल दो स्टडीज में बर्थ डिफेक्ट पाया गया जिसमें बच्चे के अंग छोटे थे और यह लोरैटैडाइन लेने की वजह से देखा गया, लेकिन बाकी स्टडीज में दोनों के बीच कोई संबंध नहीं पाया गया है। इसलिए, यह निष्कर्ष निकाला गया कि पहली तिमाही में लोरैटैडाइन का सेवन किए जाने पर यह बच्चों में बर्थ डिफेक्ट का कारण नहीं बनती है।

3. क्या गर्भावस्था में लोरैटैडाइन का सेवन करने से मिसकैरेज हो सकता है?

इस बात का कोई सबूत अभी नहीं मिला है, जो यह दर्शाता हो कि लोरैटैडाइन महिलाओं में मिसकैरेज का कारण बन सकती है। इस केस को लेकर दो स्टडीज की गई हैं और उनमें से एक ने निष्कर्ष निकाला है कि इन दोनों का कोई संबंध नहीं है। हालांकि, दूसरे में पाया कि जो महिलाएं लोरैटैडाइन का सेवन करती थीं, उनमें मिसकैरेज होने की संभावना दोगुनी थी, लेकिन इसे अन्य फैक्टर  द्वारा समझाया जा सकता है, जिनका इफेक्ट समान हो सकता है। दूसरी स्टडी में महिलाएं थोड़ी ज्यादा उम्र की थीं, और पहली स्टडी में महिलाओं की उम्र कम थी।

4. क्या गर्भावस्था में लोरैटैडाइन की वजह से स्टिलबर्थ, प्रीटर्म बर्थ या लो बर्थ वेट का खतरा होता है?

इस सवाल को लेकर दो स्टडीज की गई और दोनों में ही स्टिलबर्थ, प्रीटर्म बर्थ या लो बर्थ वेट और लोरैटैडाइन के बीच कोई संबंध नहीं पाया गया। हालांकि, इस पर और रिसर्च की अभी जरूरत है।

5. क्या गर्भावस्था के दौरान लोरैटैडाइन लेने से बच्चे में लर्निंग और बिहेवियरल प्रॉब्लम देखी जाती हैं?

गर्भावस्था के बाद के चरणों तक बच्चे के मस्तिष्क का विकास होता रहता है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान कोई भी हानिकारक दवा का सेवन करने से आपको ऐसी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में या गर्भावस्था के किसी भी समय में लोरैटैडाइन का सेवन करने से बच्चे में एडीएचडी या ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर जैसे कोई इफेक्ट नहीं पाए गए हैं।

6. क्या पिता के लोरैटैडाइन लेने से बच्चे को कोई खतरा होता है?

नहीं, यदि आपके गर्भवती होने से पहले या उसके आसपास पिता ने इस दवा का सेवन किया है, तो इससे बच्चे को कोई खतरा नहीं होता है।

लोरैटैडाइन का बच्चे पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पाया गया है, भले ही इस विषय पर ज्यादा गहराई से रिसर्च नहीं हुई। मगर सेफ साइड लेते हुए आपको यह सलाह दी जाती है कि लोरैटैडाइन का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से मंजूरी जरूर लें।

यह भी पढ़ें:

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समर नक़वी

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