गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान टैटू बनवाना

गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है, जो यादगार लम्हों से भरा होता है। और आप अपने शरीर पर एक सुंदर सा टैटू बनवा कर इस पल को और भी खुशगवार बनाना चाहती होंगी। लेकिन, इस विचार को आप सच करने की सोचें, इसके पहले हम आपको यह सलाह देंगे, कि आप गर्भावस्था और टैटू से जुड़ी सभी जानकारियों को इकट्ठा करें और उन्हें समझें, ताकि आप एक सही फैसला कर सकें। 

क्या गर्भावस्था के दौरान टैटू बनाना सुरक्षित माना जाता है?

वैसे तो, गर्भावस्था के दौरान टैटू बनवाने के प्रभाव को लेकर अधिक रिसर्च या स्टडी नहीं हुई हैं, लेकिन कई डॉक्टर टैटू न बनवाने की सलाह देते हैं। मुख्य रूप से ऐसा इसलिए है, क्योंकि टैटू बनवाने से एचआईवी, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी जैसे इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही, चूंकि कोई भी इंफेक्शन आप के माध्यम से आपके बच्चे तक भी पहुँच सकता है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान, टैटू बनवाना असुरक्षित माना जाता है। 

पेट में पल रहे बच्चे पर इंक और टैटू के रंगों का प्रभाव को लेकर अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसलिए समझदारी इसी में है, कि इसके जोखिम से बचा जाए। 

गर्भावस्था के दौरान टैटू बनवाने के खतरे

टैटू आपकी गर्भावस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं भी डाल सकता है। फिर भी, इस पूरी प्रक्रिया से जुड़े हुए खतरों से इनकार नहीं किया जा सकता। इसके कुछ खतरे नीचे दिए गए हैं, जिनका आपको सामना करना पड़ सकता है: 

  1. इस दौरान इस्तेमाल की जाने वाली सुइयों की सुरक्षा को जानने में आप सक्षम नहीं होते हैं। इसका यह मतलब हो सकता है, कि आप पर एचआईवी या हेपेटाइटिस बी जैसे इंफेक्शन युक्त सुई का इस्तेमाल हो सकता है और बच्चे के इन बीमारियों के संपर्क में आने का खतरा भी हो सकता है।
  2. टैटू बनवाने से आपकी त्वचा पर बारीक घाव हो सकते हैं, जिससे उस जगह पर इंफेक्शन हो सकते हैं। इन खुले घावों में माइक्रोब्स हो सकते हैं और इंफेक्शन पैदा कर सकते हैं। एक इन्फेक्शन में निम्नलिखित लक्षण शामिल हो सकते हैं:
  • बुखार
  • टैटू वाली जगह पर इरिटेशन, लालिमा या खुजली
  • टैटू के आस-पास फोड़े, जिनमें पस या मवाद हो सकता है
  • टैटू के इंफेक्शन से गंदी बदबू वाला पीला डिस्चार्ज
  • टैटू वाली जगह के आसपास लाल या गहरी लकीरें, यह खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह ब्लड पॉइजनिंग या सेप्सिस का संकेत देता है, जो कि ब्लडस्ट्रीम में इंजेक्शन डालने के कारण होता है।
  • टैटू वाली जगह पर सख्त टिशु का बनना
  1. टैटू के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल का बच्चे के ऊपर पड़ने वाले प्रभाव को पर्याप्त मात्रा में अध्ययन नहीं किया गया है। लेकिन, यह संभव है, कि केमिकल की कुछ मात्रा बड़ों को भले ही नुकसान ना पहुँचा सके पर पेट में पल रहे बच्चे के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।
  2. अगर आपका टैटू आपकी डिलीवरी होने तक ठीक न हो, तो एनेस्थिसियोलॉजिस्ट, इंफेक्शन के खतरे से बचने के लिए आपको एपिड्यूरल नहीं देंगे।

  3. सुइयों से होने वाला दर्द आपमें तनाव पैदा कर सकता है और बच्चे को नुकसान पहुँचा सकता है। कुछ मामलों में इसके कारण प्रीमेच्योर लेबर भी हो सकता है।
  4. गर्भावस्था के दौरान आपका शरीर कई तरह के बदलावों से गुजरता है। आपकी त्वचा, खासकर आपके पेट की त्वचा, बच्चे के लिए जगह बनाने के क्रम में फैलती है। जहाँ प्रेगनेंसी स्किन पर टैटू अच्छा दिख सकता है, वहीं आपका पोस्ट प्रेगनेंसी टैटू, स्ट्रेच मार्क्स आदि के कारण हो सकता है, कि पहले की तरह न दिखे।
  5. त्वचा संबंधी कुछ समस्याएं जैसे प्रुरिगो, पीयूपीपी या या प्रूरिटिक र्टिकेरियल पेप्युल्स एंड प्लेक्स ऑफ प्रेगनेंसी,  और इंपीटिगो हर्पेटीफोर्मीस, जो कि सोरायसिस का एक रूप है, टैटू बनाने की प्रक्रिया को दर्दनाक बना सकते हैं।

एपिड्यूरल लेने की स्थिति

एपिड्यूरल एक पेन रिलीफ लोकल एनेस्थेटिक है, जो कि गर्भवती महिलाओं को लेबर और डिलीवरी के दौरान दिया जाता है, अगर महिला उसका चुनाव करे तो। एपिड्यूरल के लिए सुई को कमर के निचले हिस्से में लगाया जाता है, जो कि अधिकतर महिलाओं में टैटू बनवाने की सबसे लोकप्रिय जगह है। अगर आप ने हाल में ही इसी जगह पर टैटू बनवाया है, जो कि पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है, तो आपको इंफेक्शन हो सकता है। एक टैटू को ठीक होने में 2 हफ्ते से लेकर एक महीने तक का, कोई भी समय लग सकता है। इसलिए हम आपको यह सलाह देंगे, कि अपनी डिलीवरी डेट के नजदीक आप कोई भी टैटू न बनवाएं। 

लेकिन, अगर आपने प्रेगनेंसी के पहले टैटू बनवाया है, तो एपिड्यूरल के साथ कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। लेकिन सुई लगाने वाली जगह पर कुछ निशान पड़ सकते हैं, जो कि आप के टैटू के लुक को बदल सकते हैं। 

हिना टैटू के बारे में क्या खयाल है?

हिना टैटू प्राकृतिक होता है और यह परमानेंट टैटू का एक टेंपरेरी विकल्प है। मेंहदी पाउडर, शक्कर, पानी और कुछ विशेष एसेंशियल तेल से बने यह टैटू कुछ हफ्तों तक रहते हैं और आपके टैटू बनाने की इच्छा को पूरा करते हैं। मेंहदी आपके शरीर के तापमान को कम करने में भी मदद करती है। लेकिन आपको ब्लैक हिना से दूर रहने की जरूरत होगी, क्योंकि, इसमें पैरा-फिनायलेनेदियामाइन (पीपीडी) जैसे तत्व होने के कारण, इससे फोड़े, इरिटेशन और जलन आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 

अगर आप कोई अन्य विकल्प चाहती हैं, तो आपके पास स्टीकर टैटू लगाने का विकल्प भी है, जो कि कुछ दिनों तक रहते हैं। 

सुरक्षित रूप से टैटू कैसे बनवाया जाए?

अगर आपने सारे खतरों के बारे में सोच लिया है और गर्भावस्था के दौरान टैटू बनाने का निश्चय कर ही लिया है, तो आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है, कि आप किसी भी तरह की खतरों से बचने के लिए, सभी सावधानियां बरतेंगी। इसके लिए यहाँ पर कुछ तरीके दिए गए हैं। 

  • अपॉइंटमेंट लेने से पहले अपने टैटू आर्टिस्ट को बताएं कि आप गर्भवती हैं, ताकि एक्स्ट्रा सावधानी बरती जाए।
  • टैटू बनवाने के लिए आपको दूसरी तिमाही तक रुकना चाहिए, जब तक कि आपके बच्चे की हड्डियां, नसें और मांसपेशियां पूरी तरह से विकसित न हो जाएं, ताकि किसी भी तरह के खतरे से बचा जा सके।
  • यह सुनिश्चित करें, कि आपका टैटू आर्टिस्ट रजिस्टर्ड है और उसके पास एक लाइसेंस है।
  • इस बात का ध्यान रखें, कि इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण अच्छी तरह से साफ और सैनिटाइज किए गए हैं। अगर पार्लर के पास एक ऑटोक्लेव है, तो यह सबसे अच्छा होगा, यह एक मशीन है जिसका इस्तेमाल सुई और अन्य उपकरण को स्टरलाइज करने के लिए किया जाता है।

  • पार्लर में जाएं और उसके बारे में सारी जानकारी इकट्ठा करें, ताकि आपको उस जगह की साफ सफाई के बारे में ठीक से पता चल सके।
  • इस बात का ध्यान रखें, कि टैटू बनाते समय टैटू आर्टिस्ट ने डिस्पोजेबल ग्लव्स पहन रखे हों।
  • इस्तेमाल करने के लिए नई चीजों का इस्तेमाल करने के लिए कहें। सुनिश्चित करें कि उन्हें आपके सामने ही खोला गया हो।
  • इंक को मिक्स करने के लिए स्टेराइल वाटर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। साथ ही, डिस्पोजेबल सिंगल इस्तेमाल वाले कप में से इंक लिया जाना चाहिए।
  • इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रेसिंग स्टेराइल होने चाहिए और नए होने चाहिए।
  • इस बात का ध्यान रखें, कि किसी तरह की परेशानी आने की स्थिति में, टैटू आर्टिस्ट, टैटू बनवाने के कम से कम 24 घंटे बाद तक उपलब्ध होना चाहिए।

प्रेगनेंसी के दौरान टैटू बनाने का निर्णय सावधानीपूर्वक सभी मापदंडों को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए, ताकि बच्चे को कोई नुकसान न हो। टैटू बनाने से पहले इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें, और सुरक्षित रहने के लिए टैटू बनवाने के बाद सभी निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें। 

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पूजा ठाकुर

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