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गर्भधारण की पहेलियों में से एक सवाल यह भी है कि यदि गर्भावधि के दौरान संभोग सुरक्षित है या नहीं। अगर पहली तिमाही में किसी भी समस्या के बिना आपको एक सामान्य गर्भावस्था होती है, तो संयम क्यों रखें ? दूसरी तिमाही में संभोग करना एक आनंददायक अनुभव हो सकता है, इस अवधि के दौरान संभोग करना सुरक्षित है क्योंकि इससे भ्रूण को कोई नुकसान नहीं होगा। आइए, दूसरी तिमाही के दौरान संभोग करने के बारे में कुछ सामान्य मिथकों और भ्रांतियों को दूर करें।
दूसरी तिमाही को “हनीमून अवधि” के रूप में जाना जाता है, पहली तिमाही के सभी लक्षण जैसे मतली, थकान आदि, लुप्त हो जाते हैं। दूसरी तिमाही आपकी पहली तिमाही में खोई हुई सारी ताक़त और सारे जोश को वापस लाती है। आप निम्न कारणों से अपने यौन जीवन में कुछ बदलाव देख सकती हैं और आपके शरीर का परिवर्तन भी इसी दौरान होता है ।
तो अपने साथी के साथ इस समय का पूरा लाभ उठाएं और उस अंतरंगता का आनंद लें जो शिशु के जन्म के बाद दोबारा प्राप्त करना कठिन हो सकता है।
अधिकांश दंपति अक्सर इस बात पर आश्चर्य करते हैं कि क्या दूसरी तिमाही में संभोग करना सुरक्षित होता है, यह जानते हुए कि गर्भावस्था के दौरान कुछ भी गलत हो सकता है। शुक्र है, इसका जवाब बहुत बड़ा हाँ है। गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के दौरान संभोग करना पूरी तरह से ठीक और सुरक्षित होता है, इस दौरान संभोग क्रिया न तो आपके भ्रूण को नुकसान पहुँचाती है और न ही इसका आपके स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
जब तक पहली तिमाही के दौरान कोई कठिनाई नहीं होती है, तब तक दूसरी तिमाही के दौरान संभोग करना सुरक्षित होता है। यदि आप किसी समस्या से पीड़ित हैं, तो दूसरी तिमाही के दौरान यौन संबंध बनाने से पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना एक अच्छा विचार है। दूसरी तिमाही के दौरान अगर यह लक्षण हो, तो यौन संबंध बनाने से परहेज करें:
यदि आप ऊपर दी हुई किसी भी स्थिति का अनुभव करती हैं तो डॉक्टर आपको दूसरी तिमाही के दौरान यौन संबंध बनाने से परहेज़ करने की सलाह देंगे।
भ्रूण, माँ के गर्भ में सुरक्षित रहता है और वह एक सुरक्षा कवच से ढका होता है जिसे ऐमिनियॉटिक द्रव के रूप में जाना जाता है। यह भ्रूण को आघात और अन्य चोटों से बचाता है इसलिए संभोग, के दौरान शिशु को कोई दर्द, या दबाव महसूस नहीं होता है। गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में संभोग के दौरान आप और गर्भ में पल रहा आपका शिशु पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं।
दूसरी तिमाही, पूरी गर्भावस्था अवधि के दौरान अपने साथी के साथ अंतरंगता का आनंद लेने के लिए सबसे आरामदायक और सुखद चरण है। इस दौरान आपका पेट बढ़ रहा होता है, लेकिन इसके कारण संभोग क्रिया में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होती है । दूसरी तिमाही के दौरान अधिकांश संभोग मुद्राएं (सेक्स पोजीशन) सुरक्षित होती हैं । आप चाहें तो उन मुद्राओं को आज़माएं जो आरामदायक होती हैं और आपके बढ़ते पेट के अनुकूल भी होती हैं। बढ़ते पेट के साथ, मिशनरी मुद्रा कुछ लोगों के लिए आरामदायक नहीं होता है। हालांकि, ऐसा नहीं है की आप कोई अन्य मुद्राओं को आज़मा नहीं सकती हैं। गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के दौरान कुछ संभोग की मुद्राएं, जिन्हें आप आज़मा सकती हैं:
संभोग की कौन सी मुद्रा सबसे बेहतरीन है इसके बारे में कोई निर्धारित नियम नहीं है। इसमें से अधिकांश व्यक्तिगत प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। उन तकनीकों को खोजना महत्वपूर्ण है, जो आपके और आपके साथी दोनों के लिए सुरक्षित और आनंददायक हैं।
संभोग की ऐसी मुद्राओं से बचें, जिसमें पीठ के बल लेटना और पेट पर दबाव पड़ सकता है, जैसे मिशनरी मुद्रा। कम गहराई में प्रवेश करने का प्रयास करें क्योंकि दूसरी तिमाही के दौरान अत्यधिक दबाव डालना सुरक्षित नहीं है। इसके अलावा अगर आपकी गर्भावस्था में किसी भी प्रकार की जटिलता है तो दूसरी तिमाही के दौरान संभोग न करें।
निष्कर्ष: लगातार बढ़ती कामेच्छा और मतली जैसी समस्याओं की कमी के साथ, दूसरी तिमाही निस्संदेह गर्भावस्था की हनीमून अवधि है। बस इस बात का ध्यान रखें कि संभोग करना अपेक्षाकृत सुरक्षित होता है, गहरा प्रवेश और चरम संभोग मुद्राओं का उपयोग बिलकुल भी न करें ।
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