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बैक्टीरियल वेजिनोसिस महिलाओं की वजायना में हल्का इन्फेक्शन होता है। वजायना में कुछ खराब बैक्टीरिया और कुछ अच्छे बैक्टीरिया होते हैं और अक्सर अच्छे बैक्टीरिया चीजों को नियंत्रण में रखते हैं। यदि वजायना में खराब बैक्टीरिया का प्रभाव बढ़ता है तो इससे महिलाओं को बैक्टीरियल वेजिनोसिस या वजायना में इन्फेक्शन हो सकता है जिससे विशेषकर गर्भावस्था के दौरान समस्याएं बढ़ जाती हैं। यदि बैक्टीरियल वेजिनोसिस का इलाज नहीं करवाया गया तो इससे आपको इन्फेक्शन हो सकता है और बाद में गंभीर समस्या भी हो सकती है।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस की समस्या होना महिलाओं में आम है और यह सेक्शुअली ट्रांसमिटड डिजीज (एसटीडी) बिलकुल भी नहीं है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस की समस्या कई बार अलग-अलग लोगों से सेक्स करने या वजायना में बैक्टीरियल फ्लोरा के असंतुलित होने की वजह से होता है। कम लोगों से सेक्स करने या वजायना को बार-बार पानी में धोने से बचने से गर्भावस्था के दौरान बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने की संभावना कम हो जाती है।
गर्भावस्था के दौरान बैक्टीरियल वेजिनोसिस होना बहुत आम है और इस समस्या ने लगभग 30% लोगों को प्रभावित किया है। साइंटिफिक स्टडीज के अनुसार गर्भावस्था के दौरान बैक्टीरियल वेजोनोसिस की समस्या होने से महिलाओं में मिसकैरेज, जन्म के समय बच्चे का वजन कम, और समय से पहले बच्चे के मेम्ब्रेन की क्षति जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस उन्हीं महिलाओं में होता है जिन्होंने पहली बार सेक्स किया है। गर्भावस्था के दौरान यह समस्या हर 5 में से 1 महिला को होती है।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस समस्या होने के कुछ कारण निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
हाल ही में हुई रिसर्च के अनुसार गर्भवती महिलाओं में बैक्टीरियल वेजिनोसिस की समस्या विटामिन ‘डी’ की कमी के कारण होता है। यह विटामिन शरीर में एंटी-बैक्टीरियल प्रोटीन्स को प्रेरित करता है और विभिन्न टिश्यू में खराब बैक्टीरिया को नष्ट करता है। हालांकि इसे प्रमाणित करने के लिए अभी अधिक रिसर्च करनी बाकी है।
गर्भावस्था के दौरान बैक्टीरियल वेजिनोसिस के ज्यादातर मामलों में कुछ महिलाओं पर कोई भी लक्षण और संकेत नहीं दिखाई देते हैं। इसके कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं, आइए जानते हैं;
बैक्टीरियल वेजिनोसिस का डायग्नोसिस करने के लिए डॉक्टर मरीज के मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानकारी लेते हैं। वे आपसे पूछ सकते हैं कि आपको पहले कभी इन्फेक्शन हुआ है या नहीं या आपको पहले कभी एसटीडी हुआ है या नहीं।
डॉक्टर आपकी पेल्विक की जांच कर सकते हैं जिसमें वे आपकी वजायना में दो उंगलियां डालकर इन्फेक्शन के संकेतों की जांच करते हैं और साथ ही वे आपका पेट दबाकर रोगों की जांच भी करते हैं।
आप अपनी वजाइना के स्राव का सैंपल ले सकती हैं और डॉक्टर माइक्रोस्कोप में इसकी जांच कर सकते हैं। डॉक्टर आपके वाजायनल फ्लोरा में एनारोबिक बैक्टीरिया और ‘क्लू सेल्स’ की जांच कर सकते हैं जो वास्तव में वजायनल सेल्स में हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं।
डॉक्टर आपकी वजायना में पीएच स्ट्रिप रखकर एसिडिटी का स्तर भी चेक कर सकते हैं। यह बैक्टीरियल वेजिनोसिस को जांचने का एक और तरीका है। यदि आपकी वजायना का पीएच स्तर 4.5 या इससे ज्यादा है तो इसका मतलब है कि आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस हो सकता है।
यदि आप में बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षण नहीं दिखे हैं फिर भी डॉक्टर इस इन्फेक्शन के लिए आपकी जांच कर सकते हैं। हालांकि बी.वी. (बैक्टीरियल वेजिनोसिस) की स्क्रीनिंग डॉक्टर और कई कारको पर भी निर्भर करती है। यदि आपकी प्रीमैच्योर डिलीवरी होने का खतरा है तो डॉक्टर आपकी बैक्टीरियल वेजिनोसिस की जांच कर भी सकते हैं और नहीं भी।
जिन महिलाओं को पहले कभी प्री-टर्म लेबर का अनुभव हुआ है डॉक्टर गर्भावस्था के दौरान उन महिलाओं में बैक्टीरियल वेजिनोसिस की जांच कर सकते हैं, चाहे लक्षण हों या न हों।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस की वजह से आपकी गर्भावस्था में प्रभाव कैसे पड़ सकता है यह निम्नलिखित है, आइए जानें;
बैक्टीरियल वेजिनोसिस अक्सर गर्भावस्था के बाद अपने आप होता है। यदि महिला को बैक्टीरियल वेजिनोसिस हुआ भी है तो भी उनकी गर्भावस्था नॉर्मल होती है, इसके बारे में कोई भी प्रमाण नहीं है। पर यह जानना बहुत जरूरी है कि यदि महिला को बैक्टीरियल वेजिनोसिस इन्फेक्शन हुआ है तो इससे गर्भावस्था के बाद उसे रोग लग सकते हैं, जैसे सेक्शुअली ट्रान्समिटिड इन्फेक्शन (एसटीआई) और एचआईवी। जो महिलाएं गर्भवती नहीं हैं उनमें भी पेल्विक इंफ्लेमटरी डिजीज और गाइनोकोलॉजिकल सर्जरी के बाद इन्फेक्शन के कारण बैक्टीरियल वेजिनोसिस हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की वजायना में बैक्टीरियल इन्फेक्शन या बैक्टीरियल वेजिनोसिस को ठीक करने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित दवाएं लेने की सलाह दे सकते हैं, आइए जानें;
यह दवाई जेल के रूप में उपलब्ध है जिसे महिला की इन्फेक्टिड वजायना में डाला जाता है। इस ट्रीटमेंट के बाद आपको कम से कम 1 दिन के लिए एल्कोहोल नहीं पीनी चाहिए। वैसे तो यह सलाह दी जाती है कि आप गर्भावस्था के दौरान एल्कोहोल बिलकुल भी न लें। इस इलाज को ओरली भी किया जा सकता है।
डॉक्टर आपकी वजायना में क्लिंडामायसिन लगा सकते है। यह क्रीम लेटेक्स कंडोम्स को कमजोर या कम प्रभावी कर सकती है।
यह दवा ओरली ली जाती है। यदि आप यह दवाई ले रही हैं तो आप एल्कोहल का सेवन बिलकुल भी न करें क्योंकि इससे आपका पेट खराब हो सकता और आपकी मतली हो सकती है (गर्भावस्था के दौरान भी आपको एल्कोहल नहीं लेनी चाहिए)।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस को ठीक करने के लिए बहुत सारे घरेलू उपचार है। यदि आप सोच रही हैं कि गर्भावस्था के दौरान आप वजायना में हुए बैक्टीरियल इन्फेक्शन को कैसे ठीक करें तो यहाँ पर इस इन्फेक्शन के उपचार के लिए कुछ नेचुरल रेमेडीज के तरीके बताए गए हैं, आइए जानें;
दही से वजायनल क्षेत्र के हेल्दी और अच्छे बैक्टीरिया को बनाने में मदद करता है क्योंकि यह फ्रेंडली बैक्टीरिया से फर्मेंटिड होता है, जैसे लैक्टिक एसिड। यह बैक्टीरिया के प्रभावों कम करता है और बैक्टीरियल वेजिनोसिस इन्फेक्शन को ठीक करता है। आप सलाह अनुसार रोजाना एक सर्विंग दही ले सकती हैं। हालांकि प्रोसेस्ड योगर्ट में हमेशा प्रोबायोटिक नहीं होते हैं। घर में बना हुआ दही ही सबसे बेस्ट होता है और वह हर तरीके से फायदेमंद होता है।
गर्भावस्था के दौरान आप डॉक्टर की सलाह के अनुसार प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स लें। यदि आपको बी.वी. हुआ है तो डॉक्टर आपको यह दवाएं लेने की सलाह दे सकते हैं। यह दवाई टेबलेट/कैप्सूल और लिक्विड में भी आती है।
गर्भावस्था के दौरान गार्लिक सप्लीमेंट्स लेने से भी बैक्टीरियल वेजिनोसिस की समस्या खत्म हो सकती है। गर्भावस्था में गार्लिक सप्लीमेंट्स लेने या अपनी डायट में लहसुन को शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस को ठीक करने के लिए आप अपनी वजायना को हाइड्रोजन पेरोक्साइड से साफ कर सकती हैं। यदि इसका उपयोग करने से आपको कुछ साइड-इफेक्ट्स होते हैं तो आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
आप बैक्टीरियल वेजिनोसिस को ठीक करने के लिए पानी में एप्पल साइडर विनेगर डालकर उससे वजायना को साफ कर सकती हैं। ऐसा करने से भविष्य में इन्फेक्शन होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। यह आपके वजायनल फ्लोरा की एसिडिक क्वालिटी को रिस्टोर करता है।
आप नहाने के पानी में थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिला सकती हैं और इस पानी से अपनी वजायना को साफ कर लें। यह इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद कर सकता है। स्नान के बाद आप मुलायम कपड़े या साफ टिश्यू पेपर से वजायनल क्षेत्र को पोंछ लें और उसे फेंक दें।
आप टी-ट्री ऑयल की कुछ बूंदें कोकोनट ऑयल, जैतून के तेल और आल्मंड ऑयल में मिलाकर अपनी वजायना में लगाएं। इससे बैक्टीरियल वेजिनोसिस की समस्या प्रभावी रूप से ठीक हो सकती है। टी-ट्री ऑयल में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो इन्फेक्शन को खत्म करने में मदद करते हैं।
इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए हाइजीनिक रहना बहुत जरूरी है। यहाँ कुछ टिप्स दिए हुए जिनकी मदद से आप इन्फेक्शन के प्रभाव को खत्म कर सकती हैं, आइए जानते हैं;
सेक्स के दौरान कंडोम का उपयोग करने से बैक्टीरियल वेजिनोसिस इन्फेक्शन होने की संभावना कम हो जाती है। यदि आप गर्भवती होने का प्रयास कर रही हैं तो ध्यान रखें कि आपको और आपके साथी को किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन नहीं होना चाहिए।
कुछ अंडरवियर स्पैन्डेक्स मटेरियल के बने होते हैं जो मॉइस्चर को ट्रैप करते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया को पनपने में मदद करते हैं, ऐसे मटेरियल के अंडरवियर न पहनें। कॉटन का अंडरवियर पहनना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और वजायनल इन्फेक्शन नहीं होता है।
आप हमेशा टॉयलेट जाने के बाद वजायना को आगे से पीछे की ओर साफ करें। हाइजीन बनाए रखने के लिए दिनभर में कई बार पैड या टेम्पोन बदलें। यदि आपको ऑरगैनिक टेम्पोन का उपयोग करती हैं तो इसे दिन में 3 बार बदलें।
हेल्दी और न्यूट्रिशियस डायट लेने से आपकी इम्युनिटी मजबूत होती है और इससे डिलीवरी के बाद बैक्टीरियल वेजिनोसिस नहीं होता है और यदि हो रहा होता है तो ठीक हो जाता है। गर्भावस्था के दौरान आप सिर्फ विटामिन्स, मिनरल, आवश्यक एसिड और माइक्रोन्यूट्रिएंट ही लें।
डाउचिंग का मतलब होता है दुर्गंध खत्म करने के लिए वजायना को पानी या अन्य लिक्विड से बार-बार साफ करना। यदि आप ऐसा करती हैं टी बिलकुल भी न करें क्योंकि ऐसा करने से आप हेल्दी वजायना को भी नष्ट कर सकती हैं। वजायना अक्सर खुद ही साफ हो जाता है और इसे बार-बार साफ करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
यदि आप खुशबू वाले साबुन, बाथ ऑयल या बबल बाथ लिक्विड का उपयोग अपनी वजायना में करती हैं तो इससे वजायना का प्राकृतिक फ्लोरा नष्ट हो जाता है और आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस का इन्फेक्शन हो सकता है। इसलिए आप अपने निजी अंगों को साफ करने के लिए सिर्फ सादे पानी का उपयोग करें।
हल्की एक्सरसाइज करने से जाहिर है आपको बहुत ज्यादा पसीना नहीं आएगा। पर ढीले कपड़े पहनकर हल्की एक्सरसाइज करने से आपको वजायनल इन्फेक्शन नहीं होगा। इस बात का पूरा ध्यान रखें कि सुबह दौड़ लगाने या जिम में एक्सरसाइज करने के बाद आप स्नान जरूर करें।
यद्यपि बैक्टीरियल वेजिनोसिस या वजायना में इन्फेक्शन के कारण महिलाओं को इरिटेशन और कठिनाई हो सकती है पर इससे आपकी गर्भावस्था को कोई भी खतरा नहीं होता है। इस दौरान आप इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल का पालन करें।
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