प्रसवपूर्व देखभाल

गर्भावस्था के भूख बढ़ना – कारण और समाधान

कभी-कभी गर्भावस्था के दौरान, आपका पेट एक अथाह गड्ढे की तरह महसूस हो सकता है। आपकी भूख बढ़ जाती है और अजीब अजीब खाने की इच्छाएं होती है। लेकिन इसमें परेशानी की कोई बात नहीं है, गर्भावस्था के दौरान बढ़ी हुई भूख पूरी तरह से सामान्य है। आइए देखें कि गर्भावस्था के दौरान भूख क्यों और कैसे बढ़ती है, और आप इससे कैसे निपट सकती हैं।

गर्भावस्था के दौरान आमतौर पर भूख कब बढ़ती है?

गर्भावस्था में भूख आमतौर पर दूसरी तिमाही में बढ़ जाती है, लेकिन कुछ महिलाओं को यह पहली तिमाही में भी होता है। लेकिन ज्यादातर ऐसा दूसरी तिमाही में ही होता है, क्योंकि यही वह समय है, जब आपकी मॉर्निंग सिकनेस या मतली आमतौर पर समाप्त होती है और भूख लगने लगती है, जिससे आप पहली तिमाही के अपने खोए हुए वजन को वापस प्राप्त कर सकती हैं।

क्या शुरुआती गर्भावस्था में भी भूख में वृद्धि सामान्य है?

गर्भावस्था की पहली तिमाही में आपके शरीर में प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ रहा होता है, जिस वजह से आप मतली अनुभव करेंगी और भूख बढ़ सकती है। आमतौर पर, उल्टी के बाद, आपको अचानक बहुत तेज भूख महसूस होगी क्योंकि आपका पेट खाली हो गया होगा है, काफी सारी कैलोरी शरीर से निकल जाती है और शरीर को इसकी कमी पूरी करनी होती है। साथ ही, आपके गर्भ में पल रहे शिशु को भी पोषण की जरूरत होती है। गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं में ब्लड का लेवल अधिक होता है, जिसे बनाए रखने के लिए कैलोरी की आवश्यकता होती है। यह तीव्र भूख और भोजन की तीव्र इच्छा का कारण बनता है। यह आमतौर पर 7 और 12 सप्ताह के बीच हो सकता है, जहाँ आप पहले से पसंद किए गए खाद्य पदार्थों को नापसंद करना भी शुरू कर सकती हैं और अन्य भोजन के लिए तीव्र इच्छा व्यक्त कर सकती हैं। कई महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान देर रात को भूख का भी अनुभव होता है। यह आमतौर पर दूसरी तिमाही के अंत में ठीक हो जाता है और यह बहुत सामान्य है।

गर्भावस्था के दौरान आपको हर समय भूख क्यों लगती है?

  • गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के दौरान बढ़ती भूख का सबसे बड़ा कारण है बढ़ता भ्रूण, जिसे ठीक से बढ़ने और विकसित होने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है।
  • इसके अलावा, आपको अधिक फूड क्रेविंग हो सकती है अपने शरीर के हाई ब्लड लेवल और अन्य प्रक्रियाओं, जो गर्भकाल के दौरान हो रहे हैं, को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त कैलोरी की मांग करता है।
  • गर्भावस्था की तीसरी तिमाही के दौरान और दूसरी तिमाही के अंत में भूख बढ़ने का कारण दूध उत्पादन करना भी हो सकता है, क्योंकि आपका शरीर गर्भावस्था के लिए तैयार हो रहा है।

अत्यधिक भूख लगने के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

हो सकता है कि आप दो लोगों के लिए खा रही होंगी, लेकिन याद रखने वाली महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको हर समय अत्यधिक नहीं खाना है। आपका भ्रूण आपकी तुलना में बहुत छोटा है, और आपके खाने की मात्रा को उसके अनुसार बनाया जाना चाहिए। आपको तब तक खाना चाहिए जब तक आपका पेट नहीं भर जाता है, और आप गर्भावस्था के दौरान भोजन को हिस्सों में बाँट सकती हैं और स्नैक्स को अवश्य अपने खाने का हिस्सा बनाएं। लेकिन, अगर इसे आम शब्दों में कहा जाए, तो अपनी क्रेविंग के आगे नहीं झुके और बहुत ज्यादा नहीं खाएं। अत्यधिक मात्रा में तला हुआ भोजन जैसे चिकन, समोसे या केक आपके बच्चे के लिए या आपके लिए अच्छा नहीं है!

गर्भावस्था के दौरान बढ़े हुए भूख के लिए कुछ उपाय

नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं जिनका उपयोग करके आप अपनी भूख को कम कर सकती हैं:

  • अपनी कैलोरी को गिनें: पहली तिमाही के दौरान, अधिकांश माताओं को अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता नहीं होती है। दूसरी तिमाही में, आपको अपने सामान्य आहार की तुलना में 350 अधिक कैलोरी की आवश्यकता होगी, जो तीसरी तिमाही में बढ़कर 500 कैलोरी हो जाती है। सुनिश्चित करें कि आप इसका पालन करें और अधिक न खाएं।
  • डिहाइड्रेशन से बचें: कभी-कभी, आप पानी के प्यास को भी भूख समझ कर भ्रमित हो सकती हैं, क्योंकि आपका शरीर गर्भावस्था के दौरान अधिक काम कर रहा है, और अधिक तरल पदार्थों की माँग कर रहा है। आपको अपने शरीर में तरल पदार्थों को बनाए रखने की आवश्यकता होगी, इसलिए दिन में 8-12 गिलास पानी पिएं – और इससे अधिक पिएं यदि आप गर्म क्लाइमेट में रहती हैं और बहुत पसीना बहता है। सोडा जैसे हाई शुगर वाले पेय से बचें, और ताजा जूस या पानी पिएं।
  • हेल्थी आहार लें: सुनिश्चित करें कि आपकी गर्भावस्था का आहार हेल्थी हो, यह नहीं कि आप सिर्फ पेट भरने के लिए खाएं। प्रोसेस्ड या रिफाइंड खाद्य पदार्थों के बजाय ताजा व नुट्रिशन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें। एनर्जी के लिए, साबुत अनाज या फल के साथ हेल्थी फैट (डेयरी या पीनट बटर) और प्रोटीन का सेवन करें। आप ऐसा भोजन ले सकती हैं जिसको अधिक चबाने की आवश्यकता अधिक होती है, इससे आपको ज्यादा भरा हुआ महसूस होगा। पोषक तत्वों और फाइबर से भरपूर एक बड़ा सलाद का कटोरा आपका पेट नूडल्स से भी अधिक भर देगा।
  • स्नैक्स साथ रखें: यदि आप बाहर हैं, और अचानक भूख लगती है, तो ड्राई फ्रूट्स या घर का बना चिवड़ा, पीनट या मखाना फ्राई वगैरह साथ में रखें, जिससे आप भूख लगने पर अनहेल्थी जंक फूड की तलाश में नहीं जाएंगी।
  • कई बार भोजन करें लेकिन थोड़ी थोड़ी मात्रा में: प्रत्येक बार भोजन को अधिक मात्रा में खाने के बजाय उसे तीन-तीन घंटों में छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटकर खाएं। अन्यथा, यह बाद में पेट में गैस, ब्लोटिंग और सीने में जलन का कारण बन सकता है जिसका आप पहले से ही अनुभव कर रही होंगी।
  • प्रलोभन से बचें: आप अपने पसंदीदा खाने को सप्ताह में एक बार खा सकती हैं, लेकिन सामान्य तौर पर, अपनी शॉपिंग कार्ट या अपने किचन कैबिनेट में जंक फूड को शामिल करने से बचें। ‘नजर के सामने नहीं रहेगा, खाने का भी मन नहीं करेगा’
  • गर्भावस्था के दौरान अपने वजन पर नजर रखें: गर्भावस्था के दौरान आपका वजन अनिवार्य रूप से बढ़ेगा, इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके खाने की आदतें इसमें और बढ़ावा न दे। जंक फूड खाने से डायबिटीज या हार्ट प्रॉब्लम जैसी अन्य समस्याओं के साथ वजन बढ़ सकता है, यदि आप उनके प्रति पहले से ही अतिसंवेदनशील हैं, जो आपकी गर्भावस्था को समग्र रूप से प्रभावित कर सकता है। इसलिए, यदि आप देखती हैं कि आपका वजन बहुत तेजी से बढ़ रहा है, तो इसके पीछे के कारण को जानने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

आपकी भूख गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में धीरे-धीरे कम हो जाएगी, लेकिन तब तक, अपनी बढ़ती भूख के लिए ऊपर बताए गए सुझावों का पालन करें। जब आप भोजन की मात्रा बढ़ा देती हैं, तो यह जरूर ध्यान में रखें कि भोजन पोष्टिक भी होना चाहिए, जो कि काफी सारी समस्याओं को होने से रोक सकता है।

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी के दौरान भूख कम लगना: इसके पीछे का कारण और उपचार
गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ आहार

जया कुमारी

Recent Posts

नववर्ष पर निबंध (Essay On New Year In Hindi)

नव वर्ष का समय पूरी दुनिया भर में खुशियों और मौज-मस्ती से भरा एक रोमांचक…

16 hours ago

मेरा घर पर निबंध (My House Essay in Hindi)

घर एक ऐसी जगह है जहां हम अपने परिवार वालों के साथ रहते हैं। सभी…

3 days ago

पृथ्वी बचाओ पर निबंध (Essay On Save Earth In Hindi)

पृथ्वी हमारा घर है, लेकिन आज यह गंभीर संकटों का सामना कर रही है। प्रदूषण,…

3 days ago

पुलिसकर्मी पर निबंध (Essay On Policeman in Hindi)

पुलिस हमारे समाज का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। पुलिस हमें सुरक्षित रखती है…

3 days ago

प्रकृति पर निबंध (Essay On Nature In Hindi)

प्रकृति हम मनुष्यों को दिया हुआ वो कीमती उपहार है जिसके अनेक फायदे हैं। जिस…

3 days ago

मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay On My School In Hindi)

विद्यालय वह स्थान होता है जहां बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं और अपने भविष्य की…

3 days ago