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गर्भावस्था के दौरान खुद की स्वच्छता रखना उतना ही जरूरी है जितना कि खुद को हेल्दी रखने के लिए न्यूट्रिशन-युक्त डायट का सेवन करना और नियमित एक्सरसाइज करना महत्वपूर्ण है। कई महिलाएं यह मानती हैं कि गंदी जगहों से दूर रहना और सिर्फ हाथ धोना ही हाइजीन बनाए रखने के बराबर है। यद्यपि यह एक अच्छी शुरूआत हो सकती है पर इसमें गर्भावस्था के दौरान स्वच्छता रखने के सभी पॉइंट्स शामिल नहीं होंगे। इसका मतलब यह नहीं है कि आप पूर्ण रूप से स्वच्छता रख रही हैं और इसके अलावा शरीर से संबंधित कई पहलू हैं, इस समय जिन पर ध्यान देने की जरूरत है।
चाहे गर्भावस्था के दौरान हो या डिलीवरी के बाद, आपके किसी भी निर्णय से आपके शरीर और मस्तिष्क पर प्रभाव पड़ता है और यह गर्भ में पल रहे बच्चे के पूर्ण स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। इसी तरह खुद को स्वच्छ रखना भी बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य से संबंधित है।
गर्भावस्था में आपकी इम्युनिटी पहले जितनी मजबूत नहीं होगी इसलिए स्वच्छता न रखने पर आप विभिन्न बैक्टीरिया और माइक्रोब्स के संपर्क में आ सकती हैं जिससे आपको इन्फेक्शन होता है। आपके कुछ इन्फेक्शन बच्चे तक भी पहुँच कर उसे भी प्रभावित कर सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान यदि गर्भ में पल रहे बच्चे को इन्फेक्शन होता है तो इससे उसे लंबे समय तक परेशानियां होने का खतरा बढ़ सकता है। यदि बैक्टीरिया के अलावा आपके शरीर में टॉक्सिक केमिकल भी जाते हैं तो ये भी आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। सामान्य हाइजीन बनाए रखने से आपके स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं खत्म होती हैं।
गर्भावस्था के दौरान उचित रूप से हाइजीन बनाए रखने के कई तरीके निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
आपके शरीर के न्यूट्रिएंट्स से ही बच्चे का विकास होता है जिससे त्वचा पर विभिन्न तरीकों से फर्क पड़ता है। इसके अलावा बालों के ग्लैंड्स से अधिक ऑयल निकलता है जिसकी वजह से कई गर्भवती महिलाओं को ऑयली बालों की शिकायत होती है। इसलिए बालों से अधिक ऑयल कम करने और इसके टेक्सचर को बनाए रखने के लिए आप अपने बालों में नियमित रूप से शैंपू लगाएं। चूंकि इस दौरान आपकी त्वचा पर कहीं भी रिएक्शन हो सकता है इसलिए पानी या बाथटब में ज्यादा देर तक न रुकें। इस समय आपके लिए शॉवर लेना ही बेहतर है।अपने लिए ऐसे साबुन और शैंपू चुनें जो नेचुरल ऑयल और नेचुरल पदार्थों से बनाए गए हों ताकि वह सुरक्षित होने के साथ-साथ त्वचा पर सौम्य भी हों।
यदि आप अपने बेहतरीन कपड़ों के लिए वॉर्डरोब को सेट करने जा रही हैं या अपने लिए नए कपड़े खरीदना चाहती हैं तो इसके लिए आप कुछ तरीकों का उपयोग कर सकती हैं।
आप कपड़े धोने के लिए ऐसा डिटर्जेंट चुनें जिसमें एंटीबैक्टीरियल गुण हों। इस दौरान आपको ढीले कपड़े चुनने चाहिए ताकि आप उन्हें आसानी से पहन सकें। अपने लिए हमेशा कॉटन के कपड़े ही खरीदें क्योंकि कॉटन पसीने को सोख लेता है और जब आपको ज्यादा पसीना आ जाए तो इसे तुरंत बदल लें। मैटरनिटी ब्रा खरीदते समय आप पैड्सवाली ब्रा ही खरीदें क्योंकि उसमें निप्पल्स से निकलने वाला दूध अब्सॉर्ब हो जाता है।
इस दौरान शरीर में विशेषकर निजी अंगों की देखभाल करना जरूरी है। रोज नहाएं और प्यूबिक क्षेत्र को विशेष रूप से साफ करें और इसे किसी भी इन्फेक्शन से मुक्त रखें। वजायना को साफ रखने के लिए नेचुरल और प्लेन साबुन का उपयोग करें ताकि इससे आपका पीएच बैलेंस ठीक रहे। कुछ भी खाने से पहले हाथ धोएं और सैनिटाइजर का उपयोग करें।
गर्भावस्था और दाँतों की स्वच्छता साथ-साथ चलती है क्योंकि आप जो भी खाती हैं वह आपके मुँह से होते हुए शरीर में जाता है। इस समय शरीर में कई बदलावों को देखते हुए आपको अपने दाँतों और मसूड़ों की देखभाल करनी चाहिए। मसूड़ों की सूजन को कम करने के लिए आप कौन सा पेस्ट ले सकती हैं इस बारे में आप डॉक्टर से चर्चा करें। शरीर में एस्ट्रोजन के बढ़ने से आपके दाँतों में सूजन आती है और वे सेंसिटिव हो जाते हैं जिसमें दर्द भी होता है। किसी भी स्थिति में आप दिन में दो बार ब्रश करना न भूलें। आप लगातार चेक करती रहें कि आपको प्लेक न हो और दाँतों को फ्लॉस करने से आपकी यह समस्या भी कम हो सकती है।
गर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट को हाइजीन रखना भी जरूरी है। पहली तिमाही के अंत में कई महिलाओं के ब्रेस्ट से कोलोस्ट्रम निकलता है। इसे नियमित रूप से साफ करना जरूरी है क्योंकि ब्रेस्ट गीले रहने से अस्वछता बढ़ती है और इनमें खुजली हो सकती है। अपनी ब्रा के पैड्स को गीले होने के बाद समय से बदल लें और निप्पल्स को फटने से बचाने के लिए इसमें डॉक्टर द्वारा बताया गया लोशन लगाएं।
जीवन के हर चरण में हाइजीन यानि स्वच्छता बनाए रखना जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान इसकी महत्ता बढ़ जाती है और स्वच्छता बनाए रखने से आपको कई फायदे भी मिलते हैं। जल्दी ही आपको गोद में एक नन्हा सा बच्चा होगा और आप उसे अपना दूध भी पिलाएंगी इसलिए आपको स्वस्थ रहने के साथ स्वच्छ भी रहना चाहिए।
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