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गर्भ में पल रहा बच्चा आपके शरीर में मौजूद न्यूट्रिशन और एनर्जी से ही विकसित होता है। इसलिए आपको विशेष रूप से इस बात का खयाल रखना चाहिए कि आप अपनी डायट में क्या ले रही हैं और क्या नहीं। गर्भावस्था के दौरान सिर्फ सही प्रकार का न्यूट्रिशन ही जरूरी नहीं है बल्कि आपके और आपके बच्चे की आवश्यकता के अनुसार इसे सही मात्रा में लेना भी जरूरी है। सभी न्यूट्रिएंट्स में से एक महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट आयरन है जो बच्चे के विकास में बहुत ज्यादा मदद करता है। गर्भावस्था में आयरन सप्लीमेंट्स लेने के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है, यह आपके और बच्चे के शरीर में रेड ब्लड सेल्स में एक प्रकार का प्रोटीन है जो सभी अंगों और टिश्यू तक ऑक्सीजन पहुँचाने का काम करता है। इस दौरान गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास के लिए शरीर में खून बनना शुरू हो जाता है और इसमें शरीर को ज्यादा आयरन की जरूरत पड़ती है। यदि आपको अपनी डायट से पर्याप्त आयरन नहीं मिल पा रहा है तो इस समय डॉक्टर शरीर में खून बढ़ाने के लिए आपको आयरन सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दे सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान एक महिला को कितना आयरन लेने की सलाह दी जाती है। इससे संबंधित जानकारी नीचे टेबल में बताई गई है, आइए जानते हैं;
कितना डोज लें | कम से कम 60 mg |
कितनी बार लें | रोजाना एक बार |
कब लेना शुरू करें | पहली तिमाही के बाद |
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को जो मल्टीविटामिन्स लेने की सलाह दी जाती है उसमें आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है। इसके अलावा आप अपनी बैलेंस्ड डायट में आयरन-युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करके भी आयरन की आवश्यकताओं को पूरा कर सकती हैं। कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि डॉक्टर आपको ज्यादा मात्रा में आयरन लेने के लिए कह सकते हैं। इसका कारण हर महिला में अलग है पर यह ज्यादातर उन महिलाओं को होता है जो ऐसी जगह में रहती हैं, जहाँ पर एनीमिया की समस्याएं अक्सर होती हैं और वहाँ ज्यादा से ज्यादा आयरन सप्लीमेंट्स की जरूरत पड़ती है।
यदि आप शाकाहारी हैं तो अन्य की तुलना में आपको आयरन सप्लीमेंट्स लेने की ज्यादा जरूरत पड़ सकती है क्योंकि आपकी डायट में रोजाना पर्याप्त आयरन नहीं होता है। गर्भावस्था के तीसरे महीने के बाद ही महिलाओं को अक्सर आयरन की टेबलेट लेने की सलाह दी जाती है। यदि आपके साथ भी ऐसा है तो इस बारे में डॉक्टर से जरूर कहें ताकि वे रेगुलर चेकअप के दौरान आपके शरीर में आयरन व हीमोग्लोबिन का स्तर भी जांच सकें। ऐसा करने से डॉक्टर बता पाएंगे कि आपको आयरन टेबलेट्स लेने की आवश्यकता है या नहीं और गर्भावस्था में आपको आयरन सप्लीमेंट्स लेना कब शुरू करना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान यदि आपको आयरन सप्लीमेंट्स लेने के लिए कहा भी जाता है तो डॉक्टर आपको बता सकते हैं कि आपको यह कैसे लेनी है। कई डॉक्टर महिलाओं को गर्भावस्था के 12वें सप्ताह के बाद आयरन सप्लीमेंट्स लेने के लिए कहते हैं। गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में इसे पचा पाना कठिन होता है और इसलिए ही पहली तिमाही में आयरन सप्लीमेंट्स नहीं लेना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान आपको खाने से 1 या 2 घंटे पहले या बाद में आयरन सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जाती है। आप इसे चाय, कॉफी और दूध के साथ लेने से बचें क्योंकि यह सभी चीजें आयरन सप्लीमेंट्स के प्रभाव को कम कर सकते हैं। इन सप्लीमेंट्स को आप सादे पानी के साथ ले सकती हैं।
यद्यपि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने आहार में आयरन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है पर इसे बहुत ज्यादा मात्रा में लेने से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। वे कौन से साइड इफेक्ट्स हैं, आइए जानें;
आयरन सप्लीमेंट्स लेने की वजह से कई महिलाएं अपने मूत्र का रंग गाढ़ा होने की शिकायत करती हैं। इसके अलावा कुछ अन्य महिलाएं पॉटी का रंग हरा या काला होने की शिकायत भी करती है। वैसे तो गर्भावस्था के दौरान यह बहुत सामान्य है और जब आप आयरन की टेबलेट लेना छोड़ देंगी तो यह समस्या ठीक भी हो जाएगी।
गर्भावस्था के दौरान आयरन के सप्लीमेंट्स लेने से आपको पाचन संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे पेट में ऐंठन या दर्द। इससे बचने के लिए आप खाने के बाद सप्लीमेंट्स ले सकती हैं।
ज्यादातर आयरन सप्लीमेंट्स लेने वाली महिलाओं को कब्ज की समस्या होती है। यदि आपको भी यह शिकायत है तो आप अपने आहार में फाइबर बढ़ाएं और ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
गर्भावस्था के दौरान बार-बार आयरन सप्लीमेंट्स लेने से उल्टी और मतली हो सकती है जिसकी वजह से मॉर्निंग सिकनेस की समस्या आपको ज्यादा प्रभावित कर सकती है। आप अपनी असुविधाओं को कम करने और एसिडिटी से बचने के लिए आयरन सप्लीमेंट्स को खाने के बाद लें। यदि आपको बुखार है तो आप डॉक्टर से संपर्क करें।
ऐसा भी हो सकता है कि आप रोजाना लगातार आयरन सप्लीमेंट्स लेती हैं पर आपके शरीर में आयरन एब्सॉर्ब नहीं हो पा रहा है। यदि आप आयरन सप्लीमेंट्स के साथ कुछ खाद्य पदार्थ भी लेती हैं तो आपको शरीर में आयरन एब्सॉर्ब न होने की समस्या से राहत मिल सकती है। इन खाद्य पदार्थों में होल ग्रेन, डेयरी, कॉफी, दूध और चाय भी शामिल हैं। यदि आप अपनी इस समस्या को खत्म करना चाहती हैं तो आपको आयरन सप्लीमेंट्स के साथ विटामिन ‘सी’ से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए क्योंकि यह खून में आयरन को एब्सॉर्ब करने के लिए जाना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि गर्भावस्था के दौरान आयरन सप्लीमेंट्स लेने से बच्चा काला होता है। यह सिर्फ कही-सुनी बातें हैं क्योंकि बच्चे का रंग हमेशा जेनेटिक होता है।
गर्भावस्था के दौरान आयरन सप्लीमेंट्स लेते समय आपको निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए, आइए जानें;
गर्भावस्था के दौरान आयरन से भरपूर डायट जितनी जरूरी है उतना ही आयरन के सप्लीमेंट्स लेना भी है। कुछ प्रकार के आयरन-युक्त खाद्य पदार्थ निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
चाहे हर्बल दवा हो या कोई भी दवा हो, पर गर्भावस्था के दौरान इसे लेने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। ऐसा इसलिए है क्योंकि हर महिला की आवश्यकताएं उसके शरीर के अनुसार अलग होती हैं।
स्रोत और सन्दर्भ:
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