गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान लहसुन खाना – फायदे, जोखिम व रेसिपीज

लहसुन एक ऐसी हर्ब है जो दुनिया भर में उगाई जाती है और इसका उपयोग बहुत सारे व्यंजनों में भी किया जाता है। लेकिन यह घटक सिर्फ स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं है, क्योंकि इसे कई चीजों का इलाज करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है लेकिन क्या यह गर्भवती महिला के लिए भी फायदेमंद है? आइए जानते हैं!

लहसुन को गर्भावस्था के दौरान हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड सर्कुलेशन जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए जाना जाता है। लेकिन अगर आप गर्भवती हैं, तो आपको अपने आहार में लहसुन को शामिल करते वक्त इसकी मात्रा के प्रति बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। लहसुन या किसी अन्य भोजन का सेवन आपके स्वास्थ्य के साथसाथ आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है, इसलिए आपको अपने आहार में किसी भी नए खाद्य पदार्थ को शामिल करने से पहले सावधान रहना चाहिए और बेहतर होगा कि आप पहले डॉक्टर की परामर्श कर लें।

क्या गर्भावस्था के दौरान लहसुन खाना चाहिए

लहसुन का गर्भावस्था के दौरान सेवन करना सुरक्षित है, लेकिन तब, जब आप इसकी मात्रा को संतुलित बनाए रखती हैं। खासकर गर्भावस्था की पहली तिमाही में विशेष रूप से इस बात पर ध्यान देना चाहिए। यदि आप अपने किसी भी खाने में लहसुन शामिल करना चाहती हैं, तो सुनिश्चित करें कि पहली तिमाही में बहुत अधिक लहसुन का प्रयोग न करें, यह भ्रूण के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

दूसरी और तीसरी तिमाही में भी जब आप अपने आहार में लहसुन शामिल करें तब भी सावधानी बरतें, क्योंकि इस दौरान अतिरिक्त लहसुन खाने से आपका ब्लड प्रेशर कम हो सकता है और आपका खून पतला हो सकता है। इसलिए, आप इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से पूछ लें कि आप लहसुन को कितनी मात्रा में अपने आहार में शामिल कर सकती हैं।

गर्भावस्था के दौरान आप कितना लहसुन खा सकती हैं

गर्भवती महिलाएं रोजाना लहसुन की दो से चार कलियों का सेवन कर सकती हैं। या इसकी जगह पर 600 से 1200 मिलीग्राम गार्लिक एक्सट्रेक्ट ले सकती हैं। इसके अलावा आप अपने डॉक्टर से परामर्श के बाद लगभग 0.03 से 0.12 मिलीलीटर लहसुन के एसेंशियल ऑयल का उपयोग भी कर सकती हैं।

गर्भावस्था के दौरान लहसुन खाने के फायदे

गर्भावस्था के दौरान लहसुन को विभिन्न कारणों से आपके आहार में शामिल करने की सलाह दी जाती है। गर्भावस्था के दौरान लहसुन खाने के कुछ फायदे यहाँ दिए गए हैं।

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करता है

लहसुन हृदय संबंधी समस्याओं का इलाज करने में लिए जाना जाता है। गर्भावस्था के दौरान लहसुन खाने से इन जटिलताओं की संभावना कम होती है। जब काटा हुआ है या पिसा हुआ लहसुन होता है तो उसमें मौजूद एलिसिन कंपाउंड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है।

कैंसर से बचाव करता है

लहसुन का सेवन करने से कैंसर को होने से रोका जा सकता है, विशेषकर कोलन कैंसर को। लहसुन और प्याज खाने से पेट और इसोफेगल कैंसर का खतरा कम हो सकता है।

इन्फेक्शन के जोखिम को कम करता है

लहसुन युक्त खाद्य पदार्थ खाने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और यह विभिन्न बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। अपने आहार में लहसुन को शामिल करके, आप खुद को इन्फेक्शन, सर्दी या फ्लू से बचा सकती हैं और अपने बच्चे को स्वस्थ रख सकती हैं।

यह त्वचा संबंधी समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है

लहसुन में एंटीमाइक्रोबियल गुण होने के कारण यह त्वचा के संक्रमण या मुँह के संक्रमण को रोकने के लिए एक बेहतरीन उपाय माना जाता है। ऐसे मामलों में लहसुन का प्रयोग करना आपको राहत प्रदान करता है।

यह बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है

लहसुन में भरपूर एलिसिन होता है, यह कंपाउंड सल्फर पर आधारित है। सल्फर बालों के झड़ने को रोकने के लिए जाना जाता है और यह आपके नए बालों के विकास को भी बढ़ाता है।

थकान को कम करता है

लहसुन गर्भवती महिलाओं में थकान को कम करने के लिए भी जाना जाता है। गर्भावस्था के दौरान थकान होना एक आम समस्या है, लेकिन लहसुन खाने से इसे दूर किया जा सकता है। इतना ही नहीं लहसुन खाने से गर्भावस्था के दौरान चक्कर और उल्टी आने की समस्या से भी राहत मिलती है।

ज्यादा लहसुन खाने के साइड इफेक्ट्स

लहसुन के बहुत सारे लाभ होने के बावजूद भी, जब इसका बड़ी मात्रा में सेवन किया जाता है, तो गर्भवती महिलाओं में इसके कुछ दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।

  • लहसुन प्राकृतिक रूप आपके खून को पतला करने के लिए जाना जाता है। यदि आप अत्यधिक मात्रा में लहसुन का सेवन करती हैं, तो डिलीवरी के दौरान बहुत ज्यादा रक्तस्राव हो सकता है, फिर चाहे डिलीवरी सामान्य रूप से हुई हो या सीसेक्शन से।
  • अधिक मात्रा में लहसुन खाने से आपका ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। जबकि लो ब्लड प्रेशर प्रीक्लेम्पसिया वाली महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अन्य महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान पहले कुछ हफ्तों में वेसल्स के फैलने की वजह से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। हालांकि, जब ब्लड प्रेशर का स्तर बहुत ज्यादा कम हो जाता है, तो इससे आपके शरीर को झटके लग सकते हैं और आप बेहोश भी हो सकती हैं।
  • लहसुन एंटीकोएग्युलेशन दवाओं के प्रति नकारात्मक प्रतिक्रिया दे सकता है जैसे इंसुलिन, साइक्लोस्पोरिन, कोमाडिन और सैक्विनवीर।
  • यह इंसुलिन रिलीज को बढ़ा सकता है और रक्त में शर्करा के स्तर को कम कर सकता है।
  • यह आयोडीन को अवशोषित करने और हाइपोथायरायडिज्म होने से बचा सकता है।कई महिलाओं का मानना ​​है कि गर्भावस्था के दौरान लहसुन का सेवन करने से गर्भपात हो सकता है। लहसुन में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो गर्भपात का कारण बन सकते हैं, लेकिन यह केवल तभी होता है जब गर्भवती महिला इसका अधिक मात्रा में सेवन करती है।

गर्भवती महिलाओं के लिए लहसुन युक्त कुछ रेसिपी

गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में लहसुन का सीमित मात्रा में उपयोग करना माँ और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है। यदि आप अपने व्यंजनों में लहसुन को शामिल करना चाहती हैं, तो आपको ऐसा करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। यदि आपका डॉक्टर आपको लहसुन का सेवन करने के लिए मना करता है, तो आप नीचे दिए गए व्यंजनों को आजमा सकती हैं ।

1. फूलगोभी लहसुन का सूप

लहसुन के साथ फूलगोभी का सूप आपके लिए एक स्वस्थ भोजन विकल्प है। आप इस बेहतरीन शाकाहारी सूप को फटाफट तैयार कर सकती हैं ।

सामग्री

  • 2 से 3 कटी हुई लहसुन की कलियां
  • 2 बड़े चम्मच तेल
  • एक कटोरी कटा हुआ गोभी
  • कम सोडियम के साथ 5 कप चिकन शोरबा
  • कुछ ताजे कटे हुए अजवायन के पत्ते
  • काली मिर्च और कोशर नमक

विधि

  • एक पैन में थोड़ा तेल गरम करें और उसमें लहसुन डालें। इसे तब तक हिलाएं जब तक कि यह अपनी अलग सुगंध न देने लगे या जब तक यह गोल्डन ब्राउन रंग में न बदल जाए। इसके बाद आंच को बंद कर दें। इसे एक कटोरे में अलग निकाल के रख दें ।
  • एक गहरे बर्तन में चिकन शोरबा लें। इसमें गोभी, अजवायन, नमक और काली मिर्च मिलाएं। इस मिश्रण को 15 मिनट के लिए उबलने दें ताकि फूलगोभी नर्म न हो जाए। इसे थोड़ी देर ठंडा होने दें।
  • अब इसे एक ब्लेंडर में डालकर मिलाएं और एक चिकनी प्यूरी तैयार कर लें।
  • इसे भुने हुए लहसुन और अजवायन के साथ गार्निश करें और इस स्वादिष्ट व्यंजन का आनंद लें।

2. स्नो मटर और लहसुन

बच्चों और वयस्कों की पसंदीदा स्नो मटर को एक साइड डिश के रूप में पेश किया जा सकता है। आप इसे कुछ ही समय में तैयार कर सकती हैं और गर्भावस्था के दौरान इस स्वादिष्ट व्यंजन का आनंद ले सकती हैं।

सामग्री

  • लहसुन के 3 टुकड़े, बारीक कटे हुए
  • 2 कप स्नो मटर
  • ½ चम्मच तेल
  • 1 बड़ा चम्मच तिल का तेल
  • 1 बड़ा चम्मच तिल के भुने हुए बीज
  • स्वादानुसार नमक

विधि

  • एक गहरे बर्तन में थोड़ा पानी उबालें और उसमें स्नो मटर, नमक और थोड़ा कुकिंग ऑयल डालें। इसे लगभग एक मिनट तक पकने दें और एक तरफ रख दें।
  • एक पैन में, बारीक कटा हुआ लहसुन भूनें और इसमें उबला हुआ स्नो मटर डालें। अब इसमें थोड़ा नमक और तिल का तेल डालकर इसे अच्छे से चलाएं।
  • अब इसे एक प्लेट में डालें और इसे भुने हुए तिल के बीज के साथ गार्निश करें।

3. शहद लहसुन चिकन रेसिपी

शहद लहसुन चिकन से बनी यह रेसिपी बेहद स्वादिष्ट होती है और इसे चावल के साथ खाया जा सकता है।

सामग्री

  • ¼ कप लहसुन, बारीक कटा हुआ
  • 1 कप सोया सॉस
  • 1 कप शहद
  • ¼ कप कीमा बनाया हुआ अदरक
  • 4 बोनलेस चिकन थाई

कैसे तैयार करें

  • ओवन को 200 डिग्री सेल्सियस पर पहले गर्म करें।
  • शहद, लहसुन, अदरक और सोया सॉस को एक साथ फेंटें जब तक वो अच्छी तरह से मिल न जाएं।
  • एक कटोरे में चिकन लें और उसके ऊपर उपरोक्त मिश्रण डालकर इसे एक घंटे या उससे अधिक के लिए मैरीनेट करें।
  • आप इसे लगभग 20 मिनट के लिए ओवन में रखें। इसे बीच में पलटें और शहदलहसुन का मिश्रण लगाकर इसे फिर पकाएं।
  • आप चावल या सब्जियों के साथ शहद लहसुन चिकन स्वादिष्ट रेसिपी का सेवन कर सकती हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. क्या होगा अगर मैं गर्भावस्था के दौरान बहुत ज्यादा लहसुन का सेवन करती हूँ?

लहसुन का सेवन गर्भावस्था के दौरान बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन केवल तभी जब इसे सीमित मात्रा में खाया जाता है। गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक लहसुन खाने से आपके पाचन तंत्र में जलन पैदा हो सकती है और आपका पेट खराब हो सकता है। बहुत ज्यादा लहसुन खाने से आपको कुछ अन्य गंभीर परेशानियां हो सकती हैं, जैसे ब्लड प्रेशर का कम होना, रक्त का पतला होना आदि। आपको यह सलाह दी जाती है कि आप किसी भी समस्याओं से बचने के लिए 2 से 3 कलियों से अधिक रोजाना लहसुन का सेवन न करें। यदि आपको कोई भी समस्या नजर आती है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

2. क्या होगा अगर मैं खाली पेट कच्चे लहसुन का सेवन करती हूँ?

कच्चे लहसुन को खाली पेट खाने से कोई समस्या नहीं होती है। वास्तव में, यह कम ब्लड प्रेशर, सर्दी या संक्रमण के जोखिम से बचाने में मदद करता है, इसलिए सीमित मात्रा में आप इसका सेवन कर सकती हैं ।

कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का इलाज करने के लिए लहसुन को सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। इसका गर्भावस्था के दौरान भी सेवन करना गर्भवती महिला को बहुत सारे लाभ प्रदान करता है, लेकिन तब जब इसे सीमित मात्रा में खाया जाए। आपको सलाह दी जाती है कि गर्भावस्था से पहले लहसुन का सेवन करने से होने वाले लाभों और दुष्प्रभावों के बारे में पहले अपने डॉक्टर से चर्चा करें।

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी में अजवायन का सेवन
प्रेगनेंसी के दौरान काजू का सेवन करना

समर नक़वी

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